Notifications - Monetary Policy - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
अप्रैल 17, 2012
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि)
आरबीआई/2011-12/505संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 354 /07.01.279/2011-12 17 अप्रैल 2012 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि) कृपया 17 अप्रैल 2012 को जारी मौद्रिक नीति वक्तव्य 2012-13 देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 50 आधार अंक घटाकर
आरबीआई/2011-12/505संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 354 /07.01.279/2011-12 17 अप्रैल 2012 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि) कृपया 17 अप्रैल 2012 को जारी मौद्रिक नीति वक्तव्य 2012-13 देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 50 आधार अंक घटाकर
फ़रवरी 13, 2012
बैंक रेट
आरबीआई/2011-12/396संदर्भ संख्या. एमपीडी.बीसी. 352/05.03.004/2011-12 13 फरवरी 2012 24 माघ 1933 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक बैंक रेट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 49 के अनुसार रिज़र्व बैंक को उस मानक दर की समय-समय पर सार्वजनिक जानकारी देनी होती है जिस दर पर वह विनिमय बिलों (बिल्स ऑफ़ एक्सचेंज) या इस अधिनियम के तहत खरीदे जाने योग्य अन्य वाणिज्यिक पत्र (कमर्शियल पेपर) खरीदने या फिर से भुनाने (रि-डिस्काउंट करने) को तैयार है। 2. डिस्काउंट रेट होने के कार
आरबीआई/2011-12/396संदर्भ संख्या. एमपीडी.बीसी. 352/05.03.004/2011-12 13 फरवरी 2012 24 माघ 1933 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक बैंक रेट भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 49 के अनुसार रिज़र्व बैंक को उस मानक दर की समय-समय पर सार्वजनिक जानकारी देनी होती है जिस दर पर वह विनिमय बिलों (बिल्स ऑफ़ एक्सचेंज) या इस अधिनियम के तहत खरीदे जाने योग्य अन्य वाणिज्यिक पत्र (कमर्शियल पेपर) खरीदने या फिर से भुनाने (रि-डिस्काउंट करने) को तैयार है। 2. डिस्काउंट रेट होने के कार
अक्तूबर 25, 2011
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि)
आरबीआई/2011-12/232संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी.350 /07.01.279/ 2011-12 25 अक्तूबर, 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर]और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि) कृपया 25 अक्तूबर 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2011-12 की दूसरी तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभ
आरबीआई/2011-12/232संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी.350 /07.01.279/ 2011-12 25 अक्तूबर, 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर]और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि) कृपया 25 अक्तूबर 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2011-12 की दूसरी तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभ
सितंबर 16, 2011
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़)
आरबीआइ/2011-12/181संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 348/07.01.279/2011-12 16 सितंबर, 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 16 सितंबर, 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्र
आरबीआइ/2011-12/181संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 348/07.01.279/2011-12 16 सितंबर, 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 16 सितंबर, 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्र
जुलाई 26, 2011
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़)
आरबीआइ/2011-12/127संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी.347/05.02.001/2011-12 26 जुलाई, 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर]और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 26 जुलाई, 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2011-12 की पहली तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 50
आरबीआइ/2011-12/127संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी.347/05.02.001/2011-12 26 जुलाई, 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर]और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 26 जुलाई, 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2011-12 की पहली तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 50
जून 16, 2011
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि)
आरबीआई/2010-11/570 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 344/07.01.279/ 2010-11 16 जून 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों ( प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि) कृपया 16 जून 2011 को जारी मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 25 आधार अंक बढ़ाकर 7.25 प्रतिशत
आरबीआई/2010-11/570 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 344/07.01.279/ 2010-11 16 जून 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों ( प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि) कृपया 16 जून 2011 को जारी मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 25 आधार अंक बढ़ाकर 7.25 प्रतिशत
मई 03, 2011
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि)
आरबीआई/2010-11/506संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी . 343/07.01.279/ 2010-11 3 मई 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों ( प्राइमरी डीलर्स] के लिएस्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि) कृपया 3 मई 2011 का मौद्रिक नीति वक्तव्य 2011-12 देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 50 आधार अंक बढ़ाकर 6.75 प्रतिशत से 7.25 प्रतिशत क
आरबीआई/2010-11/506संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी . 343/07.01.279/ 2010-11 3 मई 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों ( प्राइमरी डीलर्स] के लिएस्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि) कृपया 3 मई 2011 का मौद्रिक नीति वक्तव्य 2011-12 देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 50 आधार अंक बढ़ाकर 6.75 प्रतिशत से 7.25 प्रतिशत क
मार्च 17, 2011
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़)
आरबीआइ/2010-11/436 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 341 /07.01.279/2010-11 17 मार्च 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 17 मार्च 2011 को जारी मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा देखें , जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल
आरबीआइ/2010-11/436 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 341 /07.01.279/2010-11 17 मार्च 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 17 मार्च 2011 को जारी मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा देखें , जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल
जनवरी 25, 2011
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़)
आरबीआइ/2010-11/386 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 340/07.01.279/2010-11 25 जनवरी 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 25 जनवरी 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा देखें , जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर को तत्का
आरबीआइ/2010-11/386 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 340/07.01.279/2010-11 25 जनवरी 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 25 जनवरी 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा देखें , जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर को तत्का
नवंबर 02, 2010
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़)
आरबीआइ/2010-11/257 मौनीवि. सं. बीसी. 338 / 07.01.279/2010-11 2 नवंबर 2010 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर]और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 2 नवंबर 2010 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2010-11 की दूसरी तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो द
आरबीआइ/2010-11/257 मौनीवि. सं. बीसी. 338 / 07.01.279/2010-11 2 नवंबर 2010 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर]और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 2 नवंबर 2010 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2010-11 की दूसरी तिमाही समीक्षा देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो द
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: मई 10, 2024