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जून 06, 2013
स्वर्ण की जमानत पर ऋण
भारिबै/2012-13/522ग्राआऋवि.केंका.आरसीबी.बीसी.सं. 77/07.51.014/2012-13 6 जून 2013 सभी राज्य और केन्द्रीय सहकारी बैंकों के मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी महोदय स्वर्ण की जमानत पर ऋण कृपया आप 3 मई 2013 को घोषित मौद्रिक नीति विवरण का स्‍वर्ण की जमानत पर ऋण के संबंध में पैरा 98 देखें (प्रतिलिपि संलग्‍न) जिसमें स्‍वर्ण के सिक्‍कों की जमानत पर उक्‍त सुविधा को प्रति ग्राहक 50 ग्राम तक के स्‍वर्ण के सिक्‍कों तक सीमित करने का प्रस्‍ताव किया गया है। 2. राज्‍य/केंद्रीय सहकारी बैंकों को
भारिबै/2012-13/522ग्राआऋवि.केंका.आरसीबी.बीसी.सं. 77/07.51.014/2012-13 6 जून 2013 सभी राज्य और केन्द्रीय सहकारी बैंकों के मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी महोदय स्वर्ण की जमानत पर ऋण कृपया आप 3 मई 2013 को घोषित मौद्रिक नीति विवरण का स्‍वर्ण की जमानत पर ऋण के संबंध में पैरा 98 देखें (प्रतिलिपि संलग्‍न) जिसमें स्‍वर्ण के सिक्‍कों की जमानत पर उक्‍त सुविधा को प्रति ग्राहक 50 ग्राम तक के स्‍वर्ण के सिक्‍कों तक सीमित करने का प्रस्‍ताव किया गया है। 2. राज्‍य/केंद्रीय सहकारी बैंकों को
जून 04, 2013
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) /धन शोधन निवारण (एएमएल) /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) दिशानिर्देश – भारत में बैंक ग्राहकों के लिए विशिष्ट ग्राहक पहचान कोड (यूसीआईसी)
भारिबैं/2012-13/521 ग्राआऋवि आरसीबी.आरआरबी.एएमएल.बीसी.सं.76/07.51.018/2012-13 04 जून 2013 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) /धन शोधन निवारण (एएमएल) /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) दिशानिर्देश – भारत में बैंक ग्राहकों के लिए विशिष्ट ग्राहक पहचान कोड (यूसीआईसी) कृपया उक्त विषय पर 11 जून 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि आरसीबी.आरआरबी. एएमएल. बीसी. सं.82/03.05.33(33)/2011
भारिबैं/2012-13/521 ग्राआऋवि आरसीबी.आरआरबी.एएमएल.बीसी.सं.76/07.51.018/2012-13 04 जून 2013 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) /धन शोधन निवारण (एएमएल) /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) दिशानिर्देश – भारत में बैंक ग्राहकों के लिए विशिष्ट ग्राहक पहचान कोड (यूसीआईसी) कृपया उक्त विषय पर 11 जून 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि आरसीबी.आरआरबी. एएमएल. बीसी. सं.82/03.05.33(33)/2011
मई 10, 2013
प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना – कार्यान्वयन
भारिबैं/2012-13/498 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी.सं. 75/02.01.001/2012-13 10 मई 2013 अध्य्क्ष एवं प्रबंध निदेशकसभी संयोजक बैंक और अग्रणी बैंक महोदय, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना – कार्यान्वयन कृपया आप 3 मई 2013 को घोषित वर्ष 2013-14 के मौद्रिक नीति वक्तव्य का पैरा 67 देखें। डीबीटी को प्रथम चरण में 1 जनवरी 2013 से एक चरण्बद्ध रूप में 43 जिलों में लागू किया जा रहा है और इसे 1 जुलाई 2013 से 78 जिलों में लागू किया जाएगा। अंत्तोग्त्वा, देश के सभी जिलों को डीबीटी योजना म
भारिबैं/2012-13/498 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी.सं. 75/02.01.001/2012-13 10 मई 2013 अध्य्क्ष एवं प्रबंध निदेशकसभी संयोजक बैंक और अग्रणी बैंक महोदय, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना – कार्यान्वयन कृपया आप 3 मई 2013 को घोषित वर्ष 2013-14 के मौद्रिक नीति वक्तव्य का पैरा 67 देखें। डीबीटी को प्रथम चरण में 1 जनवरी 2013 से एक चरण्बद्ध रूप में 43 जिलों में लागू किया जा रहा है और इसे 1 जुलाई 2013 से 78 जिलों में लागू किया जाएगा। अंत्तोग्त्वा, देश के सभी जिलों को डीबीटी योजना म
