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दिसंबर 30, 2005
STCBs/DCCBs - Financial Inclusion - Trilingual Forms / Brochures / Pamphlets
RBI /2005-06/269 RPCD.RF.BC.60/07.38.01/2005-06 December 30, 2005All State and District Central Co-operative BanksDear Sir Financial Inclusion - Trilingual Forms / Brochures / Pamphlets Please refer to our Circular RPCD.RF.BC.54/07.38.01/2005-06 dated December 13, 2005 wherein banks were advised to make available a basic banking 'no-frills' account either with 'nil' or very low minimum balances as well as charges that would make such accounts accessible to vast sectio
RBI /2005-06/269 RPCD.RF.BC.60/07.38.01/2005-06 December 30, 2005All State and District Central Co-operative BanksDear Sir Financial Inclusion - Trilingual Forms / Brochures / Pamphlets Please refer to our Circular RPCD.RF.BC.54/07.38.01/2005-06 dated December 13, 2005 wherein banks were advised to make available a basic banking 'no-frills' account either with 'nil' or very low minimum balances as well as charges that would make such accounts accessible to vast sectio
दिसंबर 27, 2005
छोटे उधारखातों के लिए एकबारगी समझौता योजना और नए ऋण हेतु पात्रता
भारिबैं / 2005-06 / 241 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी. सं. 56/06.02.31/2005-06 दिसंबर 27, 2005अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) महोदय, छोटे उधारखातों के लिए एकबारगी समझौता योजना और नए ऋण हेतु पात्रता छोटे उधारकर्ताओं को बैंकों के पास उनके अनर्जक आस्ति खातों का निपटान करने और नए वित्त का पात्र होने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों को (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क
भारिबैं / 2005-06 / 241 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी. सं. 56/06.02.31/2005-06 दिसंबर 27, 2005अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) महोदय, छोटे उधारखातों के लिए एकबारगी समझौता योजना और नए ऋण हेतु पात्रता छोटे उधारकर्ताओं को बैंकों के पास उनके अनर्जक आस्ति खातों का निपटान करने और नए वित्त का पात्र होने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों को (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क
दिसंबर 09, 2005
जनता की जमाराशियों या जमाराशियों की परिपक्वतापूर्व अदायगी
भारिबैं/2005-2006/231 गैबैंपवि. (नीति प्रभाग)कं.परि.सं./ 60 /02.01. /2005-2006 9 दिसंबर 2005सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ, विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँं प्रिय महोदय जनता की जमाराशियों या जमाराशियों की परिपक्वतापूर्व अदायगी कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 5 अक्तूबर 2004 के हमारे परिपत्र सं. गैबैंपवि.(नीति प्रभाग) कं.परि. सं. 44/02.01/2004-2005 का अवलोकन करें। उल्लिखित परिपत्र के पैराग्राफ 3(5) में यह विहित है कि एकमात्र/जमाकर्ताओं में से जिस
भारिबैं/2005-2006/231 गैबैंपवि. (नीति प्रभाग)कं.परि.सं./ 60 /02.01. /2005-2006 9 दिसंबर 2005सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ, विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँं प्रिय महोदय जनता की जमाराशियों या जमाराशियों की परिपक्वतापूर्व अदायगी कृपया आप उपर्युक्त विषय पर 5 अक्तूबर 2004 के हमारे परिपत्र सं. गैबैंपवि.(नीति प्रभाग) कं.परि. सं. 44/02.01/2004-2005 का अवलोकन करें। उल्लिखित परिपत्र के पैराग्राफ 3(5) में यह विहित है कि एकमात्र/जमाकर्ताओं में से जिस
नवंबर 21, 2005
बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन

आरबीआइ/2005-06/211 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 49/24.01.011/2005-06 21 नवंबर 2005 30 कार्तिक 1927 (शक) सभी वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन वार्षिक नीति वक्तव्य 2004-05 में की गई घोषणा के अनुसरण में भारतीय रिज़र्व बैंक ने कार्डों के लिए विनियामक तंत्र पर एक कार्य दल गठित किया था । उक्त कार्य दल ने विभिन्न विनियामक उपाय सुझाये थे, जिनका उद्देश्य एक सुरक्षित, निश्चिंत और कार्यक्षम तरीके स

