अधिसूचनाएं - वित्तीय समावेशन और विकास - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
जून 25, 2013
स्वर्ण की जमानत पर ऋण
आरबीआई/2012-2013/541 ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी.सं.79/03.05.33/2012-13 25 जून 2013 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया स्वर्ण की जमानत पर ऋण कृपया आप स्वर्ण की जमानत पर ऋण 03 मई 2013 को घोषित मौद्रिक नीति वक्तव्य 2013-14 का पैराग्राफ 98 देखें जिसमें सोने के सिक्कों की जमानत पर अग्रिम देने की सुविधा को प्रति ग्राहक 50 ग्राम तक के भार वाले सोने के सिक्कों तक सीमित करने का प्रस्ताव किया गया है। 2. दिनांक 22 जुलाई 1978 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 95/C.124(
आरबीआई/2012-2013/541 ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी.सं.79/03.05.33/2012-13 25 जून 2013 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया स्वर्ण की जमानत पर ऋण कृपया आप स्वर्ण की जमानत पर ऋण 03 मई 2013 को घोषित मौद्रिक नीति वक्तव्य 2013-14 का पैराग्राफ 98 देखें जिसमें सोने के सिक्कों की जमानत पर अग्रिम देने की सुविधा को प्रति ग्राहक 50 ग्राम तक के भार वाले सोने के सिक्कों तक सीमित करने का प्रस्ताव किया गया है। 2. दिनांक 22 जुलाई 1978 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 95/C.124(
जून 06, 2013
स्वर्ण की जमानत पर ऋण
भारिबै/2012-13/522ग्राआऋवि.केंका.आरसीबी.बीसी.सं. 77/07.51.014/2012-13 6 जून 2013 सभी राज्य और केन्द्रीय सहकारी बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय स्वर्ण की जमानत पर ऋण कृपया आप 3 मई 2013 को घोषित मौद्रिक नीति विवरण का स्वर्ण की जमानत पर ऋण के संबंध में पैरा 98 देखें (प्रतिलिपि संलग्न) जिसमें स्वर्ण के सिक्कों की जमानत पर उक्त सुविधा को प्रति ग्राहक 50 ग्राम तक के स्वर्ण के सिक्कों तक सीमित करने का प्रस्ताव किया गया है। 2. राज्य/केंद्रीय सहकारी बैंकों को
भारिबै/2012-13/522ग्राआऋवि.केंका.आरसीबी.बीसी.सं. 77/07.51.014/2012-13 6 जून 2013 सभी राज्य और केन्द्रीय सहकारी बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय स्वर्ण की जमानत पर ऋण कृपया आप 3 मई 2013 को घोषित मौद्रिक नीति विवरण का स्वर्ण की जमानत पर ऋण के संबंध में पैरा 98 देखें (प्रतिलिपि संलग्न) जिसमें स्वर्ण के सिक्कों की जमानत पर उक्त सुविधा को प्रति ग्राहक 50 ग्राम तक के स्वर्ण के सिक्कों तक सीमित करने का प्रस्ताव किया गया है। 2. राज्य/केंद्रीय सहकारी बैंकों को
जून 04, 2013
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) /धन शोधन निवारण (एएमएल) /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) दिशानिर्देश – भारत में बैंक ग्राहकों के लिए विशिष्ट ग्राहक पहचान कोड (यूसीआईसी)
भारिबैं/2012-13/521 ग्राआऋवि आरसीबी.आरआरबी.एएमएल.बीसी.सं.76/07.51.018/2012-13 04 जून 2013 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) /धन शोधन निवारण (एएमएल) /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) दिशानिर्देश – भारत में बैंक ग्राहकों के लिए विशिष्ट ग्राहक पहचान कोड (यूसीआईसी) कृपया उक्त विषय पर 11 जून 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि आरसीबी.आरआरबी. एएमएल. बीसी. सं.82/03.05.33(33)/2011
भारिबैं/2012-13/521 ग्राआऋवि आरसीबी.आरआरबी.एएमएल.बीसी.सं.76/07.51.018/2012-13 04 जून 2013 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) /धन शोधन निवारण (एएमएल) /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) दिशानिर्देश – भारत में बैंक ग्राहकों के लिए विशिष्ट ग्राहक पहचान कोड (यूसीआईसी) कृपया उक्त विषय पर 11 जून 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि आरसीबी.आरआरबी. एएमएल. बीसी. सं.82/03.05.33(33)/2011
मई 10, 2013
प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना – कार्यान्वयन
