अधिसूचनाएं - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
दिसंबर 12, 2022
समुद्रपारीय बाजारों में कमोडिटी कीमत जोखिम और मालभाड़ा जोखिम की हेजिंग
आरबीआई/2022-23/152 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र संख्या.20 दिसंबर 12, 2022 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत डीलर बैंक महोदया/महोदय, समुद्रपारीय बाजारों में कमोडिटी कीमत जोखिम और मालभाड़ा जोखिम की हेजिंग प्राधिकृत डीलर श्रेणी - I (एडी श्रेणी -1) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित फेमा, 1999 (1999 का 42वां अधिनियम) की धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (एच) के तहत जारी समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न अनुबंध) विनियमन, 2000 दिनांक 3 मई 2000 (अधिस
आरबीआई/2022-23/152 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र संख्या.20 दिसंबर 12, 2022 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत डीलर बैंक महोदया/महोदय, समुद्रपारीय बाजारों में कमोडिटी कीमत जोखिम और मालभाड़ा जोखिम की हेजिंग प्राधिकृत डीलर श्रेणी - I (एडी श्रेणी -1) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित फेमा, 1999 (1999 का 42वां अधिनियम) की धारा 47 की उपधारा (2) के खंड (एच) के तहत जारी समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न अनुबंध) विनियमन, 2000 दिनांक 3 मई 2000 (अधिस
दिसंबर 12, 2022
समुद्रपारीय बाजारों में सोने की कीमत जोखिम की हेजिंग
आरबीआई/2022-23/151 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र संख्या. 19 दिसंबर 12, 2022 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत डीलर बैंक महोदया/महोदय, समुद्रपारीय बाजारों में सोने की कीमत जोखिम की हेजिंग कृपया द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2022-23 दिनांक दिसंबर 07, 2022 के भाग के रूप में घोषित विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य के पैराग्राफ 4 का संदर्भ ग्रहण करें, जो कि समुद्रपारीय बाजारों में सोने की कीमत जोखिम के बचाव के संबंध में है। आपका ध्यान समुद्रपारीय बाजारों में पण्य कीमत जोखिम
आरबीआई/2022-23/151 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र संख्या. 19 दिसंबर 12, 2022 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत डीलर बैंक महोदया/महोदय, समुद्रपारीय बाजारों में सोने की कीमत जोखिम की हेजिंग कृपया द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2022-23 दिनांक दिसंबर 07, 2022 के भाग के रूप में घोषित विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य के पैराग्राफ 4 का संदर्भ ग्रहण करें, जो कि समुद्रपारीय बाजारों में सोने की कीमत जोखिम के बचाव के संबंध में है। आपका ध्यान समुद्रपारीय बाजारों में पण्य कीमत जोखिम
दिसंबर 08, 2022
एचटीएम श्रेणी में एसएलआर धारिताओं (होल्डिंग्स) की समीक्षा
भारिबैं/2022-23/150 विवि.एमआरजी.आरईसी.89/21.04.141/2022-23 08 दिसंबर 2022 एचटीएम श्रेणी में एसएलआर धारिताओं (होल्डिंग्स) की समीक्षा कृपया 07 दिसंबर 2022 के मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2022-23 के विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य के पैराग्राफ 1 और दिनांक 25 अगस्त 2021 के मास्टर निदेश - वाणिज्यिक बैंकों के निवेश पोर्टफोलियो का वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन (निदेश), 2021 की धारा 6 (iv) (ए) देखें। 2. वर्तमान में, 1 सितंबर 2020 और 31 मार्च 2023 के बीच अर्जित सांविधिक चल
