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मास्टर परिपत्र

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जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें
आरबीआई/2012-13/54 शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं.11/13.01.000/2012-13 02 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्ररुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. एमसी. सं. 11/ 13.01.00/ 2011-12 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक के सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित एवं अद्यतन किया गया है तथ
आरबीआई/2012-13/54 शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं.11/13.01.000/2012-13 02 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्ररुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. एमसी. सं. 11/ 13.01.00/ 2011-12 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक के सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित एवं अद्यतन किया गया है तथ
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
आरबीआई /2012-13/05 मास्टर परिपत्र सं.05/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न (डेरिवेटिव) संविदाएं, समुद्रपारीय (विदेशी) पण्य और भाड़ा संबंधी हेजिंग, अनिवासी बैंकों के रुपये खाते, अंतर ‌बैंक विदेशी मुद्रा लेनदेन, आदि 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के विनियम 4 (2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/ आरबी-2000 के प्रावधानों और बाद
आरबीआई /2012-13/05 मास्टर परिपत्र सं.05/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न (डेरिवेटिव) संविदाएं, समुद्रपारीय (विदेशी) पण्य और भाड़ा संबंधी हेजिंग, अनिवासी बैंकों के रुपये खाते, अंतर ‌बैंक विदेशी मुद्रा लेनदेन, आदि 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के विनियम 4 (2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/ आरबी-2000 के प्रावधानों और बाद
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार
आरबीआई/2012-13/12मास्टर परिपत्र सं.12/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार निवासियों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.3/2000-आरबी, अर्थात् 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और देना) विनियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा 3 के खंड
आरबीआई/2012-13/12मास्टर परिपत्र सं.12/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार निवासियों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.3/2000-आरबी, अर्थात् 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और देना) विनियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा 3 के खंड
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यात
आरबीआई/2012-13/ 14मास्टर परिपत्र सं.14/ 2012-13 02 जुलाई 2012 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यात समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381 (E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (1) के खंड (ए) और उप-धारा (3) के अनुसार भारत से माल और सेवाओं के निर्यात की अनुमति है । 2. यह मास्टर परिपत्र "भारत
आरबीआई/2012-13/ 14मास्टर परिपत्र सं.14/ 2012-13 02 जुलाई 2012 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यात समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381 (E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (1) के खंड (ए) और उप-धारा (3) के अनुसार भारत से माल और सेवाओं के निर्यात की अनुमति है । 2. यह मास्टर परिपत्र "भारत
जुल॰ 02, 2012
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं
भारिबैं / 2012 -13 / 89ग्राआऋवि.जीएसएसडी.बीसी. सं. 2 /09.10.01/2012 -13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशकसभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं भारतीय रिज़र्व बैंक ने अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं प्रदान करने के बारे में समय-समय पर अनुदेश / दिशानिर्देश जारी किए हैं । इस उद्देश्य से कि बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो जाएं, मौजूदा मार्गदर्शी सिद्धांतों / अनुदेशों / दिशानिर्देश
भारिबैं / 2012 -13 / 89ग्राआऋवि.जीएसएसडी.बीसी. सं. 2 /09.10.01/2012 -13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशकसभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं भारतीय रिज़र्व बैंक ने अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं प्रदान करने के बारे में समय-समय पर अनुदेश / दिशानिर्देश जारी किए हैं । इस उद्देश्य से कि बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो जाएं, मौजूदा मार्गदर्शी सिद्धांतों / अनुदेशों / दिशानिर्देश
जुल॰ 02, 2012
