अधिसूचनाएं - वित्तीय बाजार - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
जुलाई 03, 2017
विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश मध्यावधि ढाँचा – समीक्षा
भारिबैं/2017-18/12 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.1 3 जुलाई 2017 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश मध्यावधि ढाँचा – समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी दिनांक 3 मई 2000 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गमन) विनियम 2000 की अनुसूची 5 की ओर आकृष्
भारिबैं/2017-18/12 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.1 3 जुलाई 2017 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश मध्यावधि ढाँचा – समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी दिनांक 3 मई 2000 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गमन) विनियम 2000 की अनुसूची 5 की ओर आकृष्
जून 01, 2017
ओटीसी डेरिवेटिव बाजारों के लिए कानूनी संस्था पहचान आरंभ करना
भारिबैं/2016-17/314 एफएमआरडी.एफएमआइडी.सं.14/11.01.007/2016-17 01 जून 2017 ओटीसी डेरिवेटिव बाजारों के सभी पात्र प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, ओटीसी डेरिवेटिव बाजारों के लिए कानूनी संस्था पहचान आरंभ करना लीगल एन्टिटी आइडेंटिफायर (एलइआइ) कोड की परिकल्पना वैश्विक वित्तीय संकट के बाद बेहतर जोखिम प्रबंधन के लिए वित्तीय आँकड़ों की गुणवत्ता और परिशुद्धता में सुधार करने के एक प्रमुख उपाय़ के रूप में की गयी है । एलइआइ एक 20-वर्णी विशिष्ट पहचान कोड है, जो उन कंपनियों को दिया गया
भारिबैं/2016-17/314 एफएमआरडी.एफएमआइडी.सं.14/11.01.007/2016-17 01 जून 2017 ओटीसी डेरिवेटिव बाजारों के सभी पात्र प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, ओटीसी डेरिवेटिव बाजारों के लिए कानूनी संस्था पहचान आरंभ करना लीगल एन्टिटी आइडेंटिफायर (एलइआइ) कोड की परिकल्पना वैश्विक वित्तीय संकट के बाद बेहतर जोखिम प्रबंधन के लिए वित्तीय आँकड़ों की गुणवत्ता और परिशुद्धता में सुधार करने के एक प्रमुख उपाय़ के रूप में की गयी है । एलइआइ एक 20-वर्णी विशिष्ट पहचान कोड है, जो उन कंपनियों को दिया गया
अप्रैल 12, 2017
भारतीय रिज़र्व बैंक की चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत आयोजित सावधि रेपो के लिए प्रतिभूति प्रतिस्थापन की सुविधा
आरबीआई/2016-17/274 विबापवि.एमएओजी.सं./120/01.01.001/2016-17 अप्रैल 12, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक एवं एकल प्राथमिक व्यापारी प्रिय महोदय/महोदया, भारतीय रिज़र्व बैंक की चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत आयोजित सावधि रेपो के लिए प्रतिभूति प्रतिस्थापन की सुविधा प्रथम द्वि-मासिक मौद्रिक नीतिगत वक्तव्य, 2017-18 में की गई घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की चलनिधि समायोजन सुविधा के
आरबीआई/2016-17/274 विबापवि.एमएओजी.सं./120/01.01.001/2016-17 अप्रैल 12, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक एवं एकल प्राथमिक व्यापारी प्रिय महोदय/महोदया, भारतीय रिज़र्व बैंक की चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत आयोजित सावधि रेपो के लिए प्रतिभूति प्रतिस्थापन की सुविधा प्रथम द्वि-मासिक मौद्रिक नीतिगत वक्तव्य, 2017-18 में की गई घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की चलनिधि समायोजन सुविधा के
अप्रैल 06, 2017
चलनिधि समायोजन सुविधा- रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें
भारिबैं/2016-2017/268 एफएमओडी.एमएओजी सं.118/01.01.001/2016-17 06 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक और एकल प्राथमिक व्यापारी महोदया / महोदय, चलनिधि समायोजन सुविधा- रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) के पहले द्वै-मासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2017-18 के संकल्प में की गई घोषणानुसार, यह निर्णय लिया गया है कि चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अधीन रेपों दर 6.25 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा ज
भारिबैं/2016-2017/268 एफएमओडी.एमएओजी सं.118/01.01.001/2016-17 06 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक और एकल प्राथमिक व्यापारी महोदया / महोदय, चलनिधि समायोजन सुविधा- रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) के पहले द्वै-मासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2017-18 के संकल्प में की गई घोषणानुसार, यह निर्णय लिया गया है कि चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अधीन रेपों दर 6.25 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा ज
अप्रैल 06, 2017
सीमांत स्थायी सुविधा
आरबीआई/2016-2017/269 एफएमओडी.एमएओजी.सं.119/01.18.001/2016-17 6 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, सीमांत स्थायी सुविधा मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) की पहली द्वि-मासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2017-18 संकल्प में की गई घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि एलएएफ कॉरिडोर के संकुचित होने के परिणामस्वरूप सीमांत स्थायी सुविधा दर अब 6.50 प्रतिशत पर समायोजित होगा । वर्तमान एमएसएफ योजना की अन्य सभी शर्तों में कोई परिवर्तन
आरबीआई/2016-2017/269 एफएमओडी.एमएओजी.सं.119/01.18.001/2016-17 6 अप्रैल, 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, सीमांत स्थायी सुविधा मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) की पहली द्वि-मासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2017-18 संकल्प में की गई घोषणा के अनुसार यह निर्णय लिया गया है कि एलएएफ कॉरिडोर के संकुचित होने के परिणामस्वरूप सीमांत स्थायी सुविधा दर अब 6.50 प्रतिशत पर समायोजित होगा । वर्तमान एमएसएफ योजना की अन्य सभी शर्तों में कोई परिवर्तन
मार्च 31, 2017
