अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
जनवरी 09, 2014
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - आप्शनैलिटी उपबंधों वाले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लिखतों के लिए कीमत निर्धारण संबंधी दिशानिर्देश
भारिबैंक/2013-14/436ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.86 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - आप्शनैलिटी उपबंधों वाले प्रत्यक्ष विदेशीनिवेश लिखतों के लिए कीमत निर्धारण संबंधी दिशानिर्देश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की
भारिबैंक/2013-14/436ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.86 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - आप्शनैलिटी उपबंधों वाले प्रत्यक्ष विदेशीनिवेश लिखतों के लिए कीमत निर्धारण संबंधी दिशानिर्देश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की
जनवरी 09, 2014
भारत में निवासियों द्वारा रखे गए निवासी बैंक खाते-संयुक्त खाता धारक–उदारीकरण
भारिबैंक/2013-14/437ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.87 9 जनवरी 2014 विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय भारत में निवासियों द्वारा रखे गए निवासीबैंक खाते-संयुक्त खाता धारक–उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 15 सितंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्तियों को अपने निवासी बचत बैंक खातों में ‘प्रथम अथवा उत्तरजीवी’ के आधार पर अनिवासी घनिष्ठ रिशतेदारों (कंपनी अधिनिय
भारिबैंक/2013-14/437ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.87 9 जनवरी 2014 विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय भारत में निवासियों द्वारा रखे गए निवासीबैंक खाते-संयुक्त खाता धारक–उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 15 सितंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्तियों को अपने निवासी बचत बैंक खातों में ‘प्रथम अथवा उत्तरजीवी’ के आधार पर अनिवासी घनिष्ठ रिशतेदारों (कंपनी अधिनिय
जनवरी 06, 2014
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परिभाषा का उदारीकरण
भारिबैंक/2013-14/429 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.85 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महेदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परिभाषा का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, 12 सितंबर 2013 के जी.एस.आर. सं. 627(ई) के जरिए भारत के राजपत्र में प्रकाशित 19 जुलाई 2013 की अधिसूचना सं. फेमा. 281/2013-आरबी और 18 सितंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.48 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार 27 मार्च
भारिबैंक/2013-14/429 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.85 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महेदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परिभाषा का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, 12 सितंबर 2013 के जी.एस.आर. सं. 627(ई) के जरिए भारत के राजपत्र में प्रकाशित 19 जुलाई 2013 की अधिसूचना सं. फेमा. 281/2013-आरबी और 18 सितंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.48 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार 27 मार्च
जनवरी 06, 2014
अपरिवर्तनीय/प्रतिदेय बोनस अधिमानी शेयर अथवा डिबेंचर जारी करना - स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2013-14/428ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 84 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय अपरिवर्तनीय/प्रतिदेय बोनस अधिमानी शेयर अथवा डिबेंचर जारी करना - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 के विनियम (2ii) और विनियम 5 की ओर आक
भारिबैंक/2013-14/428ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 84 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय अपरिवर्तनीय/प्रतिदेय बोनस अधिमानी शेयर अथवा डिबेंचर जारी करना - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 के विनियम (2ii) और विनियम 5 की ओर आक
जनवरी 03, 2014
समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश – गारंटियों का रोलओवर
भारिबैंक/2013-14/427 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 83 3 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश – गारंटियों का रोलओवर प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं फेमा.120/आरबी-2004 [विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2004] (अधिसूचना) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2॰ यह निर्णय लिया गया है कि वर्तमान/मूल गारंटी के नवीकर
भारिबैंक/2013-14/427 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 83 3 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश – गारंटियों का रोलओवर प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं फेमा.120/आरबी-2004 [विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2004] (अधिसूचना) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2॰ यह निर्णय लिया गया है कि वर्तमान/मूल गारंटी के नवीकर
दिसंबर 31, 2013
नामित बैंकों/एजेंसियों/एंटिटीज़ द्वारा स्वर्ण का आयात
भारिबैंक/2013-14/423 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 82 31 दिसंबर 2013 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक जो विदेशी मुद्रा के प्राधिकृत व्यापारी हैं/ स्वर्ण के आयात के लिए नामित सभी एजेंसियाँ महोदया/महोदय, नामित बैंकों/एजेंसियों/एंटिटीज़ द्वारा स्वर्ण का आयात प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान उल्लिखित विषय पर रिज़र्व बैंक के 14 अगस्त 2013 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 25 और 11 नवंबर 2013 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 73 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. भारत सरकार और भ