मई 09, 2013
एमएसई क्षेत्र को ऋण की वृद्धि पर निगरानी के लिए संरचित तंत्र
भारिबैं / 2012-13 /495 ग्राआऋवि.सं.एमएसएमइ एण्ड एनएफएस.बीसी.74/06.02.31/2012-13 9 मई 2013 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/ महोदया, एमएसई क्षेत्र को ऋण की वृद्धि पर निगरानी के लिए संरचित तंत्र माइक्रो और लघु उद्यमों (एमएसई) को ऋण वृद्धि में गिरावट से उभरी चिंताओं के परिप्रेक्ष्य में बैंकों में प्रत्येक  पर्यवेक्षी स्तर (शाखा, क्षेत्र,अंचल, प्रधान कार्यालय स्तर आदि) पर एमएसई क्षे
भारिबैं / 2012-13 /495 ग्राआऋवि.सं.एमएसएमइ एण्ड एनएफएस.बीसी.74/06.02.31/2012-13 9 मई 2013 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/ महोदया, एमएसई क्षेत्र को ऋण की वृद्धि पर निगरानी के लिए संरचित तंत्र माइक्रो और लघु उद्यमों (एमएसई) को ऋण वृद्धि में गिरावट से उभरी चिंताओं के परिप्रेक्ष्य में बैंकों में प्रत्येक  पर्यवेक्षी स्तर (शाखा, क्षेत्र,अंचल, प्रधान कार्यालय स्तर आदि) पर एमएसई क्षे
मई 03, 2013
बैंक दर
आरबीआई/2012-13/492 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.बी.सी.सं. 73 /03.05.33/2012-13 मई 3, 2013 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंक दर मौद्रिक नीति 2013-14 में घोषित किए गए अनुसार दिनांक 3 मई 2013 से बैंक दर 8.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक घटकर 8.25 प्रतिशत हो गयी है। 2. रिज़र्व अपेक्षा में कमी होने पर लागू होनेवाली सभी प्रकार की दंडात्मक ब्याज दरें भी, जो विनिर्दिष्ट रूप से बैंक दर से जुड़ी हुई हैं, अनुबंध में दर्शाए गए के अनुसार संशोधित हो गयी हैं
आरबीआई/2012-13/492 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.बी.सी.सं. 73 /03.05.33/2012-13 मई 3, 2013 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंक दर मौद्रिक नीति 2013-14 में घोषित किए गए अनुसार दिनांक 3 मई 2013 से बैंक दर 8.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक घटकर 8.25 प्रतिशत हो गयी है। 2. रिज़र्व अपेक्षा में कमी होने पर लागू होनेवाली सभी प्रकार की दंडात्मक ब्याज दरें भी, जो विनिर्दिष्ट रूप से बैंक दर से जुड़ी हुई हैं, अनुबंध में दर्शाए गए के अनुसार संशोधित हो गयी हैं
मई 03, 2013
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार – लक्ष्य और वर्गीकरण – सीमाओं में संशोधन
आरबीआइ/2012-13/487 ग्राआऋवि.केका.प्लान. सं.72/04.09.01/2012-13 03 मई, 2013 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] महोदया/महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार – लक्ष्य और वर्गीकरण – सीमाओं में संशोधन कृपया आप वर्ष 2013-14 के मौद्रिक नीति वक्तव्य का पैरा 65 देखें । प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत 1 अप्रैल 2013 से निम्नलिखित सीमाएं संशोधित की गई हैं । 1. कृषि (i) प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कृष
आरबीआइ/2012-13/487 ग्राआऋवि.केका.प्लान. सं.72/04.09.01/2012-13 03 मई, 2013 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] महोदया/महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार – लक्ष्य और वर्गीकरण – सीमाओं में संशोधन कृपया आप वर्ष 2013-14 के मौद्रिक नीति वक्तव्य का पैरा 65 देखें । प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के अंतर्गत 1 अप्रैल 2013 से निम्नलिखित सीमाएं संशोधित की गई हैं । 1. कृषि (i) प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कृष
