मास्टर परिपत्र - आरबीआई - Reserve Bank of India
मास्टर परिपत्र
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश
भारिबैं /2007-2008 /16 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 1 /05.04.02/2007-08 जुलाई 2, 2007 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी डसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय, मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश कृपया दिनांक 10 जुलाई 2006 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस. बीसी.10/ 05.04.02/2005-06 देखें जिसमें प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रो
भारिबैं /2007-2008 /16 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 1 /05.04.02/2007-08 जुलाई 2, 2007 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी डसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय, मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश कृपया दिनांक 10 जुलाई 2006 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस. बीसी.10/ 05.04.02/2005-06 देखें जिसमें प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रो
जुल॰ 02, 2007
भारत में विदेशी निवेश संबंधी मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2007-08/18 मास्टर परिपत्र सं. 02 /2007-08 जुलाई 2, 2007सेवा में,सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी Iमहोदया /महोदयभारत में विदेशी निवेश संबंधी मास्टर परिपत्र भारत में निवेश समय-समय पर यथा संशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा (3) द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं। विनियामक ढांचे और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी अनुदेशों को इस मास्टर परिपत्र में समेकित किया गया है। इसके अलावा, इस मास्टर प
आरबीआइ/2007-08/18 मास्टर परिपत्र सं. 02 /2007-08 जुलाई 2, 2007सेवा में,सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी Iमहोदया /महोदयभारत में विदेशी निवेश संबंधी मास्टर परिपत्र भारत में निवेश समय-समय पर यथा संशोधित मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा (3) द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं। विनियामक ढांचे और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी अनुदेशों को इस मास्टर परिपत्र में समेकित किया गया है। इसके अलावा, इस मास्टर प
जुल॰ 02, 2007
वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिए दिशानिर्देश
आरबीआई/2007-08/11संदर्भ सं: एफ़एमडी.एमएसआरजी.सं:14/02.02.009/2007-08 02 जुलाई 2007 आषाढ़ 11, 1929 (एस) अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित बैंक, प्राथमिक व्यापारी तथा अखिल भारतीय वित्तीय संस्थान महोदय, वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिए दिशानिर्देश जैसा कि आप विदित हैं, वाणिज्यिक पत्र (सीपी), एक प्रोनोट के रूप में जारी एक असुरक्षित मुद्रा बाजार लिखित है, जिसे भारत में 1990 में शुरू किया गया था ताकि उच्च श्रेणी के कॉर्पोरेट उधारकर्ताओं को अल्पकालिक उधार के अपने स
आरबीआई/2007-08/11संदर्भ सं: एफ़एमडी.एमएसआरजी.सं:14/02.02.009/2007-08 02 जुलाई 2007 आषाढ़ 11, 1929 (एस) अध्यक्ष / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित बैंक, प्राथमिक व्यापारी तथा अखिल भारतीय वित्तीय संस्थान महोदय, वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिए दिशानिर्देश जैसा कि आप विदित हैं, वाणिज्यिक पत्र (सीपी), एक प्रोनोट के रूप में जारी एक असुरक्षित मुद्रा बाजार लिखित है, जिसे भारत में 1990 में शुरू किया गया था ताकि उच्च श्रेणी के कॉर्पोरेट उधारकर्ताओं को अल्पकालिक उधार के अपने स
जुल॰ 02, 2007
प्रतिभूतिकरण कंपनियाँ तथा पुनर्संरचना कंपनियाँ(रिज़र्व बैंक ) मार्गदर्शी सिद्धांत तथा निदेश 2003
भारिबैं/2007-2008/9 गैबैंपवि.(नीप्रभा) कंपरि. सं. 7/SCRC/10.30.000/2007-08 2 जुलाई 2007 प्रतिभूतिकरण कंपनियाँ तथा पुनर्संरचना कंपनियाँ(रिज़र्व बैंक ) मार्गदर्शी सिद्धांत तथा निदेश 2003 रिज़र्व बैंक ने प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्संरचना कंपनियों के पंजीकरण, स्वाधिकृत निधियों, अनुमत कारोबार, प्रतिभूतिकरण तथा परिसंपत्ति पुनर्संरचना के कारोबार को करने के लिए परिचालनात्मक ढांचे, बेशी निधियों के नियोजन, आंतरिक नियंत्रण प्रणाली, विवेकपूर्ण मानदण्ड, प्रकटीकरण (डिस्क्लोज़र)
