वापस लिया गया परिपत्र - वित्तीय समावेशन और विकास - आरबीआई - Reserve Bank of India
वापस लिए गए परिपत्रों
सितंबर 01, 2010
वापस लिया गया w.e.f. 18/02/2022
एनईएफटी / एनईसीएस / ईसीएस लेनदेन राशि की जमा / वापसी में देरी की वजह से बैंकों द्वारा देय दंडस्वरूप ब्याज में एकरूपता लाया जाना
भारिबैं / 2010-11/188 भुनिप्रवि (केंका) ईपीपीडी सं.477/04.03.01/2010-11 1 सितंबर 2010 एनईएफटी / एनईसीएस / ईसीएस में सहभागी सदस्य बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया/प्रिय महोदय,एनईएफटी / एनईसीएस / ईसीएस लेनदेन राशिकी जमा / वापसी में देरी की वजह से बैंकों द्वारा देय दंडस्वरूप ब्याज में एकरूपता लाया जाना जैसा कि आपको विदित है विगत दिनों से खुदरा इलैक्ट्रानिक भुगतान उत्पादों में पहुँच और मात्रा की दृष्टि से काफी वृद्धि हो रही है। दे
भारिबैं / 2010-11/188 भुनिप्रवि (केंका) ईपीपीडी सं.477/04.03.01/2010-11 1 सितंबर 2010 एनईएफटी / एनईसीएस / ईसीएस में सहभागी सदस्य बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया/प्रिय महोदय,एनईएफटी / एनईसीएस / ईसीएस लेनदेन राशिकी जमा / वापसी में देरी की वजह से बैंकों द्वारा देय दंडस्वरूप ब्याज में एकरूपता लाया जाना जैसा कि आपको विदित है विगत दिनों से खुदरा इलैक्ट्रानिक भुगतान उत्पादों में पहुँच और मात्रा की दृष्टि से काफी वृद्धि हो रही है। दे
मई 06, 2010
वापस लिया गया w.e.f. 16/11/2021
सदस्य बैंकों के क्लीयरिंग दायित्वों को निपटाने के लिए क्लीरिंग हाउस प्रबंधक बैंकों द्वारा क्लीयरिंग-संबद्ध ओवरड्राफ्ट पर ब्याज लगाया जाना
आरबीआई/2009-10/452 डीपीएसएस.केका. (सीएचडी) सं. 2387/03.06.01/2009-2010 6 मई 2010 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी आरआरबी सहित सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक/ शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक / जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदया / प्रिय महोदय, सदस्य बैंकों के क्लीयरिंग दायित्वों को निपटाने के लिए क्लीरिंग हाउस प्रबंधक बैंकों द्वारा क्लीयरिंग-संबद्ध ओवरड्राफ्ट पर ब्याज लगाया जाना जैसा कि आप जानते हैं कि बैंकर्स समाशोधन गृहों के लिए एकसमान विनिय
आरबीआई/2009-10/452 डीपीएसएस.केका. (सीएचडी) सं. 2387/03.06.01/2009-2010 6 मई 2010 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी आरआरबी सहित सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक/ शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक / जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदया / प्रिय महोदय, सदस्य बैंकों के क्लीयरिंग दायित्वों को निपटाने के लिए क्लीरिंग हाउस प्रबंधक बैंकों द्वारा क्लीयरिंग-संबद्ध ओवरड्राफ्ट पर ब्याज लगाया जाना जैसा कि आप जानते हैं कि बैंकर्स समाशोधन गृहों के लिए एकसमान विनिय
अप्रैल 13, 2010
वापस लिया गया w.e.f. 16/11/2021
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण से सामना (सीएफटी)
आरबीआई/2009-10/398 डीपीएसएस.केका.सं.2232/02.27.005/2009-2010 13 अप्रैल 2010 प्रति भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत प्राधिकृत भुगतान प्रणाली के सभी संचालक अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण से सामना (सीएफटी) कृपया 22 दिसम्बर 2009 के हमारे पत्र डीपीएसएस.केका.एडी.1320/02.27.005/2009-10 का अवलोकन कीजिए। 2. वित्तीय कार्रवाई टॉस्क फोर्स (एफएटीएफ) ने इस विषय पर 18 फरवरी 2010 को एक और वक्तव्य जारी किया है
आरबीआई/2009-10/398 डीपीएसएस.केका.सं.2232/02.27.005/2009-2010 13 अप्रैल 2010 प्रति भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत प्राधिकृत भुगतान प्रणाली के सभी संचालक अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक / आतंकवाद के वित्तपोषण से सामना (सीएफटी) कृपया 22 दिसम्बर 2009 के हमारे पत्र डीपीएसएस.केका.एडी.1320/02.27.005/2009-10 का अवलोकन कीजिए। 2. वित्तीय कार्रवाई टॉस्क फोर्स (एफएटीएफ) ने इस विषय पर 18 फरवरी 2010 को एक और वक्तव्य जारी किया है
दिसंबर 22, 2009
वापस लिया गया w.e.f. 16/11/2021
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंडों / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानकों / आतंकवाद के वित्तपोषण से सामना (सीएफटी) के बारे में धन-शोधन निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2009 द्वारा यथा संशोधित धन-शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत भुगतान प्रणाली संचालकों के दायित्व