30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना - गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकार करना (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998
भारिबैं/2012-13/36 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.277/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ(अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, 30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना - गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकार करना (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998 जैसा कि आपको विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं
भारिबैं/2012-13/36 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.277/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ(अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, 30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना - गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकार करना (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998 जैसा कि आपको विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परि‍पत्र - वित्तीय संस्थाओं द्वारा नि‍वेश संवि‍भाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परि‍चालन के लि‍ए वि‍वेकपूर्ण मानदंड
आरबीआई/2012-2013/48संदर्भ : बैंपवि‍वि. सं. एफआइडी. एफआइसी.3/01.02.00/2012-2013 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) अखि‍ल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वि‍त्त प्रदान करनेवाली संस्थाएँ(एक्ज़ि‍म बैंक, नाबार्ड, एनएचबी एवं सि‍डबी) महोदय मास्टर परि‍पत्र - वित्तीय संस्थाओं द्वारा नि‍वेश संवि‍भाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परि‍चालन के लि‍ए वि‍वेकपूर्ण मानदंड कृपया उपर्युक्त वि‍षय पर 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र सं. बैंपवि‍वि. सं. एफआइडी. एफआइसी.3/01.02.00/2011-12 देखें । संलग
आरबीआई/2012-2013/48संदर्भ : बैंपवि‍वि. सं. एफआइडी. एफआइसी.3/01.02.00/2012-2013 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) अखि‍ल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वि‍त्त प्रदान करनेवाली संस्थाएँ(एक्ज़ि‍म बैंक, नाबार्ड, एनएचबी एवं सि‍डबी) महोदय मास्टर परि‍पत्र - वित्तीय संस्थाओं द्वारा नि‍वेश संवि‍भाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परि‍चालन के लि‍ए वि‍वेकपूर्ण मानदंड कृपया उपर्युक्त वि‍षय पर 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र सं. बैंपवि‍वि. सं. एफआइडी. एफआइसी.3/01.02.00/2011-12 देखें । संलग
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परि‍पत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप
आरबीआइ/2012-13/72 बैंपवि‍वि‍.सं.एफएसडी. बीसी. 24/24.01.001/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परि‍पत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप कृपया 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र सं बैंपवि‍वि‍. एफएसडी.बीसी. सं. 15/ 24.01.001 /2011-12 देखें जि‍समें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2011 तक बैंकों को जारी कि‍ए गए अनुदेश/दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ए गए हैं। इस मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2012 तक जारी कि‍ए ग
आरबीआइ/2012-13/72 बैंपवि‍वि‍.सं.एफएसडी. बीसी. 24/24.01.001/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परि‍पत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप कृपया 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र सं बैंपवि‍वि‍. एफएसडी.बीसी. सं. 15/ 24.01.001 /2011-12 देखें जि‍समें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2011 तक बैंकों को जारी कि‍ए गए अनुदेश/दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ए गए हैं। इस मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2012 तक जारी कि‍ए ग
जुल॰ 02, 2012
ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2012-13/ 50 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 21 /09.07.006/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934(शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी.बीसी. 18 /09.07.006/2011-12 देखें, जिसमें 30 जून 2011 तक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में हमारे द्वारा जारी महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित किया गया था । इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए इस
आरबीआइ/2012-13/ 50 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 21 /09.07.006/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934(शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र कृपया 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी.बीसी. 18 /09.07.006/2011-12 देखें, जिसमें 30 जून 2011 तक ग्राहक सेवा के क्षेत्र में हमारे द्वारा जारी महत्वपूर्ण अनुदेशों को समेकित किया गया था । इस मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक जारी अनुदेशों को शामिल करते हुए इस
