अधिसूचनाएं - वित्तीय समावेशन और विकास - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
सित॰ 04, 2006
प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा प्रदान किए ज़ाने वाले राहत उपायों के संबंध में दिशानिर्देश
भारिबैं/2006-07/120 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.बीसी.21/05.05.02/2006-074 सितंबर 2006 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंकमहोदय,प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा प्रदान किए ज़ाने वाले राहत उपायों के संबंध में दिशानिर्देश कृपया दिनांक 9 अगस्त 2006 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.के.का.पीएलएफएस.सं.बीसी.16/05.04.02/2006-07 के परिशिष्ट का पैरा 7 (iii) देखें ज़ो प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित उधारकर्ताओं के ऋण पुनर्निर्धारित
भारिबैं/2006-07/120 ग्राआऋवि.पीएलएफएस.सं.बीसी.21/05.05.02/2006-074 सितंबर 2006 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंकमहोदय,प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा प्रदान किए ज़ाने वाले राहत उपायों के संबंध में दिशानिर्देश कृपया दिनांक 9 अगस्त 2006 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि.के.का.पीएलएफएस.सं.बीसी.16/05.04.02/2006-07 के परिशिष्ट का पैरा 7 (iii) देखें ज़ो प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित उधारकर्ताओं के ऋण पुनर्निर्धारित
सित॰ 01, 2006
अल्पसंख्यकों के कल्याण हेतु प्रधान मंत्री का 15 पाइंट कार्यक्रम
भारिबैं /2006-07/122ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं. 22 /09.10.01/2006-07 1, सितम्बर 2006अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय, अल्पसंख्यकों के कल्याण हेतु प्रधान मंत्री का 15 पाइंट कार्यक्रम कृपया अल्पसंख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं प्रदान करने संबंधी दिनांक 5 जुलाई 2006 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.09/09.10.01/06-07 देखें । इस संबंध में भारत सरकार ने फाल ही में एक नया कार्यक्रम "अल्पसंख्यकों के कल्याण हेतु प्रधान मंत्री का 15 पाइंट कार्यक्रम" को अं
भारिबैं /2006-07/122ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.सं. 22 /09.10.01/2006-07 1, सितम्बर 2006अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय, अल्पसंख्यकों के कल्याण हेतु प्रधान मंत्री का 15 पाइंट कार्यक्रम कृपया अल्पसंख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं प्रदान करने संबंधी दिनांक 5 जुलाई 2006 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.एसपी.बीसी.09/09.10.01/06-07 देखें । इस संबंध में भारत सरकार ने फाल ही में एक नया कार्यक्रम "अल्पसंख्यकों के कल्याण हेतु प्रधान मंत्री का 15 पाइंट कार्यक्रम" को अं
अग॰ 25, 2006
केंद्र सरकार की प्रतिभूतियों में ’जब जारी’ (वेन इश्युड) लेन-देन-लेखा तथा संबंधित पहलू
भारिबैं/2006-07/119 ग्राआऋवि.सं.आरएफ.बीसी.19/07.02.03/2006-0725 अगस्त 2006.सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक (एनडीएस-ओएम सदस्य)महोदय, केंद्र सरकार की प्रतिभूतियों में ’जब जारी’ (वेन इश्युड) लेन-देन-लेखा तथा संबंधित पहलू कृपया हमारे आंतरिक ऋण प्रबंधन विभाग का दि. 3 मई 2006 का परिपत्र सं.आइडीएमडी.3426/11.01.01(डी)/ 2005-06 देखें (भारतीय रिजर्व बैंक के वेब साइट /en/web/rbi पर उपलब्ध) जिसके अनुसार सभी एनडीएस-ओएम सदस्यों को एनडीएस-ओएम प्लैटफॉर्म पर ’जब जारी’ लेन-देन
भारिबैं/2006-07/119 ग्राआऋवि.सं.आरएफ.बीसी.19/07.02.03/2006-0725 अगस्त 2006.सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक (एनडीएस-ओएम सदस्य)महोदय, केंद्र सरकार की प्रतिभूतियों में ’जब जारी’ (वेन इश्युड) लेन-देन-लेखा तथा संबंधित पहलू कृपया हमारे आंतरिक ऋण प्रबंधन विभाग का दि. 3 मई 2006 का परिपत्र सं.आइडीएमडी.3426/11.01.01(डी)/ 2005-06 देखें (भारतीय रिजर्व बैंक के वेब साइट /en/web/rbi पर उपलब्ध) जिसके अनुसार सभी एनडीएस-ओएम सदस्यों को एनडीएस-ओएम प्लैटफॉर्म पर ’जब जारी’ लेन-देन
अग॰ 24, 2006
खादी ग्रामोद्योग (केवीआइ) क्षेत्र को बैंक ऋण