अप्रैल 22, 2013
यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परि‍षद की 1267(1999)/1989(2011) समि‍ति के 'अल-कायदा प्रति‍बंध सूची' को अद्यतन करना और समेकित सूची
भारिबैं/2012-13/479ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.एएमएल.सं 11424/07.51.018/2012-13 22 अप्रैल 2013 अध्यक्ष / कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) / राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय, यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परि‍षद की 1267(1999)/1989(2011) समि‍ति के 'अल-कायदा प्रति‍बंध सूची' को अद्यतन करना और समेकित सूची कृपया दिनांक 13 दिसम्बर 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.सं. 6083 /07.02.12/2012-13 देखें । हम
भारिबैं/2012-13/479ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.एएमएल.सं 11424/07.51.018/2012-13 22 अप्रैल 2013 अध्यक्ष / कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) / राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय, यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परि‍षद की 1267(1999)/1989(2011) समि‍ति के 'अल-कायदा प्रति‍बंध सूची' को अद्यतन करना और समेकित सूची कृपया दिनांक 13 दिसम्बर 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.सं. 6083 /07.02.12/2012-13 देखें । हम
अप्रैल 01, 2013
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफ़टी) /धनशोधन निवारण अधिनियिम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों के उत्तरदायित्व - स्वयं सहायता समूहों के लिए मानदंडों का सरलीकरण
भारिबैं/2012-13/ 461 ग्राआऋवि.आरसीबी.आरआरबी.एएमएल.बीसी.सं. 71/07.51.018/2012-13 1 अप्रैल 2013 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफ़टी) /धनशोधन निवारण अधिनियिम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों के उत्तरदायित्व - स्वयं सहायता समूहों के लिए मानदंडों का सरलीकरण कृपया 'अपने ग्राहक को जानिए' (केवाईसी) मानदंड / ध
भारिबैं/2012-13/ 461 ग्राआऋवि.आरसीबी.आरआरबी.एएमएल.बीसी.सं. 71/07.51.018/2012-13 1 अप्रैल 2013 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड /धनशोधन निवारण (एएमएल) मानक /आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफ़टी) /धनशोधन निवारण अधिनियिम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों के उत्तरदायित्व - स्वयं सहायता समूहों के लिए मानदंडों का सरलीकरण कृपया 'अपने ग्राहक को जानिए' (केवाईसी) मानदंड / ध
मार्च 22, 2013
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आकस्मिक देयताओं का प्रतिपादन - स्पष्टीकरण
आरबीआई/2012-13/455ग्राआऋवि.केका.प्लान. बीसी सं. 70/04.09.01/2012-13 22 मार्च, 2013 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी   [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] महोदया/महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आकस्मिक देयताओं का प्रतिपादन - स्पष्टीकरण हमारी जानकारी में यह बात आयी है कि कुछ बैंकों ने आकस्मिक देयताओं/तुलन-पत्रेतर मदों को प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र लक्ष्यों की उपलब्धि के एक भाग के रूप में शामिल किया है। इस संबंध में
