अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
जून 20, 2013
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2012-13/537ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 112 20 जून 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 4 अप्रैल 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 95 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 18 मार्च 2013 से रुपया का मूल्य 73.141761 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत
भारिबैंक/2012-13/537ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 112 20 जून 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 4 अप्रैल 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 95 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 18 मार्च 2013 से रुपया का मूल्य 73.141761 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत
जून 12, 2013
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश – एफवीसीआई को/द्वारा शेयरों को जारी करने/के अंतरण की रिपोर्टिंग
भारिबैंक/2012-13/529ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 110 12 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश –एफवीसीआई को/द्वारा शेयरों को जारी करने/के अंतरण की रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी (इसके आगे अधिसूचना सं.फेमा.20 के रूप में उल्लिखित) के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अ
भारिबैंक/2012-13/529ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 110 12 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश –एफवीसीआई को/द्वारा शेयरों को जारी करने/के अंतरण की रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी (इसके आगे अधिसूचना सं.फेमा.20 के रूप में उल्लिखित) के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अ
जून 12, 2013
सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश
भारिबैंक/2012-13/530 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 111 12 जून 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम
भारिबैंक/2012-13/530 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 111 12 जून 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम
जून 11, 2013
आनलाइन पेमेंट गेटवेज़ द्वारा निर्यात संबंधी प्राप्तियों की प्रोसेसिंग और भुगतान (निपटान) की सुविधा - लेनदेन की राशि के मूल्य में बढ़ोत्तरी
भारिबैं/2012-13/528ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.109 11 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, आनलाइन पेमेंट गेटवेज़ द्वारा निर्यात संबंधी प्राप्तियों की प्रोसेसिंग और भुगतान (निपटान) की सुविधा - लेनदेन की राशि के मूल्य में बढ़ोत्तरी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 14 अक्तूबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.35 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों को उक्त परिपत्र में विनिर्दिष्ट शर्तों के
भारिबैं/2012-13/528ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.109 11 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, आनलाइन पेमेंट गेटवेज़ द्वारा निर्यात संबंधी प्राप्तियों की प्रोसेसिंग और भुगतान (निपटान) की सुविधा - लेनदेन की राशि के मूल्य में बढ़ोत्तरी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 14 अक्तूबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.35 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों को उक्त परिपत्र में विनिर्दिष्ट शर्तों के
जून 11, 2013
माल और सेवाओं का निर्यात - विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZ) की ईकाईयों के लिए वसूली और प्रत्यावर्तन की अवधि
भारिबैंक/2012-13/527 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.108 11 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात- विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZ) की ईकाईयों के लिए वसूली और प्रत्यावर्तन की अवधि प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 1 अप्रैल 2003 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.91 की ओर आकृष्ट किया जाता है। उल्लिखित परिपत्र के पैरा ए के उपबंधों के अनुसार, विशेष आर्थिक क्षेत्रों की ईकाईयों द्वारा किए गए निर्यातों के लिए निर्यात मूल्
भारिबैंक/2012-13/527 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.108 11 जून 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, माल और सेवाओं का निर्यात- विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZ) की ईकाईयों के लिए वसूली और प्रत्यावर्तन की अवधि प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 1 अप्रैल 2003 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.91 की ओर आकृष्ट किया जाता है। उल्लिखित परिपत्र के पैरा ए के उपबंधों के अनुसार, विशेष आर्थिक क्षेत्रों की ईकाईयों द्वारा किए गए निर्यातों के लिए निर्यात मूल्
जून 07, 2013
विदेशी मुद्रा प्रबंधन (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरम अथवा निर्गम) (नवां संशोधन) विनियमावली, 2013
RESERVE BANK OF INDIA FOREIGN EXCHANGE DEPARTMENT CENTRAL OFFICE MUMBAI-400 001 Notification No.FEMA.278/2013-RB Dated : June 07, 2013 Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident outside India) (Ninth Amendment) Regulations, 2013 In exercise of the powers conferred by clause (b) of sub-section (3) of Section 6 and Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999), the Reserve Bank of India hereby makes the followi
