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मास्टर परिपत्र

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जुलाई 01, 2013
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2013-14/108संदर्भ मौनीवि. सं. 366/07.01.279/2013-14 1 जुलाई 2013 10 आषाढ़ 1935 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र कृपया निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा पर दिनांक 2 जुलाई 2012 का मास्टर परिपत्र सं.एमपीडी सं.356/07.01.279/2012-13 देखें। इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2013 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन किया गया है। इस विषय
भारिबैं/2013-14/108संदर्भ मौनीवि. सं. 366/07.01.279/2013-14 1 जुलाई 2013 10 आषाढ़ 1935 (शक) सभी अनुसूचित बैंकों के अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा संबंधी मास्टर परिपत्र कृपया निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधा पर दिनांक 2 जुलाई 2012 का मास्टर परिपत्र सं.एमपीडी सं.356/07.01.279/2012-13 देखें। इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2013 तक जारी किये गये सभी अनुदेशों/दिशा-निर्देशों को समेकित और अद्यतन किया गया है। इस विषय
जुलाई 01, 2013
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार
भारिबैं /2013-14/97 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 7 /03.05.33/2013-14 1 जुलाई 2013 अध्यक्ष क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय , मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में बैंकों को समय-समय पर कई दिशा-निर्देश / अनुदेश / निदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से इस संबंध में विद्यमान दिशा-निर्देशों /अनुदेशों /निदेशों को समाहित करते हुए एक मास्टर परिपत्र त
भारिबैं /2013-14/97 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 7 /03.05.33/2013-14 1 जुलाई 2013 अध्यक्ष क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय , मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में बैंकों को समय-समय पर कई दिशा-निर्देश / अनुदेश / निदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से इस संबंध में विद्यमान दिशा-निर्देशों /अनुदेशों /निदेशों को समाहित करते हुए एक मास्टर परिपत्र त
जुलाई 01, 2013
मास्टर परि‍पत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप
आरबीआई/2013-14/61 बैंपवि‍वि‍.सं.एफएसडी. बीसी. 05/24.01.001/2013-14 1 जुलाई 2013 10 आषाढ़ 1935 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/ महोदया मास्टर परि‍पत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप कृपया 2 जुलाई 2012 का मास्टर परि‍पत्र सं बैंपवि‍वि‍. एफएसडी.बीसी. सं. 24/24.01.001/2012-13 देखें जि‍समें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2012 तक बैंकों को जारी कि‍ए गए अनुदेश/दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ए गए हैं। इस मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2013 तक जारी
आरबीआई/2013-14/61 बैंपवि‍वि‍.सं.एफएसडी. बीसी. 05/24.01.001/2013-14 1 जुलाई 2013 10 आषाढ़ 1935 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/ महोदया मास्टर परि‍पत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप कृपया 2 जुलाई 2012 का मास्टर परि‍पत्र सं बैंपवि‍वि‍. एफएसडी.बीसी. सं. 24/24.01.001/2012-13 देखें जि‍समें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2012 तक बैंकों को जारी कि‍ए गए अनुदेश/दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ए गए हैं। इस मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2013 तक जारी
जुलाई 01, 2013
मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को उधार
भारिबैं / 2013-14 /96 ग्राआऋवि.सं.एमएसएमई एण्ड एनएफएस.बीसी. 5/ 06.02.31/2013-14 1 जुलाई 2013 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को उधार जैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार से संबंधित मामलों में समय-समय पर दिशा-निर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किए हैं । बैंकों को सभी वर्त
भारिबैं / 2013-14 /96 ग्राआऋवि.सं.एमएसएमई एण्ड एनएफएस.बीसी. 5/ 06.02.31/2013-14 1 जुलाई 2013 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को उधार जैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार से संबंधित मामलों में समय-समय पर दिशा-निर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किए हैं । बैंकों को सभी वर्त
जुलाई 01, 2013
बैंकिग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36(1) (क) के अन्तर्गत जारी दिशानिर्देश- विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम, 2010 के प्रावधानों का कार्यान्वयन
भारिबै/2013-14/93 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 23/14.08.001/2012-13 1 जुलाई 201310 आषाढ़ 1935 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, बैंकिग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36(1) (क) के अन्तर्गत जारी दिशानिर्देश- विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम, 2010 के प्रावधानों का कार्यान्वयन कृपया 2 जुलाई 2012 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं.12/14.08.001/2012-13 देखें, जिसमें विदेशी अंश
भारिबै/2013-14/93 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 23/14.08.001/2012-13 1 जुलाई 201310 आषाढ़ 1935 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, बैंकिग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36(1) (क) के अन्तर्गत जारी दिशानिर्देश- विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम, 2010 के प्रावधानों का कार्यान्वयन कृपया 2 जुलाई 2012 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं.12/14.08.001/2012-13 देखें, जिसमें विदेशी अंश