भारिबैं/2012-13/498 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी.सं. 75/02.01.001/2012-13 10 मई 2013 अध्य्क्ष एवं प्रबंध निदेशकसभी संयोजक बैंक और अग्रणी बैंक महोदय, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना – कार्यान्वयन कृपया आप 3 मई 2013 को घोषित वर्ष 2013-14 के मौद्रिक नीति वक्तव्य का पैरा 67 देखें। डीबीटी को प्रथम चरण में 1 जनवरी 2013 से एक चरण्बद्ध रूप में 43 जिलों में लागू किया जा रहा है और इसे 1 जुलाई 2013 से 78 जिलों में लागू किया जाएगा। अंत्तोग्त्वा, देश के सभी जिलों को डीबीटी योजना म
भारिबैं/2012-13/498 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी.सं. 75/02.01.001/2012-13 10 मई 2013 अध्य्क्ष एवं प्रबंध निदेशकसभी संयोजक बैंक और अग्रणी बैंक महोदय, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना – कार्यान्वयन कृपया आप 3 मई 2013 को घोषित वर्ष 2013-14 के मौद्रिक नीति वक्तव्य का पैरा 67 देखें। डीबीटी को प्रथम चरण में 1 जनवरी 2013 से एक चरण्बद्ध रूप में 43 जिलों में लागू किया जा रहा है और इसे 1 जुलाई 2013 से 78 जिलों में लागू किया जाएगा। अंत्तोग्त्वा, देश के सभी जिलों को डीबीटी योजना म
मई 09, 2013
एमएसई क्षेत्र को ऋण की वृद्धि पर निगरानी के लिए संरचित तंत्र
भारिबैं / 2012-13 /495 ग्राआऋवि.सं.एमएसएमइ एण्ड एनएफएस.बीसी.74/06.02.31/2012-13 9 मई 2013 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/ महोदया, एमएसई क्षेत्र को ऋण की वृद्धि पर निगरानी के लिए संरचित तंत्र माइक्रो और लघु उद्यमों (एमएसई) को ऋण वृद्धि में गिरावट से उभरी चिंताओं के परिप्रेक्ष्य में बैंकों में प्रत्येक पर्यवेक्षी स्तर (शाखा, क्षेत्र,अंचल, प्रधान कार्यालय स्तर आदि) पर एमएसई क्षे
भारिबैं / 2012-13 /495 ग्राआऋवि.सं.एमएसएमइ एण्ड एनएफएस.बीसी.74/06.02.31/2012-13 9 मई 2013 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/ महोदया, एमएसई क्षेत्र को ऋण की वृद्धि पर निगरानी के लिए संरचित तंत्र माइक्रो और लघु उद्यमों (एमएसई) को ऋण वृद्धि में गिरावट से उभरी चिंताओं के परिप्रेक्ष्य में बैंकों में प्रत्येक पर्यवेक्षी स्तर (शाखा, क्षेत्र,अंचल, प्रधान कार्यालय स्तर आदि) पर एमएसई क्षे
मई 03, 2013
बैंक दर
आरबीआई/2012-13/492 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.बी.सी.सं. 73 /03.05.33/2012-13 मई 3, 2013 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंक दर मौद्रिक नीति 2013-14 में घोषित किए गए अनुसार दिनांक 3 मई 2013 से बैंक दर 8.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक घटकर 8.25 प्रतिशत हो गयी है। 2. रिज़र्व अपेक्षा में कमी होने पर लागू होनेवाली सभी प्रकार की दंडात्मक ब्याज दरें भी, जो विनिर्दिष्ट रूप से बैंक दर से जुड़ी हुई हैं, अनुबंध में दर्शाए गए के अनुसार संशोधित हो गयी हैं
आरबीआई/2012-13/492 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.बी.सी.सं. 73 /03.05.33/2012-13 मई 3, 2013 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंक दर मौद्रिक नीति 2013-14 में घोषित किए गए अनुसार दिनांक 3 मई 2013 से बैंक दर 8.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक घटकर 8.25 प्रतिशत हो गयी है। 2. रिज़र्व अपेक्षा में कमी होने पर लागू होनेवाली सभी प्रकार की दंडात्मक ब्याज दरें भी, जो विनिर्दिष्ट रूप से बैंक दर से जुड़ी हुई हैं, अनुबंध में दर्शाए गए के अनुसार संशोधित हो गयी हैं
मई 03, 2013
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार – लक्ष्य और वर्गीकरण – सीमाओं में संशोधन
आरबीआइ/2012-13/487 ग्राआऋवि.केका.प्लान. सं.72/04.09.01/2012-13 03 मई, 2013 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] महोदया/महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार – लक्ष्य और वर्गीकरण – सीमाओं में संशोधन कृपया आप वर्ष 2013-14 के मौद्रिक नीति वक्तव्य का पैरा 65 देखें । प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत 1 अप्रैल 2013 से निम्नलिखित सीमाएं संशोधित की गई हैं । 1. कृषि (i) प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कृष
