प्रेस प्रकाशनियां
(राशि ₹ करोड़ में) नीलामी का परिणाम 91 दिवसीय 182 दिवसीय 364 दिवसीय I. अधिसूचित राशि 10,000 6,000 5,000 II. प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 97 91 86 (ii) राशि 19,120.180 24,822.150 22,935.000 III. कट-ऑफ मूल्य/ प्रतिफल 98.6571 97.3083 94.7295 (परिपक्वता प्रतिफल: 5.4597%) (परिपक्वता प्रतिफल: 5.5475%) (परिपक्वता प्रतिफल: 5.5790%) IV. स्वीकृत प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 67 31 12 (ii) राशि 9,977.058 5,993.630 4,968.847 V. प्रतिस्पर्धी बोलियों का आंशिक आबंटन प्रतिशत 10.69% 87.57% 69.54%
(राशि ₹ करोड़ में) नीलामी का परिणाम 91 दिवसीय 182 दिवसीय 364 दिवसीय I. अधिसूचित राशि 10,000 6,000 5,000 II. प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 97 91 86 (ii) राशि 19,120.180 24,822.150 22,935.000 III. कट-ऑफ मूल्य/ प्रतिफल 98.6571 97.3083 94.7295 (परिपक्वता प्रतिफल: 5.4597%) (परिपक्वता प्रतिफल: 5.5475%) (परिपक्वता प्रतिफल: 5.5790%) IV. स्वीकृत प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 67 31 12 (ii) राशि 9,977.058 5,993.630 4,968.847 V. प्रतिस्पर्धी बोलियों का आंशिक आबंटन प्रतिशत 10.69% 87.57% 69.54%
I. खज़ाना बिल 91 दिवसीय 182 दिवसीय 364 दिवसीय II. अधिसूचित कुल अंकित मूल्य ₹10,000 करोड़ ₹6,000 करोड़ ₹5,000 करोड़ III. कट-ऑफ मूल्य और कट-ऑफ मूल्य पर निहित प्रतिफल 98.6571 (परिपक्वता प्रतिफल: 5.4597%) 97.3083 (परिपक्वता प्रतिफल: 5.5475%) 94.7295 (परिपक्वता प्रतिफल: 5.5790%)
I. खज़ाना बिल 91 दिवसीय 182 दिवसीय 364 दिवसीय II. अधिसूचित कुल अंकित मूल्य ₹10,000 करोड़ ₹6,000 करोड़ ₹5,000 करोड़ III. कट-ऑफ मूल्य और कट-ऑफ मूल्य पर निहित प्रतिफल 98.6571 (परिपक्वता प्रतिफल: 5.4597%) 97.3083 (परिपक्वता प्रतिफल: 5.5475%) 94.7295 (परिपक्वता प्रतिफल: 5.5790%)
रिज़र्व बैंक ने मौजूदा चलनिधि प्रबंधन ढांचा की समीक्षा के लिए एक आंतरिक कार्य दल (आईडब्ल्यूजी) का गठन किया था, जो फरवरी 2020 से परिचालन में है। 2. दल ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है और इसे आज भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर प्रकाशित किया जा रहा है। रिपोर्ट पर हितधारकों और जन सामान्य से 29 अगस्त 2025 तक ईमेल के माध्यम से टिप्पणियाँ आमंत्रित हैं। आईडब्ल्यूजी द्वारा की गई अनुशंसाओं पर रिज़र्व बैंक द्वारा अंतिम निर्णय लेने से पहले इन टिप्पणियों की जाँच की जाएगी।
रिज़र्व बैंक ने मौजूदा चलनिधि प्रबंधन ढांचा की समीक्षा के लिए एक आंतरिक कार्य दल (आईडब्ल्यूजी) का गठन किया था, जो फरवरी 2020 से परिचालन में है। 2. दल ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है और इसे आज भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर प्रकाशित किया जा रहा है। रिपोर्ट पर हितधारकों और जन सामान्य से 29 अगस्त 2025 तक ईमेल के माध्यम से टिप्पणियाँ आमंत्रित हैं। आईडब्ल्यूजी द्वारा की गई अनुशंसाओं पर रिज़र्व बैंक द्वारा अंतिम निर्णय लेने से पहले इन टिप्पणियों की जाँच की जाएगी।
