अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम घोषणा
अधिसूचनाएं
सितंबर 21, 2012
एकल-ब्रांड उत्पाद खुदरा व्यापार/बहु-ब्रांड खुदरा व्यापार/नागरिक विमानन क्षेत्र/प्रसारण क्षेत्र/ऊर्जा (पावर) एक्सचेंजों में विदेशी निवेश - प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना में संशोधन
भारिबैंक/2012-13/217ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 32 21 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, एकल-ब्रांड उत्पाद खुदरा व्यापार/बहु-ब्रांड खुदरा व्यापार/नागरिक विमानन क्षेत्र/प्रसारण क्षेत्र/ऊर्जा (पावर) एक्सचेंजों में विदेशी निवेश - प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना में संशोधन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निव
भारिबैंक/2012-13/217ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 32 21 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, एकल-ब्रांड उत्पाद खुदरा व्यापार/बहु-ब्रांड खुदरा व्यापार/नागरिक विमानन क्षेत्र/प्रसारण क्षेत्र/ऊर्जा (पावर) एक्सचेंजों में विदेशी निवेश - प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना में संशोधन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निव
सितंबर 17, 2012
विदेशी संस्थाओं/कंपनियों द्वारा भारत में शाखा/ संपर्क कार्यालय/परियोजना कार्यालय की स्थापना- स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2012-13/211ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 31 17 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, विदेशी संस्थाओं/कंपनियों द्वारा भारत में शाखा/संपर्क कार्यालय/परियोजना कार्यालय की स्थापना- स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 22/2000-आरबी अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा व्यवसाय के अन्य स्थान की स्थापना) विनियमावली, 2000 की ओर आकर्षित कि
भारिबैंक/2012-13/211ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 31 17 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, विदेशी संस्थाओं/कंपनियों द्वारा भारत में शाखा/संपर्क कार्यालय/परियोजना कार्यालय की स्थापना- स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 22/2000-आरबी अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा व्यवसाय के अन्य स्थान की स्थापना) विनियमावली, 2000 की ओर आकर्षित कि
सितंबर 12, 2012
ओवर दि काउंटर विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संबधी व्यापक दिशानिर्देश – लागत घटोत्तरी ढांचा (Cost Reduction Structures)
भारिबैंक/2012-13/204 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 30 12 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, ओवर दि काउंटर विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संबधी व्यापक दिशानिर्देश – लागत घटोत्तरी ढांचा (Cost Reduction Structures) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर, यथा संशोधित 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली, 2000 [ 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 25/आरबी-2000 ] और 28 दिसंबर 2010 के ए.पी.
भारिबैंक/2012-13/204 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 30 12 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, ओवर दि काउंटर विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संबधी व्यापक दिशानिर्देश – लागत घटोत्तरी ढांचा (Cost Reduction Structures) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर, यथा संशोधित 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली, 2000 [ 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 25/आरबी-2000 ] और 28 दिसंबर 2010 के ए.पी.
सितंबर 12, 2012
भारतीय पार्टी द्वारा समुद्रपारीय प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - युक्तिकरण
भारिबैंक/2012-13/203 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 29 12 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, भारतीय पार्टी द्वारा समुद्रपारीय प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - युक्तिकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर, यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं. फेमा 120/आरबी-2004 [ विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2004 ] (अधिसूचना) की ओर आकृष्ट किया जाता है। यह निर्णय लिया गया है कि वार्षिक क
भारिबैंक/2012-13/203 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 29 12 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, भारतीय पार्टी द्वारा समुद्रपारीय प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - युक्तिकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर, यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं. फेमा 120/आरबी-2004 [ विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2004 ] (अधिसूचना) की ओर आकृष्ट किया जाता है। यह निर्णय लिया गया है कि वार्षिक क
सितंबर 11, 2012
भारत में आयात के लिए व्यापार ऋण
भारिबैंक/2012-13/202 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 28 11 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, भारत में आयात के लिए व्यापार ऋण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान 17 अप्रैल 2004 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 87 और 01 नवंबर 2004 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 24 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार, विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा वर्गीकृत पूँजीगत माल के आयात के लिए, प्राधिकृत व्
भारिबैंक/2012-13/202 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 28 11 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, भारत में आयात के लिए व्यापार ऋण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान 17 अप्रैल 2004 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 87 और 01 नवंबर 2004 के ए. पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 24 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार, विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा वर्गीकृत पूँजीगत माल के आयात के लिए, प्राधिकृत व्