भारिबैं/2006-07/116 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं.18/06.06.12(डी)/2006-07. 24, अगस्त 2006. अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) महोदय, खादी ग्रामोद्योग (केवीआइ) क्षेत्र को बैंक ऋण कृपया दि. 28 जुलाई 1994 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 16/06.06.12 (डी)/94-95 तथा दि. 11 सितंबर 2003 का परिपत्र ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 620/06.02.28(डी)/2002-03 देखें जिसमें खादी स
भारिबैं/2006-07/116 ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं.18/06.06.12(डी)/2006-07. 24, अगस्त 2006. अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) महोदय, खादी ग्रामोद्योग (केवीआइ) क्षेत्र को बैंक ऋण कृपया दि. 28 जुलाई 1994 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 16/06.06.12 (डी)/94-95 तथा दि. 11 सितंबर 2003 का परिपत्र ग्राआऋवि.पीएलएनएफएस.बीसी.सं. 620/06.02.28(डी)/2002-03 देखें जिसमें खादी स
अग॰ 11, 2006
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखने में हुई चूक पर दंड
आरबीआइ/2006-2007/107 ग्राआऋवि.आरएफ. बीसी. 17/07.02.01/2006-0711 अगस्त 2006 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखने में हुई चूक पर दंडकृपया उपर्युक्त विषय पर 22 जून 2006 का हमारा परिपत्र भारिबैं/2005-2006/424. ग्राआऋवि.आरएफ. बीसी. 93/07.02.01/2005-06 देखें जिसमें यह सूचित किया गया था कि 24 जून 2006 को शुरू होनेवाले पखवाड़े से रिज़र्व बैंक अनुसूचित राज
आरबीआइ/2006-2007/107 ग्राआऋवि.आरएफ. बीसी. 17/07.02.01/2006-0711 अगस्त 2006 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय,भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखने में हुई चूक पर दंडकृपया उपर्युक्त विषय पर 22 जून 2006 का हमारा परिपत्र भारिबैं/2005-2006/424. ग्राआऋवि.आरएफ. बीसी. 93/07.02.01/2005-06 देखें जिसमें यह सूचित किया गया था कि 24 जून 2006 को शुरू होनेवाले पखवाड़े से रिज़र्व बैंक अनुसूचित राज
अग॰ 09, 2006
प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए ज़ानेवाले राहत उपायों के लिए दिशा-निर्देश
भारिबैं/2006-07/105 ग्राआऋवि.केका.पीएलएफएस.सं.बीसी.16/05.04.02/2006-07 9 अगस्त 2006 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज़्य बैंकमहोदय,प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए ज़ानेवाले राहत उपायों के लिए दिशा-निर्देश जैसाकि आपको ज्ञात है भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में उपलब्ध किए ज़ानेवाले राहत उपायों के संबंध में बैंकों को समय-समय पर दिशा-निर्देश / अनुदेश ज़ारी किए हैं तथा इन्हें द
भारिबैं/2006-07/105 ग्राआऋवि.केका.पीएलएफएस.सं.बीसी.16/05.04.02/2006-07 9 अगस्त 2006 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज़्य बैंकमहोदय,प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए ज़ानेवाले राहत उपायों के लिए दिशा-निर्देश जैसाकि आपको ज्ञात है भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में उपलब्ध किए ज़ानेवाले राहत उपायों के संबंध में बैंकों को समय-समय पर दिशा-निर्देश / अनुदेश ज़ारी किए हैं तथा इन्हें द
अग॰ 07, 2006
इंटरनेट आधारित इलेक्ट्रॉनिक पर्स योजनाओं के लिए समाशोधन
आरबीआई/2006-07/100ग्राआऋवि.आरएफ.बीसी14/07.40.06/06-07 7 अगस्त 2006सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय इंटरनेट आधारित इलेक्ट्रॉनिक पर्स योजनाओं के लिए समाशोधन तथा निबटान सेवाएं प्रदान करना - शहरी सहकारी बैंक हमें ज्ञात हुआ है कि कुछ कंपनियों ने इंटरनेट आधारित इलेक्ट्रॉनिक पर्स योजनाएं शुरू की हैं जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं: इस योजना का सदस्य बनने का इच्छुक कोई व्यक्ति वेबसाइट में जाकर अपना पंजीकरण कर सकता है और एक सामान्य फॉर्म भर सकता है जिसमें उसको केवल
आरबीआई/2006-07/100ग्राआऋवि.आरएफ.बीसी14/07.40.06/06-07 7 अगस्त 2006सभी राज्य और जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकमहोदय इंटरनेट आधारित इलेक्ट्रॉनिक पर्स योजनाओं के लिए समाशोधन तथा निबटान सेवाएं प्रदान करना - शहरी सहकारी बैंक हमें ज्ञात हुआ है कि कुछ कंपनियों ने इंटरनेट आधारित इलेक्ट्रॉनिक पर्स योजनाएं शुरू की हैं जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं: इस योजना का सदस्य बनने का इच्छुक कोई व्यक्ति वेबसाइट में जाकर अपना पंजीकरण कर सकता है और एक सामान्य फॉर्म भर सकता है जिसमें उसको केवल
