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जून 25, 2013
रेन्मिन्बी (आरएमबी) में बाह्य वाणिज्यिक उधार
भारिबैंक/2012-13/546ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.117 25 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय रेन्मिन्बी (आरएमबी) में बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान उपरोक्त विषय पर 27 सितंबर 2011 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 30 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की भारतीय कंपनियों को अनुमोदन मार्ग के तहत एक बिलियन अमरीकी डालर की वार्षिक सीमा के तहत रेन्मिन्बी (आरएमबी) में बाह्य वाणिज्यिक उधा
भारिबैंक/2012-13/546ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.117 25 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय रेन्मिन्बी (आरएमबी) में बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान उपरोक्त विषय पर 27 सितंबर 2011 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 30 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की भारतीय कंपनियों को अनुमोदन मार्ग के तहत एक बिलियन अमरीकी डालर की वार्षिक सीमा के तहत रेन्मिन्बी (आरएमबी) में बाह्य वाणिज्यिक उधा
जून 25, 2013
नागरिक विमानन क्षेत्र के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार
भारिबैंक/2012-13/545ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 116 25 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी- I बैंक महेदया/महोदय, नागरिक विमानन क्षेत्र के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी- I बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 24 अप्रैल 2012 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.113 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उल्लिखित परिपत्र के पैराग्राफ 2 (iii) के अनुसार, नागरिक विमानन क्षेत्र हेतु कार्यशील पूंजी के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार उक्त परिपत्र के जारी होने की तारीख स
भारिबैंक/2012-13/545ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 116 25 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी- I बैंक महेदया/महोदय, नागरिक विमानन क्षेत्र के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी- I बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 24 अप्रैल 2012 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.113 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उल्लिखित परिपत्र के पैराग्राफ 2 (iii) के अनुसार, नागरिक विमानन क्षेत्र हेतु कार्यशील पूंजी के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार उक्त परिपत्र के जारी होने की तारीख स
जून 25, 2013
विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांडों (FCCBs) की पुनर्खरीद (Buyback)/अवधिपूर्व भुगतान
भारिबैंक/2012-13/544ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.115 25 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांडों (FCCBs) की पुनर्खरीद (Buyback)/अवधिपूर्व भुगतान प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 8 दिसंबर 2008 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.39, 30 जून 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.75 और 05 जुलाई 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.1 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. वैश्विक वित्तीय बाजारों क
भारिबैंक/2012-13/544ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.115 25 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांडों (FCCBs) की पुनर्खरीद (Buyback)/अवधिपूर्व भुगतान प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 8 दिसंबर 2008 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.39, 30 जून 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.75 और 05 जुलाई 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.1 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. वैश्विक वित्तीय बाजारों क
जून 25, 2013
3जी स्पेक्ट्रम आबंटन के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति
भारिबैंक/2012-13/543ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.114 25 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय 3जी स्पेक्ट्रम आबंटन के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान स्पेक्ट्रम आबंटन के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार लेने से संबंधित 25 जनवरी 2010 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.28 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. मौजूदा नीति के अनुसार, सफल बोली लगाने वालों द्वारा स्पेक्ट्रम आबंटन के लिए प्रारंभिक भुगतान रुपया स्रोतों से किय
भारिबैंक/2012-13/543ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.114 25 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय 3जी स्पेक्ट्रम आबंटन के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान स्पेक्ट्रम आबंटन के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार लेने से संबंधित 25 जनवरी 2010 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.28 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. मौजूदा नीति के अनुसार, सफल बोली लगाने वालों द्वारा स्पेक्ट्रम आबंटन के लिए प्रारंभिक भुगतान रुपया स्रोतों से किय
जून 24, 2013
कम लागत वाली सस्ती आवास परियोजनाओं के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार
भारिबैंक/2012-13/539ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 113 24 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय कम लागत वाली सस्ती आवास परियोजनाओं के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान उल्लिखित विषय पर 17 दिसंबर 2012 के ए. पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 61 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार एक स्वीकृत अंतिम उपयोग के रूप में कम लागत वाली सस्ती आवास परियोजनाओं के लिए, अनुमोदन मार्ग के अंतर्गत, बाह्य वाणिज्यिक उधार लेने की अनु