आरबीआई/2009-10/269 डीपीएसएस.केका.एडी.सं./1320/02.27.005/2009-10 22 दिसम्बर 2009 प्रति भुगतान प्रणाली के सभी संचालक भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत प्राधिकृत महोदया / प्रिय महोदय, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंडों / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानकों / आतंकवाद के वित्तपोषण से सामना (सीएफटी) के बारे में धन-शोधन निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2009 द्वारा यथा संशोधित धन-शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत भुगतान प्रणाली संचालकों के दायित्व भुगतान और निपट
आरबीआई/2009-10/269 डीपीएसएस.केका.एडी.सं./1320/02.27.005/2009-10 22 दिसम्बर 2009 प्रति भुगतान प्रणाली के सभी संचालक भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत प्राधिकृत महोदया / प्रिय महोदय, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंडों / धनशोधन निवारण (एएमएल) मानकों / आतंकवाद के वित्तपोषण से सामना (सीएफटी) के बारे में धन-शोधन निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2009 द्वारा यथा संशोधित धन-शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत भुगतान प्रणाली संचालकों के दायित्व भुगतान और निपट
दिसंबर 18, 2009
वापस लिया गया w.e.f. 16/11/2021
आर टी जी एस (RTGS) संव्यवहारों के लिए सेवा अवधि में विस्तार
आरबीआई/2009-10/ 265 भु.नि.प्र.वि.(आर.टी.जी.एस.) सं. 1313 /04.04.002/2009-10 18 दिसंबर 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर टी जी एस के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, आर टी जी एस (RTGS) संव्यवहारों के लिए सेवा अवधि में विस्तार कृपया उपरोक्त विषय पर 28 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र RBI / 2008-09 / 362 (DPSS CO RTGS No. 1288 / 04.04.002 / 2008-2009) देखें । शनिवार को आर टी जी एस के द्वारा किये गये कारोबार की मात्रा और आर टी जी एस संव्यवहार की समयावधि की
आरबीआई/2009-10/ 265 भु.नि.प्र.वि.(आर.टी.जी.एस.) सं. 1313 /04.04.002/2009-10 18 दिसंबर 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर टी जी एस के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, आर टी जी एस (RTGS) संव्यवहारों के लिए सेवा अवधि में विस्तार कृपया उपरोक्त विषय पर 28 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र RBI / 2008-09 / 362 (DPSS CO RTGS No. 1288 / 04.04.002 / 2008-2009) देखें । शनिवार को आर टी जी एस के द्वारा किये गये कारोबार की मात्रा और आर टी जी एस संव्यवहार की समयावधि की
नवंबर 11, 2009
वापस लिया गया w.e.f. 18/02/2022
आर टी जी एस प्रणाली - हिताधिकातरी खाता संख्या अनिवार्य
आरबीआई/2009-10/215 भु.नि.प्र.वि. (के.का). आर.टी.जी.एस. सं.949/04.04.002/2009-10 11 नवंबर 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर टी जी एस के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, आर टी जी एस प्रणाली - हिताधिकातरी खाता संख्या अनिवार्य वर्तमान में आर टी जी एस का आर41 (R41) मैसेज फार्मेट में हिताधिकारी का खाता संख्या नहीं दिये जाने पर भी संव्यवहारों की अनुमति देता है। इसके अलावा यदि मैसेज अनुपयुक्त फील्ड में भी दिये गये है तो भी मैसेज जाते रहते हैं। 2. आर टी
आरबीआई/2009-10/215 भु.नि.प्र.वि. (के.का). आर.टी.जी.एस. सं.949/04.04.002/2009-10 11 नवंबर 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर टी जी एस के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, आर टी जी एस प्रणाली - हिताधिकातरी खाता संख्या अनिवार्य वर्तमान में आर टी जी एस का आर41 (R41) मैसेज फार्मेट में हिताधिकारी का खाता संख्या नहीं दिये जाने पर भी संव्यवहारों की अनुमति देता है। इसके अलावा यदि मैसेज अनुपयुक्त फील्ड में भी दिये गये है तो भी मैसेज जाते रहते हैं। 2. आर टी
जुलाई 29, 2009
वापस लिया गया w.e.f. 16/11/2021
इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा ( ईसीएस ) – इनपुट डाटा की सत्यता और ईसीएस मेंडेट/ फाइलों में खाता संख्या सूचना की पूर्णता