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों द्वारा निवेश
आरबीआई/2012-13/51शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी).एमसी.सं. 12/16.20.000/2012-13 2 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र  प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों द्वारा निवेश कृपया प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों द्वारा निवेश पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि.बीपीडी.(पीसीबी).एमसी.सं.12/16.20.000/2011-12 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक 
आरबीआई/2012-13/51शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी).एमसी.सं. 12/16.20.000/2012-13 2 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र  प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों द्वारा निवेश कृपया प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों द्वारा निवेश पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि.बीपीडी.(पीसीबी).एमसी.सं.12/16.20.000/2011-12 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक 
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र जमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंक
आरबीआई/2012-13/53 शबैंवि.बीपीडी(पीसीबी)एमसी.सं.13/13.01.000/2012-13 02 जुलाई 2012 कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्रजमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि. बीपीडी (पीसीबी) एमसी. सं. 13 / 13.01.000/ 2011-12 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक जारी सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित एवं अद्यतन
आरबीआई/2012-13/53 शबैंवि.बीपीडी(पीसीबी)एमसी.सं.13/13.01.000/2012-13 02 जुलाई 2012 कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्रजमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि. बीपीडी (पीसीबी) एमसी. सं. 13 / 13.01.000/ 2011-12 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक जारी सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित एवं अद्यतन
जुल॰ 02, 2012
अपने ग्राहक को जानिए' मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / धनशोधन निवारण अधिनियम (पी एम एल ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व पर मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2012-13/55 शबैंवि.बीपीडी. (पीसीबी). मा परि .सं. 16/12.05.001/2012-13 2 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों के महोदया /महोदय, अपने ग्राहक को जानिए' मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / धनशोधन निवारण अधिनियम (पी एम एल ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. (पीसीबी). मा परि.सं.16/ 12.05.001/2011-12 देखें (भारतीय
भारिबैं/2012-13/55 शबैंवि.बीपीडी. (पीसीबी). मा परि .सं. 16/12.05.001/2012-13 2 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों के महोदया /महोदय, अपने ग्राहक को जानिए' मानदंड/धनशोधन निवारण मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध / धनशोधन निवारण अधिनियम (पी एम एल ए) , 2002 के अन्तर्गत बैंकों के दायित्व पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. (पीसीबी). मा परि.सं.16/ 12.05.001/2011-12 देखें (भारतीय
जुल॰ 02, 2012
परिचालन क्षेत्र, शाखा प्राधिकरण नीति, विस्तार पटलों का खोला जाना /स्तरोन्नयन, एटीएम तथा कार्यालयों का स्थानांतरण / विभाजन / बंद किया जाना पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2012-13/56 शबैंवि.एलएस(पीसीबी).एमसी.सं.14 /07.01.00/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय परिचालन क्षेत्र, शाखा प्राधिकरण नीति, विस्तार पटलों का खोला जाना /स्तरोन्नयन, एटीएम तथा कार्यालयों का स्थानांतरण / विभाजन / बंद किया जाना पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. एलएस (पीसीबी) एमसी. सं. 14 / 07.01.00 / 2011-12 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक विषय पर जारी सभी अनुदे
आरबीआई/2012-13/56 शबैंवि.एलएस(पीसीबी).एमसी.सं.14 /07.01.00/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय परिचालन क्षेत्र, शाखा प्राधिकरण नीति, विस्तार पटलों का खोला जाना /स्तरोन्नयन, एटीएम तथा कार्यालयों का स्थानांतरण / विभाजन / बंद किया जाना पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. एलएस (पीसीबी) एमसी. सं. 14 / 07.01.00 / 2011-12 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक विषय पर जारी सभी अनुदे
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परि‍पत्र - गारंटि‍यां और सह-स्वीकृति‍यां
