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जुलाई 03, 2015
तंबाकू से संबंधित कार्यों (activities) में संलग्न कंपनियों में निवेश
भारिबैंक/2015-2016/116 ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 2 3 जुलाई 2015 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, तंबाकू से संबंधित कार्यों (activities) में संलग्न कंपनियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की अनुसूची 1 के संलग्नक "ए" एवं 19 अक्तूबर 2012 की अधिसूचना सं.फेमा.242/2012-आ
भारिबैंक/2015-2016/116 ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 2 3 जुलाई 2015 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, तंबाकू से संबंधित कार्यों (activities) में संलग्न कंपनियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की अनुसूची 1 के संलग्नक "ए" एवं 19 अक्तूबर 2012 की अधिसूचना सं.फेमा.242/2012-आ
जुलाई 02, 2015
सीमा शुल्क के विशेष अधिसूचित क्षेत्रों से न बिके कच्चे हीरों का 'निर्यात घोषणा फॉर्म' की औपचारिकता के बिना पुनर्निर्यात
भारिबैंक/2015-2016/110 ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 1 2 जुलाई 2015 विदेशी मुद्रा का कारोबार करने वाले सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, सीमा शुल्क के विशेष अधिसूचित क्षेत्रों से न बिके कच्चे हीरों का 'निर्यात घोषणा फॉर्म' की औपचारिकता के बिना पुनर्निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान i) 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. 23/2000-आरबी के विनियम 3 अर्थात समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000, जिसके अनुसार माल/सॉफ्टवेयर के
भारिबैंक/2015-2016/110 ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 1 2 जुलाई 2015 विदेशी मुद्रा का कारोबार करने वाले सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, सीमा शुल्क के विशेष अधिसूचित क्षेत्रों से न बिके कच्चे हीरों का 'निर्यात घोषणा फॉर्म' की औपचारिकता के बिना पुनर्निर्यात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान i) 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. 23/2000-आरबी के विनियम 3 अर्थात समय-समय पर यथासंशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000, जिसके अनुसार माल/सॉफ्टवेयर के
जून 25, 2015
प्राधिकृत व्यापारी बैंकों द्वारा विदेशी मुद्रा उधार
भारिबैं/2014-15/649 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.112 दिनांक 25 जून 2015 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, प्राधिकृत व्यापारी बैंकों द्वारा विदेशी मुद्रा उधारप्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं.फेमा 3/आरबी2000 दिनांक 3 मई 2000 के विनियम सं.(4)(2)(i) की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार एडी श्रेणी-। बैंक अपने प्रधान कार्यालय से या समुद्रपार शाखाओं या भारत के बाहर करेसपौंडेंटों से या किसी अन्
भारिबैं/2014-15/649 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.112 दिनांक 25 जून 2015 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, प्राधिकृत व्यापारी बैंकों द्वारा विदेशी मुद्रा उधारप्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं.फेमा 3/आरबी2000 दिनांक 3 मई 2000 के विनियम सं.(4)(2)(i) की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार एडी श्रेणी-। बैंक अपने प्रधान कार्यालय से या समुद्रपार शाखाओं या भारत के बाहर करेसपौंडेंटों से या किसी अन्
जून 18, 2015
बीईएफ विवरण - XBRL के अंतर्गत प्रस्तुतीकरण
भारिबैंक/2014-15/643 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 110 18 जून 2015 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बीईएफ विवरण - XBRL के अंतर्गत प्रस्तुतीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 19 जून 2003 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.106 तथा 18 अगस्त 2003 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.9 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिनके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों से अपेक्षित है कि वे बीईएफ विवरण अर्ध्द वार्षिक आधार पर, विनिर्दिष्ट प्रोफार्मे में, भा
भारिबैंक/2014-15/643 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 110 18 जून 2015 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बीईएफ विवरण - XBRL के अंतर्गत प्रस्तुतीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 19 जून 2003 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.106 तथा 18 अगस्त 2003 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.9 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिनके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों से अपेक्षित है कि वे बीईएफ विवरण अर्ध्द वार्षिक आधार पर, विनिर्दिष्ट प्रोफार्मे में, भा
जून 18, 2015
सोशलिस्ट रिपब्लिक आफ वियतनाम की सरकार को एक्ज़िम बैंक की भारत सरकार द्वारा समर्थित 100 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2014-15/644 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 111 18 जून 2015 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया / महोदय, सोशलिस्ट रिपब्लिक आफ वियतनाम की सरकार को एक्ज़िम बैंक की भारत सरकार द्वारा समर्थित 100 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने सोशलिस्ट रिपब्लिक आफ वियतनाम की सरकार को हाई स्पीड पेट्रोल वेसेल की आपूर्ति हेतु वित्तपोषण के लिए उसे 100 मिलियन अमरीकी डॉलर (एक सौ मिलियन अमरीकी डॉलर) की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए
भारिबैंक/2014-15/644 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 111 18 जून 2015 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया / महोदय, सोशलिस्ट रिपब्लिक आफ वियतनाम की सरकार को एक्ज़िम बैंक की भारत सरकार द्वारा समर्थित 100 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने सोशलिस्ट रिपब्लिक आफ वियतनाम की सरकार को हाई स्पीड पेट्रोल वेसेल की आपूर्ति हेतु वित्तपोषण के लिए उसे 100 मिलियन अमरीकी डॉलर (एक सौ मिलियन अमरीकी डॉलर) की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए
जून 11, 2015
अनिवासी भारतीयों द्वारा अप्रत्यावर्तनीय आधार पर चिट फंडों में अभिदान (Subscription)
