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फ़र॰ 07, 2012
बैंकों में अदावी जमाराशियाँ / निष्क्रिय खाते – निष्क्रिय खातों की सूची प्रकाशित करना
आरबीआइ/2011-12/389 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 81/09.07.005/2011-12 7 फरवरी 2012 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों में अदावी जमाराशियाँ / निष्क्रिय खाते – निष्क्रिय खातों की सूची प्रकाशित करना कृपया 22 अगस्त 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं.एलईजी. बीसी. 34/09.07.005/2008-09 देखें जिसमें बैंकों को अदावी जमाराशियों / निष्क्रिय खातों पर की जानेवाली कार्रवाई के संबंध में विस्तृत अनुदेश दिये गए हैं। बैंकों को ग्राहक तथा उनके कानूनी
आरबीआइ/2011-12/389 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 81/09.07.005/2011-12 7 फरवरी 2012 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों में अदावी जमाराशियाँ / निष्क्रिय खाते – निष्क्रिय खातों की सूची प्रकाशित करना कृपया 22 अगस्त 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं.एलईजी. बीसी. 34/09.07.005/2008-09 देखें जिसमें बैंकों को अदावी जमाराशियों / निष्क्रिय खातों पर की जानेवाली कार्रवाई के संबंध में विस्तृत अनुदेश दिये गए हैं। बैंकों को ग्राहक तथा उनके कानूनी
फ़र॰ 06, 2012
बैंककारी वि‍नि‍यमन अघि‍नि‍यम, 1949 की धारा 36(1) (क) के अंतर्गत जारी दि‍शानि‍र्देश -वि‍देशी अंशदान (वि‍नि‍यमन) अधि‍नि‍यम, 2010 के प्रावधानों का कार्यान्वयन
आरबीआई/2011-12/388 बैंपवि‍वि‍. एएमएल. बीसी सं. 80/14.08.001/2011-12 6 फरवरी 2012 17 माघ 1933 (शक) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी वि‍नि‍यमन अघि‍नि‍यम, 1949 की धारा 36(1) (क) के अंतर्गत जारी दि‍शानि‍र्देश - वि‍देशी अंशदान (वि‍नि‍यमन) अधि‍नि‍यम, 2010 के प्रावधानों का कार्यान्वयन भारतीय रि‍ज़र्व बैंक, जनहि‍त में तथा इस बात से संतुष्ट होकर कि‍ ऐसा करना आवश्यक है, बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम,
आरबीआई/2011-12/388 बैंपवि‍वि‍. एएमएल. बीसी सं. 80/14.08.001/2011-12 6 फरवरी 2012 17 माघ 1933 (शक) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी वि‍नि‍यमन अघि‍नि‍यम, 1949 की धारा 36(1) (क) के अंतर्गत जारी दि‍शानि‍र्देश - वि‍देशी अंशदान (वि‍नि‍यमन) अधि‍नि‍यम, 2010 के प्रावधानों का कार्यान्वयन भारतीय रि‍ज़र्व बैंक, जनहि‍त में तथा इस बात से संतुष्ट होकर कि‍ ऐसा करना आवश्यक है, बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम,
फ़र॰ 06, 2012
Secondary market transactions in Government Securities - Short Selling
RBI/2011-12/386 IDMD.PCD. 18/14.03.07/2011-12 February 6, 2012 All market participants Dear Sir/Madam Secondary market transactions in Government Securities - Short Selling Please refer to circular IDMD.PCD.14/14.03.07/2011-12 dated December 28, 2011 on the captioned subject. 2. In this regard, the monthly report on short selling has been modified to capture the changes in the regulatory limits during the month (due to change in the outstanding amount of the G-Sec and
RBI/2011-12/386 IDMD.PCD. 18/14.03.07/2011-12 February 6, 2012 All market participants Dear Sir/Madam Secondary market transactions in Government Securities - Short Selling Please refer to circular IDMD.PCD.14/14.03.07/2011-12 dated December 28, 2011 on the captioned subject. 2. In this regard, the monthly report on short selling has been modified to capture the changes in the regulatory limits during the month (due to change in the outstanding amount of the G-Sec and
फ़र॰ 06, 2012
Transactions in Government Securities

RBI/2011-12/387 IDMD.PCD. 19 /14.03.07/2011-12 February 6, 2012 All market participants Dear Sir/Madam Transactions in Government Securities Please refer to circular IDMD.PDRS.5/10.02.01/2003-04 dated March 29, 2004 on the captioned subject. 2. In terms of para 3 and 4 of the aforementioned circular, sale of G-Sec already contracted for purchase is permitted and that the forward leg of a repo transaction is also treated as a ‘purchase’ contract. Accordingly, sale of G