भारिबैं/2007-2008/9 गैबैंपवि.(नीप्रभा) कंपरि. सं. 7/SCRC/10.30.000/2007-08 2 जुलाई 2007 प्रतिभूतिकरण कंपनियाँ तथा पुनर्संरचना कंपनियाँ(रिज़र्व बैंक ) मार्गदर्शी सिद्धांत तथा निदेश 2003 रिज़र्व बैंक ने प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्संरचना कंपनियों के पंजीकरण, स्वाधिकृत निधियों, अनुमत कारोबार, प्रतिभूतिकरण तथा परिसंपत्ति पुनर्संरचना के कारोबार को करने के लिए परिचालनात्मक ढांचे, बेशी निधियों के नियोजन, आंतरिक नियंत्रण प्रणाली, विवेकपूर्ण मानदण्ड, प्रकटीकरण (डिस्क्लोज़र)
जुल॰ 02, 2007
प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्संरचना कंपनियों को जारी निदेशों/अनुदेशों पर मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2007-2008/10 गैबैंपवि.(नीप्रभा) कंपरि. सं. 8/SCRC/10.30.000/2007-08 2, जुलाई 2007 प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्संरचना कंपनियों को जारी निदेशों/अनुदेशों पर मास्टर परिपत्र रिज़र्व बैंक ने प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्संरचना कंपनियों के संबंध में समय-समय पर निदेश/अनुदेश जारी किए हैं। 30 जून 2007 तक जारी ऐसे परिपत्रों/अधिसूचनाओं, जिन्हें अनुबंध में दिया गया है, पर मास्टर परिपत्र प्रयोगकर्ताओं के लाभ के लिए तैयार किया गया है। तथापि, संबंधित परिपत्रों/अधिसूचनाओं
भारिबैं/2007-2008/10 गैबैंपवि.(नीप्रभा) कंपरि. सं. 8/SCRC/10.30.000/2007-08 2, जुलाई 2007 प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्संरचना कंपनियों को जारी निदेशों/अनुदेशों पर मास्टर परिपत्र रिज़र्व बैंक ने प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्संरचना कंपनियों के संबंध में समय-समय पर निदेश/अनुदेश जारी किए हैं। 30 जून 2007 तक जारी ऐसे परिपत्रों/अधिसूचनाओं, जिन्हें अनुबंध में दिया गया है, पर मास्टर परिपत्र प्रयोगकर्ताओं के लाभ के लिए तैयार किया गया है। तथापि, संबंधित परिपत्रों/अधिसूचनाओं
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं (WOS)में प्रत्यक्ष निवेश
आरबीआइ/2007-08/17 मास्टर परिपत्र सं. 1 /2007-08 जुलाई 2, 2007सेवा में,विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारीमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं (WOS)में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित जुलाई 7, 2004 की फेमा अधिसूचना सं.जीएसआर 120/आरबी-2004 और नवंबर 19, 2004 की अधिसूचना सं. जीएसआर 757(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप धारा (3) के खंड (क) के
आरबीआइ/2007-08/17 मास्टर परिपत्र सं. 1 /2007-08 जुलाई 2, 2007सेवा में,विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारीमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं (WOS)में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित जुलाई 7, 2004 की फेमा अधिसूचना सं.जीएसआर 120/आरबी-2004 और नवंबर 19, 2004 की अधिसूचना सं. जीएसआर 757(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप धारा (3) के खंड (क) के
जुल॰ 02, 2007
जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशानिर्देश
आरबीआई/2007-2008/12संदर्भ.सं:एफ़एमडी.एमएसआरजी.सं15/02.02.004/2007-08 02 जुलाई 2007 आषाढ़ 11, 1929 (S) अध्यक्ष/कार्यपालक निदेशक सभी वाणिज्यिक बैंक (आरआरबी और एलएबी को छोड़कर)तथा अखिल भारतीय सावधि ऋण और पुनर्वित्त संस्थान महोदय, जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशानिर्देश जैसा कि आप विदित हैं, मुद्रा बाजार लिखतों की सीमा को और अधिक विस्तृत करने और निवेशकों को उनके अल्पकालिक अधिशेष निधियों के नियोजन में अधिक लचीलापन लाने की दृष्टि से, भारत में 1989 में जमा प्रमाणपत्र (सीडी)