जुलाई 01, 2013
मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआई/2013-14/109बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 8/21.04.141/2013-14 1 जुलाई 201310 आषाढ़ 1935 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 2 जुलाई 2012 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 13/21.04.141/2012-2013 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर बैं
आरबीआई/2013-14/109बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 8/21.04.141/2013-14 1 जुलाई 201310 आषाढ़ 1935 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 2 जुलाई 2012 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 13/21.04.141/2012-2013 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर बैं
जुलाई 02, 2012
बैंकों के क्रेडि‍ट कार्ड परि‍चालन पर मास्टर परि‍पत्र
आरबीआई/2012-13/71 बैंपवि‍वि. सं.एफएसडी. बीसी. 23/24.01.011/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वि‍त्तीय कंपनि‍याँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के क्रेडि‍ट कार्ड परि‍चालन पर मास्टर परि‍पत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडि‍ट कार्ड परि‍चालन पर 1 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि. एफएसडी. बीसी.14/24.01.011/2011-12 देखें जि‍समें 30 जून 2011 तक बैंकों को जारी कि‍ए गए अनुदेशों/दि‍शानि‍र्देशों को समेकि‍त
आरबीआई/2012-13/71 बैंपवि‍वि. सं.एफएसडी. बीसी. 23/24.01.011/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वि‍त्तीय कंपनि‍याँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के क्रेडि‍ट कार्ड परि‍चालन पर मास्टर परि‍पत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडि‍ट कार्ड परि‍चालन पर 1 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि. एफएसडी. बीसी.14/24.01.011/2011-12 देखें जि‍समें 30 जून 2011 तक बैंकों को जारी कि‍ए गए अनुदेशों/दि‍शानि‍र्देशों को समेकि‍त
जुलाई 02, 2012
मास्टर परि‍पत्र - अग्रि‍मों पर ब्याज दरें
आरबीआई/2012-13/70बैपवि‍वि‍ . सं. डीआइआर. बीसी. 5/13.03.00/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परि‍पत्र - अग्रि‍मों पर ब्याज दरें कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍ .सं. डीआइआर. बीसी. 5/13.03.00-2011-12 देखें जि‍समें अग्रि‍मों पर ब्याज दरों के संबंध में बैंकों को 30 जून 2011 तक जारी कि‍ये गये अनुदेश/दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ये गये थे। 30 जून 2012 तक जारी कि‍ये गये अनुदेशो
आरबीआई/2012-13/70बैपवि‍वि‍ . सं. डीआइआर. बीसी. 5/13.03.00/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परि‍पत्र - अग्रि‍मों पर ब्याज दरें कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍ .सं. डीआइआर. बीसी. 5/13.03.00-2011-12 देखें जि‍समें अग्रि‍मों पर ब्याज दरों के संबंध में बैंकों को 30 जून 2011 तक जारी कि‍ये गये अनुदेश/दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ये गये थे। 30 जून 2012 तक जारी कि‍ये गये अनुदेशो
जुलाई 02, 2012
बैंकिग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36(1) (क) के अन्तर्गत जारी दिशानिर्देश- विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम, 2010 के प्रावधानों का कार्यान्वयन
भारिबै/2012-13/44संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 12 /14.08.001/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकिग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36(1) (क) के अन्तर्गत जारी दिशानिर्देश- विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम, 2010 के प्रावधानों का कार्यान्वयन कृपया 1 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं.1/14.08.001/2010-11 देखें, जिसमें विदेशी अंशद
भारिबै/2012-13/44संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 12 /14.08.001/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकिग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36(1) (क) के अन्तर्गत जारी दिशानिर्देश- विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम, 2010 के प्रावधानों का कार्यान्वयन कृपया 1 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं.1/14.08.001/2010-11 देखें, जिसमें विदेशी अंशद
जुलाई 02, 2012
इरादतन चूककर्ताओं से संबंधि‍त मास्टर परि‍पत्र
आरबीआई /2012-13/43बैंपवि‍वि‍.सं.सीआइडी. बीसी. 10/20.16.003/2012-13  2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) i)  सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii)  अखि‍ल भारतीय अधि‍सूचि‍त वि‍त्तीय संस्थाएँ महोदय इरादतन चूककर्ताओं से संबंधि‍त मास्टर परि‍पत्र जैसा कि‍ आप जानते हैं, भारतीय रि‍ज़र्व बैंक ने बैंकों और वि‍त्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परि‍पत्र जारी कि‍ए हैं जि‍नमें इरादतन चूककर्ताओं से संबंधि‍त
आरबीआई /2012-13/43बैंपवि‍वि‍.सं.सीआइडी. बीसी. 10/20.16.003/2012-13  2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) i)  सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii)  अखि‍ल भारतीय अधि‍सूचि‍त वि‍त्तीय संस्थाएँ महोदय इरादतन चूककर्ताओं से संबंधि‍त मास्टर परि‍पत्र जैसा कि‍ आप जानते हैं, भारतीय रि‍ज़र्व बैंक ने बैंकों और वि‍त्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परि‍पत्र जारी कि‍ए हैं जि‍नमें इरादतन चूककर्ताओं से संबंधि‍त

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 24, 2024

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