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नवंबर 05, 2015
भारत – म्यांमार सीमा पर हो रहे वस्तु-विनिमय व्यापार को सामान्य व्यापार में बदलना
भारिबैंक/2015-16/230 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 26 5 नवंबर 2015 विदेशी मुद्रा का कारोबार करने वाले सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारत – म्यांमार सीमा पर हो रहे वस्तु-विनिमय व्यापार को सामान्य व्यापार में बदलना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 17 मई 1997 के ए.डी. (जीपी सीरीज) परिपत्र सं. 8 के साथ पठित 16 अक्तूबर 2000 के ए.पी. (डीआआर सीरीज) परिपत्र सं.17 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार यह विनिर्दिष्ट किया गया था कि म्यांमार और भारत के बीच सीमा पर व्या
भारिबैंक/2015-16/230 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 26 5 नवंबर 2015 विदेशी मुद्रा का कारोबार करने वाले सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, भारत – म्यांमार सीमा पर हो रहे वस्तु-विनिमय व्यापार को सामान्य व्यापार में बदलना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 17 मई 1997 के ए.डी. (जीपी सीरीज) परिपत्र सं. 8 के साथ पठित 16 अक्तूबर 2000 के ए.पी. (डीआआर सीरीज) परिपत्र सं.17 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार यह विनिर्दिष्ट किया गया था कि म्यांमार और भारत के बीच सीमा पर व्या
नवंबर 05, 2015
सॉफ्टवेयर का निर्यात – थोक में सॉफ़्टेक्स फ़ाइल करना – और उदारीकरण
भारिबैंक/2015-16/231 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 27 5 नवंबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी – I बैंक महोदया/महोदय, सॉफ्टवेयर का निर्यात – थोक में सॉफ़्टेक्स फ़ाइल करना – और उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 15 फरवरी 2012 के ए.पी.(डीआआर सीरीज) परिपत्र सं.80, 1 जनवरी 2013 के ए.पी.(डीआआर सीरीज) परिपत्र सं.66 और 13 सितंबर 2013 के ए.पी.(डीआआर सीरीज) परिपत्र सं.43 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार वर्ष में अखिल भारतीय आधार पर न्यूनतम 1000 करोड़ रुपये के वार
भारिबैंक/2015-16/231 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 27 5 नवंबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी – I बैंक महोदया/महोदय, सॉफ्टवेयर का निर्यात – थोक में सॉफ़्टेक्स फ़ाइल करना – और उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 15 फरवरी 2012 के ए.पी.(डीआआर सीरीज) परिपत्र सं.80, 1 जनवरी 2013 के ए.पी.(डीआआर सीरीज) परिपत्र सं.66 और 13 सितंबर 2013 के ए.पी.(डीआआर सीरीज) परिपत्र सं.43 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार वर्ष में अखिल भारतीय आधार पर न्यूनतम 1000 करोड़ रुपये के वार
नवंबर 05, 2015
जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : विदेशी मुद्रा उधार की हेजिंग के लिए निवासियों को सुविधाओं में रियायत
भारिबैं/2015-16/232 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.28 5 नवंबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : विदेशी मुद्रा उधार की हेजिंग के लिए निवासियों को सुविधाओं में रियायत प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) विनियम, 2000 दिनांक 3 मई 2000 (अधिसूचना सं.फेमा/25/आरबी-2000 दिनांक 3 मई 2000) और ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.
भारिबैं/2015-16/232 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.28 5 नवंबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : विदेशी मुद्रा उधार की हेजिंग के लिए निवासियों को सुविधाओं में रियायत प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) विनियम, 2000 दिनांक 3 मई 2000 (अधिसूचना सं.फेमा/25/आरबी-2000 दिनांक 3 मई 2000) और ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.
नवंबर 05, 2015
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2015-16/228 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 25 05 नवंबर 2015 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों (प्रा व्या श्रेणी-I) का ध्यान 3 सितंबर 2015 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 10 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 27 अगस्त 2015 से रुपया का मूल्य 81.3268160 रुपए नियत किय
भारिबैंक/2015-16/228 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 25 05 नवंबर 2015 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों (प्रा व्या श्रेणी-I) का ध्यान 3 सितंबर 2015 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 10 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 27 अगस्त 2015 से रुपया का मूल्य 81.3268160 रुपए नियत किय
अक्‍तूबर 30, 2015
विदेशी मुद्रा प्रबंधन (किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का हस्तांतरण या निर्गम) भारत के बाहर निवासी) (दसवां संशोधन) विनियम, 2015
RESERVE BANK OF INDIA FOREIGN EXCHANGE DEPARTMENT CENTRAL OFFICE MUMBAI-400 001 Notification No. FEMA.354/2015-RB October 30, 2015 Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident outside India) (Tenth Amendment) Regulations, 2015 In exercise of the powers conferred by clause (b) of sub-section (3) of Section 6 and Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999), the Reserve Bank of India hereby makes the following a
RESERVE BANK OF INDIA FOREIGN EXCHANGE DEPARTMENT CENTRAL OFFICE MUMBAI-400 001 Notification No. FEMA.354/2015-RB October 30, 2015 Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident outside India) (Tenth Amendment) Regulations, 2015 In exercise of the powers conferred by clause (b) of sub-section (3) of Section 6 and Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999), the Reserve Bank of India hereby makes the following a
अक्‍तूबर 29, 2015
विदेशी विधि फ़र्मों (law firms) को संपर्क कार्यालयों (LOs) हेतु नई अनुमति न देना / दी गई अनुमति का नवीकरण न करना - उच्चतम न्यायालय के निर्देश
