अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
मई 21, 2014
नामित बैंकों/एजेंसियों/एंटिटीज़ द्वारा स्वर्ण का आयात
भारिबैंक/2013-14/600ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 133 21 मई 2014 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक जो विदेशी मुद्रा के प्राधिकृत व्यापारी हैं/स्वर्ण के आयात के लिए नामित सभी एजेंसियाँ महोदया/महोदय, नामित बैंकों/एजेंसियों/एंटिटीज़ द्वारा स्वर्ण का आयात प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान, उल्लिखित विषय पर रिज़र्व बैंक के 14 अगस्त 2013 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 25 तथा अनुवर्ती परिपत्रों की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक को स्वर्ण के आयात स
भारिबैंक/2013-14/600ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 133 21 मई 2014 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक जो विदेशी मुद्रा के प्राधिकृत व्यापारी हैं/स्वर्ण के आयात के लिए नामित सभी एजेंसियाँ महोदया/महोदय, नामित बैंकों/एजेंसियों/एंटिटीज़ द्वारा स्वर्ण का आयात प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान, उल्लिखित विषय पर रिज़र्व बैंक के 14 अगस्त 2013 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 25 तथा अनुवर्ती परिपत्रों की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक को स्वर्ण के आयात स
मई 19, 2014
समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश - भारतीय पार्टी के रूप में सीमित देयता भागीदारी फर्म (LLP)
भारिबैंक/2013-14/595 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.131 19 मई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश - भारतीय पार्टी के रूप में सीमित देयता भागीदारी फर्म (LLP) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं फेमा.120/आरबी-2004 के ज़रिए रिजर्व बैंक द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने प
भारिबैंक/2013-14/595 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.131 19 मई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश - भारतीय पार्टी के रूप में सीमित देयता भागीदारी फर्म (LLP) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं फेमा.120/आरबी-2004 के ज़रिए रिजर्व बैंक द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने प
मई 09, 2014
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति–घरेलू बैंकिंग प्रणाली सेलिए गएरुपया ऋणों का पुनर्वित्तपोषण/अदायगी
भारिबैंक/2013-14/585ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 129 9 मई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति–घरेलू बैंकिंग प्रणालीसेलिए गएरुपया ऋणों का पुनर्वित्तपोषण/अदायगी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 25 जनवरी 2010 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 28, 22 जुलाई 2010 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 4, 23 सितंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 25, 20 अप्रैल 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.111,
भारिबैंक/2013-14/585ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 129 9 मई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति–घरेलू बैंकिंग प्रणालीसेलिए गएरुपया ऋणों का पुनर्वित्तपोषण/अदायगी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 25 जनवरी 2010 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 28, 22 जुलाई 2010 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 4, 23 सितंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 25, 20 अप्रैल 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.111,
मई 09, 2014
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति - ईसीबी का पुनर्निर्धारण (Re-schedulement of ECB) - क्रियाविधि का सरलीकरण
भारिबैंक/2013-14/584ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.128 9 मई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति - ईसीबी का पुनर्निर्धारण (Re-schedulement of ECB) - क्रियाविधि का सरलीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 9 फरवरी 2010 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.33 में अंतर्विष्ट अनुदेशों की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों को, अनुमोदन और स्वचालित दोनों मार्गों के तहत पहले लिये गये बाह्
भारिबैंक/2013-14/584ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.128 9 मई 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति - ईसीबी का पुनर्निर्धारण (Re-schedulement of ECB) - क्रियाविधि का सरलीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 9 फरवरी 2010 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.33 में अंतर्विष्ट अनुदेशों की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों को, अनुमोदन और स्वचालित दोनों मार्गों के तहत पहले लिये गये बाह्
मई 02, 2014
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश- ईक्विटी शेयरों/पूर्णत: और अधिदेशात्मक रूप से परिवर्तनीय अधिमानी शेयरों/पूर्णत: और अधिदेशात्मक रूप से परिवर्तनीय डिबेंचरों के अंतरण के लिए रिपोर्टिंग प्रणाली
भारिबैंक/2013-14/577ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.127 2 मई 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश-ईक्विटी शेयरों/पूर्णत: और अधिदेशात्मक रूप से परिवर्तनीय अधिमानी शेयरों/पूर्णत:और अधिदेशात्मक रूप से परिवर्तनीय डिबेंचरों के अंतरण के लिए रिपोर्टिंग प्रणाली प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान निम्नलिखित मौजूदा अनुदेशों की ओर आकृष्ट किया जाता है: ए. 6 सितंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.38 के अनुसार कोई अन