आरबीआई/2012-13/455ग्राआऋवि.केका.प्लान. बीसी सं. 70/04.09.01/2012-13 22 मार्च, 2013 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी   [सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)] महोदया/महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - आकस्मिक देयताओं का प्रतिपादन - स्पष्टीकरण हमारी जानकारी में यह बात आयी है कि कुछ बैंकों ने आकस्मिक देयताओं/तुलन-पत्रेतर मदों को प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र लक्ष्यों की उपलब्धि के एक भाग के रूप में शामिल किया है। इस संबंध में
मार्च 19, 2013
अग्रणी बैंक योजना – निगरानी सूचना प्रणाली (एमआइएस) को मजबूत बनाना
भारिबैं/2012–13/450 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी.सं. 68/02.01.001/2012-13 19 मार्च 2013 अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एसएलबीसी संयोजक बैंक / अग्रणी बैंक महोदय, अग्रणी बैंक योजना – निगरानी सूचना प्रणाली (एमआइएस) को मजबूत बनाना जैसाकि आपको ज्ञात है, प्राथमिकता प्राप्‍त क्षेत्र दिशा-निर्देशों को समय-समय पर संशोधित किया जाता रहा है जिसमें पिछला प्रमुख संशोधन वर्ष 2012 में किया गया। तथापि, राज्‍यों और जिलों के वार्षिक क्रेडिट प्‍लान, कृषि, लघु उद्योग, अन्‍य प्राथमिकता प्राप्‍त क
भारिबैं/2012–13/450 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी.सं. 68/02.01.001/2012-13 19 मार्च 2013 अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एसएलबीसी संयोजक बैंक / अग्रणी बैंक महोदय, अग्रणी बैंक योजना – निगरानी सूचना प्रणाली (एमआइएस) को मजबूत बनाना जैसाकि आपको ज्ञात है, प्राथमिकता प्राप्‍त क्षेत्र दिशा-निर्देशों को समय-समय पर संशोधित किया जाता रहा है जिसमें पिछला प्रमुख संशोधन वर्ष 2012 में किया गया। तथापि, राज्‍यों और जिलों के वार्षिक क्रेडिट प्‍लान, कृषि, लघु उद्योग, अन्‍य प्राथमिकता प्राप्‍त क
मार्च 19, 2013
बैंक दर
आरबीआई/2012-13/452 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.बी.सी.सं. 69 /03.05.33/2012-13 19 मार्च 2013 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंक दर मौद्रिक नीति 2012-13 की तिमाही के मध्य में समीक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार दिनांक 19 मार्च 2013 से बैंक दर 8.75 प्रतिशत से 25 आधार अंक घटकर 8.50 प्रतिशत हो गयी है। 2. रिज़र्व अपेक्षा में कमी होने पर लागू होनेवाली सभी प्रकार की दंडात्मक ब्याज दरें भी, जो विनिर्दिष्ट रूप से बैंक दर से जुड़ी हुई हैं, अनुबंध मे
आरबीआई/2012-13/452 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.बी.सी.सं. 69 /03.05.33/2012-13 19 मार्च 2013 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंक दर मौद्रिक नीति 2012-13 की तिमाही के मध्य में समीक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार दिनांक 19 मार्च 2013 से बैंक दर 8.75 प्रतिशत से 25 आधार अंक घटकर 8.50 प्रतिशत हो गयी है। 2. रिज़र्व अपेक्षा में कमी होने पर लागू होनेवाली सभी प्रकार की दंडात्मक ब्याज दरें भी, जो विनिर्दिष्ट रूप से बैंक दर से जुड़ी हुई हैं, अनुबंध मे
मार्च 15, 2013
धन शोधन निवारण (एएमएल)/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) – मानक
आरबीआई/2012-13/443ग्राआऋवि.आरसीबी.एएमएल.सं. 9753/07.51.018/2012-13 15 मार्च 2013 अध्‍यक्ष / मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी राज्‍य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय धन शोधन निवारण (एएमएल)/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) – मानक कृपया कुछ क्षेत्रों में एएमएल/सीएफटी प्रणाली में पायी गयी कमियों से उत्पन्न होनेवाले जोखिमों पर दिनांक 17 दिसंबर, 2012 का हमारा पत्र ग्राआऋवि. केका. आरआरबी. आरसीबी. एएमएल.सं 6163/07.51.018/2012-13 देखें।   2. वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्