आरबीआइ/2005-06/211 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 49/24.01.011/2005-06 21 नवंबर 2005 30 कार्तिक 1927 (शक) सभी वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन वार्षिक नीति वक्तव्य 2004-05 में की गई घोषणा के अनुसरण में भारतीय रिज़र्व बैंक ने कार्डों के लिए विनियामक तंत्र पर एक कार्य दल गठित किया था । उक्त कार्य दल ने विभिन्न विनियामक उपाय सुझाये थे, जिनका उद्देश्य एक सुरक्षित, निश्चिंत और कार्यक्षम तरीके स

नवंबर 11, 2005
वित्तीय सेवाएँ प्रदान करना
भारिबैं/204/2005-06 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 44/ 09.07.005/2005-06 11 नवंबर 2005 20 कार्तिक 1927 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, वित्तीय सेवाएँ प्रदान करना कृपया वर्ष 2005-06 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 96 देखें । 2.अप्रैल 2005 के वार्षिक नीति वक्तव्य में आबादी के एक बड़े भाग को अपनी ओर आकर्षित करने के बजाय उसे अपने से दूर करने की बैंकिंग कार्यप्रणाली की प्रवृत्तियों पर चिंता व्यक्त करते हुए, बैं
भारिबैं/204/2005-06 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 44/ 09.07.005/2005-06 11 नवंबर 2005 20 कार्तिक 1927 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, वित्तीय सेवाएँ प्रदान करना कृपया वर्ष 2005-06 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 96 देखें । 2.अप्रैल 2005 के वार्षिक नीति वक्तव्य में आबादी के एक बड़े भाग को अपनी ओर आकर्षित करने के बजाय उसे अपने से दूर करने की बैंकिंग कार्यप्रणाली की प्रवृत्तियों पर चिंता व्यक्त करते हुए, बैं
नवंबर 02, 2005
स्वर्ण आभूषणों और गहनों पर अग्रिम
भारिबैं/2005-06/196 बैंपविवि. सं. आइबीडी. बीसी. 663/23.67.001/2005-062 नवंबर 2005 11 कार्तिक 1927 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, स्वर्ण आभूषणों और गहनों पर अग्रिम कृपया उपर्युक्त विषय पर 22 नवंबर 1994 का हमारा परिपत्र डीबीओडी. सं. बीपी. बीसी. 138/21.01.023/94 देखें । तत्काल संदर्भ के लिए संलग्न पूर्ववर्ती-परिपत्रों का भी अवलोकन करें ।2. जैसा कि आप जानते हैं, स्वर्ण आभूषणों का प्रमाणांकन कैरटेज
भारिबैं/2005-06/196 बैंपविवि. सं. आइबीडी. बीसी. 663/23.67.001/2005-062 नवंबर 2005 11 कार्तिक 1927 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, स्वर्ण आभूषणों और गहनों पर अग्रिम कृपया उपर्युक्त विषय पर 22 नवंबर 1994 का हमारा परिपत्र डीबीओडी. सं. बीपी. बीसी. 138/21.01.023/94 देखें । तत्काल संदर्भ के लिए संलग्न पूर्ववर्ती-परिपत्रों का भी अवलोकन करें ।2. जैसा कि आप जानते हैं, स्वर्ण आभूषणों का प्रमाणांकन कैरटेज
अक्‍तूबर 25, 2005
ओएलटीएएस - प्रत्यक्ष कर चालान के लिए ड्रॉप बॉक्स सुविधा
आरबीआई/2005-06/188 डीजीबीए.जीएडी.सं.H-412/42.01.034/2005-06 25 अक्टूबर 2005 कार्तिक 3, 1927 (एस) अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक जम्मू और कश्मीर बैंक लिमिटेडसहित सभी एजेंसी बैंक महोदय, ओएलटीएएस - प्रत्यक्ष कर चालान के लिए ड्रॉप बॉक्स सुविधा आयकर निदेशालय (सिस्टमस) द्वारा यह रिपोर्ट किया गया है कि ऑन लाइन टैक्स अकाउंटिंग सिस्टम (ओएलटीएएस) के तहत पैन/टीएएन  संबन्धित बड़ी संख्या में डेटा प्रविष्टि त्रुटियां पायी गई हैं। ऐसी त्रुटियों का एक कारण करदाता द्वारा शाखाओ
आरबीआई/2005-06/188 डीजीबीए.जीएडी.सं.H-412/42.01.034/2005-06 25 अक्टूबर 2005 कार्तिक 3, 1927 (एस) अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक जम्मू और कश्मीर बैंक लिमिटेडसहित सभी एजेंसी बैंक महोदय, ओएलटीएएस - प्रत्यक्ष कर चालान के लिए ड्रॉप बॉक्स सुविधा आयकर निदेशालय (सिस्टमस) द्वारा यह रिपोर्ट किया गया है कि ऑन लाइन टैक्स अकाउंटिंग सिस्टम (ओएलटीएएस) के तहत पैन/टीएएन  संबन्धित बड़ी संख्या में डेटा प्रविष्टि त्रुटियां पायी गई हैं। ऐसी त्रुटियों का एक कारण करदाता द्वारा शाखाओ
