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मास्टर परिपत्र

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जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में संघों/संस्थाओं द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों के दायित्व
आरबीआइ/2010-2011/64 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं.1/14.08.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) और सभी वित्तीय संस्थाएँ महोदय मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में संघों/संस्थाओं द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों के दायित्व कृपया 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं.
आरबीआइ/2010-2011/64 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं.1/14.08.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) और सभी वित्तीय संस्थाएँ महोदय मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में संघों/संस्थाओं द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों के दायित्व कृपया 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं.
जुलाई 01, 2010
माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2010-11/52 ग्राआऋवि.सं. एफआइडी.बीसी.सं. 05/12.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो ऋण पर अनेक दिशा-निर्देश/अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा-निर्देशों/अनुदेशों को समाहित करते हुए एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जो संलग्न है। इस मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2010-11/52 ग्राआऋवि.सं. एफआइडी.बीसी.सं. 05/12.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो ऋण पर अनेक दिशा-निर्देश/अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा-निर्देशों/अनुदेशों को समाहित करते हुए एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है जो संलग्न है। इस मास्टर परिपत्र
जुलाई 01, 2010
बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2010-11/61 बैंपविवि. सं.एफएसडी. बीसी. 16/24.01.011/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एफएसडी. बीसी.19/24.01.011/2009-10 देखें जिसमें 30 जून 2009 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। इस
आरबीआइ/2010-11/61 बैंपविवि. सं.एफएसडी. बीसी. 16/24.01.011/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एफएसडी. बीसी.19/24.01.011/2009-10 देखें जिसमें 30 जून 2009 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। इस
जुलाई 01, 2010
इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2010-11/57 बैंपविवि.सं.डीएल बीसी.20/20.16.003/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) i) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बेंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii) अखिल भारतीय अधिसूचित वित्तीय संस्थाएँ महोदय इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परिपत्र जारी किए हैं जिनमें इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित विषयों पर अनुदेश निहित हैं। बैंकों/वित्
आरबीआइ/2010-11/57 बैंपविवि.सं.डीएल बीसी.20/20.16.003/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) i) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बेंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii) अखिल भारतीय अधिसूचित वित्तीय संस्थाएँ महोदय इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परिपत्र जारी किए हैं जिनमें इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित विषयों पर अनुदेश निहित हैं। बैंकों/वित्
जुलाई 01, 2010
भारत में विदेशी निवेश संबंधी मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2010-11/13 मास्टर परिपत्र सं. 13/2010-11 01 जुलाई  2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी- I बैंक महोदया /महोदय भारत में विदेशी निवेश संबंधी मास्टर परिपत्र भारत में विदेशी निवेश समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई  2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा (3) द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं। विनियामक ढांचे और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी अनुदेशों को इस मास्टर परिपत्र में समेकित किया गया है। इ
आरबीआइ/2010-11/13 मास्टर परिपत्र सं. 13/2010-11 01 जुलाई  2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी- I बैंक महोदया /महोदय भारत में विदेशी निवेश संबंधी मास्टर परिपत्र भारत में विदेशी निवेश समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई  2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा (3) द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं। विनियामक ढांचे और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी अनुदेशों को इस मास्टर परिपत्र में समेकित किया गया है। इ
जुलाई 01, 2010
मांग/नोटिस मुद्रा बाज़ार के परिचालन पर मास्‍टर परिपत्र
आरबीआइ/2010-11/85 संदर्भ : आंऋप्रवि.डीओडी.सं.12/11.08.36/2010-11 1 जुलाई 2010 सभी अनुसूचित वाणिज्‍य बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ सहकारी बैंकों/प्राथमिक व्‍यापारियों के अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक महोदय मांग/नोटिस मुद्रा बाज़ार के परिचालन पर मास्‍टर परिपत्र जैसा कि आपको विदित है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने मांग/नोटिस मुद्रा बाज़ार से संबंधित मामलों पर समय-समय पर अनेक दिशा-निर्देश/अनुदेश/निर्देश जारी किए हैं ।  इस संबंध में पात्र संस्‍थाओं को एक ही जगह पर