अग॰ 07, 2006
इंटरनेट आधारित इलेक्ट्रॉनिक पर्स योजनाओं के लिए समाशोधन
आरबीआई/2006-07/101ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी15/03.05.33/06-077 अगस्त 2006सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय इंटरनेट आधारित इलेक्ट्रॉनिक पर्स योजनाओं के लिए समाशोधन तथा निबटान सेवाएं प्रदान करना - शहरी सहकारी बैंक हमें ज्ञात हुआ है कि कुछ कंपनियों ने इंटरनेट आधारित इलेक्ट्रॉनिक पर्स योजनाएं शुरू की हैं जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं: इस योजना का सदस्य बनने का इच्छुक कोई व्यक्ति वेबसाइट में जाकर अपना पंजीकरण कर सकता है और एक सामान्य फॉर्म भर सकता है जिसमें उसको केवल अपने ब्योरे
आरबीआई/2006-07/101ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी15/03.05.33/06-077 अगस्त 2006सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकमहोदय इंटरनेट आधारित इलेक्ट्रॉनिक पर्स योजनाओं के लिए समाशोधन तथा निबटान सेवाएं प्रदान करना - शहरी सहकारी बैंक हमें ज्ञात हुआ है कि कुछ कंपनियों ने इंटरनेट आधारित इलेक्ट्रॉनिक पर्स योजनाएं शुरू की हैं जिनकी निम्नलिखित विशेषताएं हैं: इस योजना का सदस्य बनने का इच्छुक कोई व्यक्ति वेबसाइट में जाकर अपना पंजीकरण कर सकता है और एक सामान्य फॉर्म भर सकता है जिसमें उसको केवल अपने ब्योरे
अग॰ 03, 2006
पंजाब राज्य में नये जिले का गठन - अग्रणी बैंक दायित्व सौंपना
भारिबैं /2006-07 /99 ग्राआऋवि.के का.एल बी एस.बी सी.सं 13 /02.08.01/2006-07 अगस्त 3, 2006 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक.महोदय, पंजाब राज्य में नये जिले का गठन - अग्रणी बैंक दायित्व सौंपना राजस्व और पुनर्वास विभाग, पंजाब सरकार ने दि.8 जून 2006 की अपनी राजपत्र अधिसूचना सं.1/4/06आर ई II(I) 5545 द्वारा दिनांक 16 जून 2006 से तरन तारन नामक नए जिले के गठन के बारे में सूचित किया है , जिसे निम्नलिखित तीन तहसीलों को उनके वर्तमान अमृतसर जिले से अलग करके बनाया गया है — (i) तरन तारन तहस
भारिबैं /2006-07 /99 ग्राआऋवि.के का.एल बी एस.बी सी.सं 13 /02.08.01/2006-07 अगस्त 3, 2006 अध्यक्ष, सभी अग्रणी बैंक.महोदय, पंजाब राज्य में नये जिले का गठन - अग्रणी बैंक दायित्व सौंपना राजस्व और पुनर्वास विभाग, पंजाब सरकार ने दि.8 जून 2006 की अपनी राजपत्र अधिसूचना सं.1/4/06आर ई II(I) 5545 द्वारा दिनांक 16 जून 2006 से तरन तारन नामक नए जिले के गठन के बारे में सूचित किया है , जिसे निम्नलिखित तीन तहसीलों को उनके वर्तमान अमृतसर जिले से अलग करके बनाया गया है — (i) तरन तारन तहस
जुल॰ 17, 2006
महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र को राहत उपायों का पैकेज़
भारिबैं/2006-07/74ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं. 12 / 05.04.02 (विदर्भ) / 2006-0717 जुलाई 2006 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यकारी अधिकारी, विदर्भ क्षेत्र में कार्यरत वाणिज़्य बैंक महोदय, महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र को राहत उपायों का पैकेज़ विदर्भ के छ: ऋणग्रस्त ज़िलों में किसानों की विपत्ति को कम करने के उद्देश्य से, माननीय प्रधान मंत्री ने कृषि ऋण के संबंध में निम्नलिखित पुनर्वास पैकेज़ की घोषणा की है :- क) यह पैकेज़ अमरावती, वर्धा, यवतमाल, अकोला, वाशिम और बुलधाना
भारिबैं/2006-07/74ग्राआऋवि.पीएलएफएस.बीसी.सं. 12 / 05.04.02 (विदर्भ) / 2006-0717 जुलाई 2006 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यकारी अधिकारी, विदर्भ क्षेत्र में कार्यरत वाणिज़्य बैंक महोदय, महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र को राहत उपायों का पैकेज़ विदर्भ के छ: ऋणग्रस्त ज़िलों में किसानों की विपत्ति को कम करने के उद्देश्य से, माननीय प्रधान मंत्री ने कृषि ऋण के संबंध में निम्नलिखित पुनर्वास पैकेज़ की घोषणा की है :- क) यह पैकेज़ अमरावती, वर्धा, यवतमाल, अकोला, वाशिम और बुलधाना
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