मास्टर परिपत्र - आरबीआई - Reserve Bank of India
मास्टर परिपत्र
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार
आरबीआइ/2010-11/- मास्टर परिपत्र सं. 08/ 2010-11 01 जुलाई, 2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार निवासियों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.3/2000-आरबी, अर्थात् 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और देना) विनियमावली 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 की धारा 6 की उप धार
आरबीआइ/2010-11/- मास्टर परिपत्र सं. 08/ 2010-11 01 जुलाई, 2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार निवासियों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.3/2000-आरबी, अर्थात् 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और देना) विनियमावली 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 की धारा 6 की उप धार
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन
आरबीआई/2010-11/12 मास्टर परिपत्र सं.12/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय मास्टर परिपत्र - मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन इस मास्टर परिपत्र में " मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन " विषय पर वर्तमान अनुदेशों को एक ही स्थान में समेकित किया गया है। इसमें निहित परिपत्र / अधिसूचनाएं परिशिष्ट में दिये गये हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र को एक वर्ष के
आरबीआई/2010-11/12 मास्टर परिपत्र सं.12/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय मास्टर परिपत्र - मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन इस मास्टर परिपत्र में " मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन " विषय पर वर्तमान अनुदेशों को एक ही स्थान में समेकित किया गया है। इसमें निहित परिपत्र / अधिसूचनाएं परिशिष्ट में दिये गये हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र को एक वर्ष के
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
आरबीआइ /2010-11/14 मास्टर परिपत्र क्र. 14/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार, विदेशी पण्य और भाड़ा हेजिंग, अनिवासी बैंकों के रूपये खाते, अंतर बैंक विदेशी मुद्रा लेनदेन आदि 03 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 के प्रावधानों और बाद में उसमें किए गए संशोधनों द्व
आरबीआइ /2010-11/14 मास्टर परिपत्र क्र. 14/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार, विदेशी पण्य और भाड़ा हेजिंग, अनिवासी बैंकों के रूपये खाते, अंतर बैंक विदेशी मुद्रा लेनदेन आदि 03 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 के प्रावधानों और बाद में उसमें किए गए संशोधनों द्व
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना
आरबीआइ/2010-11/54 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 2/09.16.01/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अतिरिक्त) महोदय, मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय) परिचालन के संबंध में अनुदेश/दिशानिर्देश जारी किए हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से योज
आरबीआइ/2010-11/54 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 2/09.16.01/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अतिरिक्त) महोदय, मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय) परिचालन के संबंध में अनुदेश/दिशानिर्देश जारी किए हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से योज
जुलाई 01, 2010
माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2010-11/4 मास्टर परिपत्र सं. 04/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में '
आरबीआई/2010-11/4 मास्टर परिपत्र सं. 04/2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में '
जुलाई 01, 2010
ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2010-11/78 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी.19/09.07.006/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी.बीसी.9/09.07.006/2009-10 देखें, जिसमें 30 जून 2009 तक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में हमारे द्वारा जारी महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित किया गया था । इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2010 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए इसे समु
आरबीआइ/2010-11/78 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी.19/09.07.006/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी.बीसी.9/09.07.006/2009-10 देखें, जिसमें 30 जून 2009 तक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में हमारे द्वारा जारी महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित किया गया था । इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2010 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए इसे समु
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र – विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में संपर्क/ शाखा/ परियोजना कार्यालयों की स्थापना करना
आरबीआइ /2010-11/ 11 मास्टर परिपत्र सं.11/ 2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में संपर्क/ शाखा/ परियोजना कार्यालयों की स्थापना करना भारत में शाखा/ संपर्क/ परियोजना कार्यालयों की स्थापना समय-समय पर यथा संशोधित , 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 22/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6(6) के अनुसार विनियमित की जाती है। 2. यह मास्टर परिपत्र "व
आरबीआइ /2010-11/ 11 मास्टर परिपत्र सं.11/ 2010-11 01 जुलाई 2010 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में संपर्क/ शाखा/ परियोजना कार्यालयों की स्थापना करना भारत में शाखा/ संपर्क/ परियोजना कार्यालयों की स्थापना समय-समय पर यथा संशोधित , 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 22/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6(6) के अनुसार विनियमित की जाती है। 2. यह मास्टर परिपत्र "व
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप
आरबीआइ/2010-11/60 बैंपविवि.सं.एफएसडी. बीसी. 17/24.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र सं बैंपविवि. एफएसडी.बीसी. सं. 18/ 24.01.001 /2009-10 देखें जिसमें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2009 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2010 तक जारी किए गए अनुदेशों को सम
