2014-15 की चौथी तिमाही में निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्य-निष्पादन – आंकड़ों की घोषणा - आरबीआई - Reserve Bank of India
2014-15 की चौथी तिमाही में निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्य-निष्पादन – आंकड़ों की घोषणा
01 जुलाई 2015 2014-15 की चौथी तिमाही में निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्य-निष्पादन – भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर 2014-15 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2015) में गैर-वित्तीय कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र के कार्य-निष्पादन संबंधी आंकड़े जारी किए। ये आंकड़े 2,712 सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनीय के संक्षिप्त वित्तीय परिणामों के आधार पर संकलित किए गए हैं। तुलना के प्रयोजन से 2014-15 की तीसरी और 2013-14 की चौथी तिमाही के आंकड़े भी दिए गए हैं। तिमाही परिणामों की घोषणा की तारीख के अनुसार विभिन्न तिमाहियों में कंपनियों के कवरेज में अंतर हो सकता है; तथापि, उम्मीद है कि समग्र स्थिति में इससे कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं होगा। इन आंकड़ों के संकलन की पद्धति के संक्षिप्त ब्योरे और तत्संबंधी शब्दावली को शामिल करते हुए एक ‘व्याख्यात्मक टिप्पणी’ अंत में दी गई है। इसमें शामिल सारणियों की सूची नीचे दर्शाई गई है :
प्रमुख बातें : • बिक्री/राजस्व
• व्यय : समग्र स्तर पर देखा जाए तो व्यय में कमी आई (सारणी-1ए)। • समग्र स्तर पर ईबीआईटीडीए (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन पूर्व अर्जन) में 3.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, वहीं विनिर्माण क्षेत्र के संदर्भ में इसमें मामूली गिरावट दर्ज हुई। आईटी क्षेत्र के ईबीआईटीडीए में गिरावट दर्ज हुई, जो पिछले दशक के निचले स्तर पर पहुंच गया। • कीमत-निर्धारण शक्ति, जिसका परिकलन ईबीआईटीडीए के माध्यम से किया जाता है, निश्चित दायरे में रही (सारणी-1बी)। • ब्याज-जन्य व्यय :
• निवल लाभ
संगीता दास प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/10 |