आरबीआई/2012-13/69बैंपवि‍वि‍. सं. डीआइआर. बीसी. 02 /13.03.00/2012-13 2 जुलाई 201211 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया मास्टर परि‍पत्र - गारंटि‍यां और सह-स्वीकृति‍यां कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. डीआइआर. बीसी. 8 /13.03.00/ 2011-12 देखें, जि‍समें गारंटि‍यां और सह-स्वीकृति‍यां के संबंध में बैंकों को उक्त तारीख तक जारी कि‍ये गये अनुदेश / दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ये गये हैं । इस मास्टर प
आरबीआई/2012-13/69बैंपवि‍वि‍. सं. डीआइआर. बीसी. 02 /13.03.00/2012-13 2 जुलाई 201211 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया मास्टर परि‍पत्र - गारंटि‍यां और सह-स्वीकृति‍यां कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. डीआइआर. बीसी. 8 /13.03.00/ 2011-12 देखें, जि‍समें गारंटि‍यां और सह-स्वीकृति‍यां के संबंध में बैंकों को उक्त तारीख तक जारी कि‍ये गये अनुदेश / दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ये गये हैं । इस मास्टर प
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध
आरबीआई़ /2012-13/79बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.4/13.03.00/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय / महोदया मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.6/13.03.00/ 2011-12 देखें, जिसमें ऋणों और अग्रिमों के संबंध में सांविधिक और अन्य प्रतिबंधों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2011 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। उक्त
आरबीआई़ /2012-13/79बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.4/13.03.00/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय / महोदया मास्टर परिपत्र - ऋण और अग्रिम - सांविधिक और अन्य प्रतिबंध कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.6/13.03.00/ 2011-12 देखें, जिसमें ऋणों और अग्रिमों के संबंध में सांविधिक और अन्य प्रतिबंधों से संबंधित विषयों पर 30 जून 2011 तक बैंकों को जारी किये गये अनुदेश/दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। उक्त
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र अग्रिमों का प्रबंधन - शहरी सहकारी बैंक
आरबीआई/2011-12/62 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी).एमसी.सं.5 /13.05.000/2012-13 2 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र अग्रिमों का प्रबंधन - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई, 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 5/13. 05. 000/2011-12 देखें (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध)। संलग्न मास्टर परिपत्र में  30 जून 2012 तक जारी सभी अनुदेशों / दिशानिर्देशों को स
आरबीआई/2011-12/62 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी).एमसी.सं.5 /13.05.000/2012-13 2 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र अग्रिमों का प्रबंधन - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई, 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 5/13. 05. 000/2011-12 देखें (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध)। संलग्न मास्टर परिपत्र में  30 जून 2012 तक जारी सभी अनुदेशों / दिशानिर्देशों को स
जुल॰ 02, 2012
आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण और अन्य संबंधित मामलें पर मास्टर परिपत्र - शहरी सहकारी बैंक
आरबीआई/2012-13/64 शबैंवि.पीसीबी.एमसी.3 /09.14.000/2012-13 02 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण और अन्य संबंधित मामलें पर मास्टर परिपत्र - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं. 3 09.14.000/2011-12 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक जारी सभी अनुदेशो
आरबीआई/2012-13/64 शबैंवि.पीसीबी.एमसी.3 /09.14.000/2012-13 02 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण और अन्य संबंधित मामलें पर मास्टर परिपत्र - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं. 3 09.14.000/2011-12 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक जारी सभी अनुदेशो
जुल॰ 02, 2012
पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - शहरी सहकारी बैंक
आरबीआई/2012-13/65शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं.6 /09.18.201/2012-13 02 जुलाई , 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय / महोदया मास्टर परिपत्र पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.पीसीबी.एमसी.सं.6 /09.18.201/2010-11 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट /en/web/rbi पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक जारी सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित
