अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
अक्तूबर 20, 2016
एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म पर सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों की सहभागिता
भारिबैं/2016-17/86 एफएमआरडी.डीआइआरडी.08/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया, एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म पर सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों की सहभागिता भारतीय रिज़र्व बैंक के परिपत्र एफएमआरडी.डीआइआरडी. 06/14.03.007/2014-15 दिनांक 20 मार्च 2015 के अनुसार एफपीआइ को इस समय सरकारी प्रतिभूतियों में ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार में T+2 निपटान के साथ लेन देन करने की अनुमति है । 2. जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के ल
भारिबैं/2016-17/86 एफएमआरडी.डीआइआरडी.08/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया, एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म पर सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों की सहभागिता भारतीय रिज़र्व बैंक के परिपत्र एफएमआरडी.डीआइआरडी. 06/14.03.007/2014-15 दिनांक 20 मार्च 2015 के अनुसार एफपीआइ को इस समय सरकारी प्रतिभूतियों में ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार में T+2 निपटान के साथ लेन देन करने की अनुमति है । 2. जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के ल
अक्तूबर 20, 2016
एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल – गिल्ट खाताधारकों (जीएएच) तक पहुँच
भारिबैं/2016-17/87 एफएमआरडी.डीआइआरडी.07/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल – गिल्ट खाताधारकों (जीएएच) तक पहुँच जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के लिए प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य (पैराग्राफ 36) में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि प्राथमिक सदस्यों (पीएम) के लिए यह बाध्यकर बना दिया जाये कि वे अपने घटक गिल्ट खाताधारकों (व्यक्तियों को छोड़ कर) को समर्थक बाजार में सरकारी प्रतिभूतिय
भारिबैं/2016-17/87 एफएमआरडी.डीआइआरडी.07/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल – गिल्ट खाताधारकों (जीएएच) तक पहुँच जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के लिए प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य (पैराग्राफ 36) में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि प्राथमिक सदस्यों (पीएम) के लिए यह बाध्यकर बना दिया जाये कि वे अपने घटक गिल्ट खाताधारकों (व्यक्तियों को छोड़ कर) को समर्थक बाजार में सरकारी प्रतिभूतिय
अक्तूबर 20, 2016
सेबी (एफवीसीआई) विनियमावली, 2000 के अंतर्गत पंजीकृत विदेशी जोखिम पूंजी निवेशकों (एफवीसीआई) द्वारा निवेश
भा.रि.बैंक/2016-17/89 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.07 20 अक्तूबर 2016 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी–I बैंक महोदया/महोदय, सेबी (एफवीसीआई) विनियमावली, 2000 के अंतर्गत पंजीकृत विदेशी जोखिम पूंजी निवेशकों (एफवीसीआई) द्वारा निवेश सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या. श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं॰ फेमा 20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनि
भा.रि.बैंक/2016-17/89 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.07 20 अक्तूबर 2016 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी–I बैंक महोदया/महोदय, सेबी (एफवीसीआई) विनियमावली, 2000 के अंतर्गत पंजीकृत विदेशी जोखिम पूंजी निवेशकों (एफवीसीआई) द्वारा निवेश सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या. श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं॰ फेमा 20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनि
अक्तूबर 20, 2016
रुपया आहरण व्यवस्था (RDA) – व्यापार संबंधी विप्रेषण सीमाएं
भा.रि.बैंक/2016-17/91 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.09 20 अक्तूबर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, रुपया आहरण व्यवस्था (RDA) – व्यापार संबंधी विप्रेषण सीमाएं सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी (प्रा.व्या.श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान 21 मई 2015 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र संख्या 102 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें, प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को रुपया आहरण व्यवस्था (RDA) के तहत निर्धारित सीमाओं से अधिक राशि के भुगतनों को भी नियमित करने की अनुमति
भा.रि.बैंक/2016-17/91 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.09 20 अक्तूबर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, रुपया आहरण व्यवस्था (RDA) – व्यापार संबंधी विप्रेषण सीमाएं सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी (प्रा.व्या.श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान 21 मई 2015 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र संख्या 102 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें, प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को रुपया आहरण व्यवस्था (RDA) के तहत निर्धारित सीमाओं से अधिक राशि के भुगतनों को भी नियमित करने की अनुमति
अक्तूबर 20, 2016
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) – विस्तार एवं परिवर्तन
भा.रि.बैंक/2016-17/92 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.10 20 अक्तूबर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) – विस्तार एवं परिवर्तन सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या.श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान दिनांक 30 नवम्बर 2015 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.32 के अनुलग्नक के पैराग्राफ सी.14, एफ़.18 एवं एफ़.19 तथा ‘बाह्य वाणिज्यिक उधार, व्यापार ऋण, प्राधिकृत व्यापारियों तथा प्राधिकृत व्यापारियों से इतर व्यक्तियों द्वारा विदेशी
