प्रेस प्रकाशनियां - वित्तीय समावेशन और विकास - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
दिसंबर 30, 2010
भारत का वित्तीय क्षेत्र तनाव-मुक्त रहा; लेकिन समष्टि आर्थिक के कमज़ोर बिन्दुओं और वैश्विक विकास की असमानताओं से उत्पन्न जोखिमें बनी हुई है: भारतीय रिज़र्व बैंक की द्वितीय वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट
30 दिसंबर 2010 भारत का वित्तीय क्षेत्र तनाव-मुक्त रहा; लेकिन समष्टि आर्थिक के कमज़ोर बिन्दुओं और वैश्विक विकास की असमानताओं से उत्पन्न जोखिमें बनी हुई है: भारतीय रिज़र्व बैंक की द्वितीय वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज यहाँ जारी द्वितीय वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) में भारत के वित्तीय क्षेत्र के सुदृढ़ता का आकलन प्रस्तुत किया। यह रिपोर्ट वित्तीय क्षेत्र स्थिरता में बनी हुई जोखिम के अपने आकलन की जानकारी देने के लिए रिज़र्व बैंक द्वारा किए जा रहे प्
30 दिसंबर 2010 भारत का वित्तीय क्षेत्र तनाव-मुक्त रहा; लेकिन समष्टि आर्थिक के कमज़ोर बिन्दुओं और वैश्विक विकास की असमानताओं से उत्पन्न जोखिमें बनी हुई है: भारतीय रिज़र्व बैंक की द्वितीय वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज यहाँ जारी द्वितीय वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) में भारत के वित्तीय क्षेत्र के सुदृढ़ता का आकलन प्रस्तुत किया। यह रिपोर्ट वित्तीय क्षेत्र स्थिरता में बनी हुई जोखिम के अपने आकलन की जानकारी देने के लिए रिज़र्व बैंक द्वारा किए जा रहे प्
मार्च 25, 2010
भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्रथम वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट जारी की जिसके अनुसार वित्तीय स्थिरता पर सीमित जोखिम है लेकिन निरंतर आधार पर निगरानी आवश्यक है
25 मार्च 2010 भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्रथम वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट जारी की जिसके अनुसार वित्तीय स्थिरता पर सीमित जोखिम है लेकिन निरंतर आधार पर निगरानी आवश्यक है अप्रैल 2009 के वार्षिक नीति वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसार भारतीय रिज़र्व बैंक ने अगस्त 2009 में वित्तीय स्थिरता इकाई की स्थापना की। अक्टूबर 2009 में मौद्रिक नीति की दूसरी तिमाही समीक्षा में वित्तीय प्रणाली में पारदर्शिता लाने तथा विश्वास बढ़ाने में भारत की आवधिक वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) का विशेष उल
25 मार्च 2010 भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्रथम वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट जारी की जिसके अनुसार वित्तीय स्थिरता पर सीमित जोखिम है लेकिन निरंतर आधार पर निगरानी आवश्यक है अप्रैल 2009 के वार्षिक नीति वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसार भारतीय रिज़र्व बैंक ने अगस्त 2009 में वित्तीय स्थिरता इकाई की स्थापना की। अक्टूबर 2009 में मौद्रिक नीति की दूसरी तिमाही समीक्षा में वित्तीय प्रणाली में पारदर्शिता लाने तथा विश्वास बढ़ाने में भारत की आवधिक वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) का विशेष उल
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