सितंबर 11, 2012
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए तात्कालिक वित्त (Bridge Finance)
भारिबैंक/2012-13/201 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.27 11 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए तात्कालिक वित्त (Bridge Finance) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 23 सितंबर 2011 के ए .पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 26 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. बाह्य वाणिज्यिक उधार संबंधी वर्तमान दिशानिर्देशों में यथा परिभाषित 'इंफ्रास्ट्रक्चर' के तहत आनेवाली इंफ्रास्ट्रक्चर
भारिबैंक/2012-13/201 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.27 11 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए तात्कालिक वित्त (Bridge Finance) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 23 सितंबर 2011 के ए .पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 26 की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. बाह्य वाणिज्यिक उधार संबंधी वर्तमान दिशानिर्देशों में यथा परिभाषित 'इंफ्रास्ट्रक्चर' के तहत आनेवाली इंफ्रास्ट्रक्चर
सितंबर 11, 2012
बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति - रुपया ऋणों की अदायगी और/अथवा नए रुपया पूंजी व्यय – 10 बिलियन अमरीकी डालर की योजना
भारिबैंक/2012-13/200 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 26 11 सितंबर 2012 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति - रुपया ऋणों की अदायगी और/अथवा नए रुपया पूंजी व्यय – 10 बिलियन अमरीकी डालर की योजना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 25 जून 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.134 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार, किसी एक कंपनी द्वारा विगत तीन वित्तीय वर्षों के दौरान औसत वार्षिक निर्यातगत अर्जन के
भारिबैंक/2012-13/200 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 26 11 सितंबर 2012 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति - रुपया ऋणों की अदायगी और/अथवा नए रुपया पूंजी व्यय – 10 बिलियन अमरीकी डालर की योजना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 25 जून 2012 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.134 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार, किसी एक कंपनी द्वारा विगत तीन वित्तीय वर्षों के दौरान औसत वार्षिक निर्यातगत अर्जन के
सितंबर 07, 2012
भारतीय पार्टियों द्वारा पाकिस्तान में समुद्रपारीय निवेश
भारिबैंक/2012-13/198 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 25 7 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारतीय पार्टियों द्वारा पाकिस्तान में समुद्रपारीय निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय - समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं.फेमा.120/आरबी-2004 [विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम)(संशोधन) विनियमावली, 2004] की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उपर्युक्त अधिसूचना के विनियम 6(2) के अनुसार, "इन विनिय
भारिबैंक/2012-13/198 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 25 7 सितंबर 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारतीय पार्टियों द्वारा पाकिस्तान में समुद्रपारीय निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय - समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं.फेमा.120/आरबी-2004 [विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम)(संशोधन) विनियमावली, 2004] की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उपर्युक्त अधिसूचना के विनियम 6(2) के अनुसार, "इन विनिय
सितंबर 06, 2012
मंगोलिया की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2012-13/195 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 24 6 सितंबर 2012 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, मंगोलिया की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने मंगोलिया की सरकार को मंगोलिया में भारत-मंगोलिया संयुक्त सूचना प्रोद्योगिकी शिक्षा और आउटसोर्सिंग सेंटर (IMJIT) परियोजना के लिए परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र मशीनरी, उपकरण, वस्तुओं और सेवाओं के वित्तपोषण के लिए 20 मिलियन अमरीकी डॉलर
भारिबैंक/2012-13/195 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 24 6 सितंबर 2012 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, मंगोलिया की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने मंगोलिया की सरकार को मंगोलिया में भारत-मंगोलिया संयुक्त सूचना प्रोद्योगिकी शिक्षा और आउटसोर्सिंग सेंटर (IMJIT) परियोजना के लिए परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र मशीनरी, उपकरण, वस्तुओं और सेवाओं के वित्तपोषण के लिए 20 मिलियन अमरीकी डॉलर
अगस्त 31, 2012
सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 39.69 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2012-13/187 ए.पी.(डीआईआर सीरीज)परिपत्र सं. 23 31 अगस्त 2012 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 39.69 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक की सरकार को सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक में दो जल विद्युत (हाइड्रो-इलेक्ट्रिक) परियोजनाओं के विकास के लिए भारत से निर्यात की जाने वाली परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उ
भारिबैंक/2012-13/187 ए.पी.(डीआईआर सीरीज)परिपत्र सं. 23 31 अगस्त 2012 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 39.69 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक की सरकार को सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक में दो जल विद्युत (हाइड्रो-इलेक्ट्रिक) परियोजनाओं के विकास के लिए भारत से निर्यात की जाने वाली परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उ