RBI/2011-12/387 IDMD.PCD. 19 /14.03.07/2011-12 February 6, 2012 All market participants Dear Sir/Madam Transactions in Government Securities Please refer to circular IDMD.PDRS.5/10.02.01/2003-04 dated March 29, 2004 on the captioned subject. 2. In terms of para 3 and 4 of the aforementioned circular, sale of G-Sec already contracted for purchase is permitted and that the forward leg of a repo transaction is also treated as a ‘purchase’ contract. Accordingly, sale of G

फ़र॰ 03, 2012
भारतीय रि‍ज़र्व बैंक अधि‍नि‍यम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामि‍ल करना - इंडस्ट्रि‍यल एंड कमर्शि‍यल बैंक ऑफ चाइना लि‍मि‍टेड
आरबीआई/2011-2012/384 बैंपवि‍वि‍ . सं.आरईटी. बीसी. 77 /12.06.132/2011-12 03 फरवरी 2012 14 माघ 1933 (शक) सभी अनूसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक महोदय भारतीय रि‍ज़र्व बैंक अधि‍नि‍यम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामि‍ल करना - इंडस्ट्रि‍यल एंड कमर्शि‍यल बैंक ऑफ चाइना लि‍मि‍टेड हम सूचि‍त करते हैं कि‍ भारतीय रि‍ज़र्व बैंक अधि‍नि‍यम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "इंडस्ट्रि‍यल एंड कमर्शि‍यल बैंक ऑफ चाइना लि‍मि‍टेड" का नाम दि‍नांक 31दि‍संबर 2011 के भारत के राजपत्र (भाग III खंड 4) में प्रकाशि‍त
आरबीआई/2011-2012/384 बैंपवि‍वि‍ . सं.आरईटी. बीसी. 77 /12.06.132/2011-12 03 फरवरी 2012 14 माघ 1933 (शक) सभी अनूसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक महोदय भारतीय रि‍ज़र्व बैंक अधि‍नि‍यम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामि‍ल करना - इंडस्ट्रि‍यल एंड कमर्शि‍यल बैंक ऑफ चाइना लि‍मि‍टेड हम सूचि‍त करते हैं कि‍ भारतीय रि‍ज़र्व बैंक अधि‍नि‍यम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "इंडस्ट्रि‍यल एंड कमर्शि‍यल बैंक ऑफ चाइना लि‍मि‍टेड" का नाम दि‍नांक 31दि‍संबर 2011 के भारत के राजपत्र (भाग III खंड 4) में प्रकाशि‍त
फ़र॰ 03, 2012
Grant of Loans and Advances and Award of Contracts to Directors of Banks and their Relatives
RBI/2011-12/385 DBOD.No.BP.BC.79/21.01.001/2011-12 February 3, 2012 The Chairman and Managing Directors/ Chief Executive Officers of All Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs) Dear Sir/Madam, Grant of Loans and Advances and Award of Contracts to Directors of Banks and their Relatives Please refer to instructions contained in our circulars DBOD.No.GC.BC.34/C.408C(59)S-84 dated April 12, 1984 read with DBOD.No.BC.110/21.01.001/94 dated October 10, 1994 and DBOD.No.
RBI/2011-12/385 DBOD.No.BP.BC.79/21.01.001/2011-12 February 3, 2012 The Chairman and Managing Directors/ Chief Executive Officers of All Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs) Dear Sir/Madam, Grant of Loans and Advances and Award of Contracts to Directors of Banks and their Relatives Please refer to instructions contained in our circulars DBOD.No.GC.BC.34/C.408C(59)S-84 dated April 12, 1984 read with DBOD.No.BC.110/21.01.001/94 dated October 10, 1994 and DBOD.No.
फ़र॰ 03, 2012
वाणि‍ज्य बैंकों द्वारा दि‍ये गये आवास ऋण - मूल्य के प्रति‍ ऋण (एलटीवी) अनुपात
आरबीआई सं. 2011-12/383बैंपवि‍वि‍ . सं. बीपी. बीसी. 78 /08.12.001/2011-12 3 फरवरी 2012 14 माघ 1933 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध नि‍देशक/मुख्य कार्यपालक अधि‍कारीसभी वाणि‍ज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय/महोदया वाणि‍ज्य बैंकों द्वारा दि‍ये गये आवास ऋण - मूल्य के प्रति‍ ऋण (एलटीवी) अनुपात कृपया "बैंकों द्वारा दि‍ये गये आवास ऋण - एलटीवी अनुपात, जोखि‍म भार और प्रावधानीकरण" पर 23 दि‍संबर 2010 का हमारा परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍ . सं. बीपी. बीसी . 69/08.12.001/2010-2011
