ऐसे परिपत्र जो अनावश्यक/अधिक्रमित/अवरुद्ध होते हैं - आरबीआई - Reserve Bank of India
ऐसे परिपत्र जो अनावश्यक/अधिक्रमित/अवरुद्ध होते हैं
आर बी आई/2009-10/226 भु.नि.प्र.वि.(आर.टीजी.एस.)सं.991/04.04.002/2009-2010 17 नवंबर 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर टी जी एस के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, आर टी जी एस प्रणाली - सरकारी प्राप्तियां जैसा कि आपको विदित है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से निधि अंतरण को सुलभ बनाने के लिए कई पहलें की हैं जिसके परिणाम स्वरूप आर टी जी एस (RTGS) और एन ई एफ टी (NEFT) प्रणाली के प्रसंस्करणों के परिमाण में मौलिक वृद्धि हुई है
आर बी आई/2009-10/226 भु.नि.प्र.वि.(आर.टीजी.एस.)सं.991/04.04.002/2009-2010 17 नवंबर 2009 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर टी जी एस के सहभागी सभी बैंक महोदय/महोदया, आर टी जी एस प्रणाली - सरकारी प्राप्तियां जैसा कि आपको विदित है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से निधि अंतरण को सुलभ बनाने के लिए कई पहलें की हैं जिसके परिणाम स्वरूप आर टी जी एस (RTGS) और एन ई एफ टी (NEFT) प्रणाली के प्रसंस्करणों के परिमाण में मौलिक वृद्धि हुई है
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जून 27, 2024