आरबीआई/2012-13/65शबैंवि.पीसीबी.एमसी.सं.6 /09.18.201/2012-13 02 जुलाई , 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय / महोदया मास्टर परिपत्र पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.पीसीबी.एमसी.सं.6 /09.18.201/2010-11 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट /en/web/rbi पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक जारी सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित
जुल॰ 02, 2012
ग्राहक सेवा  पर मास्टर परिपत्र - प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक
आरबीआई/2012-13/67शबैंवि.बीपीडी.(पीसीबी) एमसी सं.10/12.05.001/2012-13 02 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक  (शहरी)सहकारीबैंक महोदया / महोदय, ग्राहक सेवा  पर मास्टर परिपत्र - प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. (पीसीबी). एमसी. सं. 10 / 12.05.001/2011 - 12 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक के सभी अनुदेशों /
आरबीआई/2012-13/67शबैंवि.बीपीडी.(पीसीबी) एमसी सं.10/12.05.001/2012-13 02 जुलाई 2012 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक  (शहरी)सहकारीबैंक महोदया / महोदय, ग्राहक सेवा  पर मास्टर परिपत्र - प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. (पीसीबी). एमसी. सं. 10 / 12.05.001/2011 - 12 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2012 तक के सभी अनुदेशों /
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परि‍पत्र - एक्सपोज़र संबंधी मानदण्ड
आरबीआइ / 2012-13/68बैपवि‍वि‍. सं. डीआइआर.बीसी. 3 /13.03.00/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934(शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय / महोदया मास्टर परि‍पत्र - एक्सपोज़र संबंधी मानदण्ड कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. डीआइआर. बीसी.7/13.03.00/ 2011-12 देखें जि‍समें एक्सपोज़र संबंधी मानदण्डों से संबंधि‍त वि‍षयों पर उस तारीख तक बैंकों को जारी कि‍ये गये अनुदेश / दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ये गये हैं। 30 जून 2012 तक
आरबीआइ / 2012-13/68बैपवि‍वि‍. सं. डीआइआर.बीसी. 3 /13.03.00/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934(शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय / महोदया मास्टर परि‍पत्र - एक्सपोज़र संबंधी मानदण्ड कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. डीआइआर. बीसी.7/13.03.00/ 2011-12 देखें जि‍समें एक्सपोज़र संबंधी मानदण्डों से संबंधि‍त वि‍षयों पर उस तारीख तक बैंकों को जारी कि‍ये गये अनुदेश / दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ये गये हैं। 30 जून 2012 तक
जुल॰ 02, 2012
देशी, सामान्य अनिवास और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2012-13/75बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.1/13.03.00/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय देशी, सामान्य अनिवास और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित मास्टर परिपत्र कृपया आप देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य) खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2011 तक बैंकों को जारी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित करनेवाला, 1 जुलाई 2011 का मास्
आरबीआई/2012-13/75बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी.1/13.03.00/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय देशी, सामान्य अनिवास और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित मास्टर परिपत्र कृपया आप देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य) खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2011 तक बैंकों को जारी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित करनेवाला, 1 जुलाई 2011 का मास्
जुल॰ 02, 2012
बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण के संबंध में मास्टर परि‍पत्र
आरबीआई/2012-13/77बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल.बीसी. 26 /22.01.001/2012-13 2 जुलाई 201211 आषाढ़ 1934(शक) सभी वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण के संबंध में मास्टर परि‍पत्र कृपया 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल. बीसी. 33/22.01.001/2011-12 देखें जि‍समें 30 जून 2011 तक बैंकों को शाखा प्राधि‍करण पर जारी अनुदेशों /दि‍शानि‍र्देशों को समेकि‍त कि‍या गया है । उपर्युक्त मास्टर परि
आरबीआई/2012-13/77बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल.बीसी. 26 /22.01.001/2012-13 2 जुलाई 201211 आषाढ़ 1934(शक) सभी वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण के संबंध में मास्टर परि‍पत्र कृपया 1 जुलाई 2011 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल. बीसी. 33/22.01.001/2011-12 देखें जि‍समें 30 जून 2011 तक बैंकों को शाखा प्राधि‍करण पर जारी अनुदेशों /दि‍शानि‍र्देशों को समेकि‍त कि‍या गया है । उपर्युक्त मास्टर परि
