मास्टर परिपत्र - आरबीआई - Reserve Bank of India
मास्टर परिपत्र
जुल॰ 01, 2010
मास्टर परिपत्र-"अपने ग्राहक को जानने (केवाईसी)" संबंधी दिशानिर्देश- धन शोधन निवारणमानदंड-धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002- उनके अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के दायित्व
भारिबैं /2010-11/24 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.184/03.10.42/2010-11 1 जुलाई 2010 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) विविध गैर बैंकिंग कंपनियां (एमएनबीसीज) और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनिया (आरएनबीसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र-"अपने ग्राहक को जानने (केवाईसी)" संबंधी दिशानिर्देश- धन शोधन निवारणमानदंड-धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002- उनके अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के दायित्व आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक
भारिबैं /2010-11/24 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.184/03.10.42/2010-11 1 जुलाई 2010 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) विविध गैर बैंकिंग कंपनियां (एमएनबीसीज) और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनिया (आरएनबीसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र-"अपने ग्राहक को जानने (केवाईसी)" संबंधी दिशानिर्देश- धन शोधन निवारणमानदंड-धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002- उनके अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के दायित्व आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक
जुल॰ 01, 2010
निर्यातकों को रुपए में /विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ /2010-11/71 बैंपविवि. सं. डीआइआर.(ईएक्सपी).बीसी.6/04.02.02/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932(शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) मोदय/महोदया निर्यातकों को रुपए में /विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते ह, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2009 को एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. (ईएक्सपी) सं. 07/04.02.02/2008-09 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश
आरबीआइ /2010-11/71 बैंपविवि. सं. डीआइआर.(ईएक्सपी).बीसी.6/04.02.02/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932(शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) मोदय/महोदया निर्यातकों को रुपए में /विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते ह, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2009 को एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. (ईएक्सपी) सं. 07/04.02.02/2008-09 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश
जुल॰ 01, 2010
बैंककारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
भारिबैं/2010-11/77 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीएल.बीसी.08/03.05.90ए/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को शाखाएँ / विस्तार काउंटर / कार्यालय खोलने / स्थान बदलने / विलय करने आदि के बारे में समय-समय पर अनुदेश जारी करता रहा है। सभी वर्तमान अनुदेशों को समेकित करने तथा हाल ही में किए गए कतिपय परिवर्तनो
भारिबैं/2010-11/77 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीएल.बीसी.08/03.05.90ए/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को शाखाएँ / विस्तार काउंटर / कार्यालय खोलने / स्थान बदलने / विलय करने आदि के बारे में समय-समय पर अनुदेश जारी करता रहा है। सभी वर्तमान अनुदेशों को समेकित करने तथा हाल ही में किए गए कतिपय परिवर्तनो
जुल॰ 01, 2010
मास्टर परिपत्र-प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्रों को ऋण-विशेष कार्यक्रम - स्वर्णजयन्ती ग्राम स्वरोज़गार योजना (एसजीएसवाई)
भारिबैं/2010-11/ 56 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 7 /09.01.01/2010-11 1 जुलाई 2010 सभी वाणिज्य बैंक महोदय, मास्टर परिपत्र-प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्रों को ऋण-विशेष कार्यक्रम - स्वर्णजयन्ती ग्राम स्वरोज़गार योजना (एसजीएसवाई) कृपया आप स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (एसजीएसवाई) पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र भारिबैं / 2009-10/35, ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी.7/09.01.01/2009-10 देखें । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से योजना के स
भारिबैं/2010-11/ 56 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 7 /09.01.01/2010-11 1 जुलाई 2010 सभी वाणिज्य बैंक महोदय, मास्टर परिपत्र-प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्रों को ऋण-विशेष कार्यक्रम - स्वर्णजयन्ती ग्राम स्वरोज़गार योजना (एसजीएसवाई) कृपया आप स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (एसजीएसवाई) पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र भारिबैं / 2009-10/35, ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी.7/09.01.01/2009-10 देखें । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से योजना के स
जुल॰ 01, 2010
मास्टर परिपत्र रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें
आरबीआई/2010-2011/92 शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं.11/13.01.000/2010-11 01 जुलाई 2010 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदया मास्टर परिपत्र रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. (पीसीबी).एमसी.सं.11/13.01.00/2009-10 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2010 तक के सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित तथा अद्यतन किया गया
आरबीआई/2010-2011/92 शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं.11/13.01.000/2010-11 01 जुलाई 2010 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदया मास्टर परिपत्र रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. (पीसीबी).एमसी.सं.11/13.01.00/2009-10 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2010 तक के सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित तथा अद्यतन किया गया
जुल॰ 01, 2010
मास्टर परिपत्र - ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्ड
आरबीआइ/2010-11/68 बैंपविवि. सं. डीआइआर.बीसी.14/13.03.00/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय / महोदया मास्टर परिपत्र - ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्ड कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 15/13.03.00/2009-10 देखें जिसमें ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्डों से संबंधित विषयों पर उस तारीख तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। 3
आरबीआइ/2010-11/68 बैंपविवि. सं. डीआइआर.बीसी.14/13.03.00/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय / महोदया मास्टर परिपत्र - ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्ड कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 15/13.03.00/2009-10 देखें जिसमें ऋण आदि जोखिम (एक्सपोज़र) संबंधी मानदण्डों से संबंधित विषयों पर उस तारीख तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। 3
जुल॰ 01, 2010
मास्टर परिपत्र - मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन
आरबीआई/2010-11/12 मास्टर परिपत्र सं.12/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय मास्टर परिपत्र - मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन इस मास्टर परिपत्र में " मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन " विषय पर वर्तमान अनुदेशों को एक ही स्थान में समेकित किया गया है। इसमें निहित परिपत्र / अधिसूचनाएं परिशिष्ट में दिये गये हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र को एक वर्ष के
आरबीआई/2010-11/12 मास्टर परिपत्र सं.12/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय मास्टर परिपत्र - मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन इस मास्टर परिपत्र में " मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन " विषय पर वर्तमान अनुदेशों को एक ही स्थान में समेकित किया गया है। इसमें निहित परिपत्र / अधिसूचनाएं परिशिष्ट में दिये गये हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र को एक वर्ष के
जुल॰ 01, 2010
मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
आरबीआइ /2010-11/14 मास्टर परिपत्र क्र. 14/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार, विदेशी पण्य और भाड़ा हेजिंग, अनिवासी बैंकों के रूपये खाते, अंतर बैंक विदेशी मुद्रा लेनदेन आदि 03 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 के प्रावधानों और बाद में उसमें किए गए संशोधनों द्व
आरबीआइ /2010-11/14 मास्टर परिपत्र क्र. 14/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार, विदेशी पण्य और भाड़ा हेजिंग, अनिवासी बैंकों के रूपये खाते, अंतर बैंक विदेशी मुद्रा लेनदेन आदि 03 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 के प्रावधानों और बाद में उसमें किए गए संशोधनों द्व
जुल॰ 01, 2010
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना
आरबीआइ/2010-11/54 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 2/09.16.01/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अतिरिक्त) महोदय, मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय) परिचालन के संबंध में अनुदेश/दिशानिर्देश जारी किए हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से योज
आरबीआइ/2010-11/54 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 2/09.16.01/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अतिरिक्त) महोदय, मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय) परिचालन के संबंध में अनुदेश/दिशानिर्देश जारी किए हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से योज
जुल॰ 01, 2010
माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2010-11/4 मास्टर परिपत्र सं. 04/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में '
आरबीआई/2010-11/4 मास्टर परिपत्र सं. 04/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में '
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 28, 2025