आरबीआइ/2012-13/487 ग्राआऋवि.केका.प्लान. सं.72/04.09.01/2012-13 03 मई, 2013 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] महोदया/महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार – लक्ष्य और वर्गीकरण – सीमाओं में संशोधन कृपया आप वर्ष 2013-14 के मौद्रिक नीति वक्तव्य का पैरा 65 देखें । प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत 1 अप्रैल 2013 से निम्नलिखित सीमाएं संशोधित की गई हैं । 1. कृषि (i) प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कृष
अप्रैल 22, 2013
यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267(1999)/1989(2011) समिति के 'अल-कायदा प्रतिबंध सूची' को अद्यतन करना और समेकित सूची
भारिबैं/2012-13/479ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.एएमएल.सं 11424/07.51.018/2012-13 22 अप्रैल 2013 अध्यक्ष / कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) / राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय, यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267(1999)/1989(2011) समिति के 'अल-कायदा प्रतिबंध सूची' को अद्यतन करना और समेकित सूची कृपया दिनांक 13 दिसम्बर 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.सं. 6083 /07.02.12/2012-13 देखें । हम
भारिबैं/2012-13/479ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.एएमएल.सं 11424/07.51.018/2012-13 22 अप्रैल 2013 अध्यक्ष / कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) / राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय, यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267(1999)/1989(2011) समिति के 'अल-कायदा प्रतिबंध सूची' को अद्यतन करना और समेकित सूची कृपया दिनांक 13 दिसम्बर 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.सं. 6083 /07.02.12/2012-13 देखें । हम
अप्रैल 01, 2013
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफ़टी) /धनशोधन निवारण अधिनियिम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों के उत्तरदायित्व - स्वयं सहायता समूहों के लिए मानदंडों का सरलीकरण
भारिबैं/2012-13/ 461 ग्राआऋवि.आरसीबी.आरआरबी.एएमएल.बीसी.सं. 71/07.51.018/2012-13 1 अप्रैल 2013 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफ़टी) /धनशोधन निवारण अधिनियिम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों के उत्तरदायित्व - स्वयं सहायता समूहों के लिए मानदंडों का सरलीकरण कृपया 'अपने ग्राहक को जानिए' (केवाईसी) मानदंड / ध
भारिबैं/2012-13/ 461 ग्राआऋवि.आरसीबी.आरआरबी.एएमएल.बीसी.सं. 71/07.51.018/2012-13 1 अप्रैल 2013 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफ़टी) /धनशोधन निवारण अधिनियिम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों के उत्तरदायित्व - स्वयं सहायता समूहों के लिए मानदंडों का सरलीकरण कृपया 'अपने ग्राहक को जानिए' (केवाईसी) मानदंड / ध
मार्च 22, 2013
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आकस्मिक देयताओं का प्रतिपादन - स्पष्टीकरण
आरबीआई/2012-13/455ग्राआऋवि.केका.प्लान. बीसी सं. 70/04.09.01/2012-13 22 मार्च, 2013 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] महोदया/महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आकस्मिक देयताओं का प्रतिपादन - स्पष्टीकरण हमारी जानकारी में यह बात आयी है कि कुछ बैंकों ने आकस्मिक देयताओं/तुलन-पत्रेतर मदों को प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र लक्ष्यों की उपलब्धि के एक भाग के रूप में शामिल किया है। इस संबंध में
आरबीआई/2012-13/455ग्राआऋवि.केका.प्लान. बीसी सं. 70/04.09.01/2012-13 22 मार्च, 2013 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] महोदया/महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आकस्मिक देयताओं का प्रतिपादन - स्पष्टीकरण हमारी जानकारी में यह बात आयी है कि कुछ बैंकों ने आकस्मिक देयताओं/तुलन-पत्रेतर मदों को प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र लक्ष्यों की उपलब्धि के एक भाग के रूप में शामिल किया है। इस संबंध में
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 05, 2024