भारिबैं/2022-23/150 विवि.एमआरजी.आरईसी.89/21.04.141/2022-23 08 दिसंबर 2022 एचटीएम श्रेणी में एसएलआर धारिताओं (होल्डिंग्स) की समीक्षा कृपया 07 दिसंबर 2022 के मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2022-23 के विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य के पैराग्राफ 1 और दिनांक 25 अगस्त 2021 के मास्टर निदेश - वाणिज्यिक बैंकों के निवेश पोर्टफोलियो का वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन (निदेश), 2021 की धारा 6 (iv) (ए) देखें। 2. वर्तमान में, 1 सितंबर 2020 और 31 मार्च 2023 के बीच अर्जित सांविधिक चल
दिसंबर 07, 2022
प्राथमिक व्यापारियों के लिए स्थायी चलनिधि सुविधा
आरबीआई/2022-23/149 संदर्भ सं.मौनीवि.बीसी.396/07.01.279/2022-23 07 दिसम्बर, 2022 सभी प्राथमिक व्यापारी, प्राथमिक व्यापारियों के लिए स्थायी चलनिधि सुविधा आज मौद्रिक नीति वक्तव्य 2022-23 में की गई घोषणा के अनुसार, मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के तहत नीतिगत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 35 आधार अंक बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया है, जो पहले 5.90 प्रतिशत था। 2. तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्राथमिक व्यापारियों (पीडीज़)
आरबीआई/2022-23/149 संदर्भ सं.मौनीवि.बीसी.396/07.01.279/2022-23 07 दिसम्बर, 2022 सभी प्राथमिक व्यापारी, प्राथमिक व्यापारियों के लिए स्थायी चलनिधि सुविधा आज मौद्रिक नीति वक्तव्य 2022-23 में की गई घोषणा के अनुसार, मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के तहत नीतिगत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 35 आधार अंक बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया है, जो पहले 5.90 प्रतिशत था। 2. तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्राथमिक व्यापारियों (पीडीज़)
दिसंबर 07, 2022
बैंक दर में परिवर्तन
आरबीआई/2022-23/148 विवि.आरईटी.आरईसी.88/12.01.001/2022-23 07 दिसंबर 2022 महोदया/ महोदय, बैंक दर में परिवर्तन कृपया उक्त विषय पर दिनांक 30 सितंबर 2022 का हमारा परिपत्र विवि.आरईटी.आरईसी.70/12.01.001/2022-23 देखें। 2. जैसा कि 07 दिसंबर 2022 के मौद्रिक नीति वक्तव्य 2022-23 में घोषित किया गया है, बैंक दर को तत्काल प्रभाव से 35 आधार अंक बढ़ाकर 6.15 प्रतिशत से 6.50 प्रतिशत कर दिया गया है। 3. आरक्षित आवश्यकताओं में कमी पर सभी दंडात्मक ब्याज दरें, जो विशेष रूप से बैंक दर से जुड
आरबीआई/2022-23/148 विवि.आरईटी.आरईसी.88/12.01.001/2022-23 07 दिसंबर 2022 महोदया/ महोदय, बैंक दर में परिवर्तन कृपया उक्त विषय पर दिनांक 30 सितंबर 2022 का हमारा परिपत्र विवि.आरईटी.आरईसी.70/12.01.001/2022-23 देखें। 2. जैसा कि 07 दिसंबर 2022 के मौद्रिक नीति वक्तव्य 2022-23 में घोषित किया गया है, बैंक दर को तत्काल प्रभाव से 35 आधार अंक बढ़ाकर 6.15 प्रतिशत से 6.50 प्रतिशत कर दिया गया है। 3. आरक्षित आवश्यकताओं में कमी पर सभी दंडात्मक ब्याज दरें, जो विशेष रूप से बैंक दर से जुड
दिसंबर 07, 2022
चलनिधि समायोजन सुविधा- दरों में परिवर्तन