आरबीआइ/2010-11/60 बैंपविवि.सं.एफएसडी. बीसी. 17/24.01.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र सं बैंपविवि. एफएसडी.बीसी. सं. 18/ 24.01.001 /2009-10 देखें जिसमें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2009 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2010 तक जारी किए गए अनुदेशों को सम
जुलाई 01, 2010
आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2010-11/63 बैंपविवि.सं. डीआइआर.(एचएसजी) बीसी. 07/08.12.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) मोदय आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते ह, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर (एचएसजी) सं. 8/08.12.01/2009-10 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एकी जग उपलब्ध हट सकें। उक्त मास्टर परिपत्र में निहित अनुदेशों क
आरबीआइ/2010-11/63 बैंपविवि.सं. डीआइआर.(एचएसजी) बीसी. 07/08.12.001/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) मोदय आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते ह, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 जुलाई 2009 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर (एचएसजी) सं. 8/08.12.01/2009-10 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एकी जग उपलब्ध हट सकें। उक्त मास्टर परिपत्र में निहित अनुदेशों क
जुलाई 01, 2010
30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना - गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकरण (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998
भारिबैं/2010-11/16 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.176/03.02.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, 30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना - गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकरण (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998 आपको ज्ञात ही है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करत
भारिबैं/2010-11/16 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.176/03.02.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, 30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना - गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकरण (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998 आपको ज्ञात ही है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करत
जुलाई 01, 2010
30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007"
भारिबैं /2010-11/17 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.177/03.02.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने/धारण करने वाली) कंपनियाँ तथा अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" आपको ज्ञात ही है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़
भारिबैं /2010-11/17 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.177/03.02.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने/धारण करने वाली) कंपनियाँ तथा अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" आपको ज्ञात ही है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़
जुलाई 01, 2010
30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना -"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशि स्वीकार या धारण न करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007"
भारिबैं /2010-11/18 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.178/03.02.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली) कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना -"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशि स्वीकार या धारण न करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" आपको ज्ञात ही है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जार
भारिबैं /2010-11/18 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.178/03.02.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली) कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना -"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशि स्वीकार या धारण न करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" आपको ज्ञात ही है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जार
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण
भारिबैं/2010-11/22 गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि. सं.182/03.10.042/2010-11 1 जुलाई 2010 जमाराशियाँ स्वीकारने वाली सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों सहित) महोदय, मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र सं.149 जारी किया था, उसे अब 30 जून 2010 तक अद्यतन कर दिया ग
भारिबैं/2010-11/22 गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि. सं.182/03.10.042/2010-11 1 जुलाई 2010 जमाराशियाँ स्वीकारने वाली सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों सहित) महोदय, मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र सं.149 जारी किया था, उसे अब 30 जून 2010 तक अद्यतन कर दिया ग
जुलाई 01, 2010
30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना-"विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1977"
भारिबैं /2010-11/23 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.183/03.02.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना-"विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1977" आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 20 जून 1977 की अधिसूचना सं. डीएनबीसी.39/डीजी(एच)-77 में अंतर्विष्ट अनुदेश, जो 30 जू
भारिबैं /2010-11/23 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.183/03.02.001/2010-11 1 जुलाई 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2010 तक संशोधित अधिसूचना-"विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1977" आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 20 जून 1977 की अधिसूचना सं. डीएनबीसी.39/डीजी(एच)-77 में अंतर्विष्ट अनुदेश, जो 30 जू
जुलाई 01, 2010
30 जून 2010 तक अद्यतित अधिसूचना प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्निर्माण कंपनियों द्वारा उधारकर्ता के कारोबार के प्रबंधन में परिवर्तन या के अधिग्रहण संबंधी (रिजर्व बैंक) मार्गदर्शी सिध्दांत, 2010