भारिबैंक/2014-15/636 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 107 11 जून 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय अनिवासी भारतीयों द्वारा अप्रत्यावर्तनीय आधार पर चिट फंडों में अभिदान (Subscription) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.1/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (अनुमत पूंजी खातेगत लेनदेन) विनियमावली, 2000 एवं समय समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी द्व
भारिबैंक/2014-15/636 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 107 11 जून 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय अनिवासी भारतीयों द्वारा अप्रत्यावर्तनीय आधार पर चिट फंडों में अभिदान (Subscription) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.1/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (अनुमत पूंजी खातेगत लेनदेन) विनियमावली, 2000 एवं समय समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी द्व
जून 11, 2015
कम लागत वाली सस्ती आवास परियोजनाओं के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार
भारिबैंक/2014-15/637 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 108 11 जून 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय कम लागत वाली सस्ती आवास परियोजनाओं के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 17 दिसंबर 2012 के ए. पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 61 और 24 जून 2013 के ए. पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 113 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार पात्र उधारकर्ताओं द्वारा कम लागत वाली सस्ती आवास परियोजनाओं के लिए, अनुमोदन मार्ग के अंतर्गत, बा
भारिबैंक/2014-15/637 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 108 11 जून 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय कम लागत वाली सस्ती आवास परियोजनाओं के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 17 दिसंबर 2012 के ए. पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 61 और 24 जून 2013 के ए. पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 113 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार पात्र उधारकर्ताओं द्वारा कम लागत वाली सस्ती आवास परियोजनाओं के लिए, अनुमोदन मार्ग के अंतर्गत, बा
जून 11, 2015
सिविल एविएशन क्षेत्र के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB)
भारिबैंक/2014-15/638 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.109 11 जून 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, सिविल एविएशन क्षेत्र के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 24 अप्रैल 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 113 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उक्त परिपत्र में विनिर्दिष्ट शर्तों के तहत एयरलाइन कंपनियों द्वारा कार्यशीलपूंजी के लिए अनुमत अंतिम उपयोग के रूप में अनुमोदन मार्ग से बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीब
भारिबैंक/2014-15/638 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.109 11 जून 2015 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, सिविल एविएशन क्षेत्र के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 24 अप्रैल 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 113 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार उक्त परिपत्र में विनिर्दिष्ट शर्तों के तहत एयरलाइन कंपनियों द्वारा कार्यशीलपूंजी के लिए अनुमत अंतिम उपयोग के रूप में अनुमोदन मार्ग से बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीब
जून 11, 2015
विदेशी मुद्रा प्रबंधन (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरम अथवा निर्गम) (चतुर्थ संशोधन) विनियमावली, 2015
Reserve Bank of India Foreign Exchange Department Central Office Mumbai- 400 001 Notification No. FEMA.344/2015 RB Dated June 11, 2015 Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident outside India) (Fourth Amendment) Regulations, 2015 In exercise of the powers conferred by clause (b) of sub-section (3) of Section 6 and Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999), the Reserve Bank of India hereby makes the follow
Reserve Bank of India Foreign Exchange Department Central Office Mumbai- 400 001 Notification No. FEMA.344/2015 RB Dated June 11, 2015 Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident outside India) (Fourth Amendment) Regulations, 2015 In exercise of the powers conferred by clause (b) of sub-section (3) of Section 6 and Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999), the Reserve Bank of India hereby makes the follow
जून 01, 2015
उदारीकृत विप्रेषण योजना के अंतर्गत चालू और पूंजी खाता लेनदेनों को युक्तियुक्त बनाना
भारिबैंक/2014-15/620 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.106 1 जून 2015 सभी बैंक जो विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत हैं सभी प्राधिकृत मुद्रा परिवर्तक (AMCs) / संपूर्ण मुद्रा परिवर्तक (FFMCs) महोदया/ महोदय, निवासी व्यष्टियों (individuals) के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना – 125,000 अमरीकी डालर की सीमा बढ़ाकर 2,50,000 अमरीकी डालर की गई तथा चालू खातेगत लेनदेनों को युक्तियुक्त बनाना व्यष्टियों (individuals) से भिन्न अन्य व्यक्तियों (persons) के लिए विप्रेषण सुविधाए
भारिबैंक/2014-15/620 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.106 1 जून 2015 सभी बैंक जो विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत हैं सभी प्राधिकृत मुद्रा परिवर्तक (AMCs) / संपूर्ण मुद्रा परिवर्तक (FFMCs) महोदया/ महोदय, निवासी व्यष्टियों (individuals) के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना – 125,000 अमरीकी डालर की सीमा बढ़ाकर 2,50,000 अमरीकी डालर की गई तथा चालू खातेगत लेनदेनों को युक्तियुक्त बनाना व्यष्टियों (individuals) से भिन्न अन्य व्यक्तियों (persons) के लिए विप्रेषण सुविधाए

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: मई 16, 2025

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