RBI/2009-10/109भु.नि.प्र.वि.(के.का.) ईपीपीडी सं.191/04.01.01/2009-2010 जुलाई 29, 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यक बैंक एवं क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक /ईसीएस /एन- ईसीएस के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा ( ईसीएस ) – इनपुट डाटा की सत्यता और ईसीएस मेंडेट/ फाइलों में खाता संख्या सूचना की पूर्णता ईसीएस की शुरूआत नब्बे के दशक में थोक और बार-बार लेनदेनों को इलेक्ट्रॉनिक रूप
RBI/2009-10/109भु.नि.प्र.वि.(के.का.) ईपीपीडी सं.191/04.01.01/2009-2010 जुलाई 29, 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यक बैंक एवं क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक /ईसीएस /एन- ईसीएस के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा ( ईसीएस ) – इनपुट डाटा की सत्यता और ईसीएस मेंडेट/ फाइलों में खाता संख्या सूचना की पूर्णता ईसीएस की शुरूआत नब्बे के दशक में थोक और बार-बार लेनदेनों को इलेक्ट्रॉनिक रूप
जून 25, 2009
वापस लिया गया w.e.f. 16/11/2021
राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा ( एनईसीएस ) – इष्टतम प्रयोग और विस्तार
भु.नि.प्र.वि. (ईपीपीडी) सं. - 2283 /04.01.04 / 2008-2009 जून 25, 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन ई सी एस के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा ( एनईसीएस ) – इष्टतम प्रयोग और विस्तार आपको ज्ञात ही है, राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा (एनईसीएस) की शुरुआत सितंबर 2008 में बार-बार आने वाले और थोक भुगतान लिखतों के केन्द्रीयकृत प्रसंस्करण लिए हुआ था। एनईसीएस मुंबई में केन्द्रीयकृत रूप से ईसीएस फाइलें प्रस्तुत करने क
भु.नि.प्र.वि. (ईपीपीडी) सं. - 2283 /04.01.04 / 2008-2009 जून 25, 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन ई सी एस के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा ( एनईसीएस ) – इष्टतम प्रयोग और विस्तार आपको ज्ञात ही है, राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा (एनईसीएस) की शुरुआत सितंबर 2008 में बार-बार आने वाले और थोक भुगतान लिखतों के केन्द्रीयकृत प्रसंस्करण लिए हुआ था। एनईसीएस मुंबई में केन्द्रीयकृत रूप से ईसीएस फाइलें प्रस्तुत करने क
जून 16, 2009
वापस लिया गया w.e.f. 18/02/2022
आर टी जी एस संव्यवहार
आर. बी. आई. /2008-09/ 499 भु.नि.प्र.वि. (आर.टी जी.एस.) सं. 2246 /02.10.02/2008-09 16 जून 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्यक बैंक एवं क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक आर.टी.जी.एस. के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, आर टी जी एस संव्यवहार RTGS Transactions आर. टी. जी. एस. कारोबार दिशानिदेशों के अनुसार यदि किसी कारण से कोई निधि हिताधिकारी के खाते म
आर. बी. आई. /2008-09/ 499 भु.नि.प्र.वि. (आर.टी जी.एस.) सं. 2246 /02.10.02/2008-09 16 जून 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्यक बैंक एवं क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक आर.टी.जी.एस. के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, आर टी जी एस संव्यवहार RTGS Transactions आर. टी. जी. एस. कारोबार दिशानिदेशों के अनुसार यदि किसी कारण से कोई निधि हिताधिकारी के खाते म
मई 11, 2009
वापस लिया गया w.e.f. 18/02/2022
ग्राहक संव्यवहारों के लिए अंतर-बैंक विंडो का प्रयोग
आर. बी. आई. /2008-09/ 476 भु.नि.प्र.वि.(आर.टीजी.एस.सं.1959 /04.04.002/2008-2009 11 मई 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी महोदय/महोदया, ग्राहक संव्यवहारों के लिए अंतर-बैंक विंडो का प्रयोग Usage of Inter-bank window for customer transactions कृपया उपरोक्त विषय पर 10 जनवरी 2009 के हमारे परिपत्र circular No. RBI / 2008 - 09 / 362 को देखें जो विभिन्न आरटीजीएस संव्यवहारों के लिए समय सीमा में विस्तार के बारे में था। 1. हमें जानकारी
आर. बी. आई. /2008-09/ 476 भु.नि.प्र.वि.(आर.टीजी.एस.सं.1959 /04.04.002/2008-2009 11 मई 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी महोदय/महोदया, ग्राहक संव्यवहारों के लिए अंतर-बैंक विंडो का प्रयोग Usage of Inter-bank window for customer transactions कृपया उपरोक्त विषय पर 10 जनवरी 2009 के हमारे परिपत्र circular No. RBI / 2008 - 09 / 362 को देखें जो विभिन्न आरटीजीएस संव्यवहारों के लिए समय सीमा में विस्तार के बारे में था। 1. हमें जानकारी
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