अक्‍तूबर 06, 2005
सरकारी व्यवसाय का संचालन - करदाताओं को ई-भुगतान की सुविधा प्रदान करना - इंटरनेट बैंकिंग के लिए दिशानिर्देश
आरबीआई/2005-06/174 डीजीबीए.जीएडी.सं.एच3095/41.07.001/2005-06 06 अक्टूबर 2005 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक सभी एजेंसी बैंक महोदय, सरकारी व्यवसाय का संचालन - करदाताओं को ई-भुगतान की सुविधा प्रदान करना - इंटरनेट बैंकिंग के लिए दिशानिर्देश हमें एजेंसी बैंकों से सरकारी विभागों की ओर से करों के संग्रहण के लिए ई-भुगतान व्यवस्था शुरू करने के लिए हमारी अनुमति के लिए पत्र प्राप्त हो रहे हैं। 2. इस संबंध में, हमें लगता है कि ई-भुगतान प्रणाली के तहत ग्राहकों को मिलने व
आरबीआई/2005-06/174 डीजीबीए.जीएडी.सं.एच3095/41.07.001/2005-06 06 अक्टूबर 2005 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक सभी एजेंसी बैंक महोदय, सरकारी व्यवसाय का संचालन - करदाताओं को ई-भुगतान की सुविधा प्रदान करना - इंटरनेट बैंकिंग के लिए दिशानिर्देश हमें एजेंसी बैंकों से सरकारी विभागों की ओर से करों के संग्रहण के लिए ई-भुगतान व्यवस्था शुरू करने के लिए हमारी अनुमति के लिए पत्र प्राप्त हो रहे हैं। 2. इस संबंध में, हमें लगता है कि ई-भुगतान प्रणाली के तहत ग्राहकों को मिलने व
सितंबर 03, 2005
छोटे और मध्यम उद्यम खातों के लिए एक बारगी निपटान संबंधी दिशानिर्देश
भारिबैं / 2005-06 / 153 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 39/06.02.31/2005-06 सितंबर 3 , 2005 12 भाद्र 1927 (शक)सरकारी क्षेत्र के सभी बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशकमहोदय, छोटे और मध्यम उद्यम खातों के लिए एक बारगी निपटान योजना संबंधी दिशानिर्देशकृपया 19 अगस्त 2005 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि. पीएलएनएफएस. बीसी. सं. 31/ 06.02.31/ 2005-06 का पैरा सं. 8 देखें । तदनुसार 10 करोड़ रु. से कम की अनर्जक आस्तियों की वसूली के लिए एक बारगी समझौता योजना प्रस्तावित है जिसे सरकारी क्षेत
भारिबैं / 2005-06 / 153 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 39/06.02.31/2005-06 सितंबर 3 , 2005 12 भाद्र 1927 (शक)सरकारी क्षेत्र के सभी बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशकमहोदय, छोटे और मध्यम उद्यम खातों के लिए एक बारगी निपटान योजना संबंधी दिशानिर्देशकृपया 19 अगस्त 2005 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि. पीएलएनएफएस. बीसी. सं. 31/ 06.02.31/ 2005-06 का पैरा सं. 8 देखें । तदनुसार 10 करोड़ रु. से कम की अनर्जक आस्तियों की वसूली के लिए एक बारगी समझौता योजना प्रस्तावित है जिसे सरकारी क्षेत
अगस्त 23, 2005
अपने ग्राहक को जानिए के संबंध में दिशानिर्देश - धन शोधन निवारण मानदंड
भारिबैं/2005-06/135संदर्भ : बैंपविवि.सं.एएमएल.बीसी. 28 /14.01.001/2005-06 23 अगस्त 2005 1 भाद्र 1927 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, अपने ग्राहक को जानिए के संबंध में दिशानिर्देश - धन शोधन निवारण मानदंडवफ्पया उपर्युक्त विषय पर 29 नवंबर 2004 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं. एएमएल. बीसी. 58/14.01.001/2004-05 देखें । उपर्युक्त परिपत्र के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे खाता खोलते समय अनुपालन हेतु एक ग्रा
भारिबैं/2005-06/135संदर्भ : बैंपविवि.सं.एएमएल.बीसी. 28 /14.01.001/2005-06 23 अगस्त 2005 1 भाद्र 1927 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, अपने ग्राहक को जानिए के संबंध में दिशानिर्देश - धन शोधन निवारण मानदंडवफ्पया उपर्युक्त विषय पर 29 नवंबर 2004 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं. एएमएल. बीसी. 58/14.01.001/2004-05 देखें । उपर्युक्त परिपत्र के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे खाता खोलते समय अनुपालन हेतु एक ग्रा

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