अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
अग॰ 27, 2014
कम समग्र लागत सीमा पर बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) का पुनर्वित्तपोषण - क्रियाविधि सरलीकरण
भारिबैंक/2014-15/196ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.21 27 अगस्त 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, कम समग्र लागत सीमा पर बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) का पुनर्वित्तपोषण - क्रियाविधि सरलीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कम समग्र लागत सीमा पर नए बाह्य वाणिज्यिक उधार से मौजूदा बाह्य वाणिज्यिक उधार को पुनर्वित्तपोषित करने की अ
भारिबैंक/2014-15/196ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.21 27 अगस्त 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, कम समग्र लागत सीमा पर बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) का पुनर्वित्तपोषण - क्रियाविधि सरलीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कम समग्र लागत सीमा पर नए बाह्य वाणिज्यिक उधार से मौजूदा बाह्य वाणिज्यिक उधार को पुनर्वित्तपोषित करने की अ
अग॰ 12, 2014
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2014-15/172 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 20 12 अगस्त 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 26 मई 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.134 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 21 मई 2014 से रुपया का मूल्य 80.603699 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत व्याप
भारिबैंक/2014-15/172 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 20 12 अगस्त 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 26 मई 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.134 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 21 मई 2014 से रुपया का मूल्य 80.603699 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत व्याप
अग॰ 11, 2014
निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना – स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2014-15/171 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 19 11 अगस्त 2014 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना – स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंकों का ध्यान 17 जुलाई 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि इस योजना का उपयोग भारत से बाहर अचल संपत्ति के अर्जन के लिए भी किया जा सकता है। 2. उपर्युक्त स्पष्टीकरण के मद्देनज़र, 4 सितम्बर 2013 क
भारिबैंक/2014-15/171 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 19 11 अगस्त 2014 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना – स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंकों का ध्यान 17 जुलाई 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि इस योजना का उपयोग भारत से बाहर अचल संपत्ति के अर्जन के लिए भी किया जा सकता है। 2. उपर्युक्त स्पष्टीकरण के मद्देनज़र, 4 सितम्बर 2013 क
जुल॰ 30, 2014
विशेष जांच दल का गठन – सूचना का आदान-प्रदान (Sharing of information)
भारिबैंक/2014-15/154ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 18 30 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, विशेष जांच दल का गठन – सूचना का आदान-प्रदान (Sharing of information) माननीय उच्चतम न्यायालय के 4 जुलाई 2011 के निर्णय के अनुसरण में भारत सरकार ने माननीय न्यायमूर्ति एम॰बी॰ शाह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल का गठन किया है। इस संबंध में माननीय उच्चतम न्यायालय ने निम्नलिखित निर्देश दिए हैं कि: "राज्य की सभी एजेंसियों के अंग, विभाग और एजेंट, चाहे वे भारत संघ के स्त
भारिबैंक/2014-15/154ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 18 30 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, विशेष जांच दल का गठन – सूचना का आदान-प्रदान (Sharing of information) माननीय उच्चतम न्यायालय के 4 जुलाई 2011 के निर्णय के अनुसरण में भारत सरकार ने माननीय न्यायमूर्ति एम॰बी॰ शाह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल का गठन किया है। इस संबंध में माननीय उच्चतम न्यायालय ने निम्नलिखित निर्देश दिए हैं कि: "राज्य की सभी एजेंसियों के अंग, विभाग और एजेंट, चाहे वे भारत संघ के स्त
जुल॰ 28, 2014
बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा
भारिबैंक/2014-15/153 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 17 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार हेतु समग्र लागत की उच्चतम सीमा से संबंधित 10 अप्रैल 2014 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 121 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 30 मार्च 2012 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 99
भारिबैंक/2014-15/153 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 17 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार हेतु समग्र लागत की उच्चतम सीमा से संबंधित 10 अप्रैल 2014 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 121 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 30 मार्च 2012 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 99
जुल॰ 28, 2014
भारत में आयात हेतु व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट) – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा
