अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
दिसंबर 15, 2011
जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
भारिबैंक/2011-12/300 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.58 15 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (प्रा.व्या. श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की [3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा./25/आरबी-2000] विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली, 2000 और 28 दिसंबर 2010 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.32 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. विदे
भारिबैंक/2011-12/300 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.58 15 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (प्रा.व्या. श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की [3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा./25/आरबी-2000] विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली, 2000 और 28 दिसंबर 2010 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.32 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. विदे
दिसंबर 13, 2011
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (फेमा) विदेशी मुद्रा (कंपाउंडिंग प्रोसिडिंग्ज) नियमावली, 2000 (नियमावली) - फेमा, 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपाउंडिंग
भारिबैंक/2011-12/298 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.57 13 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (फेमा) विदेशी मुद्रा (कंपाउंडिंग प्रोसिडिंग्ज) नियमावली, 2000 (नियमावली)- फेमा, 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपाउंडिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों और उनके ग्राहकों/घटकों का ध्यान, 28 जून 2010 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 56 और समय समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की भारत सरकार की जी.एस.आर.सं. 3
भारिबैंक/2011-12/298 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.57 13 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (फेमा) विदेशी मुद्रा (कंपाउंडिंग प्रोसिडिंग्ज) नियमावली, 2000 (नियमावली)- फेमा, 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपाउंडिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों और उनके ग्राहकों/घटकों का ध्यान, 28 जून 2010 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 56 और समय समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की भारत सरकार की जी.एस.आर.सं. 3
दिसंबर 09, 2011
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) - सरकारी मार्ग के तहत अनुमत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना के अंतर्गत ईक्विटी शेयर जारी करना
भारिबैंक/2011-12/295 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.55 09 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) - सरकारी मार्ग के तहत अनुमत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना के अंतर्गत ईक्विटी शेयर जारी करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान, 30 जून 2011 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 74 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके द्वारा उसमें दर्शायी गयी शर्तों के अधीन पूँजीगत माल, / मशीनरी / उपकरणों (पुर
भारिबैंक/2011-12/295 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.55 09 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) - सरकारी मार्ग के तहत अनुमत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना के अंतर्गत ईक्विटी शेयर जारी करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान, 30 जून 2011 के ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 74 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसके द्वारा उसमें दर्शायी गयी शर्तों के अधीन पूँजीगत माल, / मशीनरी / उपकरणों (पुर
दिसंबर 09, 2011
औषधीय क्षेत्र (Pharmaceuticals sector) में विदेशी निवेश- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना में संशोधन
भारिबैंक/2011-12/296ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.56 09 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, औषधीय क्षेत्र (Pharmaceuticals sector) में विदेशी निवेश- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना में संशोधन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । (प्रा.व्या. श्रेणी - ।) बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियम
भारिबैंक/2011-12/296ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.56 09 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, औषधीय क्षेत्र (Pharmaceuticals sector) में विदेशी निवेश- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना में संशोधन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । (प्रा.व्या. श्रेणी - ।) बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियम
दिसंबर 08, 2011
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2011-12/293 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.54 08 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (ए.डी. श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान 2 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.53 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 25 अक्तूबर 2011 से रुपया का मूल्य 71.668914 नियत किया गया थ
भारिबैंक/2011-12/293 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.54 08 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (ए.डी. श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान 2 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.53 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 25 अक्तूबर 2011 से रुपया का मूल्य 71.668914 नियत किया गया थ
दिसंबर 02, 2011
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2011-12/289 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.53 2 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (ए.डी. श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान 01 नवंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.39 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 20 सितंबर 2011 से रुपया का मूल्य 69.09329 नियत किया गया था।
भारिबैंक/2011-12/289 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.53 2 दिसंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (ए.डी. श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान 01 नवंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.39 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 20 सितंबर 2011 से रुपया का मूल्य 69.09329 नियत किया गया था।
नवंबर 23, 2011
ओवर दि काउंटर (OTC) फॉरेन एक्स्चेंज डेरिवेटिव के संबंध में व्यापक दिशानिर्देश-विदेशी मुद्रा-आइएनआर स्वाप
भारिबैंक/2011-12/272 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.50 23 नवंबर 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, ओवर दि काउंटर (OTC) फॉरेन एक्स्चेंज डेरिवेटिव के संबंध में व्यापक दिशानिर्देश-विदेशी मुद्रा-आइएनआर स्वाप प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (प्रा.व्या. श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान 28 दिसंबर 2010 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.32 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें फॉरेन एक्स्चेंज डेरिवेटिव संविदाओं को विनियमित करने संबंधी दिशानिर्देश दिये गये हैं । 28 दिसं
भारिबैंक/2011-12/272 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.50 23 नवंबर 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, ओवर दि काउंटर (OTC) फॉरेन एक्स्चेंज डेरिवेटिव के संबंध में व्यापक दिशानिर्देश-विदेशी मुद्रा-आइएनआर स्वाप प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (प्रा.व्या. श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान 28 दिसंबर 2010 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.32 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें फॉरेन एक्स्चेंज डेरिवेटिव संविदाओं को विनियमित करने संबंधी दिशानिर्देश दिये गये हैं । 28 दिसं
नवंबर 23, 2011
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति – बाह्य वाणिज्यिक उधारों की प्राप्तियों को पार्क करना
भारिबैंक/2011-12/274 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 52 23 नवंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी- I बैंक महोदया/ महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति – बाह्य वाणिज्यिक उधारों की प्राप्तियों को पार्क करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) से संबंधित 22 अक्तूबर 2008 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 26 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. वर्तमान में, उधारकर्ताओं को बाह्य वाणिज्यिक उधारों की प्राप्तियों को विदेश में
भारिबैंक/2011-12/274 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 52 23 नवंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी- I बैंक महोदया/ महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति – बाह्य वाणिज्यिक उधारों की प्राप्तियों को पार्क करना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) से संबंधित 22 अक्तूबर 2008 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 26 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. वर्तमान में, उधारकर्ताओं को बाह्य वाणिज्यिक उधारों की प्राप्तियों को विदेश में
नवंबर 23, 2011
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति
भारिबैंक/2011-12/273 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.51 23 नवंबर 2011 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) की समग्र लागत सीमा से संबंधित 9 दिसंबर 2009 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.19 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. वैश्विक वित्तीय बाजार की गतिविधियों की समीक्षा के आधार पर और उधारकर्ताओं को मौजूदा समग्र लागत सीमा के भीतर बाह्य
भारिबैंक/2011-12/273 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.51 23 नवंबर 2011 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) की समग्र लागत सीमा से संबंधित 9 दिसंबर 2009 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.19 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. वैश्विक वित्तीय बाजार की गतिविधियों की समीक्षा के आधार पर और उधारकर्ताओं को मौजूदा समग्र लागत सीमा के भीतर बाह्य
नवंबर 22, 2011
इंफ्रास्ट्रक्चर कर्ज (debt) निधियों में विदेशी निवेश
भारिबैंक/2011-12/271 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.49 22 नवंबर 2011 सभी श्रेणी- I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, इंफ्रास्ट्रक्चर कर्ज (debt) निधियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000, , की अनुसूची 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है।
भारिबैंक/2011-12/271 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.49 22 नवंबर 2011 सभी श्रेणी- I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, इंफ्रास्ट्रक्चर कर्ज (debt) निधियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000, , की अनुसूची 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: मई 16, 2025