अवधि 2-दिवसीय अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) 1,00,000 प्राप्त प्रस्तावों की कुल राशि (₹ करोड़ में) 67,755 स्वीकृत राशि (₹ करोड़ में) 67,755 कट ऑफ दर (%) 5.49
अवधि 2-दिवसीय अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) 1,00,000 प्राप्त प्रस्तावों की कुल राशि (₹ करोड़ में) 67,755 स्वीकृत राशि (₹ करोड़ में) 67,755 कट ऑफ दर (%) 5.49
वर्तमान और उभरती चलनिधि स्थितियों की समीक्षा के बाद, बुधवार, 6 अगस्त 2025 को निम्नानुसार परिवर्ती दर प्रतिवर्ती रेपो (वीआरआरआर) नीलामी आयोजित करने का निर्णय लिया गया है: क्रम संख्या अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) अवधि (दिन) समयावधि प्रत्यावर्तन की तारीख 1 1,00,000 2 पूर्वाह्न 11:15 से पूर्वाह्न 11:45 8 अगस्त 2025 (शुक्रवार)
वर्तमान और उभरती चलनिधि स्थितियों की समीक्षा के बाद, बुधवार, 6 अगस्त 2025 को निम्नानुसार परिवर्ती दर प्रतिवर्ती रेपो (वीआरआरआर) नीलामी आयोजित करने का निर्णय लिया गया है: क्रम संख्या अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) अवधि (दिन) समयावधि प्रत्यावर्तन की तारीख 1 1,00,000 2 पूर्वाह्न 11:15 से पूर्वाह्न 11:45 8 अगस्त 2025 (शुक्रवार)
यह वक्तव्य (i) विनियमन; (ii) वित्तीय बाजारों से संबंधित विकासात्मक और विनियामक नीतिगत उपायों को निर्धारित करता है। I. विनियमन 1. बैंकों के मृत ग्राहकों के जमा खातों के संबंध में दावों के निपटान हेतु प्रक्रिया का मानकीकरण
यह वक्तव्य (i) विनियमन; (ii) वित्तीय बाजारों से संबंधित विकासात्मक और विनियामक नीतिगत उपायों को निर्धारित करता है। I. विनियमन 1. बैंकों के मृत ग्राहकों के जमा खातों के संबंध में दावों के निपटान हेतु प्रक्रिया का मानकीकरण
नमस्कार, रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी, पारसी नववर्ष और गणेश चतुर्थी के इस माह में सभी को बधाई। यह पवित्र और शुभ माह हम सभी के लिए और हमारी अर्थव्यवस्था के लिए सौभाग्य लेकर आए।
मानसून का मौसम अच्छा चल रहा है। हम त्योहारों के मौसम के भी करीब पहुँच रहे हैं, जो आमतौर पर आर्थिक गतिविधियों में अधिक उत्साह और उछाल लाता है। यह अनुकूल घरेलू माहौल, सरकार और रिज़र्व बैंक की अनुकूल नीतियों के साथ, निकट भविष्य में भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत है, क्योंकि भू-राजनीतिक अनिश्चितताएँ कुछ हद तक कम हुई हैं, तथापि वैश्विक व्यापार संबंधी चुनौतियाँ अभी भी बनी हुई हैं। मध्यम अवधि में भी, बदलती विश्व व्यवस्था में भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी अंतर्निहित शक्ति, मज़बूत बुनियादी ढाँचे और आरामदायक बफर के समर्थन से उज्ज्वल संभावनाओं से युक्त है। अवसर मौजूद हैं, और हम नीति-निर्माण के बहु-आयामी किन्तु सुसंगत दृष्टिकोण के माध्यम से अनुकूल परिस्थितियाँ बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
नमस्कार, रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी, पारसी नववर्ष और गणेश चतुर्थी के इस माह में सभी को बधाई। यह पवित्र और शुभ माह हम सभी के लिए और हमारी अर्थव्यवस्था के लिए सौभाग्य लेकर आए।