भारिबैंक/2014-15/152ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 16 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय भारत में आयात हेतु व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट) – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा॰व्या॰श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान भारत में आयात हेतु व्यापार ऋण की समग्र लागत की उच्चतम सीमा से संबंधित 10 अप्रैल 2014 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 122 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 11 सित
भारिबैंक/2014-15/152ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 16 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय भारत में आयात हेतु व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट) – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा॰व्या॰श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान भारत में आयात हेतु व्यापार ऋण की समग्र लागत की उच्चतम सीमा से संबंधित 10 अप्रैल 2014 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 122 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 11 सित
जुल॰ 28, 2014
आर-रिटर्न का समेकन – फेटर्स (FETERS) के अंतर्गत रिपोर्टिंग – ईएनसी और अनुसूची 3 से 6 फाइलों का प्रस्तुतीकरण बंद करना
भारिबैंक/2014-15/151ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 15 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, आर-रिटर्न का समेकन – फेटर्स (FETERS) के अंतर्गत रिपोर्टिंग – ईएनसी और अनुसूची 3 से 6 फाइलों का प्रस्तुतीकरण बंद करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 28 फरवरी 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.109 के साथ पठित 4 फरवरी 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.101 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार व्यापक सूचना प्रोद्योगिकी आधारित निर्यात डाटा प्र
भारिबैंक/2014-15/151ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 15 28 जुलाई 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, आर-रिटर्न का समेकन – फेटर्स (FETERS) के अंतर्गत रिपोर्टिंग – ईएनसी और अनुसूची 3 से 6 फाइलों का प्रस्तुतीकरण बंद करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 28 फरवरी 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.109 के साथ पठित 4 फरवरी 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.101 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार व्यापक सूचना प्रोद्योगिकी आधारित निर्यात डाटा प्र
जुल॰ 25, 2014
प्रीपेड फोरेक्स कार्ड जारी करना - समुचित सावधानी उपायों और केवाईसी मानदण्डों का पालन
भारिबैंक/2014-15/147 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 14 25 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/ महोदय, प्रीपेड फोरेक्स कार्ड जारी करना - समुचित सावधानी उपायों और केवाईसी मानदण्डों का पालन विदेशी मुद्रा का कारोबार करने वाले सभी प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान 4 अप्रैल 2012 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 104 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. हमारे ध्यान में यह बात लायी गई है कि प्रीपेड विदेशी मुद्रा कार्ड (कुछ चयनित बैंकों द्वारा जारी) बेचते (जारी करते) समय
भारिबैंक/2014-15/147 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 14 25 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/ महोदय, प्रीपेड फोरेक्स कार्ड जारी करना - समुचित सावधानी उपायों और केवाईसी मानदण्डों का पालन विदेशी मुद्रा का कारोबार करने वाले सभी प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान 4 अप्रैल 2012 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 104 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. हमारे ध्यान में यह बात लायी गई है कि प्रीपेड विदेशी मुद्रा कार्ड (कुछ चयनित बैंकों द्वारा जारी) बेचते (जारी करते) समय
जुल॰ 23, 2014
रिपब्लिक आफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 41.96 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2014-15/144 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 12 23 जुलाई 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंककी 41.96 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ सेनेगल की सरकार को सेनेगल में आधुनिक बूचड़खाना, मांस प्रसंस्करण, कोल्ड स्टोरेज़, उपोत्पाद (रेंडरिंग), टैनरी प्लांट तथा बाजार स्थल की स्थापना हेतु वित्तपोषण के लिए भारत से पात्र वस्तुओं, मशीनरी, उपकरणों एवं पराम
भारिबैंक/2014-15/144 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 12 23 जुलाई 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ सेनेगल की सरकार को एक्ज़िम बैंककी 41.96 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ सेनेगल की सरकार को सेनेगल में आधुनिक बूचड़खाना, मांस प्रसंस्करण, कोल्ड स्टोरेज़, उपोत्पाद (रेंडरिंग), टैनरी प्लांट तथा बाजार स्थल की स्थापना हेतु वित्तपोषण के लिए भारत से पात्र वस्तुओं, मशीनरी, उपकरणों एवं पराम
जुल॰ 23, 2014
सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश
भारिबैंक/2014-15/145 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 13 23 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की अनुसूची 5 की ओर
भारिबैंक/2014-15/145 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 13 23 जुलाई 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की अनुसूची 5 की ओर
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 16, 2025