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नवंबर 22, 2011
इंफ्रास्ट्रक्चर कर्ज (debt) निधियों में विदेशी निवेश
भारिबैंक/2011-12/271 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.49 22 नवंबर 2011 सभी श्रेणी- I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, इंफ्रास्ट्रक्चर कर्ज (debt) निधियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000, , की अनुसूची 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है।
भारिबैंक/2011-12/271 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.49 22 नवंबर 2011 सभी श्रेणी- I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, इंफ्रास्ट्रक्चर कर्ज (debt) निधियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000, , की अनुसूची 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है।
नवंबर 21, 2011
गहरे समुद्र में मछलियां पकड़ने वाले जलयान से पकड़े गए शिकार/जीवों का समुद्र के बीच से ही लदान
भारिबैंक/2011-12/267 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.48 21 नवंबर 2011 सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, गहरे समुद्र में मछलियां पकड़ने वाले जलयान से पकड़े गए शिकार/जीवों का समुद्र के बीच से ही लदान प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (प्रा.व्या. श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23 / 2000 - आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 के विनियम 3 की ओर आकृष्ट किया जाता
भारिबैंक/2011-12/267 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.48 21 नवंबर 2011 सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, गहरे समुद्र में मछलियां पकड़ने वाले जलयान से पकड़े गए शिकार/जीवों का समुद्र के बीच से ही लदान प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (प्रा.व्या. श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 23 / 2000 - आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 के विनियम 3 की ओर आकृष्ट किया जाता
नवंबर 17, 2011
निर्यात से प्राप्य राशियों को आयात के भुगतान से घटाना - प्रक्रिया का उदारीकरण
भारिबैंक/2011-12/264 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.47 17 नवंबर 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निर्यात से प्राप्य राशियों को आयात के भुगतान से घटाना - प्रक्रिया का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (प्रा.व्या.श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान इस तथ्य की ओर आकृष्ट किया जाता है कि निर्यात से प्राप्य राशियों को आयात के भुगतानों से घटाने के प्राधिकृत व्यापारी बैंकों की शाखाओं के मार्फत प्राप्त निर्यातकों के अनुरोध पर भारतीय रिज़र्व बैंक विचार करता है
भारिबैंक/2011-12/264 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.47 17 नवंबर 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, निर्यात से प्राप्य राशियों को आयात के भुगतान से घटाना - प्रक्रिया का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (प्रा.व्या.श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान इस तथ्य की ओर आकृष्ट किया जाता है कि निर्यात से प्राप्य राशियों को आयात के भुगतानों से घटाने के प्राधिकृत व्यापारी बैंकों की शाखाओं के मार्फत प्राप्त निर्यातकों के अनुरोध पर भारतीय रिज़र्व बैंक विचार करता है
नवंबर 17, 2011
इलेक्ट्रानिक/इंटरनेट ट्रेडिंग पोर्टलों के द्वारा ओवरसीज विदेशी मुद्रा का व्यापार (ट्रेडिंग)
भारिबैंक/2011-12/262 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.46  17 नवंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, इलेक्ट्रानिक/इंटरनेट ट्रेडिंग पोर्टलों के द्वारा ओवरसीज विदेशी मुद्रा का व्यापार (ट्रेडिंग) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (प्रा.व्या.श्रेणी I) बैंकों का ध्यान 7 अप्रैल 2011 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 53 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों को सूचित किया गया था कि क्रेडिट कार्ड/भारत स्थित बैंकों के पास रखे गए
भारिबैंक/2011-12/262 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.46  17 नवंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, इलेक्ट्रानिक/इंटरनेट ट्रेडिंग पोर्टलों के द्वारा ओवरसीज विदेशी मुद्रा का व्यापार (ट्रेडिंग) प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (प्रा.व्या.श्रेणी I) बैंकों का ध्यान 7 अप्रैल 2011 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 53 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों को सूचित किया गया था कि क्रेडिट कार्ड/भारत स्थित बैंकों के पास रखे गए
नवंबर 16, 2011
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - अनिवासी इंटिटी को तेल क्षेत्रों में 'सहभागिता इंटरेस्ट/अधिकार(राइट)' के निर्गम/अंतरण की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लेनदेन के रूप में रिपोर्टिंग
भारिबैंक/2011-12/259 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.45 16 नवंबर 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - अनिवासी इंटिटी को तेल क्षेत्रों में 'सहभागिता इंटरेस्ट/अधिकार(राइट)'  के निर्गम/अंतरण की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लेनदेन के रूप में रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (प्रा.व्या.श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20 / 2000 - आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भार
भारिबैंक/2011-12/259 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.45 16 नवंबर 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - अनिवासी इंटिटी को तेल क्षेत्रों में 'सहभागिता इंटरेस्ट/अधिकार(राइट)'  के निर्गम/अंतरण की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लेनदेन के रूप में रिपोर्टिंग प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (प्रा.व्या.श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20 / 2000 - आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भार