विदेशी संविभाग निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश
भारिबैं/2016-17/265 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 43 31 मार्च 2017 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, विदेशी संविभाग निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी दिनांक 3 मई 2000 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गमन) विनियम 2000 की अनुसूची 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है । विदेशी संविभाग
भारिबैं/2016-17/265 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 43 31 मार्च 2017 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, विदेशी संविभाग निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी दिनांक 3 मई 2000 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गमन) विनियम 2000 की अनुसूची 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है । विदेशी संविभाग
मार्च 21, 2017
जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : अनिवासी कंपनियों की भारतीय सहायक कंपनियों के लिए परिचालनगत नमनीयता
भारिबैं/2016-17/254 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.41 दिनांक 21 मार्च 2017 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : अनिवासी कंपनियों की भारतीय सहायक कंपनियों के लिए परिचालनगत नमनीयता प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय समय पर यथासंशोधित फेमा, 1999 (1999 का 42वाँ अधिनियम) की धारा 47 की उप धारा (2) के खंड (ज) के अंतर्गत जारी विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) विनियम, 2000 की ओ
भारिबैं/2016-17/254 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.41 दिनांक 21 मार्च 2017 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय, जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : अनिवासी कंपनियों की भारतीय सहायक कंपनियों के लिए परिचालनगत नमनीयता प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय समय पर यथासंशोधित फेमा, 1999 (1999 का 42वाँ अधिनियम) की धारा 47 की उप धारा (2) के खंड (ज) के अंतर्गत जारी विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) विनियम, 2000 की ओ
फ़रवरी 16, 2017
वायदा दर करार (एफआरए) और ब्याज दर स्वैप (आइआरएस) – पाक्षिक विवरणी वापस लेना
भारिबैं/2016-17/232 एफएमआरडी.डीआइआरडी.13/14.01.019/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी बाजार प्रतिभागी महोदया/महोदय, वायदा दर करार (एफआरए) और ब्याज दर स्वैप (आइआरएस) – पाक्षिक विवरणी वापस लेना आरबीआई अधिसूचना सं.एमपीडी.बीसी.187/07.01.279/1999-2000 दिनांक 07 जुलाई 1999 की ओर ध्यान आकृष्ट किया जाता है । अधिसूचना के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे एफआरए/ आइआरएस के संबंध में एक पाक्षिक विवरणी मौद्रिक नीति विभाग को प्रस्तुत करें और उसकी प्रतिलिपि आरबीआई के विभिन्न विभागों क
भारिबैं/2016-17/232 एफएमआरडी.डीआइआरडी.13/14.01.019/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी बाजार प्रतिभागी महोदया/महोदय, वायदा दर करार (एफआरए) और ब्याज दर स्वैप (आइआरएस) – पाक्षिक विवरणी वापस लेना आरबीआई अधिसूचना सं.एमपीडी.बीसी.187/07.01.279/1999-2000 दिनांक 07 जुलाई 1999 की ओर ध्यान आकृष्ट किया जाता है । अधिसूचना के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे एफआरए/ आइआरएस के संबंध में एक पाक्षिक विवरणी मौद्रिक नीति विभाग को प्रस्तुत करें और उसकी प्रतिलिपि आरबीआई के विभिन्न विभागों क
फ़रवरी 02, 2017
जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को एक्सचेंज ट्रेडेड करेंसी डेरिवेटिव (इटीसीडी) बाजार में पहुँच प्राप्त करने की अनुमति देना
भारिबैं/2016-17/221 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.30 दिनांक 2 फरवरी 2017 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को एक्सचेंज ट्रेडेड करेंसी डेरिवेटिव (इटीसीडी) बाजार में पहुँच प्राप्त करने की अनुमति देना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय समय पर यथासंशोधित फेमा, 1999 (1999 का42 वाँ अधिनियम) की धारा 47 की उप धारा (2) के खंड (ज) के अंतर्गत जारी विदेशी मुद्रा प्रबंध (व
भारिबैं/2016-17/221 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.30 दिनांक 2 फरवरी 2017 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को एक्सचेंज ट्रेडेड करेंसी डेरिवेटिव (इटीसीडी) बाजार में पहुँच प्राप्त करने की अनुमति देना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय समय पर यथासंशोधित फेमा, 1999 (1999 का42 वाँ अधिनियम) की धारा 47 की उप धारा (2) के खंड (ज) के अंतर्गत जारी विदेशी मुद्रा प्रबंध (व
दिसंबर 29, 2016
भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाना
भारिबैं/2016-17/199 एफएमआरडी.डीआइआरडी.12/14.01.011/2016-17 29 दिसंबर 2016 सभी पात्र बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाना जैसाकि चतुर्थ द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2016-17 में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाये । 2. तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक अधिसूचना सं.एफएमआरडी.डीआइआरडी 11/2016 दिनांक 28 दिसंबर 2016 जारी की है, जिसमें ब्याज दर ऑप्शन्स प्रारंभ करने से संबंधित निदेश के ब्य
भारिबैं/2016-17/199 एफएमआरडी.डीआइआरडी.12/14.01.011/2016-17 29 दिसंबर 2016 सभी पात्र बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाना जैसाकि चतुर्थ द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2016-17 में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाये । 2. तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक अधिसूचना सं.एफएमआरडी.डीआइआरडी 11/2016 दिनांक 28 दिसंबर 2016 जारी की है, जिसमें ब्याज दर ऑप्शन्स प्रारंभ करने से संबंधित निदेश के ब्य
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