मानसून का मौसम अच्छा चल रहा है। हम त्योहारों के मौसम के भी करीब पहुँच रहे हैं, जो आमतौर पर आर्थिक गतिविधियों में अधिक उत्साह और उछाल लाता है। यह अनुकूल घरेलू माहौल, सरकार और रिज़र्व बैंक की अनुकूल नीतियों के साथ, निकट भविष्य में भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत है, क्योंकि भू-राजनीतिक अनिश्चितताएँ कुछ हद तक कम हुई हैं, तथापि वैश्विक व्यापार संबंधी चुनौतियाँ अभी भी बनी हुई हैं। मध्यम अवधि में भी, बदलती विश्व व्यवस्था में भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी अंतर्निहित शक्ति, मज़बूत बुनियादी ढाँचे और आरामदायक बफर के समर्थन से उज्ज्वल संभावनाओं से युक्त है। अवसर मौजूद हैं, और हम नीति-निर्माण के बहु-आयामी किन्तु सुसंगत दृष्टिकोण के माध्यम से अनुकूल परिस्थितियाँ बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
मौद्रिक नीति निर्णय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की 56वीं बैठक 4 से 6 अगस्त 2025 तक श्री संजय मल्होत्रा, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक की अध्यक्षता में आयोजित की गई। एमपीसी के सदस्य डॉ. नागेश कुमार, श्री सौगत भट्टाचार्य, प्रो. राम सिंह, डॉ. पूनम गुप्ता और डॉ. राजीव रंजन बैठक में शामिल हुए।
मौद्रिक नीति निर्णय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की 56वीं बैठक 4 से 6 अगस्त 2025 तक श्री संजय मल्होत्रा, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक की अध्यक्षता में आयोजित की गई। एमपीसी के सदस्य डॉ. नागेश कुमार, श्री सौगत भट्टाचार्य, प्रो. राम सिंह, डॉ. पूनम गुप्ता और डॉ. राजीव रंजन बैठक में शामिल हुए।
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 6,01,791.98 5.22 4.00-6.25 I. मांग मुद्रा 15,815.00 5.36 4.75-5.45 II. ट्राइपार्टी रेपो 3,94,438.90 5.20 4.75-5.30 III. बाज़ार रेपो 1,88,662.53 5.26 4.00-6.00 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 2,875.55 5.43 5.37-6.25 ख. मीयादी खंड
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 6,01,791.98 5.22 4.00-6.25 I. मांग मुद्रा 15,815.00 5.36 4.75-5.45 II. ट्राइपार्टी रेपो 3,94,438.90 5.20 4.75-5.30 III. बाज़ार रेपो 1,88,662.53 5.26 4.00-6.00 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 2,875.55 5.43 5.37-6.25 ख. मीयादी खंड
दिनांक 11 जुलाई 2022 के ए.पी. (डीआईआर शृंखला) परिपत्र संख्या 10 के अनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारतीय रुपये में निर्यात/आयात के चालान, भुगतान और निपटान हेतु एक अतिरिक्त व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था के अंतर्गत, प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को सीमा-पारीय
दिनांक 11 जुलाई 2022 के ए.पी. (डीआईआर शृंखला) परिपत्र संख्या 10 के अनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारतीय रुपये में निर्यात/आयात के चालान, भुगतान और निपटान हेतु एक अतिरिक्त व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था के अंतर्गत, प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को सीमा-पारीय