RESERVE BANK OF INDIA FOREIGN EXCHANGE DEPARTMENT CENTRAL OFFICE MUMBAI-400 001 Notification No.FEMA.278/2013-RB Dated : June 07, 2013 Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Security by a Person Resident outside India) (Ninth Amendment) Regulations, 2013 In exercise of the powers conferred by clause (b) of sub-section (3) of Section 6 and Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999), the Reserve Bank of India hereby makes the followi
जून 04, 2013
नामित बैंकों/एजेंसियों द्वारा स्वर्ण का आयात
भारिबैंक/2012-13/520 ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.107 4 जून 2013 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक जो विदेशी मुद्रा के प्राधिकृत व्यापारी हैं/स्वर्ण के आयात के लिए नामित सभी एजेंसियाँ महोदया/महोदय, नामित बैंकों/एजेंसियों द्वारा स्वर्ण का आयात प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान, उल्लिखित विषय पर 13 मई 2013 के हमारे ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 103 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार यह निर्णय लिया गया था कि बैंकों द्वारा परेषण के आधार पर स्वर्ण के आयात को केवल स्वर्ण
भारिबैंक/2012-13/520 ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं.107 4 जून 2013 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक जो विदेशी मुद्रा के प्राधिकृत व्यापारी हैं/स्वर्ण के आयात के लिए नामित सभी एजेंसियाँ महोदया/महोदय, नामित बैंकों/एजेंसियों द्वारा स्वर्ण का आयात प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान, उल्लिखित विषय पर 13 मई 2013 के हमारे ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 103 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार यह निर्णय लिया गया था कि बैंकों द्वारा परेषण के आधार पर स्वर्ण के आयात को केवल स्वर्ण
मई 23, 2013
निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना - रिपोर्टिंग
भारिबैंक/2012-13/504 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 106 23 मई 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना - रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 4 अप्रैल 2008 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.36 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों द्वारा उदारीकृत विप्रेषण योजना के तहत प्राप्त आवेदन पत्रों की संख्या तथा विप्रेषित कुल राशि से सबंधित जानकारी, मासिक आधा
भारिबैंक/2012-13/504 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 106 23 मई 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों के लिए उदारीकृत विप्रेषण योजना - रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 4 अप्रैल 2008 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.36 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों द्वारा उदारीकृत विप्रेषण योजना के तहत प्राप्त आवेदन पत्रों की संख्या तथा विप्रेषित कुल राशि से सबंधित जानकारी, मासिक आधा
मई 20, 2013
माल और सॉफ्टवेयर का निर्यात - निर्यात आय की वसूली और प्रत्यावर्तन - उदारीकरण
भारिबैंक/2012-13/503ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 105 20 मई 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, माल और सॉफ्टवेयर का निर्यात - निर्यात आय की वसूली और प्रत्यावर्तन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 20 नवंबर 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.52 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके द्वारा निर्यात किये गये माल अथवा सॉफ्टवेयर का पूरा निर्यात मूल्य दर्शानेवाली राशि की वसूली और भारत को उसके प्रत्यावर्तन की बढ़ायी गयी अवधि निर्यात
भारिबैंक/2012-13/503ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 105 20 मई 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, माल और सॉफ्टवेयर का निर्यात - निर्यात आय की वसूली और प्रत्यावर्तन - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंकों का ध्यान 20 नवंबर 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.52 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके द्वारा निर्यात किये गये माल अथवा सॉफ्टवेयर का पूरा निर्यात मूल्य दर्शानेवाली राशि की वसूली और भारत को उसके प्रत्यावर्तन की बढ़ायी गयी अवधि निर्यात
मई 17, 2013
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) - परिचालनपूर्व/निगमनपूर्व व्यय के लिए सरकारी मार्ग के तहत अनुमत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश योजना के अंतर्गत ईक्विटी शेयर जारी करना
भारिबैंक/2012-13/502ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 104 17 मई 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) - परिचालनपूर्व/निगमनपूर्व व्यय के लिए सरकारी मार्ग के तहत अनुमत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश योजना के अंतर्गत ईक्विटी शेयर जारी करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 9 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 55 के साथ पठित 30 जून 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 74 के पैराग्राफ 3(II) की ओर आक
भारिबैंक/2012-13/502ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 104 17 मई 2013 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) - परिचालनपूर्व/निगमनपूर्व व्यय के लिए सरकारी मार्ग के तहत अनुमत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश योजना के अंतर्गत ईक्विटी शेयर जारी करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 9 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 55 के साथ पठित 30 जून 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 74 के पैराग्राफ 3(II) की ओर आक
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