अधिसूचनाएं - वित्तीय बाजार - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
दिसंबर 29, 2016
भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाना
भारिबैं/2016-17/199 एफएमआरडी.डीआइआरडी.12/14.01.011/2016-17 29 दिसंबर 2016 सभी पात्र बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाना जैसाकि चतुर्थ द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2016-17 में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाये । 2. तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक अधिसूचना सं.एफएमआरडी.डीआइआरडी 11/2016 दिनांक 28 दिसंबर 2016 जारी की है, जिसमें ब्याज दर ऑप्शन्स प्रारंभ करने से संबंधित निदेश के ब्य
भारिबैं/2016-17/199 एफएमआरडी.डीआइआरडी.12/14.01.011/2016-17 29 दिसंबर 2016 सभी पात्र बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाना जैसाकि चतुर्थ द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2016-17 में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाये । 2. तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक अधिसूचना सं.एफएमआरडी.डीआइआरडी 11/2016 दिनांक 28 दिसंबर 2016 जारी की है, जिसमें ब्याज दर ऑप्शन्स प्रारंभ करने से संबंधित निदेश के ब्य
दिसंबर 27, 2016
भारत से बाहर के निवसियों द्वारा किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डिबेंचरों से भिन्न प्रतिभूतियों की खरीद एवं बिक्री
भा.रि.बैंक/2016-17/197 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 23 27 दिसम्बर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया / महोदय, भारत से बाहर के निवसियों द्वारा किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डिबेंचरों से भिन्न प्रतिभूतियों की खरीद एवं बिक्री सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या.श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान 03 मई 2000 की अधिसूचना सं॰फेमा 20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित और समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्
भा.रि.बैंक/2016-17/197 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 23 27 दिसम्बर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया / महोदय, भारत से बाहर के निवसियों द्वारा किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डिबेंचरों से भिन्न प्रतिभूतियों की खरीद एवं बिक्री सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या.श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान 03 मई 2000 की अधिसूचना सं॰फेमा 20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित और समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्
नवंबर 25, 2016
चलनिधि समायोजन सुविधा - एलएएफ/एमएसएफ के अंतर्गत ऑयल मार्केटिंग कंपनी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया स्पेशल बॉण्ड (ऑयल बॉण्ड) कोलेटरल के रूप में पात्र होना और रिवर्स रिपो की मार्जिन आवश्यकता को हटाना
भारिबैं/2016-2017/156 एफएमओडी.एमएओजी सं.117/01.01.001/2016-17 25 नवंबर, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक और एकल प्राथमिक व्यापारी प्रिय महोदय/महोदया चलनिधि समायोजन सुविधा - एलएएफ/एमएसएफ के अंतर्गत ऑयल मार्केटिंग कंपनी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया स्पेशल बॉण्ड (ऑयल बॉण्ड) कोलेटरल के रूप में पात्र होना और रिवर्स रिपो की मार्जिन आवश्यकता को हटाना कृपया चलनिधि समायोजन सुविधा योजना संबंधी 25 मार्च 2004 का हमारा परिप
भारिबैं/2016-2017/156 एफएमओडी.एमएओजी सं.117/01.01.001/2016-17 25 नवंबर, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक और एकल प्राथमिक व्यापारी प्रिय महोदय/महोदया चलनिधि समायोजन सुविधा - एलएएफ/एमएसएफ के अंतर्गत ऑयल मार्केटिंग कंपनी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया स्पेशल बॉण्ड (ऑयल बॉण्ड) कोलेटरल के रूप में पात्र होना और रिवर्स रिपो की मार्जिन आवश्यकता को हटाना कृपया चलनिधि समायोजन सुविधा योजना संबंधी 25 मार्च 2004 का हमारा परिप
नवंबर 17, 2016
विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में निवेश
भारिबैं/2016-17/138 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.19 17 नवंबर 2016 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी दिनांक 3 मई 2000 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गमन) विनियम 2000 की अनुसूची 5 के पैराग्राफ
भारिबैं/2016-17/138 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.19 17 नवंबर 2016 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी दिनांक 3 मई 2000 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गमन) विनियम 2000 की अनुसूची 5 के पैराग्राफ
नवंबर 10, 2016
भारतीय रिज़र्व बैंक के साथ रेपो / रिवर्स रेपो का संव्यवहार
आरबीआई/2016-17/117 एफ़एमओडी.एमएओजी.सं.116/01.01.001/2016-17 10 नवंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक और एकल (Standalone) प्राथमिक व्यापारी प्रिय महोदय/महोदया भारतीय रिज़र्व बैंक के साथ रेपो / रिवर्स रेपो का संव्यवहार कृपया उपर्युक्त विषय पर 19 मई 2016 के परिपत्र संख्या एफ़एमआरडी.डीआईआरडी.10/14.03.002/2015-16 का संदर्भ लें। 2. इस संबंध में यह निर्णय लिया गया है कि 26 नवंबर 2016 से आरबीआई रेपो (एमएसएफ सहित) और
आरबीआई/2016-17/117 एफ़एमओडी.एमएओजी.सं.116/01.01.001/2016-17 10 नवंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक और एकल (Standalone) प्राथमिक व्यापारी प्रिय महोदय/महोदया भारतीय रिज़र्व बैंक के साथ रेपो / रिवर्स रेपो का संव्यवहार कृपया उपर्युक्त विषय पर 19 मई 2016 के परिपत्र संख्या एफ़एमआरडी.डीआईआरडी.10/14.03.002/2015-16 का संदर्भ लें। 2. इस संबंध में यह निर्णय लिया गया है कि 26 नवंबर 2016 से आरबीआई रेपो (एमएसएफ सहित) और
अक्तूबर 28, 2016
मुद्रा बाजार फ्यूचर्स