आरबीआई/2012-13/443ग्राआऋवि.आरसीबी.एएमएल.सं. 9753/07.51.018/2012-13 15 मार्च 2013 अध्‍यक्ष / मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी राज्‍य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय धन शोधन निवारण (एएमएल)/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) – मानक कृपया कुछ क्षेत्रों में एएमएल/सीएफटी प्रणाली में पायी गयी कमियों से उत्पन्न होनेवाले जोखिमों पर दिनांक 17 दिसंबर, 2012 का हमारा पत्र ग्राआऋवि. केका. आरआरबी. आरसीबी. एएमएल.सं 6163/07.51.018/2012-13 देखें।   2. वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्
मार्च 06, 2013
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 की कार्यनिष्‍पादन लेखा परीक्षा
भारिबैं / 2012-13 / 430 ग्राआऋवि.केका.एफएसडी.सं.बीसी. 67/05.04.02/2012-13 6 मार्च 2013 अध्‍यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक / स्‍थानीय क्षेत्र बैंक महोदया / महोदय, कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 की कार्यनिष्‍पादन लेखा परीक्षा कृपया आप उपर्युक्‍त विषय पर 14 जनवरी 2013 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केका. एफएसडी. सं. बीसी. 58/ 05.04.02/ 2012-13 देखें। नियंत्रक तथा महालेखाकार द्वारा की गई टिप्‍पणियों के गंभीर स्‍वरूप को देखते ह
भारिबैं / 2012-13 / 430 ग्राआऋवि.केका.एफएसडी.सं.बीसी. 67/05.04.02/2012-13 6 मार्च 2013 अध्‍यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक / स्‍थानीय क्षेत्र बैंक महोदया / महोदय, कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना, 2008 की कार्यनिष्‍पादन लेखा परीक्षा कृपया आप उपर्युक्‍त विषय पर 14 जनवरी 2013 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केका. एफएसडी. सं. बीसी. 58/ 05.04.02/ 2012-13 देखें। नियंत्रक तथा महालेखाकार द्वारा की गई टिप्‍पणियों के गंभीर स्‍वरूप को देखते ह
मार्च 01, 2013
त्रिपुरा राज्य में चार नये जिले का सृजन - अग्रणी बैंक दायित्व का आबंटन
भारिबैं/2012-13/425 ग्राआऋवि. केका. एलबीएस. बीसी सं. 66 /02.08.001/2012-13 1 मार्च 2013 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सभी अग्रणी बैंक महोदय त्रिपुरा राज्य में चार नये जिले का सृजन - अग्रणी बैंक दायित्व का आबंटन राजस्व विभाग त्रिपुरा सरकार ने दिनांक 08 नवंबर 2011 की राजपत्र अधिसूचना सं. एफ 4(62)आरसीसी/11 द्वारा त्रिपुरा राज्य में खोवाई, सिपाहीजाला, गोमती और उनाकोटी नामक चार नये जिलो के निर्माण को अधिसूचित किया है। यह निर्णय लिया गया है कि चारों नये जिलों का अग्रणी बैंक उत्
भारिबैं/2012-13/425 ग्राआऋवि. केका. एलबीएस. बीसी सं. 66 /02.08.001/2012-13 1 मार्च 2013 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सभी अग्रणी बैंक महोदय त्रिपुरा राज्य में चार नये जिले का सृजन - अग्रणी बैंक दायित्व का आबंटन राजस्व विभाग त्रिपुरा सरकार ने दिनांक 08 नवंबर 2011 की राजपत्र अधिसूचना सं. एफ 4(62)आरसीसी/11 द्वारा त्रिपुरा राज्य में खोवाई, सिपाहीजाला, गोमती और उनाकोटी नामक चार नये जिलो के निर्माण को अधिसूचित किया है। यह निर्णय लिया गया है कि चारों नये जिलों का अग्रणी बैंक उत्
फ़र॰ 27, 2013
झारखंड के लिए एसएलबीसी दायित्व में परिवर्तन - इलाहाबाद बैंक से बदलकर बैंक ऑफ इंडिया
