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अक्‍तूबर 12, 2017
मंगोलिया की सरकार को एक्ज़िम बैंक की भारत सरकार द्वारा समर्थित 1 बिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2017-18/78 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 10 12 अक्तूबर 2017 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, मंगोलिया की सरकार को एक्ज़िम बैंक की भारत सरकार द्वारा समर्थित 1 बिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायताभारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने मंगोलिया में रेलवे के विकास तथा उधारकर्ता तथा भारत सरकार की सहमति से तय हुए संबंधित बुनियादी ढांचेगत परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए भारत सरकार द्वारा समर्थित 1 बिलियन अमरीकी डालर (एक बिलियन अमरीकी डॉलर मात्र)
भारिबैंक/2017-18/78 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 10 12 अक्तूबर 2017 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, मंगोलिया की सरकार को एक्ज़िम बैंक की भारत सरकार द्वारा समर्थित 1 बिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायताभारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने मंगोलिया में रेलवे के विकास तथा उधारकर्ता तथा भारत सरकार की सहमति से तय हुए संबंधित बुनियादी ढांचेगत परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए भारत सरकार द्वारा समर्थित 1 बिलियन अमरीकी डालर (एक बिलियन अमरीकी डॉलर मात्र)
सितंबर 28, 2017
सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा निवेश मध्यावधि ढांचा
भारिबैं/2017-18/68 ए.पी.(डीआइआर श्रृंखला) परिपत्र सं. 7 28 सितम्बर 2017 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदय/महोदया, सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा निवेश मध्यावधि ढांचासभी प्राधिकृत व्यापारियों श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000–आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंधन (अनिवासी भारतीय द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण या जारी करना) विनियमावली 2000, समय-समय पर यथासंशोधित, की ओर आकृष्ट किया जाता है।
भारिबैं/2017-18/68 ए.पी.(डीआइआर श्रृंखला) परिपत्र सं. 7 28 सितम्बर 2017 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदय/महोदया, सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा निवेश मध्यावधि ढांचासभी प्राधिकृत व्यापारियों श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000–आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंधन (अनिवासी भारतीय द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण या जारी करना) विनियमावली 2000, समय-समय पर यथासंशोधित, की ओर आकृष्ट किया जाता है।
सितंबर 21, 2017
ओटीसी विदेशी मुद्रा और ब्याज दर डेरिवेटिव्स के लिए व्यापार निक्षेपागार (Trade Repository)
भारिबैं/2017-18/63 एफएमआरडी.एफएमआइडी सं.3/02.05.002/2017-18 21 सितम्बर 2017 सभी प्राधिकृत व्यापारी-श्रेणी I बैंक महोदय/महोदया, ओटीसी विदेशी मुद्रा और ब्याज दर डेरिवेटिव्स के लिए व्यापार निक्षेपागार (Trade Repository)सभी प्राधिकृत व्यापारियों श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर दिनांक 13 मार्च 2013 के परिपत्र सं. एफएमडी. एमएसआरजी.सं.75/02.05.002/2012-13 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें एक मिलियन अमरीकी डॉलर, तथा अन्य मुद्राओं में उसके समकक्ष राशि
भारिबैं/2017-18/63 एफएमआरडी.एफएमआइडी सं.3/02.05.002/2017-18 21 सितम्बर 2017 सभी प्राधिकृत व्यापारी-श्रेणी I बैंक महोदय/महोदया, ओटीसी विदेशी मुद्रा और ब्याज दर डेरिवेटिव्स के लिए व्यापार निक्षेपागार (Trade Repository)सभी प्राधिकृत व्यापारियों श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर दिनांक 13 मार्च 2013 के परिपत्र सं. एफएमडी. एमएसआरजी.सं.75/02.05.002/2012-13 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें एक मिलियन अमरीकी डॉलर, तथा अन्य मुद्राओं में उसके समकक्ष राशि
