वर्ष 2014-15 के दौरान निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र के निष्पादन से संबंधित आंकड़े जारी - आरबीआई - Reserve Bank of India
वर्ष 2014-15 के दौरान निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र के निष्पादन से संबंधित आंकड़े जारी
1 सितंबर 2015 वर्ष 2014-15 के दौरान निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र के निष्पादन से संबंधित आंकड़े जारी भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर वर्ष 2014-15 के दौरान गैर-वित्तीय निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र के निष्पादन से संबंधित आंकड़े जारी किए हैं। मुख्य अंश: • बिक्री/राजस्व
• व्यय: कच्चे माल के व्यय की वृद्धि दर में कमी और स्टाफ लागत से वर्ष 2014-15 में कुल व्यय वृद्धि में कमी आई (सारणी 1क)। • ईबीआईटीडीए (ब्याज, कर, अवमूल्यन और परिशोधन पूर्व अर्जन) में सेवा (गैर-आईटी) क्षेत्र के निष्पादन में हुए सुधार के कारण समग्र स्तर पर वृद्धि देखी गई (सारणी 2क)। • ब्याज व्यय:
• निवल लाभ
• ईबीआईटीडीए मार्जिन से मापित मूल्यनिर्धारण क्षमता सीमा में रही (सारणी 1ख)। निवल लाभ मार्जिन समग्र स्तर पर उन्हीं स्तरों पर रहा और सेवा (गैर-सूचना प्रौद्योगिकी) क्षेत्र (सारणी 2ख) में सुधार हुआ। वर्ष 2014-15 के दौरान गैर-वित्तीय निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र के कार्यनिष्पादन का विश्लेषण करने संबंधी आलेख को लंबी समयावधि में कॉर्पोरेट क्षेत्र की बिक्री, व्यय और लाभ मार्जिन की उभरती प्रवृत्ति के साथ भारतीय रिज़र्व बैंक बुलेटिन के अक्टूबर 2015 अंक में प्रकाशित किया जाएगा। संकलित आंकड़े 2,925 सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय (एनजीएनएफ) कंपनियों के संक्षिप्त वित्तीय परिणामों पर आधारित हैं। तुलना करने के लिए वर्ष 2013-14 के समान आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। परिणामों की घोषणा की तारीख के आधार पर इन वर्षों में कंपनियों का कवरेज़ कुछ हद तक भिन्न-भिन्न रहा है, तथापि इससे समग्र स्थिति में उल्लेखनीय परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। आंकड़ों के संकलन के लिए अपनाई गई संक्षिप्त पद्धति को शामिल करने वाली ‘व्याख्यात्मक टिप्पणियां’ और शब्दावली अंत में दी गई हैं।
संगीता दास प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/552 |