भारिबैंक/2013-14/423 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 82 31 दिसंबर 2013 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक जो विदेशी मुद्रा के प्राधिकृत व्यापारी हैं/ स्वर्ण के आयात के लिए नामित सभी एजेंसियाँ महोदया/महोदय, नामित बैंकों/एजेंसियों/एंटिटीज़ द्वारा स्वर्ण का आयात प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान उल्लिखित विषय पर रिज़र्व बैंक के 14 अगस्त 2013 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 25 और 11 नवंबर 2013 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 73 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. भारत सरकार और भ
दिसंबर 24, 2013
रुपए में उधार लेना और उधार देना - भारत से बाहर के निवासी व्यक्तियों द्वारा कर-मुक्त, सिक्योर्ड, मोचनीय, अपरिवर्तनीय बांडों में निवेश
भारिबैंक/2013-14/416 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 81 24 दिसंबर 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय रुपए में उधार लेना और उधार देना - भारत से बाहर के निवासी व्यक्तियों द्वारा कर-मुक्त, सिक्योर्ड, मोचनीय, अपरिवर्तनीय बांडों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना और उधार देना) विनियमावली, 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.4/2000-आरबी) के विनियम 6(2) की ओर आकृष्ट किया जाता है, जो भारत से बाहर
भारिबैंक/2013-14/416 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 81 24 दिसंबर 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय रुपए में उधार लेना और उधार देना - भारत से बाहर के निवासी व्यक्तियों द्वारा कर-मुक्त, सिक्योर्ड, मोचनीय, अपरिवर्तनीय बांडों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना और उधार देना) विनियमावली, 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.4/2000-आरबी) के विनियम 6(2) की ओर आकृष्ट किया जाता है, जो भारत से बाहर
दिसंबर 16, 2013
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2013-14/409ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 80 16 दिसंबर 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 19 नवंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.76 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 18 नवंबर 2013 से रुपया का मूल्य 86.513657 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत
भारिबैंक/2013-14/409ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 80 16 दिसंबर 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 19 नवंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.76 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 18 नवंबर 2013 से रुपया का मूल्य 86.513657 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत
दिसंबर 06, 2013
लाओ पीपल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 30.94 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2013-14/405Aए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 79 6 दिसंबर 2013 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय लाओ पीपल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक की सरकार कोएक्ज़िम बैंक की 30.94 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने लाओ पीपल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक की सरकार को लाओ पीपल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक के चार बड़े प्रांतों (प्राविंसेज़) में स्टोरेज डैम्स (Storage Dams) के निर्माण और सिचाई प्रणाली के विकास (development of irrigation s
भारिबैंक/2013-14/405Aए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 79 6 दिसंबर 2013 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय लाओ पीपल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक की सरकार कोएक्ज़िम बैंक की 30.94 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने लाओ पीपल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक की सरकार को लाओ पीपल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक के चार बड़े प्रांतों (प्राविंसेज़) में स्टोरेज डैम्स (Storage Dams) के निर्माण और सिचाई प्रणाली के विकास (development of irrigation s
दिसंबर 03, 2013
होल्डिंग कंपनियों/कोर निवेश कंपनियों द्वारा एसपीवी (special purpose vehicle) में प्रोजेक्ट में इस्तेमाल के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार लेना
भारिबैंक/2013-14/397ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 78 3 दिसंबर 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महेदया/महोदय होल्डिंग कंपनियों/कोर निवेश कंपनियों द्वारा एसपीवी (special purpose vehicle) में प्रोजेक्ट में इस्तेमाल के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार लेना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित, समय-समय पर यथा संशोधित, 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र हेतु संसाध
भारिबैंक/2013-14/397ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 78 3 दिसंबर 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महेदया/महोदय होल्डिंग कंपनियों/कोर निवेश कंपनियों द्वारा एसपीवी (special purpose vehicle) में प्रोजेक्ट में इस्तेमाल के लिए बाह्य वाणिज्यिक उधार लेना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित, समय-समय पर यथा संशोधित, 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र हेतु संसाध
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