आरबीआइ/2010-11/85 संदर्भ : आंऋप्रवि.डीओडी.सं.12/11.08.36/2010-11 1 जुलाई 2010 सभी अनुसूचित वाणिज्‍य बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ सहकारी बैंकों/प्राथमिक व्‍यापारियों के अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक महोदय मांग/नोटिस मुद्रा बाज़ार के परिचालन पर मास्‍टर परिपत्र जैसा कि आपको विदित है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने मांग/नोटिस मुद्रा बाज़ार से संबंधित मामलों पर समय-समय पर अनेक दिशा-निर्देश/अनुदेश/निर्देश जारी किए हैं ।  इस संबंध में पात्र संस्‍थाओं को एक ही जगह पर
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/ विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन
आरबीआइ/2010-11/ 10 मास्टर परिपत्र सं.10/ 2010-11 01 जुलाई  2010 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - ।  बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/ विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन यह मास्टर परिपत्र अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/ विदेशी मुद्रा वास्त्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन विषय पर मौजू्दा अनुदेशों को समेकित करता है। इस मास्टर परिपत्र में निहित परिपत्रों /
आरबीआइ/2010-11/ 10 मास्टर परिपत्र सं.10/ 2010-11 01 जुलाई  2010 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - ।  बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/ विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन यह मास्टर परिपत्र अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/ विदेशी मुद्रा वास्त्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन विषय पर मौजू्दा अनुदेशों को समेकित करता है। इस मास्टर परिपत्र में निहित परिपत्रों /
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश - नया पूंजी पर्याप्तता ढांचा (एनसीएएफ)
आरबीआइ/2010-2011/62 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 15/21.06.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश - नया पूंजी पर्याप्तता ढांचा (एनसीएएफ) कृपया 8 फरवरी 2010 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. बीपी. बीसी. 73/21.06.001/2009-10 देखें, जिसके द्वारा बैंकिंग पर्यवेक्षण पर बासल समिति (बीसीबीएस) द्वारा बासल I
आरबीआइ/2010-2011/62 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 15/21.06.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता और बाज़ार अनुशासन पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश - नया पूंजी पर्याप्तता ढांचा (एनसीएएफ) कृपया 8 फरवरी 2010 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. बीपी. बीसी. 73/21.06.001/2009-10 देखें, जिसके द्वारा बैंकिंग पर्यवेक्षण पर बासल समिति (बीसीबीएस) द्वारा बासल I
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र – धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस)
आरबीआइ /2010-11/ 9 मास्टर परिपत्र सं.09 /2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना(एमटीएसएस) के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) धन अंतरण सेवा योजना विदेश से भारत में लाभार्थियों को व्यक्तिगत विप्रेषणों के अंतरण का एक शीघ्र और आसान तरीका है । भारत में केवल आवक व्यक्तिगत विप्रेषण जैसे परिवार के भरण-पोषण के लिए विप्रेषण तथा भारत का दौरा करनेवाले विदेशी पर्यटकों के पक्ष में विप्रेषण की
आरबीआइ /2010-11/ 9 मास्टर परिपत्र सं.09 /2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना(एमटीएसएस) के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) धन अंतरण सेवा योजना विदेश से भारत में लाभार्थियों को व्यक्तिगत विप्रेषणों के अंतरण का एक शीघ्र और आसान तरीका है । भारत में केवल आवक व्यक्तिगत विप्रेषण जैसे परिवार के भरण-पोषण के लिए विप्रेषण तथा भारत का दौरा करनेवाले विदेशी पर्यटकों के पक्ष में विप्रेषण की
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999  के तहत उल्लंघनों  का  कंपांउंडिंग
आरबीआइ/2010-11/7 मास्टर परिपत्र सं.07/2010-11 01 जुलाई  2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I  बैंक तथा प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999  के तहत उल्लंघनों  का  कंपांउंडिंग विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के तहत उल्लंघनों का कंपांउडिंग भारत के नागरिकों को उपलब्ध एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जिसके जरिये आवेदक फेमा, 1999 की धारा 13 (1) के तहत फेमा, 1999 के किसी प्रावधान के स्वीकृत उल्लंघन का कंपांउडिंग के
आरबीआइ/2010-11/7 मास्टर परिपत्र सं.07/2010-11 01 जुलाई  2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I  बैंक तथा प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999  के तहत उल्लंघनों  का  कंपांउंडिंग विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के तहत उल्लंघनों का कंपांउडिंग भारत के नागरिकों को उपलब्ध एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जिसके जरिये आवेदक फेमा, 1999 की धारा 13 (1) के तहत फेमा, 1999 के किसी प्रावधान के स्वीकृत उल्लंघन का कंपांउडिंग के

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