नवंबर 04, 2011
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - शेयरों का अंतरण
भारिबैंक/2011-12/247 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.43 4 नवंबर 2011 सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश-शेयरों का अंतरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (प्रा.व्या.श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 के विनियम 9 तथा विनियम 10 की ओर आकृष्ट किया जाता है।
भारिबैंक/2011-12/247 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.43 4 नवंबर 2011 सभी श्रेणी I के प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश-शेयरों का अंतरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (प्रा.व्या.श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 के विनियम 9 तथा विनियम 10 की ओर आकृष्ट किया जाता है।
नवंबर 03, 2011
सेबी के पास पंजीकृत विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा भारत में अन्य प्रतिभूतियों में निवेश
भारिबैंक/2011-12/244 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.42 3 नवंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/ महोदय, सेबी के पास पंजीकृत विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा भारत में अन्य प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों (प्रा.व्या.श्रेणी I) का ध्यान 29 अप्रैल 2011 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 55 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की भारतीय कंपनियों द्वारा जारी अपरिवर्तनीय डिबेंचरों/बांडों में विदेशी संस्थागत निवेशको
भारिबैंक/2011-12/244 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.42 3 नवंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/ महोदय, सेबी के पास पंजीकृत विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा भारत में अन्य प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों (प्रा.व्या.श्रेणी I) का ध्यान 29 अप्रैल 2011 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 55 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की भारतीय कंपनियों द्वारा जारी अपरिवर्तनीय डिबेंचरों/बांडों में विदेशी संस्थागत निवेशको
नवंबर 01, 2011
मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियों को विनियमित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन
भारिबैंक/2011-12/242 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.41 01 नवंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्ति महोदया/महोदय, मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियों को विनियमित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान प्राधिकृत मुद्रा परिवर्तकों (एएमसीज) को 9 मार्च 2009 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 57 [ए.पी. (एफएल/आरएस सिरीज) परिपत्र सं. 04] के जरिये जारी अनुदेशों के ज्ञापन के संलग्नक -। के भाग 'बी' के पैरा-3 की ओर आकृष्ट किया जाता ह
भारिबैंक/2011-12/242 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.41 01 नवंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्ति महोदया/महोदय, मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियों को विनियमित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान प्राधिकृत मुद्रा परिवर्तकों (एएमसीज) को 9 मार्च 2009 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 57 [ए.पी. (एफएल/आरएस सिरीज) परिपत्र सं. 04] के जरिये जारी अनुदेशों के ज्ञापन के संलग्नक -। के भाग 'बी' के पैरा-3 की ओर आकृष्ट किया जाता ह
नवंबर 01, 2011
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौत
भारिबैंक/2011-12/240 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 39 1 नवंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-।(ए.डी. श्रेणी-।)बैंकों का ध्यान 7 सितंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.10 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 23 अगस्त 2011 से रुपए का मूल्य 66.9682 नियत किया गया था। 2. प्
भारिबैंक/2011-12/240 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 39 1 नवंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-।(ए.डी. श्रेणी-।)बैंकों का ध्यान 7 सितंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.10 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 23 अगस्त 2011 से रुपए का मूल्य 66.9682 नियत किया गया था। 2. प्
नवंबर 01, 2011
माल और सॉफ्टवेयर का निर्यात- निर्यात आय की वसूली और प्रत्यावर्तन – उदारीकरण
भारिबैंक/2011-12/241 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्रसं.40 1 नवंबर 2011 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, माल और सॉफ्टवेयर का निर्यात- निर्यात आय की वसूली और प्रत्यावर्तन – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। (एडी श्रेणी -।) बैंकों का ध्यान 31 मार्च 2011 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.47 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके द्वारा निर्यात किये गये माल और सॉफ्टवेयर का पूरा निर्यात मूल्य दर्शानेवाली राशि की वसूली और भारत को उसके प्रत्यावर्तन की अवधि निर्य
भारिबैंक/2011-12/241 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्रसं.40 1 नवंबर 2011 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, माल और सॉफ्टवेयर का निर्यात- निर्यात आय की वसूली और प्रत्यावर्तन – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। (एडी श्रेणी -।) बैंकों का ध्यान 31 मार्च 2011 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.47 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसके द्वारा निर्यात किये गये माल और सॉफ्टवेयर का पूरा निर्यात मूल्य दर्शानेवाली राशि की वसूली और भारत को उसके प्रत्यावर्तन की अवधि निर्य

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: अगस्त 02, 2024

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