भारिबैंक/2012-13/421 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी सं. 65/ 02.13.001/2012-13 27 फरवरी 2013 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सभी एसएलबीसी संयोजक बैंक महोदय, झारखंड के लिए एसएलबीसी दायित्व में परिवर्तन - इलाहाबाद बैंक से बदलकर बैंक ऑफ इंडिया यह निर्णय लिया गया है कि झारखंड राज्य के लिए राज्य स्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) संयोजक बैंक का दायित्व इलाहाबाद बैंक से बदलकर बैंक ऑफ इंडिया कर दिया जाए। तदनुसार, कृपया यह नोट किया जाए कि बैंक ऑफ इंडिया झारखंड राज्य के लिए एसएलबीसी संयोजक बैं
भारिबैंक/2012-13/421 ग्राआऋवि.केका.एलबीएस.बीसी सं. 65/ 02.13.001/2012-13 27 फरवरी 2013 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सभी एसएलबीसी संयोजक बैंक महोदय, झारखंड के लिए एसएलबीसी दायित्व में परिवर्तन - इलाहाबाद बैंक से बदलकर बैंक ऑफ इंडिया यह निर्णय लिया गया है कि झारखंड राज्य के लिए राज्य स्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) संयोजक बैंक का दायित्व इलाहाबाद बैंक से बदलकर बैंक ऑफ इंडिया कर दिया जाए। तदनुसार, कृपया यह नोट किया जाए कि बैंक ऑफ इंडिया झारखंड राज्य के लिए एसएलबीसी संयोजक बैं
फ़र॰ 07, 2013
स्‍वर्ण क्रय के लिए बैंक वित्‍त
आरबीआई/2012-13/413 ग्राआऋवि.आरसीबी.बीसी.सं. 64/07.51.014/2012-13 07 फरवरी 2013 अध्‍यक्ष / मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी राज्‍य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय / महोदया, स्‍वर्ण क्रय के लिए बैंक वित्‍त राज्‍य और केंद्रीय सहकारी बैंक अपनी उधार नीति के एक भाग के रूप में स्‍वर्ण / स्‍वर्ण आभूषणों की जमानत पर विभिन्‍न प्रयोजनों के लिए ऋण प्रदान करते हैं। 2. दिनांक 30 अक्‍तूबर 2012 को घोषित वार्षिक मौद्रिक नीति 2012-13 की दूसरी तिमाही की समीक्षा के अनुच्छेद 102 और 103 (उद्धरण संलग
आरबीआई/2012-13/413 ग्राआऋवि.आरसीबी.बीसी.सं. 64/07.51.014/2012-13 07 फरवरी 2013 अध्‍यक्ष / मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी राज्‍य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय / महोदया, स्‍वर्ण क्रय के लिए बैंक वित्‍त राज्‍य और केंद्रीय सहकारी बैंक अपनी उधार नीति के एक भाग के रूप में स्‍वर्ण / स्‍वर्ण आभूषणों की जमानत पर विभिन्‍न प्रयोजनों के लिए ऋण प्रदान करते हैं। 2. दिनांक 30 अक्‍तूबर 2012 को घोषित वार्षिक मौद्रिक नीति 2012-13 की दूसरी तिमाही की समीक्षा के अनुच्छेद 102 और 103 (उद्धरण संलग
जन॰ 31, 2013
वित्तीय साक्षरता सामग्री
भारिबैं/ 2012–13/408 ग्राआऋवि.एफएलसी.सं. 7641/ 12.01.018/2012-13 31 जनवरी 2013 अध्‍यक्ष / अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के मुख्‍य प्रबंध निदेशक ( क्षेत्रीय ग्रामीण बैकों सहित ) महोदय, वित्तीय साक्षरता सामग्री कृपया आप वित्तीय साक्षरता केंद्रों (एफएलसी) पर संशोधित दिशानिर्देशों के संबंध में 6 जून 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एफएलसी.सं. 12452/12.01.018/2011-12 देखें जिसमें यह सूचित किया गया था कि एफएलसी तथा अनुसूचित वाणिज्‍य बैंकों की सभी ग्रामीण शाखाओं को कम से कम महीने
भारिबैं/ 2012–13/408 ग्राआऋवि.एफएलसी.सं. 7641/ 12.01.018/2012-13 31 जनवरी 2013 अध्‍यक्ष / अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के मुख्‍य प्रबंध निदेशक ( क्षेत्रीय ग्रामीण बैकों सहित ) महोदय, वित्तीय साक्षरता सामग्री कृपया आप वित्तीय साक्षरता केंद्रों (एफएलसी) पर संशोधित दिशानिर्देशों के संबंध में 6 जून 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.एफएलसी.सं. 12452/12.01.018/2011-12 देखें जिसमें यह सूचित किया गया था कि एफएलसी तथा अनुसूचित वाणिज्‍य बैंकों की सभी ग्रामीण शाखाओं को कम से कम महीने
जन॰ 31, 2013