भारिबैं/2016-17/104 एफएमआरडी.डीआइआरडी.10/14.03.01/2016-17 28 अक्तूबर 2016 सभी बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, मुद्रा बाजार फ्यूचर्स जैसाकि प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2016-17, में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि ब्याज दर फ्यूचर्स को आरंभ किया जाये, जो रुपया में मूल्यवर्गित किसी मुद्रा बाजार ब्याज दर या सेबी द्वारा प्राधिकृत स्टॉक एक्सचेंजों में मुद्रा बाजार लिखत पर आधारित हो ।2. इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 28 अक्तूबर 2016 को एक अ
भारिबैं/2016-17/104 एफएमआरडी.डीआइआरडी.10/14.03.01/2016-17 28 अक्तूबर 2016 सभी बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, मुद्रा बाजार फ्यूचर्स जैसाकि प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2016-17, में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि ब्याज दर फ्यूचर्स को आरंभ किया जाये, जो रुपया में मूल्यवर्गित किसी मुद्रा बाजार ब्याज दर या सेबी द्वारा प्राधिकृत स्टॉक एक्सचेंजों में मुद्रा बाजार लिखत पर आधारित हो ।2. इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 28 अक्तूबर 2016 को एक अ
अक्तूबर 20, 2016
एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म पर सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों की सहभागिता
भारिबैं/2016-17/86 एफएमआरडी.डीआइआरडी.08/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया, एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म पर सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों की सहभागिता भारतीय रिज़र्व बैंक के परिपत्र एफएमआरडी.डीआइआरडी. 06/14.03.007/2014-15 दिनांक 20 मार्च 2015 के अनुसार एफपीआइ को इस समय सरकारी प्रतिभूतियों में ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार में T+2 निपटान के साथ लेन देन करने की अनुमति है । 2. जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के ल
भारिबैं/2016-17/86 एफएमआरडी.डीआइआरडी.08/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया, एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म पर सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों की सहभागिता भारतीय रिज़र्व बैंक के परिपत्र एफएमआरडी.डीआइआरडी. 06/14.03.007/2014-15 दिनांक 20 मार्च 2015 के अनुसार एफपीआइ को इस समय सरकारी प्रतिभूतियों में ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार में T+2 निपटान के साथ लेन देन करने की अनुमति है । 2. जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के ल
अक्तूबर 20, 2016
एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल – गिल्ट खाताधारकों (जीएएच) तक पहुँच
भारिबैं/2016-17/87 एफएमआरडी.डीआइआरडी.07/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल – गिल्ट खाताधारकों (जीएएच) तक पहुँच जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के लिए प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य (पैराग्राफ 36) में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि प्राथमिक सदस्यों (पीएम) के लिए यह बाध्यकर बना दिया जाये कि वे अपने घटक गिल्ट खाताधारकों (व्यक्तियों को छोड़ कर) को समर्थक बाजार में सरकारी प्रतिभूतिय
भारिबैं/2016-17/87 एफएमआरडी.डीआइआरडी.07/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल – गिल्ट खाताधारकों (जीएएच) तक पहुँच जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के लिए प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य (पैराग्राफ 36) में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि प्राथमिक सदस्यों (पीएम) के लिए यह बाध्यकर बना दिया जाये कि वे अपने घटक गिल्ट खाताधारकों (व्यक्तियों को छोड़ कर) को समर्थक बाजार में सरकारी प्रतिभूतिय
अक्तूबर 04, 2016
चलनिधि समायोजन सुविधा – रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें
भारिबैं/2016-17/76 एफ़एमओडी.एमएओजी. सं. 114/01.01.001/2016-17 4 अक्तूबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर),अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक तथाएकल प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा – रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें चौथी द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपों दर को तत्काल प्रभाव से 6.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.25 प्रतिशत तक करने का नि
भारिबैं/2016-17/76 एफ़एमओडी.एमएओजी. सं. 114/01.01.001/2016-17 4 अक्तूबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर),अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक तथाएकल प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा – रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें चौथी द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपों दर को तत्काल प्रभाव से 6.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.25 प्रतिशत तक करने का नि
अक्तूबर 04, 2016
सीमांत स्थायी सुविधा
भारिबैं/2016-17/77 एफ़एमओडी.एमएओजी. सं. 115/01.01.001/2016-17 4 अक्तूबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय सीमांत स्थायी सुविधा चौथी द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 6.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.25 प्रतिशत तक करने का निर्णय लिया है। रेपो दर में हुए परिवर्तन के परिणामस्वरूप, सीमांत स्थायी सुविधा (एमए
भारिबैं/2016-17/77 एफ़एमओडी.एमएओजी. सं. 115/01.01.001/2016-17 4 अक्तूबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय सीमांत स्थायी सुविधा चौथी द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 6.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.25 प्रतिशत तक करने का निर्णय लिया है। रेपो दर में हुए परिवर्तन के परिणामस्वरूप, सीमांत स्थायी सुविधा (एमए
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