जुल॰ 02, 2012
धोखाधड़ियां - वर्गीकरण और सूचना देना
भा.रि.बैं./2012-13/80 डीबीएस.एफआरएमसी. बीसी सं. 1/23.04.001/2012-13 02 जुलाई 2012 अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) तथा अखिल भारतीय चुनिंदा वित्तीय संस्थाएं महोदय, धोखाधड़ियां - वर्गीकरण और सूचना देना कृपया आप दिनांक 01 जुलाई 2011 का हमारा पत्र डीबीएस. एफआरएमसी बीसी सं.1/23.04.001/2011-2012 देखें जिसके साथ  धोखाधड़ियां-वर्गीकरण और सूचना देने से संबंधित मास्टर परिपत्र भेजा गया था। कृपया यह नोट किया ज
भा.रि.बैं./2012-13/80 डीबीएस.एफआरएमसी. बीसी सं. 1/23.04.001/2012-13 02 जुलाई 2012 अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) तथा अखिल भारतीय चुनिंदा वित्तीय संस्थाएं महोदय, धोखाधड़ियां - वर्गीकरण और सूचना देना कृपया आप दिनांक 01 जुलाई 2011 का हमारा पत्र डीबीएस. एफआरएमसी बीसी सं.1/23.04.001/2011-2012 देखें जिसके साथ  धोखाधड़ियां-वर्गीकरण और सूचना देने से संबंधित मास्टर परिपत्र भेजा गया था। कृपया यह नोट किया ज
जुल॰ 02, 2012
शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी)
भारिबैं/2012-13/84ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीएल.बीसी.05/03.05.90/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरआरबी. सं. बीएल.बीसी.07/03.05.90-ए/2011-12 देखें जिसमें बैंकों को शाखा लाइसेंसीकरण के संबंध में 30 जून 2011 तक जारी अनुदेशों / दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। उक्त मास्टर परिपत्र को 30 जून 2012 तक जारी अनुदेशों को
भारिबैं/2012-13/84ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीएल.बीसी.05/03.05.90/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) कृपया आप 1 जुलाई 2011 का मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरआरबी. सं. बीएल.बीसी.07/03.05.90-ए/2011-12 देखें जिसमें बैंकों को शाखा लाइसेंसीकरण के संबंध में 30 जून 2011 तक जारी अनुदेशों / दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। उक्त मास्टर परिपत्र को 30 जून 2012 तक जारी अनुदेशों को
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र-प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्रों को ऋण-विशेष कार्यक्रम - स्वर्णजयन्ती ग्राम स्वरोज़गार योजना (स्वग्रास्वयो)
भारिबैं / 2012-13/ 88 ग्राआऋवि.सं.जीएसएसडी.बीसी. 1 /09.01.01/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी वाणिज्य बैंक महोदय, मास्टर परिपत्र-प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्रों को ऋण-विशेष कार्यक्रम - स्वर्णजयन्ती ग्राम स्वरोज़गार योजना (स्वग्रास्वयो) कृपया आप स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (स्वग्रास्वयो) पर दिनांक 1 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र भारिबैं / 2011-12/ 88, ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 2/09.01.01/2011-12 देखें । 2. बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से
भारिबैं / 2012-13/ 88 ग्राआऋवि.सं.जीएसएसडी.बीसी. 1 /09.01.01/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी वाणिज्य बैंक महोदय, मास्टर परिपत्र-प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्रों को ऋण-विशेष कार्यक्रम - स्वर्णजयन्ती ग्राम स्वरोज़गार योजना (स्वग्रास्वयो) कृपया आप स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (स्वग्रास्वयो) पर दिनांक 1 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परिपत्र भारिबैं / 2011-12/ 88, ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 2/09.01.01/2011-12 देखें । 2. बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना
भारिबैं/2012-13/91 ग्राआऋवि.सं.जीएसएसडी.बीसी. 7/09.16.01/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय) परिचालन के संबंध में अनुदेश/दिशानिर्देश जारी किए हैं। बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से योजना पर
भारिबैं/2012-13/91 ग्राआऋवि.सं.जीएसएसडी.बीसी. 7/09.16.01/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय) परिचालन के संबंध में अनुदेश/दिशानिर्देश जारी किए हैं। बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से योजना पर
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र उधार - अनुसूचित जाति (अजा) और अनुसूचित जनजाति (अजजा) को ऋण सुविधाएँ
भारिबैं/2012-13/92 ग्राआऋवि.जीएसएसडी.बीसी.सं. 8/09.09.01/2012-13 02 जुलाई 2012 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र उधार - अनुसूचित जाति (अजा) और अनुसूचित जनजाति (अजजा) को ऋण सुविधाएँ भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को ऋण सुविधाएं देने के संबंध में समय-समय पर अनुदेश/निदेश जारी किये हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक जगह उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी वर्तमान दिशानिर्द