भारिबैंक/2015-16/215 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 23 29 अक्तूबर 2015 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी विधि फ़र्मों (law firms) को संपर्क कार्यालयों (LOs) हेतु नई अनुमति न देना / दी गई अनुमति का नवीकरण न करना - उच्चतम न्यायालय के निर्देश माननीय उच्चतम न्यायालय ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया बनाम ए.के.बालाजी एवं अन्य (A.K. Balaji & Ors) के मामले में 4 जुलाई 2012 एवं 14 सितंबर 2015 के अपने अन्तरिम आदेशों में भारतीय रिज़र्व बैंक को यह निर्देश दिया
भारिबैंक/2015-16/215 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 23 29 अक्तूबर 2015 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी विधि फ़र्मों (law firms) को संपर्क कार्यालयों (LOs) हेतु नई अनुमति न देना / दी गई अनुमति का नवीकरण न करना - उच्चतम न्यायालय के निर्देश माननीय उच्चतम न्यायालय ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया बनाम ए.के.बालाजी एवं अन्य (A.K. Balaji & Ors) के मामले में 4 जुलाई 2012 एवं 14 सितंबर 2015 के अपने अन्तरिम आदेशों में भारतीय रिज़र्व बैंक को यह निर्देश दिया
अक्‍तूबर 29, 2015
अनिवासी भारतीयों (NRIs) द्वारा राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में अभिदान
भारिबैंक/2015-16/216 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 24 29 अक्तूबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीयों (NRIs) द्वारा राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में अभिदान प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. वृद्ध
भारिबैंक/2015-16/216 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 24 29 अक्तूबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीयों (NRIs) द्वारा राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में अभिदान प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. वृद्ध
अक्‍तूबर 21, 2015
विदेशी देयताओं और परिसंपत्तियों के संबंध में वार्षिक विवरणी (FLA विवरणी) – सीमित देयता भागीदारी फ़र्मों द्वारा रिपोर्टिंग
भारिबैंक/2015-16/210 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 22 21 अक्तूबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी देयताओं और परिसंपत्तियों के संबंध में वार्षिक विवरणी (FLA विवरणी) – सीमित देयता भागीदारी फ़र्मों द्वारा रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 18 जून 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 145 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें भारतीय कंपनियों द्वारा परिसंपत्तियों और देयताओं संबंधी विवरणी (FLA) को भरने के लिए फ़ार्मेट विनिर्दि
भारिबैंक/2015-16/210 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 22 21 अक्तूबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी देयताओं और परिसंपत्तियों के संबंध में वार्षिक विवरणी (FLA विवरणी) – सीमित देयता भागीदारी फ़र्मों द्वारा रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 18 जून 2014 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 145 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें भारतीय कंपनियों द्वारा परिसंपत्तियों और देयताओं संबंधी विवरणी (FLA) को भरने के लिए फ़ार्मेट विनिर्दि
अक्‍तूबर 08, 2015
जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : वायदा संविदा दर्ज करना - उदारीकरण
भारिबैं/2015-16/201 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.20 दिनांक 8 अक्तूबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : वायदा संविदा दर्ज करना - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी कैट-।) बैंकों का ध्यान वायदा संविदा दर्ज करने – उदारीकरण के संबंध में समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) विनियम 2000 दिनांक 3 मई 2000 (अधिसूचना सं.फेमा/25/आरबी-2000 दिनांक 3 मई 2000) और ए.पी.(डीआइआर स
भारिबैं/2015-16/201 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.20 दिनांक 8 अक्तूबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : वायदा संविदा दर्ज करना - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी कैट-।) बैंकों का ध्यान वायदा संविदा दर्ज करने – उदारीकरण के संबंध में समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदा) विनियम 2000 दिनांक 3 मई 2000 (अधिसूचना सं.फेमा/25/आरबी-2000 दिनांक 3 मई 2000) और ए.पी.(डीआइआर स
अक्‍तूबर 08, 2015
एशियाई समाशोधन संघ (ACU) के जरिए लेनदेनों (संव्यवहार) की चैनलिंग के लिए क्रियाविधि ज्ञापन
भारिबैंक/2015-16/203 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 21 8 अक्तूबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महेदया/महोदय एशियाई समाशोधन संघ (ACU) के जरिए लेनदेनों (संव्यवहार) की चैनलिंग के लिए क्रियाविधि ज्ञापनप्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 17 फरवरी 2010 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 35 के द्वारा जारी और तदुपरांत 18 अक्तूबर 2013 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 63 के द्वारा संशोधित 'एशियाई समाशोधन संघ (ACU) के जरिए लेनदेनों की चैनलिंग के लिए वि
भारिबैंक/2015-16/203 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 21 8 अक्तूबर 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महेदया/महोदय एशियाई समाशोधन संघ (ACU) के जरिए लेनदेनों (संव्यवहार) की चैनलिंग के लिए क्रियाविधि ज्ञापनप्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 17 फरवरी 2010 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 35 के द्वारा जारी और तदुपरांत 18 अक्तूबर 2013 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 63 के द्वारा संशोधित 'एशियाई समाशोधन संघ (ACU) के जरिए लेनदेनों की चैनलिंग के लिए वि

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: अगस्त 02, 2024

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