भारिबैंक/2012-13/539ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 113 24 जून 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय कम लागत वाली सस्ती आवास परियोजनाओं के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान उल्लिखित विषय पर 17 दिसंबर 2012 के ए. पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 61 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार एक स्वीकृत अंतिम उपयोग के रूप में कम लागत वाली सस्ती आवास परियोजनाओं के लिए, अनुमोदन मार्ग के अंतर्गत, बाह्य वाणिज्यिक उधार लेने की अनु
जून 20, 2013
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2012-13/537ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 112 20 जून 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 4 अप्रैल 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 95 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 18 मार्च 2013 से रुपया का मूल्य 73.141761 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत
भारिबैंक/2012-13/537ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 112 20 जून 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 4 अप्रैल 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 95 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 18 मार्च 2013 से रुपया का मूल्य 73.141761 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत
जून 12, 2013
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश – एफवीसीआई को/द्वारा शेयरों को जारी करने/के अंतरण की रिपोर्टिंग
भारिबैंक/2012-13/529ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 110 12 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश –एफवीसीआई को/द्वारा शेयरों को जारी करने/के अंतरण की रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी (इसके आगे अधिसूचना सं.फेमा.20 के रूप में उल्लिखित) के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अ
भारिबैंक/2012-13/529ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 110 12 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश –एफवीसीआई को/द्वारा शेयरों को जारी करने/के अंतरण की रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी (इसके आगे अधिसूचना सं.फेमा.20 के रूप में उल्लिखित) के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अ
जून 12, 2013
सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश
भारिबैंक/2012-13/530 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 111 12 जून 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय,     सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम
भारिबैंक/2012-13/530 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 111 12 जून 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय,     सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम
जून 11, 2013
आनलाइन पेमेंट गेटवेज़ द्वारा निर्यात संबंधी प्राप्तियों की प्रोसेसिंग और भुगतान (निपटान) की सुविधा - लेनदेन की राशि के मूल्य में बढ़ोत्तरी
भारिबैं/2012-13/528ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.109 11 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, आनलाइन पेमेंट गेटवेज़ द्वारा निर्यात संबंधी प्राप्तियों की प्रोसेसिंग और भुगतान (निपटान) की सुविधा - लेनदेन की राशि के मूल्य में बढ़ोत्तरी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 14 अक्तूबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.35 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों को उक्त परिपत्र में विनिर्दिष्ट शर्तों के
भारिबैं/2012-13/528ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.109 11 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, आनलाइन पेमेंट गेटवेज़ द्वारा निर्यात संबंधी प्राप्तियों की प्रोसेसिंग और भुगतान (निपटान) की सुविधा - लेनदेन की राशि के मूल्य में बढ़ोत्तरी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 14 अक्तूबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.35 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों को उक्त परिपत्र में विनिर्दिष्ट शर्तों के
जून 11, 2013
माल और सेवाओं का निर्यात - विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZ) की ईकाईयों के लिए वसूली और प्रत्यावर्तन की अवधि
भारिबैंक/2012-13/527 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.108 11 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात- विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZ) की ईकाईयों के लिए वसूली और प्रत्यावर्तन की अवधि प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 1 अप्रैल 2003 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.91 की ओर आकृष्ट किया जाता है। उल्लिखित परिपत्र के पैरा ए के उपबंधों के अनुसार, विशेष आर्थिक क्षेत्रों की ईकाईयों द्वारा किए गए निर्यातों के लिए निर्यात मूल्
भारिबैंक/2012-13/527 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.108 11 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात- विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZ) की ईकाईयों के लिए वसूली और प्रत्यावर्तन की अवधि प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 1 अप्रैल 2003 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.91 की ओर आकृष्ट किया जाता है। उल्लिखित परिपत्र के पैरा ए के उपबंधों के अनुसार, विशेष आर्थिक क्षेत्रों की ईकाईयों द्वारा किए गए निर्यातों के लिए निर्यात मूल्

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: अगस्त 02, 2024

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