आरबीआई/2022-23/147 एफएमओडी.एमएओजी.सं.148/01.01.001/2022-23 07 दिसम्बर, 2022 सभी चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) प्रतिभागी महोदया/महोदय, चलनिधि समायोजन सुविधा- दरों में परिवर्तन जैसा कि 07 दिसम्बर 2022 के मौद्रिक नीति वक्तव्य में आज घोषित किया गया है, मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत नीतिगत रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 5.90 प्रतिशत से 35 आधार अंक बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया है। 2. परिणामस्वरूप, स्थायी जमा सु
आरबीआई/2022-23/147 एफएमओडी.एमएओजी.सं.148/01.01.001/2022-23 07 दिसम्बर, 2022 सभी चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) प्रतिभागी महोदया/महोदय, चलनिधि समायोजन सुविधा- दरों में परिवर्तन जैसा कि 07 दिसम्बर 2022 के मौद्रिक नीति वक्तव्य में आज घोषित किया गया है, मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत नीतिगत रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 5.90 प्रतिशत से 35 आधार अंक बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया है। 2. परिणामस्वरूप, स्थायी जमा सु
दिसंबर 01, 2022
शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) के लिए संशोधित नियामक ढांचा – निवल मालियत और पूंजी पर्याप्तता
आरबीआई/2022-23/146 विवि.सीएपी.आरईसी.सं.86/09.18.201/2022-23 दिसंबर 1, 2022 महोदय / महोदया शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) के लिए संशोधित नियामक ढांचा – निवल मालियत और पूंजी पर्याप्तता कृपया शहरी सहकारी बैंकों पर विशेषज्ञ समिति (दिनांक जुलाई 19, 2022 की प्रेस विज्ञप्ति : 2022-23/561) की सिफ़ारिशों और विनियामकीय उद्देश्यों के लिए शहरी सहकारी बैंकों के वर्गीकरण – संशोधित विनियामकीय ढांचा पर दिनांक दिसंबर 1, 2022 के परिपत्र विवि.आरईजी.सं.84/07.01.000/2022-23 से निर्गत शहरी सहक
आरबीआई/2022-23/146 विवि.सीएपी.आरईसी.सं.86/09.18.201/2022-23 दिसंबर 1, 2022 महोदय / महोदया शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) के लिए संशोधित नियामक ढांचा – निवल मालियत और पूंजी पर्याप्तता कृपया शहरी सहकारी बैंकों पर विशेषज्ञ समिति (दिनांक जुलाई 19, 2022 की प्रेस विज्ञप्ति : 2022-23/561) की सिफ़ारिशों और विनियामकीय उद्देश्यों के लिए शहरी सहकारी बैंकों के वर्गीकरण – संशोधित विनियामकीय ढांचा पर दिनांक दिसंबर 1, 2022 के परिपत्र विवि.आरईजी.सं.84/07.01.000/2022-23 से निर्गत शहरी सहक
दिसंबर 01, 2022
विदेशी क्षेत्राधिकारों एवं अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों (आईएफ़एससी) में भारतीय बैंकों तथा अखिल भारतीय वित्तीय संस्थानों (एआईएफ़आई) की सहायक कंपनियों और शाखाओं का परिचालन - वैधानिक/नियामक मानदंडों का अनुपालन
आरबीआई/2022-23/145 विवि.एमआरजी.आरईसी.87/00-00-020/2022-23 01 दिसम्बर 2022 विदेशी क्षेत्राधिकारों एवं अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों (आईएफ़एससी) में भारतीय बैंकों तथा अखिल भारतीय वित्तीय संस्थानों (एआईएफ़आई) की सहायक कंपनियों और शाखाओं का परिचालन - वैधानिक/नियामक मानदंडों का अनुपालन जैसा कि आपको विदित है, रिज़र्व बैंक द्वारा दिनांक 1 दिसंबर 2008 के परिपत्र संख्या डीबीओडी.सं.बीपी.बीसी.89/21.04.141/2008-09 और दिनांक 12 मई 2014 के परिपत्र संख्या डीबीओडी.सं.बीपी.बीसी.11