भा.रि.बैंक/2016-17/92 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.10 20 अक्तूबर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) – विस्तार एवं परिवर्तन सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या.श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान दिनांक 30 नवम्बर 2015 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.32 के अनुलग्नक के पैराग्राफ सी.14, एफ़.18 एवं एफ़.19 तथा ‘बाह्य वाणिज्यिक उधार, व्यापार ऋण, प्राधिकृत व्यापारियों तथा प्राधिकृत व्यापारियों से इतर व्यक्तियों द्वारा विदेशी
अक्तूबर 20, 2016
विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतान का तरीका) विनियमावली, 2016
भा.रि.बैंक/2016-17/93 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.11 [(1)/14(आर)] 20 अक्तूबर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतान का तरीका) विनियमावली, 2016 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या.श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान दिनांक 16 मई 2000 के ए.डी. (एम.ए. सीरीज़) परिपत्र सं.11 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें प्राधिकृत व्यापारियों को विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम,1999 (जिसे इसके पश्चात अधिनियम कहा गया है) के तहत जारी
भा.रि.बैंक/2016-17/93 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.11 [(1)/14(आर)] 20 अक्तूबर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध (प्राप्ति और भुगतान का तरीका) विनियमावली, 2016 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या.श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान दिनांक 16 मई 2000 के ए.डी. (एम.ए. सीरीज़) परिपत्र सं.11 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें प्राधिकृत व्यापारियों को विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम,1999 (जिसे इसके पश्चात अधिनियम कहा गया है) के तहत जारी
अक्तूबर 20, 2016
अन्य वित्तीय सेवाओं में विदेशी निवेश
भा.रि.बैंक/2016-17/90 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.08 20 अक्तूबर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, अन्य वित्तीय सेवाओं में विदेशी निवेश सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी–I बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित एवं समय-समय पर यथासंशोधित, विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 (मूल विनियमावली) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. मूल विनियमावल
भा.रि.बैंक/2016-17/90 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.08 20 अक्तूबर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, अन्य वित्तीय सेवाओं में विदेशी निवेश सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी–I बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित एवं समय-समय पर यथासंशोधित, विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 (मूल विनियमावली) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. मूल विनियमावल
अक्तूबर 20, 2016
Review of sectoral caps and simplification of Foreign Direct Investment (FDI) Policy
RBI/2016-17/88 A.P. (DIR Series) Circular No. 6 October 20, 2016 To All Category - I Authorised Dealer Banks Madam/Sir, Review of sectoral caps and simplification of Foreign Direct Investment (FDI) Policy Attention of Authorised Dealer Category - I (AD Category-I) banks is invited to the Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident outside India) Regulations, 2000, notified by the Reserve Bank vide Notification No. FEMA. 20/2000-RB d
RBI/2016-17/88 A.P. (DIR Series) Circular No. 6 October 20, 2016 To All Category - I Authorised Dealer Banks Madam/Sir, Review of sectoral caps and simplification of Foreign Direct Investment (FDI) Policy Attention of Authorised Dealer Category - I (AD Category-I) banks is invited to the Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident outside India) Regulations, 2000, notified by the Reserve Bank vide Notification No. FEMA. 20/2000-RB d
अक्तूबर 06, 2016
आयात डेटा प्रॉसेसिंग और निगरानी प्रणाली (IDPMS)
भा.रि.बैंक/2016-17/78 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 05 06 अक्तूबर 2016 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी–I बैंक महोदया/महोदय, आयात डेटा प्रॉसेसिंग और निगरानी प्रणाली (IDPMS)सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या. श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के साथ पठित दिनांक 28 अप्रैल 2016 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र संख्या 65, माल के आयात के संबंध में भारत सरकार की दिनांक 03 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर.381(ई) के मार
भा.रि.बैंक/2016-17/78 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 05 06 अक्तूबर 2016 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी–I बैंक महोदया/महोदय, आयात डेटा प्रॉसेसिंग और निगरानी प्रणाली (IDPMS)सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या. श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के साथ पठित दिनांक 28 अप्रैल 2016 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र संख्या 65, माल के आयात के संबंध में भारत सरकार की दिनांक 03 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर.381(ई) के मार
सितंबर 30, 2016
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI’s) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश
भा.रि.बैंक/2016-17/72 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.04 30 सितंबर 2016 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी–I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI’s) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं॰ फेमा 20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 अनुसूची-5 की ओर आकृष्ट किया जाता है। विदे
भा.रि.बैंक/2016-17/72 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.04 30 सितंबर 2016 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी–I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI’s) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं॰ फेमा 20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 अनुसूची-5 की ओर आकृष्ट किया जाता है। विदे
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 09, 2025