अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
मई 25, 2012
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2011-12/575ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 130 25 मई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 14 मई 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.126 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 26 अप्रैल 2012 से रुपया का मूल्य 73.305676 नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत व्यापारी
भारिबैंक/2011-12/575ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 130 25 मई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 14 मई 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.126 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 26 अप्रैल 2012 से रुपया का मूल्य 73.305676 नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत व्यापारी
मई 21, 2012
जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
भारिबैंक/2011-12/569ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 129 21 मई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान 15 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.58 के पैरा 2 (v) तथा प्राधिकृत व्यापारियों की एनओओपीएल (NOOPL) पर भारतीय विदेशी मुद्रा व्यापारी संघ (FEDAI) के 21 दिसंबर 2011 के परिपत्र एसपीएल-58/रिस्क मैनेजमेंट/2011 के जरिये जारी अनुवर्ती स्पष्टीकरणों की ओर आकृष्ट किया
भारिबैंक/2011-12/569ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 129 21 मई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान 15 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.58 के पैरा 2 (v) तथा प्राधिकृत व्यापारियों की एनओओपीएल (NOOPL) पर भारतीय विदेशी मुद्रा व्यापारी संघ (FEDAI) के 21 दिसंबर 2011 के परिपत्र एसपीएल-58/रिस्क मैनेजमेंट/2011 के जरिये जारी अनुवर्ती स्पष्टीकरणों की ओर आकृष्ट किया
मई 16, 2012
विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (EEFC) खाता
भारिबैंक/2011-12/564ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 128 16 मई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (EEFC) खाता प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 10 मई 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 124 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (EEFC) खाते में जमा शेष की 50% राशि तुरंत रुपये जमा शेष के रूप में परिवर्तित की जानी है तथा उसे खाताधारक के निर्देशो
भारिबैंक/2011-12/564ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 128 16 मई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (EEFC) खाता प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 10 मई 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 124 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (EEFC) खाते में जमा शेष की 50% राशि तुरंत रुपये जमा शेष के रूप में परिवर्तित की जानी है तथा उसे खाताधारक के निर्देशो
मई 15, 2012
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) योजना के तहत गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) क्षेत्र में विदेशी निवेश - स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2011-12/562ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 127 15 मई 2012 सभी श्रेणी-Iप्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) योजना के तहत गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) क्षेत्र में विदेशी निवेश - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 8 मई 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 121 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2. भारतीय रिज़र्व बैंक को यह स्पष्टीकरण जारी करने के लिए अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं कि क्या उल्लिखित परिपत्र के पैरा 3 के
भारिबैंक/2011-12/562ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 127 15 मई 2012 सभी श्रेणी-Iप्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) योजना के तहत गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) क्षेत्र में विदेशी निवेश - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 8 मई 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 121 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2. भारतीय रिज़र्व बैंक को यह स्पष्टीकरण जारी करने के लिए अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं कि क्या उल्लिखित परिपत्र के पैरा 3 के
मई 14, 2012
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2011-12/561 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 126 14 मई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 10 अप्रैल 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.105 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 13 मार्च 2012 से रुपया का मूल्य 70.965327 नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत व्या
भारिबैंक/2011-12/561 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 126 14 मई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 10 अप्रैल 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.105 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 13 मार्च 2012 से रुपया का मूल्य 70.965327 नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत व्या
मई 10, 2012
जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
भारिबैंक/2011-12/546ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 123 10 मई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-Iबैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 15 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.58 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उल्लिखित परिपत्र के अनुसार, प्राधिकृत व्यापारियों की इंट्रा-डे ओपन पोज़ीशन/डेलाइट लिमिट उन्हें उपलब्ध पहले की एनओओपीएल से अधिक नहीं होनी चाहिए । भारतीय विदेशी मुद्रा व्यापारी सं
भारिबैंक/2011-12/546ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 123 10 मई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-Iबैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 15 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.58 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उल्लिखित परिपत्र के अनुसार, प्राधिकृत व्यापारियों की इंट्रा-डे ओपन पोज़ीशन/डेलाइट लिमिट उन्हें उपलब्ध पहले की एनओओपीएल से अधिक नहीं होनी चाहिए । भारतीय विदेशी मुद्रा व्यापारी सं
मई 10, 2012
रिपब्लिक ऑफ मोज़ाम्बिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 13 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
आरबीआई/2011-12/549ए.पी.(डीआईआर सीरीज)परिपत्र सं. 125 10 मई 2012 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, रिपब्लिक ऑफ मोज़ाम्बिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 13 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने मोज़ाम्बिक में सोलर फोटो वोलटैक मोड्यूल विनिर्माण संयंत्र के वित्तपोषण के प्रयोजन के लिए 13 मिलियन अमरीकी डॉलर (तेरह मिलियन अमरीकी डॉलर) की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए 1 सितंबर 2011 को रिपब्लिक ऑफ मोज़ाम्बिक की सरकार के साथ ए
आरबीआई/2011-12/549ए.पी.(डीआईआर सीरीज)परिपत्र सं. 125 10 मई 2012 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, रिपब्लिक ऑफ मोज़ाम्बिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 13 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने मोज़ाम्बिक में सोलर फोटो वोलटैक मोड्यूल विनिर्माण संयंत्र के वित्तपोषण के प्रयोजन के लिए 13 मिलियन अमरीकी डॉलर (तेरह मिलियन अमरीकी डॉलर) की ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिए 1 सितंबर 2011 को रिपब्लिक ऑफ मोज़ाम्बिक की सरकार के साथ ए
मई 09, 2012
जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
भारिबैंक/2011-12/545ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 122 09 मई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 4 अप्रैल 2003 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 92 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उल्लिखित परिपत्र के पैराग्राफ सी 4(iv) के अनुसार, प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को यह अनुमति दी गयी है कि वे निवासी ग्राहकों की विदेशी मुद्रा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अथवा
भारिबैंक/2011-12/545ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 122 09 मई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंकों का ध्यान उपर्युक्त विषय पर 4 अप्रैल 2003 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 92 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उल्लिखित परिपत्र के पैराग्राफ सी 4(iv) के अनुसार, प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को यह अनुमति दी गयी है कि वे निवासी ग्राहकों की विदेशी मुद्रा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अथवा
मई 08, 2012
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) – सरकारी मार्ग के तहत अनुमत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) योजना के तहत ईक्विटी शेयर जारी करना
भारिबैंक/2011-12/541ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 120 08 मई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) – सरकारी मार्ग के तहत अनुमत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) योजना के तहत ईक्विटी शेयर जारी करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 30 जून 2011 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 74 और 09 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 55 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जो उसमें दर्शायी गयी शर्तों के अधीन पूँजीगत म
भारिबैंक/2011-12/541ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 120 08 मई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) – सरकारी मार्ग के तहत अनुमत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) योजना के तहत ईक्विटी शेयर जारी करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 30 जून 2011 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 74 और 09 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 55 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जो उसमें दर्शायी गयी शर्तों के अधीन पूँजीगत म
मई 07, 2012
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति – रुपया व्यय के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधारों की प्राप्तियों का उपयोग
भारिबैंक/2011-12/539ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 119 7 मई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति – रुपया व्यय के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधारों की प्राप्तियों का उपयोग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) से संबंधित 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 5 और 23 नवंबर 2011 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 52 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार, बा
भारिबैंक/2011-12/539ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 119 7 मई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति – रुपया व्यय के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधारों की प्राप्तियों का उपयोग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) से संबंधित 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 5 और 23 नवंबर 2011 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 52 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार, बा