अगस्त 10, 2017
रिज़र्व बैंक वाणिज्यिक पत्र निदेश, 2017
भारिबैं/2017-18/43 एफएमआरडी.डीआइआरडी.2/14.01.002/2017-18 10 अगस्त 2017 सभी बाजार प्रतिभागी प्रय महोदय/महोदया, रिज़र्व बैंक वाणिज्यिक पत्र निदेश, 2017 रिज़र्व बैंक ने 02 फरवरी 2017 को लोक-टिप्पणी के निमित्त वाणिज्यिक पत्र के संबंध में प्रारूप निदेश जारी किये थे । प्राप्त टिप्पणियों को ध्यान में रखते हुए रिज़र्व बैंक वाणिज्यिक पत्र निदेश, 2017 को अंतिम रूप दिया गया है और वह इसके साथ संलग्न है । भवदीय (टी. रबिशंकर) मुख्य महाप्रबंधक भारतीय रिज़र्व बैंक वित्तीय बाजार विनिय
भारिबैं/2017-18/43 एफएमआरडी.डीआइआरडी.2/14.01.002/2017-18 10 अगस्त 2017 सभी बाजार प्रतिभागी प्रय महोदय/महोदया, रिज़र्व बैंक वाणिज्यिक पत्र निदेश, 2017 रिज़र्व बैंक ने 02 फरवरी 2017 को लोक-टिप्पणी के निमित्त वाणिज्यिक पत्र के संबंध में प्रारूप निदेश जारी किये थे । प्राप्त टिप्पणियों को ध्यान में रखते हुए रिज़र्व बैंक वाणिज्यिक पत्र निदेश, 2017 को अंतिम रूप दिया गया है और वह इसके साथ संलग्न है । भवदीय (टी. रबिशंकर) मुख्य महाप्रबंधक भारतीय रिज़र्व बैंक वित्तीय बाजार विनिय
अगस्त 10, 2017
त्रिपक्षीय रेपो (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2017
भारिबैं/2017-18/42 एफएमआरडी.डीआइआरडी.4/14.03.024/2017-18 10 अगस्त 2017 सभी बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, त्रिपक्षीय रेपो (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2017 कृपया आप विकास एवं विनियामक नीतियों के संबंध में वक्तव्य का पैराग्राफ 6 देखें, जिसे भारतीय रिज़र्व बैंक ने ट्राई-पार्टी रेपो आरंभ किये जाने के संबंध में तृतीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2017-18 दिनांक 2 अगस्त 2017 के भाग के रूप में जारी किया था । 2. प्रारूप ट्राई-पार्टी निदेश दिनांक 11 अप्रैल 2017 को लोक टिप्पणी
भारिबैं/2017-18/42 एफएमआरडी.डीआइआरडी.4/14.03.024/2017-18 10 अगस्त 2017 सभी बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, त्रिपक्षीय रेपो (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2017 कृपया आप विकास एवं विनियामक नीतियों के संबंध में वक्तव्य का पैराग्राफ 6 देखें, जिसे भारतीय रिज़र्व बैंक ने ट्राई-पार्टी रेपो आरंभ किये जाने के संबंध में तृतीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2017-18 दिनांक 2 अगस्त 2017 के भाग के रूप में जारी किया था । 2. प्रारूप ट्राई-पार्टी निदेश दिनांक 11 अप्रैल 2017 को लोक टिप्पणी
अगस्त 10, 2017
जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : रिज़र्व बैंक को रिपोर्ट करना
भारिबैं/2017-18/41 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.3 10 अगस्त 2017 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : रिज़र्व बैंक को रिपोर्ट करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) विनियम, 2000 दिनांक 3 मई 2000 (अधिसूचना सं.फेमा/25/आरबी-2000 दिनांक 3 मई 2000) और समय समय़ पर यथा संशोधित जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन पर मास्टर नि
भारिबैं/2017-18/41 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.3 10 अगस्त 2017 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : रिज़र्व बैंक को रिपोर्ट करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) विनियम, 2000 दिनांक 3 मई 2000 (अधिसूचना सं.फेमा/25/आरबी-2000 दिनांक 3 मई 2000) और समय समय़ पर यथा संशोधित जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन पर मास्टर नि
अगस्त 02, 2017
सीमांत स्थायी सुविधा
भारिबैं/2017-2018/31 एफएमओडी.एमएओजी.सं. 122/01.18.001/2017-18 02 अगस्‍त 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया / महोदय, सीमांत स्थायी सुविधा तृतीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य, 2017-18 के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 6.25 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.0 प्रतिशत तक करने का निर्णय लिया है। रेपो दर में हुए परिवर्तन के परिणामस्वरूप, सीमांत स्थाय