अगस्त 31, 2012
अर्हता प्राप्त विदेशी निवेशकों द्वारा विदेशी निवेश-हेजिंग सुविधाएं
भारिबैंक/2012-13/185 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.21 31 अगस्त 2012 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, अर्हता प्राप्त विदेशी निवेशकों द्वारा विदेशी निवेश-हेजिंग सुविधाएं प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली, 2000 [3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000] तथा 28 दिसंबर 2010 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 32 की ओर आकृष्ट किया जाता है।
भारिबैंक/2012-13/185 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.21 31 अगस्त 2012 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, अर्हता प्राप्त विदेशी निवेशकों द्वारा विदेशी निवेश-हेजिंग सुविधाएं प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली, 2000 [3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000] तथा 28 दिसंबर 2010 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 32 की ओर आकृष्ट किया जाता है।
अगस्त 31, 2012
सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2012-13/186 ए.पी.(डीआईआर सीरीज)परिपत्र सं. 22 31 अगस्त 2012 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक की सरकार को सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक में खनन परियोजनाओं के विकास के लिए भारत से निर्यात की जाने वाली परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 20 मिलि
भारिबैंक/2012-13/186 ए.पी.(डीआईआर सीरीज)परिपत्र सं. 22 31 अगस्त 2012 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक की सरकार को सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक में खनन परियोजनाओं के विकास के लिए भारत से निर्यात की जाने वाली परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 20 मिलि
अगस्त 29, 2012
दो निवासी कंपनियों के बीच हुए समझौते के तहत गैर-निधि आधारित सुविधाओं के लिए अनिवासी गारंटी
भारिबैंक/2012-13/179 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 20 29 अगस्त 2012 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, दो निवासी कंपनियों के बीच हुए समझौते के तहत गैर-निधि आधारित सुविधाओं के लिए अनिवासी गारंटी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी – I बैंकों का ध्यान 26 सितंबर 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 29/2000-आरबी अर्थात गारंटी के आह्वान पर भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति को भुगतान, 30 मार्च 2001 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 28 और 1 अगस्त 2005 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) पर
भारिबैंक/2012-13/179 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 20 29 अगस्त 2012 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, दो निवासी कंपनियों के बीच हुए समझौते के तहत गैर-निधि आधारित सुविधाओं के लिए अनिवासी गारंटी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी – I बैंकों का ध्यान 26 सितंबर 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 29/2000-आरबी अर्थात गारंटी के आह्वान पर भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति को भुगतान, 30 मार्च 2001 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 28 और 1 अगस्त 2005 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) पर
अगस्त 28, 2012
भारतीय निक्षेपागार रसीदें (IDRs) जारी करना – सीमित दुतरफा प्रतिमोच्यता (Limited two way fungibilty)
भारिबैंक/2012-13/178 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 19 28 अगस्त 2012 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारतीय निक्षेपागार रसीदें (IDRs) जारी करना – सीमित दुतरफा प्रतिमोच्यता (Limited two way fungibilty) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी – I बैंकों का ध्यान 22 जुलाई 2009 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत से बाहर की निवासी पात्र कंपनियों को भारतीय निक्षेपागार रसीदें (IDRs) जारी करने के बाबत दिशानिर्देश विनिर्दिष्ट
भारिबैंक/2012-13/178 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 19 28 अगस्त 2012 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारतीय निक्षेपागार रसीदें (IDRs) जारी करना – सीमित दुतरफा प्रतिमोच्यता (Limited two way fungibilty) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी – I बैंकों का ध्यान 22 जुलाई 2009 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत से बाहर की निवासी पात्र कंपनियों को भारतीय निक्षेपागार रसीदें (IDRs) जारी करने के बाबत दिशानिर्देश विनिर्दिष्ट
अगस्त 23, 2012
धन शोधन निवारण (एएमएल)/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत सीमापार (क्रास बॉर्डर) से आवक धनप्रेषण
भारिबैंक/2012-13/175 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 18 23 अगस्त 2012 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल)/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत सीमापार (क्रास बॉर्डर) से आवक धनप्रेषण कृपया 17 अप्रैल 2012 का ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 108 देखें, जो कतिपय क्षेत्राधिकारों के एएमएल/सीएफटी व्यवस्था में कमियों के कारण उत्पन्न जोखिमों के संबं
भारिबैंक/2012-13/175 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 18 23 अगस्त 2012 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल)/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा अंतरण सेवा योजना के तहत सीमापार (क्रास बॉर्डर) से आवक धनप्रेषण कृपया 17 अप्रैल 2012 का ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 108 देखें, जो कतिपय क्षेत्राधिकारों के एएमएल/सीएफटी व्यवस्था में कमियों के कारण उत्पन्न जोखिमों के संबं
अगस्त 23, 2012
धन शोधन निवारण (एएमएल)/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां
भारिबैंक/2012-13/174 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 17 23 अगस्त 2012 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल)/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां कृपया 17 अप्रैल 2012 का हमारा ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.107 देखें, जो कतिपय क्षेत्राधिकारों के एएमएल/सीएफटी व्यवस्था में कमियों के कारण उत्पन्न जोखिमों के संबंध में था । 2. वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने इस विषय पर 22 जून 2012 को ए
भारिबैंक/2012-13/174 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 17 23 अगस्त 2012 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल)/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां कृपया 17 अप्रैल 2012 का हमारा ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.107 देखें, जो कतिपय क्षेत्राधिकारों के एएमएल/सीएफटी व्यवस्था में कमियों के कारण उत्पन्न जोखिमों के संबंध में था । 2. वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने इस विषय पर 22 जून 2012 को ए
अगस्त 22, 2012
पाकिस्तानी नागरिक/पाकिस्तान में निगमित कंपनी द्वारा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश
भारिबैंक/2012-13/173 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.16 22 अगस्त 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, पाकिस्तानी नागरिक/पाकिस्तान में निगमित कंपनी द्वारा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय - समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी (इसके बाद अधिसूचना सं. फेमा. 20 के रूप में उल्लिखित) द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्
भारिबैंक/2012-13/173 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.16 22 अगस्त 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, पाकिस्तानी नागरिक/पाकिस्तान में निगमित कंपनी द्वारा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय - समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.20/2000-आरबी (इसके बाद अधिसूचना सं. फेमा. 20 के रूप में उल्लिखित) द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्
अगस्त 21, 2012
समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश – समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश संबंधी फॉर्म को युक्तिसंगत बनाना
भारिबैंक/2012-13/171 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.15 21 अगस्त 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश – समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश संबंधी फॉर्म को युक्तिसंगत बनाना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय - समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं.फेमा.120/आरबी-2004 [विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2004] (अधिसूचना) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. भारतीय प
भारिबैंक/2012-13/171 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.15 21 अगस्त 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश – समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश संबंधी फॉर्म को युक्तिसंगत बनाना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय - समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं.फेमा.120/आरबी-2004 [विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2004] (अधिसूचना) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. भारतीय प
अगस्त 13, 2012
रिपब्लिक ऑफ चाड की सरकार को एक्जिम बैंक की 40.32 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2012-13/166 ए.पी.(डीआईआर सीरीज)परिपत्र सं. 14 13 अगस्त 2012 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, रिपब्लिक ऑफ चाड की सरकार को एक्जिम बैंक की 40.32 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ चाड की सरकार को चाड में चार परियोजनाओं अर्थात (i) कंपोस्ट उत्पादन इकाई (7.20 मिलियन अमरीकी डॉलर), (ii) ग्रामीण विद्युतीकरण (सोलर एनर्जी) (15 मिलियन अमरीकी डॉलर), (iii) पशुओं के लिए चारा उत्पादन इकाई (2.22 मिलियन अम
भारिबैंक/2012-13/166 ए.पी.(डीआईआर सीरीज)परिपत्र सं. 14 13 अगस्त 2012 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, रिपब्लिक ऑफ चाड की सरकार को एक्जिम बैंक की 40.32 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ चाड की सरकार को चाड में चार परियोजनाओं अर्थात (i) कंपोस्ट उत्पादन इकाई (7.20 मिलियन अमरीकी डॉलर), (ii) ग्रामीण विद्युतीकरण (सोलर एनर्जी) (15 मिलियन अमरीकी डॉलर), (iii) पशुओं के लिए चारा उत्पादन इकाई (2.22 मिलियन अम
जुलाई 31, 2012
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (फेमा) – के अंतर्गत हुए उल्लंघनों की कंपाउंडिंग
भारिबैंक/2012-13/153 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 11 31 जुलाई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (फेमा) – के अंतर्गत हुए उल्लंघनों की कंपाउंडिंग सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों एवं उनके घटकों (ग्राहकों) का ध्यान 28 जून 2010 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 56 और तदुपरांत जारी 13 अगस्त 2010 की प्रेस प्रकाशनी की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिनमें 'तकनीकी' उल्लंघन की स्थिति तथा उसके बाद उनकी कंपाउंडिंग के स
भारिबैंक/2012-13/153 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 11 31 जुलाई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (फेमा) – के अंतर्गत हुए उल्लंघनों की कंपाउंडिंग सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों एवं उनके घटकों (ग्राहकों) का ध्यान 28 जून 2010 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 56 और तदुपरांत जारी 13 अगस्त 2010 की प्रेस प्रकाशनी की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिनमें 'तकनीकी' उल्लंघन की स्थिति तथा उसके बाद उनकी कंपाउंडिंग के स
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 08, 2024