2014-15 की दूसरी तिमाही में निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्य-निष्पादन – आंकड़ों की घोषणा - आरबीआई - Reserve Bank of India
2014-15 की दूसरी तिमाही में निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्य-निष्पादन – आंकड़ों की घोषणा
24 दिसंबर 2014 2014-15 की दूसरी तिमाही में निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्य-निष्पादन – भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर 2014-15 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2014) में गैर-वित्तीय कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र के कार्य-निष्पादन संबंधी आंकड़े जारी किए। ये आंकड़े 2,863 सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनीय के संक्षिप्त वित्तीय परिणामों के आधार पर संकलित किए गए हैं। तुलना करने के प्रयोजन से 2014-15 की पहली और 2013-14 की दूसरी तिमाही के आंकड़े भी दिए गए हैं। तिमाही परिणामों की घोषणा की तारीख के अनुसार विभिन्न तिमाहियों में कंपनियों के कवरेज में अंतर हो सकता है; तथापि, उम्मीद है कि समग्र स्थिति में इससे कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं होगा। इन आंकड़ों के संकलन की पद्धति के संक्षिप्त ब्योरे और तत्संबंधी शब्दावली को शामिल करते हुए एक ‘व्याख्यात्मक टिप्पणी’ अंत में दी गई है। इसमें शामिल सारणियों की सूची नीचे दर्शाई गई है :
प्रमुख बातें : • 2014-15 की दूसरी तिमाही में कुल बिक्री की वृद्धि दर में गिरावट आई (सारणी-1ए)।
• कच्ची सामग्री की व्यय-दर के घटने की वजह से समग्र व्यय दर में कमी आई और स्टाफ लागत की दर में भी गिरावट दर्ज हुई (सारणी-1ए)। • 2014-15 की पहली तिमाही की तुलना में 2014-15 की दूसरी तिमाही में ईबीआईटीडीए (ब्याज एवं कर पूर्व अर्जन) दर में गिरावट आई (सारणी-1ए)।
• 2014-15 की दूसरी तिमाही में समग्र स्तर की दृष्टि से ब्याजजन्य व्यय की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर में गिरावट दर्ज हुई (सारणी-1ए)। • पिछली तिमाही की तुलना में विचाराधीन तिमाही में ब्याज व्याप्ति अनुपात का स्तर पूर्ववत् रहा (सारणी-1बी)। • परिवहन, भंडारण और संचार उद्योग की कंपनियों द्वारा बेहतर निवल लाभ रिपोर्ट किए जाने के कारण सेवा (आईटी से इतर) क्षेत्र के निवल लाभ में उल्लेखनीय वृद्धि हुई (सारणी-2ए)। • समग्र स्तर की दृष्टि से निवल लाभ मार्जिन का स्तर पूर्ववत् रहा (सारणी-1बी)।
अल्पना किल्लावाला प्रेस प्रकाशनी : 2014-2015/1311 |