भारिबैंक/2013-14/577ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.127 2 मई 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश-ईक्विटी शेयरों/पूर्णत: और अधिदेशात्मक रूप से परिवर्तनीय अधिमानी शेयरों/पूर्णत:और अधिदेशात्मक रूप से परिवर्तनीय डिबेंचरों के अंतरण के लिए रिपोर्टिंग प्रणाली प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान निम्नलिखित मौजूदा अनुदेशों की ओर आकृष्ट किया जाता है: ए. 6 सितंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.38 के अनुसार कोई अन
अप्रैल 25, 2014
क्रास बार्डर वायर ट्रांस्फर्स की रिपोर्टिंग (Reporting of Cross Border Wire Transfers)
भारिबैंक/2013-14/574ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 126 25 अप्रैल 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, क्रास बार्डर वायर ट्रांस्फर्स की रिपोर्टिंग (Reporting of Cross Border Wire Transfers) कृपया "फिननेट गेटवे पर रिपोर्टों को अपलोड" करने से संबंधित 10 जनवरी 2013 का हमारा ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.72 देखें जिसमें सभी प्राधिकृत व्यक्तियों को सूचित किया गया था कि वे एफआईयू-आईएनडी की अपेक्षानुसार केवल फिननेट गेटवे का प्रयोग करते हुए रिपोर्टों को अपलोड करें। 2. धन
भारिबैंक/2013-14/574ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 126 25 अप्रैल 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, क्रास बार्डर वायर ट्रांस्फर्स की रिपोर्टिंग (Reporting of Cross Border Wire Transfers) कृपया "फिननेट गेटवे पर रिपोर्टों को अपलोड" करने से संबंधित 10 जनवरी 2013 का हमारा ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.72 देखें जिसमें सभी प्राधिकृत व्यक्तियों को सूचित किया गया था कि वे एफआईयू-आईएनडी की अपेक्षानुसार केवल फिननेट गेटवे का प्रयोग करते हुए रिपोर्टों को अपलोड करें। 2. धन
अप्रैल 25, 2014
क्रास बार्डर वायर ट्रांस्फर्स की रिपोर्टिंग (Reporting of Cross Border Wire Transfers)
भारिबैंक/2013-14/573ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 125 25 अप्रैल 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, क्रास बार्डर वायर ट्रांस्फर्स की रिपोर्टिंग (Reporting of Cross Border Wire Transfers) कृपया "फिननेट गेटवे पर रिपोर्टों को अपलोड" करने से संबंधित 10 जनवरी 2013 का हमारा ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.73 देखें जिसमें सभी प्राधिकृत व्यक्तियों, जो धन अंतरण सेवा योजना (MTTS) के तहत भारतीय एजेंट हैं, को सूचित किया गया था
भारिबैंक/2013-14/573ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 125 25 अप्रैल 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, क्रास बार्डर वायर ट्रांस्फर्स की रिपोर्टिंग (Reporting of Cross Border Wire Transfers) कृपया "फिननेट गेटवे पर रिपोर्टों को अपलोड" करने से संबंधित 10 जनवरी 2013 का हमारा ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.73 देखें जिसमें सभी प्राधिकृत व्यक्तियों, जो धन अंतरण सेवा योजना (MTTS) के तहत भारतीय एजेंट हैं, को सूचित किया गया था
अप्रैल 21, 2014
फार्मास्युटिकल क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2013-14/567ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.124 21 अप्रैल 2014 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, फार्मास्युटिकल क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 9 दिसंबर 2011 के ए॰पी॰ (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.56 तथा समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) व
भारिबैंक/2013-14/567ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.124 21 अप्रैल 2014 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, फार्मास्युटिकल क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 9 दिसंबर 2011 के ए॰पी॰ (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.56 तथा समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) व
अप्रैल 16, 2014
सीमित देयता भागीदारी फर्म (LLP) में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
भारिबैंक/2013-14/566 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.123 16 अप्रैल 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, सीमित देयता भागीदारी फर्म (LLP) में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की अनुसूची I की ओर आकृष्ट किया जाता है। मौज
भारिबैंक/2013-14/566 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.123 16 अप्रैल 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, सीमित देयता भागीदारी फर्म (LLP) में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की अनुसूची I की ओर आकृष्ट किया जाता है। मौज
अप्रैल 10, 2014
बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा
भारिबैंक/2013-14/561ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 121 10 अप्रैल 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार हेतु समग्र लागत की उच्चतम सीमा से संबंधित 30 सितंबर 2013 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 58 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 30 मार्च 2012 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 99
भारिबैंक/2013-14/561ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 121 10 अप्रैल 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति – समग्र लागत की उच्चतम सीमा की समीक्षा प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार हेतु समग्र लागत की उच्चतम सीमा से संबंधित 30 सितंबर 2013 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 58 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि 30 मार्च 2012 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 99
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: मई 16, 2025