आरबीआई सं. 2011-12/383बैंपवि‍वि‍ . सं. बीपी. बीसी. 78 /08.12.001/2011-12 3 फरवरी 2012 14 माघ 1933 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध नि‍देशक/मुख्य कार्यपालक अधि‍कारीसभी वाणि‍ज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय/महोदया वाणि‍ज्य बैंकों द्वारा दि‍ये गये आवास ऋण - मूल्य के प्रति‍ ऋण (एलटीवी) अनुपात कृपया "बैंकों द्वारा दि‍ये गये आवास ऋण - एलटीवी अनुपात, जोखि‍म भार और प्रावधानीकरण" पर 23 दि‍संबर 2010 का हमारा परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍ . सं. बीपी. बीसी . 69/08.12.001/2010-2011
फ़र॰ 02, 2012
मौद्रि‍क नीति 2011-12 की दूसरी ति‍माही समीक्षा - कार्पोरेट के बि‍ना हेज कि‍ये वि‍देशी मुद्रा एक्सपोजर
आरबीआई/2011-12/382 बैंपवि‍वि. बीपी. बीसी. सं. 76 /21.04.103/2011-12 2 फरवरी 2012 13 माघ 1933 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मौद्रि‍क नीति 2011-12 की दूसरी ति‍माही समीक्षा - कार्पोरेट के बि‍ना हेज कि‍ये वि‍देशी मुद्रा एक्सपोजर कृपया मौद्रि‍क नीति 2011-12 की दूसरी ति‍माही समीक्षा के पैराग्राफ 102 और 103 (उद्धरण संलग्न) देखें जो "बैंकों द्वारा कार्पोरेट के बि‍ना हेज कि‍ये गये वि‍देशी मुद्रा एक्सपोजर की नि‍गरानी' से संबंधित है।
आरबीआई/2011-12/382 बैंपवि‍वि. बीपी. बीसी. सं. 76 /21.04.103/2011-12 2 फरवरी 2012 13 माघ 1933 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मौद्रि‍क नीति 2011-12 की दूसरी ति‍माही समीक्षा - कार्पोरेट के बि‍ना हेज कि‍ये वि‍देशी मुद्रा एक्सपोजर कृपया मौद्रि‍क नीति 2011-12 की दूसरी ति‍माही समीक्षा के पैराग्राफ 102 और 103 (उद्धरण संलग्न) देखें जो "बैंकों द्वारा कार्पोरेट के बि‍ना हेज कि‍ये गये वि‍देशी मुद्रा एक्सपोजर की नि‍गरानी' से संबंधित है।
फ़र॰ 01, 2012
यूएपीए , 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परि‍षद की 1267(1999)/1989(2011) समि‍ति के 'अल-कायदा प्रति‍बंध सूची' को अद्यतन करना
आरबीआई/2011-12/ 381ग्राआऋवि.केका.आरसीबी.एएमएल सं. 7695 /07.02.12/2011-12 1 फरवरी 2012 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधि‍कारीसभी राज्य और केन्द्रीय सहकारी बैंक तथाक्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, यूएपीए , 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परि‍षद की 1267(1999)/1989(2011) समि‍ति के 'अल-कायदा प्रति‍बंध सूची' को अद्यतन करना कृपया दिनांक 06 जनवरी 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरसीबी.एएमएल. सं.6764/07.02.12/2011-12 तथा दिनांक 5 जनवरी 2012 का हमारा परिप
आरबीआई/2011-12/ 381ग्राआऋवि.केका.आरसीबी.एएमएल सं. 7695 /07.02.12/2011-12 1 फरवरी 2012 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधि‍कारीसभी राज्य और केन्द्रीय सहकारी बैंक तथाक्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, यूएपीए , 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परि‍षद की 1267(1999)/1989(2011) समि‍ति के 'अल-कायदा प्रति‍बंध सूची' को अद्यतन करना कृपया दिनांक 06 जनवरी 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.आरसीबी.एएमएल. सं.6764/07.02.12/2011-12 तथा दिनांक 5 जनवरी 2012 का हमारा परिप
जन॰ 31, 2012
यूएपीए , 1967 की धारा  51-ए  का  कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परि‍षद की 1267(1999)/1989(2011) समि‍ति के 'अल-कायदा  प्रति‍बंध  सूची'  को अद्यतन  करना
आरबीआई/2011-12/375 बैंपवि‍वि. एएमएल सं.11330 /14.06.001/2011-12 31 जनवरी  2012 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ स्थानीय  क्षेत्र बैंक/अखि‍ल भारतीय  वि‍त्तीय संस्थाएं महोदय, यूएपीए , 1967 की धारा  51-ए  का  कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परि‍षद की 1267(1999)/1989(2011) समि‍ति के 'अल-कायदा  प्रति‍बंध  सूची'  को अद्यतन  करना कृपया दिनांक 03 जनवरी 2012
आरबीआई/2011-12/375 बैंपवि‍वि. एएमएल सं.11330 /14.06.001/2011-12 31 जनवरी  2012 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधि‍कारी सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ स्थानीय  क्षेत्र बैंक/अखि‍ल भारतीय  वि‍त्तीय संस्थाएं महोदय, यूएपीए , 1967 की धारा  51-ए  का  कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परि‍षद की 1267(1999)/1989(2011) समि‍ति के 'अल-कायदा  प्रति‍बंध  सूची'  को अद्यतन  करना कृपया दिनांक 03 जनवरी 2012

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: नवंबर 23, 2022

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