भारिबैं/2010-2011/35 गैबैंपवि.(नीति प्रभा.)कंपरि./22/SCRC /26.03.001/2010-11 1 जुलाई 2010 30 जून 2010 तक अद्यतित अधिसूचना प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्निर्माण कंपनियों द्वारा उधारकर्ता के कारोबार के प्रबंधन में परिवर्तन या के अधिग्रहण संबंधी (रिजर्व बैंक) मार्गदर्शी सिध्दांत, 2010 आपको ज्ञात ही होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक मास्टर परिपत्र जारी करता है। इस संबंध में 21 अप्रैल 2010 की अधिसूचना सं. गैबैंप
भारिबैं/2010-2011/35 गैबैंपवि.(नीति प्रभा.)कंपरि./22/SCRC /26.03.001/2010-11 1 जुलाई 2010 30 जून 2010 तक अद्यतित अधिसूचना प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्निर्माण कंपनियों द्वारा उधारकर्ता के कारोबार के प्रबंधन में परिवर्तन या के अधिग्रहण संबंधी (रिजर्व बैंक) मार्गदर्शी सिध्दांत, 2010 आपको ज्ञात ही होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक मास्टर परिपत्र जारी करता है। इस संबंध में 21 अप्रैल 2010 की अधिसूचना सं. गैबैंप
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - शहरी सहकारी बैंक
आरबीआई/2010-11/46 शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं.6/09.18.201/2010-11 01 जुलाई , 2010 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदया मास्टर परिपत्र पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.पीसीबी.एमसी.सं.6 /09.18.201/2009-10 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट /en/web/rbi पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2010 तक इस विभाग द्वारा इस विषय पर जारी सभी अनुदेशो
आरबीआई/2010-11/46 शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं.6/09.18.201/2010-11 01 जुलाई , 2010 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदया मास्टर परिपत्र पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.पीसीबी.एमसी.सं.6 /09.18.201/2009-10 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट /en/web/rbi पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2010 तक इस विभाग द्वारा इस विषय पर जारी सभी अनुदेशो
जुलाई 01, 2010
मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा
आरबीआइ /2010-11/49 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 4/21.01.002/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. बीपी. बीसी. 6 /21.01.002/2009-2010 देखें, जिसमें पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2009 तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं । उ
आरबीआइ /2010-11/49 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 4/21.01.002/2010-11 1 जुलाई 2010 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - बासल I ढाँचा कृपया आप 1 जुलाई 2009 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. बीपी. बीसी. 6 /21.01.002/2009-2010 देखें, जिसमें पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2009 तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं । उ
जुलाई 01, 2010
Frauds - Classification and Reporting- UCBs
RBI/2010-11/103 DBS.CO.FrMC.BC.No.2/23.04.001/2010-11 July 01, 2010 The Chief Executive Officers of All Primary (Urban) Co-operative Banks Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS.CO. FrMC BC No. 2 /23.04.001/2009-10 dated July 01, 2009 forwarding therewith Master Circular on 'Frauds – Classification & Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions issued during the year sinc
RBI/2010-11/103 DBS.CO.FrMC.BC.No.2/23.04.001/2010-11 July 01, 2010 The Chief Executive Officers of All Primary (Urban) Co-operative Banks Dear Sir, Frauds – Classification and Reporting Please refer to our letter DBS.CO. FrMC BC No. 2 /23.04.001/2009-10 dated July 01, 2009 forwarding therewith Master Circular on 'Frauds – Classification & Reporting'. It may be noted that the Master Circular consolidates and updates all the instructions issued during the year sinc
जुलाई 01, 2010
Master Circular - Know Your Customer (KYC) Norms / Anti-Money Laundering (AML) Standards / Combating of Financing of Terrorism (CFT)/Obligation of banks under PMLA, 2002
RBI/ 2010-11/98 UBD.BPD.(PCB).MC.No. /12.05.001/2010-2011 July 1, 2010 Chief Executive Officers of All Primary (Urban) Co-operative banks Dear Sir, Master Circular – Know Your Customer (KYC) Norms/Anti-Money Laundering (AML) Standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT)/Obligation of banks under PMLA, 2002 This Master Circular is a consolidation of the instructions on Know Your Customer (KYC) norms /Anti-Money Laundering (AML) standards/Combating of Financing of
RBI/ 2010-11/98 UBD.BPD.(PCB).MC.No. /12.05.001/2010-2011 July 1, 2010 Chief Executive Officers of All Primary (Urban) Co-operative banks Dear Sir, Master Circular – Know Your Customer (KYC) Norms/Anti-Money Laundering (AML) Standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT)/Obligation of banks under PMLA, 2002 This Master Circular is a consolidation of the instructions on Know Your Customer (KYC) norms /Anti-Money Laundering (AML) standards/Combating of Financing of
जुलाई 01, 2010
Master Circular on Investments by Primary (Urban) Co-operative Banks
RBI/2010-2011/99 UBD.(PCB).MC.No.12/16.20.000/2010-11 July 01, 2010 Chief Executive Officers of All Primary (Urban) Co-operative Banks Dear Sir, Master Circular on Investments by Primary (Urban) Co-operative Banks Please refer to our Master Circular UBD. (PCB). MC.No 12/16.20.000/2009-10 dated July 1, 2009 on the captioned subject (available at RBI website www.rbi.org.in). The enclosed Master Circular consolidates and updates all the instructions/guidelines on the sub
RBI/2010-2011/99 UBD.(PCB).MC.No.12/16.20.000/2010-11 July 01, 2010 Chief Executive Officers of All Primary (Urban) Co-operative Banks Dear Sir, Master Circular on Investments by Primary (Urban) Co-operative Banks Please refer to our Master Circular UBD. (PCB). MC.No 12/16.20.000/2009-10 dated July 1, 2009 on the captioned subject (available at RBI website www.rbi.org.in). The enclosed Master Circular consolidates and updates all the instructions/guidelines on the sub
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