अपने ग्राहक को जानि‍ए (केवाईसी) मानदंड/धन शोधन नि‍वारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वि‍त्तपोषण का प्रति‍रोध (सीएफटी)/धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों के उत्‍तरदायित्‍व
आरबीआई/2012-13/410 ग्राआऋवि.आरआरबी.आरसीबी. बीसी सं. 63/07.51.018/2012-13 30 जनवरी 2013 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानि‍ए (केवाईसी) मानदंड/धन शोधन नि‍वारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वि‍त्तपोषण का प्रति‍रोध (सीएफटी)/धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों के उत्‍तरदायित्‍व कृपया अपने ग्राहक को जानि‍ए (केवाईसी) मानदंड/धन शोधन नि‍वारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वि‍त्तपोषण का प्रति
आरबीआई/2012-13/410 ग्राआऋवि.आरआरबी.आरसीबी. बीसी सं. 63/07.51.018/2012-13 30 जनवरी 2013 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय अपने ग्राहक को जानि‍ए (केवाईसी) मानदंड/धन शोधन नि‍वारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वि‍त्तपोषण का प्रति‍रोध (सीएफटी)/धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत बैंकों के उत्‍तरदायित्‍व कृपया अपने ग्राहक को जानि‍ए (केवाईसी) मानदंड/धन शोधन नि‍वारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वि‍त्तपोषण का प्रति
जन॰ 30, 2013
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना
आरबीआई /2012-13/406 ग्राआऋवि.केका.आरसीबी.आरआरबी.बीसी.61/03.05.33/2012-13 29 जनवरी 2013 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 अक्तूबर 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरसीबी. आरआरबी. बीसी. सं. 39/03.05.33/2012-13 देखें। 2. जैसा कि 29 जनवरी 2013 को जारी भारतीय रिज़र्व बैंक की प्रेस विज्ञप्ति 2012-2013/1267 में उल्लेख किया
आरबीआई /2012-13/406 ग्राआऋवि.केका.आरसीबी.आरआरबी.बीसी.61/03.05.33/2012-13 29 जनवरी 2013 सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) -आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 अक्तूबर 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरसीबी. आरआरबी. बीसी. सं. 39/03.05.33/2012-13 देखें। 2. जैसा कि 29 जनवरी 2013 को जारी भारतीय रिज़र्व बैंक की प्रेस विज्ञप्ति 2012-2013/1267 में उल्लेख किया
जन॰ 30, 2013
बैंक दर
आरबीआई /2012-13/407ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.बी.सी.सं.62/03.05.33/2012-13 29 जनवरी 2013 महोदय, बैंक दर मौद्रिक नीति 2012-13 की तीसरी तिमाही समिक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार दिनांक 29 जनवरी 2013 से बैंक दर 9.00 प्रतिशत से 25 आधार अंक घटकर 8.75 प्रतिशत हो गयी है। 2. रिज़र्व अपेक्षा में कमी होने पर लागू होनेवाली सभी प्रकार कीदंडात्मक ब्याज दरें भी, जो विनिर्दिष्ट रूप से बैंक दर से जुड़ी हुई हैं, अनुबंध में दर्शाए गए के अनुसार संशोधित हो गयी हैं। 3. कृपया प्राप्ति -सू
आरबीआई /2012-13/407ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.आरसीबी.बी.सी.सं.62/03.05.33/2012-13 29 जनवरी 2013 महोदय, बैंक दर मौद्रिक नीति 2012-13 की तीसरी तिमाही समिक्षा में की गयी घोषणा के अनुसार दिनांक 29 जनवरी 2013 से बैंक दर 9.00 प्रतिशत से 25 आधार अंक घटकर 8.75 प्रतिशत हो गयी है। 2. रिज़र्व अपेक्षा में कमी होने पर लागू होनेवाली सभी प्रकार कीदंडात्मक ब्याज दरें भी, जो विनिर्दिष्ट रूप से बैंक दर से जुड़ी हुई हैं, अनुबंध में दर्शाए गए के अनुसार संशोधित हो गयी हैं। 3. कृपया प्राप्ति -सू

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