भारिबैं/2017-2018/31 एफएमओडी.एमएओजी.सं. 122/01.18.001/2017-18 02 अगस्‍त 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया / महोदय, सीमांत स्थायी सुविधा तृतीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य, 2017-18 के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 6.25 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.0 प्रतिशत तक करने का निर्णय लिया है। रेपो दर में हुए परिवर्तन के परिणामस्वरूप, सीमांत स्थाय
अगस्त 02, 2017
चलनिधि समायोजन सुविधा- रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें
भारिबैं/2017-2018/32 विबापवि.एमएओजी.सं.121/01.01.001/2017-18 02 अगस्‍त 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक एवं एकल प्राथमिक व्यापारी महोदया / महोदय, चलनिधि समायोजन सुविधा- रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें तृ‍तीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य, 2017-18 के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपों दर को तत्काल प्रभाव से 6.25 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.0 प्रतिशत
भारिबैं/2017-2018/32 विबापवि.एमएओजी.सं.121/01.01.001/2017-18 02 अगस्‍त 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक एवं एकल प्राथमिक व्यापारी महोदया / महोदय, चलनिधि समायोजन सुविधा- रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें तृ‍तीय द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य, 2017-18 के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपों दर को तत्काल प्रभाव से 6.25 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.0 प्रतिशत
जुलाई 03, 2017
विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश मध्यावधि ढाँचा – समीक्षा
भारिबैं/2017-18/12 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.1 3 जुलाई 2017 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश मध्यावधि ढाँचा – समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी दिनांक 3 मई 2000 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गमन) विनियम 2000 की अनुसूची 5 की ओर आकृष्
भारिबैं/2017-18/12 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.1 3 जुलाई 2017 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश मध्यावधि ढाँचा – समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी दिनांक 3 मई 2000 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गमन) विनियम 2000 की अनुसूची 5 की ओर आकृष्
जून 01, 2017
ओटीसी डेरिवेटिव बाजारों के लिए कानूनी संस्था पहचान आरंभ करना
भारिबैं/2016-17/314 एफएमआरडी.एफएमआइडी.सं.14/11.01.007/2016-17 01 जून 2017 ओटीसी डेरिवेटिव बाजारों के सभी पात्र प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, ओटीसी डेरिवेटिव बाजारों के लिए कानूनी संस्था पहचान आरंभ करना लीगल एन्टिटी आइडेंटिफायर (एलइआइ) कोड की परिकल्पना वैश्विक वित्तीय संकट के बाद बेहतर जोखिम प्रबंधन के लिए वित्तीय आँकड़ों की गुणवत्ता और परिशुद्धता में सुधार करने के एक प्रमुख उपाय़ के रूप में की गयी है । एलइआइ एक 20-वर्णी विशिष्ट पहचान कोड है, जो उन कंपनियों को दिया गया
भारिबैं/2016-17/314 एफएमआरडी.एफएमआइडी.सं.14/11.01.007/2016-17 01 जून 2017 ओटीसी डेरिवेटिव बाजारों के सभी पात्र प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, ओटीसी डेरिवेटिव बाजारों के लिए कानूनी संस्था पहचान आरंभ करना लीगल एन्टिटी आइडेंटिफायर (एलइआइ) कोड की परिकल्पना वैश्विक वित्तीय संकट के बाद बेहतर जोखिम प्रबंधन के लिए वित्तीय आँकड़ों की गुणवत्ता और परिशुद्धता में सुधार करने के एक प्रमुख उपाय़ के रूप में की गयी है । एलइआइ एक 20-वर्णी विशिष्ट पहचान कोड है, जो उन कंपनियों को दिया गया

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