2015-16 की चौथी तिमाही में निजी कंपनियों का कार्य निष्पादन एक मिश्रित तस्वीर : भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़े रिलीज - आरबीआई - Reserve Bank of India
2015-16 की चौथी तिमाही में निजी कंपनियों का कार्य निष्पादन एक मिश्रित तस्वीर : भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़े रिलीज
01 जुलाई 2016 2015-16 की चौथी तिमाही में निजी कंपनियों का कार्य निष्पादन निजी कंपनी क्षेत्र में एक बदलाव का संकेत है और चार तिमाहियों के लगातार संकुचन के बाद 2015-16 की चौथी तिमाही में समग्र स्तर पर सकारात्मक बिक्री वृद्धि दर्ज की गई है : सभी क्षेत्रों में ऑपरेटिंग प्रॉफिट वृद्धि में समग्र स्तर पर सुधार जारी रहा, जो मुख्य रूप से सुधार बिक्री वृद्धि और कच्चे माल के खर्च में निरंतर संकुचन के कारण रहा। सेवा क्षेत्र (आईटी के अलावा अन्य) ने मुख्य रूप से समग्र स्तर पर वर्ष दर वर्ष ब्याज व्यय की वृद्धि में योगदान दिया है और इस क्षेत्र ने शुद्ध मुनाफे में कमी दर्ज की। यह निष्कर्ष, 2015-16 (जनवरी-मार्च 2016) की चौथी तिमाही के दौरान गैर -वित्तीय निजी कॉर्पोरेट व्यापार क्षेत्र के कार्यनिष्पादन के डेटा से प्रकट हुए है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा आज अपनी वेबसाइट पर जारी किया गया। मुख्य मुख्य बातें बिक्री
व्यय
परिचालनगत लाभ
ब्याज
निवल लाभ
मूल्यनिर्धारण क्षमता
रिजर्व बैंक सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर -वित्तीय कंपनियों के संक्षिप्त वित्तीय परिणामों पर आधारित डेटा को हर तिमाही में संकलित और रिलीज है। आज जारी आंकड़े ऐसे ही 2,710 गैर-सरकारी गैर-वित्तीय (एनजीएनएफ) कंपनियों के संक्षिप्त वित्तीय परिणामों पर आधारित हैं। सूचीबद्ध तुलना करने के लिए वर्ष 2014-15 की चौथी तिमाही और 2015-16 की तीसरी तिमाही के समान आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। परिणामों की घोषणा की तारीख के आधार पर इन वर्षों में कंपनियों का कवरेज कुछ हद तक भिन्न-भिन्न रहा है। तथापि इससे समग्र स्थिति में उल्लेखनीय परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। आंकड़ों के संकलन के लिए अपनाई गई संक्षिप्त पद्धति को शामिल करने वाली ‘व्याख्यात्मक टिप्पणियां’ और शब्दावली (संशोधित परिभाषाओं और परिकलनों सहित, जो पूर्ववर्ती प्रकाशनियों से भिन्न हैं) अंत में दी गई हैं। सारणियों की सूची नीचे दी गई है :
अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी: 2016-2017/10 |