आरबीआई/2007-2008/12संदर्भ.सं:एफ़एमडी.एमएसआरजी.सं15/02.02.004/2007-08 02 जुलाई 2007 आषाढ़ 11, 1929 (S) अध्यक्ष/कार्यपालक निदेशक सभी वाणिज्यिक बैंक (आरआरबी और एलएबी को छोड़कर)तथा अखिल भारतीय सावधि ऋण और पुनर्वित्त संस्थान महोदय, जमा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए दिशानिर्देश जैसा कि आप विदित हैं, मुद्रा बाजार लिखतों की सीमा को और अधिक विस्तृत करने और निवेशकों को उनके अल्पकालिक अधिशेष निधियों के नियोजन में अधिक लचीलापन लाने की दृष्टि से, भारत में 1989 में जमा प्रमाणपत्र (सीडी)
जुल॰ 02, 2007
कॉल/नोटिस मुद्रा बाजार परिचालनों पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2007-2008/13 एफएमडी.एमएसआरजी.सं.16/02.02.001/2007-08 2 जुलाई 2007 आषाढ 11, 1929 (शु) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालन अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेग्राबैं को छोड़कर)/ सहकारी बैंक/प्राथमिक डीलर महोदय कॉल/नोटिस मुद्रा बाजार परिचालनों पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते हैं भारतीय रिज़र्व बैंक ने कॉल/नोटिस मुद्रा बाजार से संबंधित मामलों के संबंध में समय-समय पर बैंकों को कई दिशानिर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किए हैं। पात्र संस्थानों को एक ही स्थान पर वर्तमान अनुदेश प्
आरबीआई/2007-2008/13 एफएमडी.एमएसआरजी.सं.16/02.02.001/2007-08 2 जुलाई 2007 आषाढ 11, 1929 (शु) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालन अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेग्राबैं को छोड़कर)/ सहकारी बैंक/प्राथमिक डीलर महोदय कॉल/नोटिस मुद्रा बाजार परिचालनों पर मास्टर परिपत्र जैसा कि आप जानते हैं भारतीय रिज़र्व बैंक ने कॉल/नोटिस मुद्रा बाजार से संबंधित मामलों के संबंध में समय-समय पर बैंकों को कई दिशानिर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किए हैं। पात्र संस्थानों को एक ही स्थान पर वर्तमान अनुदेश प्
जुल॰ 02, 2007
सभी वाणिज्य बैंक तथा वित्तीय संस्थाएं - धोखाधड़ियां - वर्गीकरण और सूचना देना
भा.रि.बैं. 2007-08 /14 संदर्भ.डीबीएस.एफआरएमसी. बीसी सं.1/23.04.001/2007-08 02 जुलाई 2006 मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) तथा वित्तीय संस्थाएं महोदय धोखाधड़ियां - वर्गीकरण और सूचना देना कृपया आप दिनाँक जुलाई 25, 2006 का हमारा पत्र डीबीएस. एफआरएमसी बीसी सं.6/23.04.001/2005-2006 देखें जिसके साथ धोखाधड़ियां-वर्गीकरण और सूचना देने से संबंधित मास्टर परिपत्र भेजा गया था। उपर्युक्त मास्टर परिपत्र को जून 30, 2007 तक अद्यतन करने के बाद भारत
भा.रि.बैं. 2007-08 /14 संदर्भ.डीबीएस.एफआरएमसी. बीसी सं.1/23.04.001/2007-08 02 जुलाई 2006 मुख्य कार्यपालक सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) तथा वित्तीय संस्थाएं महोदय धोखाधड़ियां - वर्गीकरण और सूचना देना कृपया आप दिनाँक जुलाई 25, 2006 का हमारा पत्र डीबीएस. एफआरएमसी बीसी सं.6/23.04.001/2005-2006 देखें जिसके साथ धोखाधड़ियां-वर्गीकरण और सूचना देने से संबंधित मास्टर परिपत्र भेजा गया था। उपर्युक्त मास्टर परिपत्र को जून 30, 2007 तक अद्यतन करने के बाद भारत
जुल॰ 02, 2007
सभी प्राथमिक (शहरी )सहकारी बैंक - धोखाधड़ियां - वर्गीकरण और सूचना देना
भा.रि.बैं. /2007-08 / 15 संदर्भ.डीबीएस. कें.का.एफआरएमसी. बीसी सं. 2 /23.04.001/2007-0802 जुलाई 2007मुख्य कार्यपालक सभी प्राथमिक (शहरी )सहकारी बैंक महोदय धोखाधड़ियां - वर्गीकरण और सूचना देना कृपया आप दिनाँक 27 जुलाई 2006 का हमारा पत्र डीबीएस. एफआरएमसी बीसी सं.7 /23.04.001/2006-2007 देखें जिसके साथ धोखाधड़ियां-वर्गीकरण और सूचना देने से संबंधित मास्टर परिपत्र भेजा गया था। उपर्युक्त मास्टर परिपत्र में बाद में जारी सभा अनुदेशों को समाहित कर उसे अद्यतन करने के बाद भार
भा.रि.बैं. /2007-08 / 15 संदर्भ.डीबीएस. कें.का.एफआरएमसी. बीसी सं. 2 /23.04.001/2007-0802 जुलाई 2007मुख्य कार्यपालक सभी प्राथमिक (शहरी )सहकारी बैंक महोदय धोखाधड़ियां - वर्गीकरण और सूचना देना कृपया आप दिनाँक 27 जुलाई 2006 का हमारा पत्र डीबीएस. एफआरएमसी बीसी सं.7 /23.04.001/2006-2007 देखें जिसके साथ धोखाधड़ियां-वर्गीकरण और सूचना देने से संबंधित मास्टर परिपत्र भेजा गया था। उपर्युक्त मास्टर परिपत्र में बाद में जारी सभा अनुदेशों को समाहित कर उसे अद्यतन करने के बाद भार
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: अगस्त 08, 2025