आरबीआई/2022-23/145 विवि.एमआरजी.आरईसी.87/00-00-020/2022-23 01 दिसम्बर 2022 विदेशी क्षेत्राधिकारों एवं अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों (आईएफ़एससी) में भारतीय बैंकों तथा अखिल भारतीय वित्तीय संस्थानों (एआईएफ़आई) की सहायक कंपनियों और शाखाओं का परिचालन - वैधानिक/नियामक मानदंडों का अनुपालन जैसा कि आपको विदित है, रिज़र्व बैंक द्वारा दिनांक 1 दिसंबर 2008 के परिपत्र संख्या डीबीओडी.सं.बीपी.बीसी.89/21.04.141/2008-09 और दिनांक 12 मई 2014 के परिपत्र संख्या डीबीओडी.सं.बीपी.बीसी.11
दिसंबर 01, 2022
संशोधित विनियामकीय ढांचा – विनियामकीय उद्देश्यों के लिए शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) का वर्गीकरण
आरबीआई/2022-23/144विवि.आरईजी.सं.84/07.01.000/2022-23 01 दिसंबर 2022 महोदया / महोदय संशोधित विनियामकीय ढांचा – विनियामकीय उद्देश्यों के लिए शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) का वर्गीकरण सहकारी क्षेत्र में विविधता को देखते हुए, बड़े आकार के शहरी सहकारी बैंकों की अपने परिचालन के क्षेत्र का विस्तार करने की विकासात्मक महत्वाकांक्षाओं और अधिक जटिल व्यावसायिक गतिविधियाँ शुरू करने की तुलना में छोटे आकार के बैंकों और सीमित परिचालन क्षेत्र वाले बैंकों में अधिक प्रचलित पारस्परिकता और
आरबीआई/2022-23/144विवि.आरईजी.सं.84/07.01.000/2022-23 01 दिसंबर 2022 महोदया / महोदय संशोधित विनियामकीय ढांचा – विनियामकीय उद्देश्यों के लिए शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) का वर्गीकरण सहकारी क्षेत्र में विविधता को देखते हुए, बड़े आकार के शहरी सहकारी बैंकों की अपने परिचालन के क्षेत्र का विस्तार करने की विकासात्मक महत्वाकांक्षाओं और अधिक जटिल व्यावसायिक गतिविधियाँ शुरू करने की तुलना में छोटे आकार के बैंकों और सीमित परिचालन क्षेत्र वाले बैंकों में अधिक प्रचलित पारस्परिकता और
दिसंबर 01, 2022
शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) को वित्तीय रूप से सक्षम और सुप्रबंधित (एफएसडब्ल्यूएम) रूप में वर्गीकृत करने के लिए मानदंडों की समीक्षा
आरबीआई/2022-23/143 विवि.आरईजी.सं.85/07.01.000/2022-23 01 दिसंबर, 2022 महोदया / महोदय शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) को वित्तीय रूप से सक्षम और सुप्रबंधित (एफएसडब्ल्यूएम) रूप में वर्गीकृत करने के लिए मानदंडों की समीक्षा वित्तीय रूप से सक्षम और स्थिर सहकारी क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए चुनिंदा शहरी सहकारी बैंकों को वित्तीय रूप से सक्षम और सुप्रबंधित (एफएसडब्ल्यूएम) कहा जाता है बशर्ते कि वे कतिपय मानदंडों की पूर्ति करें। इस संदर्भ में, यूसीबी को एफ़एसडबल्यूएम के रूप में विच
आरबीआई/2022-23/143 विवि.आरईजी.सं.85/07.01.000/2022-23 01 दिसंबर, 2022 महोदया / महोदय शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) को वित्तीय रूप से सक्षम और सुप्रबंधित (एफएसडब्ल्यूएम) रूप में वर्गीकृत करने के लिए मानदंडों की समीक्षा वित्तीय रूप से सक्षम और स्थिर सहकारी क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए चुनिंदा शहरी सहकारी बैंकों को वित्तीय रूप से सक्षम और सुप्रबंधित (एफएसडब्ल्यूएम) कहा जाता है बशर्ते कि वे कतिपय मानदंडों की पूर्ति करें। इस संदर्भ में, यूसीबी को एफ़एसडबल्यूएम के रूप में विच
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: नवंबर 23, 2022
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