भारिबैं/2012-13/92 ग्राआऋवि.जीएसएसडी.बीसी.सं. 8/09.09.01/2012-13 02 जुलाई 2012 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय, मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र उधार - अनुसूचित जाति (अजा) और अनुसूचित जनजाति (अजजा) को ऋण सुविधाएँ भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को ऋण सुविधाएं देने के संबंध में समय-समय पर अनुदेश/निदेश जारी किये हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक जगह उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी वर्तमान दिशानिर्द
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - नयी श्रेणी के गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों का परिचय- गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी- लघु वित्त संस्थान (एनबीएफसी-एमएफआई) - निदेश
भारिबैं /2012-13/31 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.293/03.10.38/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र - नयी श्रेणी के गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों का परिचय- गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी- लघु वित्त संस्थान (एनबीएफसी-एमएफआई) - निदेश जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है।इस परिपत्र में अंत
भारिबैं /2012-13/31 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.293/03.10.38/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र - नयी श्रेणी के गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों का परिचय- गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी- लघु वित्त संस्थान (एनबीएफसी-एमएफआई) - निदेश जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है।इस परिपत्र में अंत
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियाँ
भारिबैं /2012-13/32गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि.सं.281/03.10.042/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियाँ सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को विविध विषयों पर मास्टर परिपत्र जारी किए हैं। यह सूचित किया जाता है कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की ज
भारिबैं /2012-13/32गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि.सं.281/03.10.042/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियाँ सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को विविध विषयों पर मास्टर परिपत्र जारी किए हैं। यह सूचित किया जाता है कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की ज
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र-सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को जारी विविध अनुदेश
भारिबैं/2012-13/33गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.290/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र-सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को जारी विविध अनुदेश सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने विविध विषयों पर गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को मास्टर परिपत्र जारी किए हैं। यह सूचित किया जाता है कि ऐसे मास्टर परिपत्रों में स्थान न पाने वाले 30 जून 2011 तक जारी निदेशों/अनुदेशों को यहाँ समेकि
भारिबैं/2012-13/33गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.290/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र-सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को जारी विविध अनुदेश सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने विविध विषयों पर गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को मास्टर परिपत्र जारी किए हैं। यह सूचित किया जाता है कि ऐसे मास्टर परिपत्रों में स्थान न पाने वाले 30 जून 2011 तक जारी निदेशों/अनुदेशों को यहाँ समेकि
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परि‍पत्र - गैर-बैंकिंग वि‍त्तीय कंपनि‍यों (एनबीएफसी) को बैंक वि‍त्त
आरबीआई/2012-13/96 बैंपवि‍वि‍. बीपी. बीसी. सं.27/21.04.172/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध नि‍देशक /मुख्य कार्यपालक सभी अनुसूचित वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परि‍पत्र - गैर-बैंकिंग वि‍त्तीय कंपनि‍यों (एनबीएफसी) को बैंक वि‍त्त कृपया आप उपर्युक्त वि‍षय पर 1 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परि‍पत्र सं. आरबीआइ/2011-12/71 बैंपवि‍वि‍. बीपी. बीसी. सं. 20/21.04.172/2011-12 देखें। इस मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2012 तक जारी
आरबीआई/2012-13/96 बैंपवि‍वि‍. बीपी. बीसी. सं.27/21.04.172/2012-13 2 जुलाई 2012 11 आषाढ़ 1934 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध नि‍देशक /मुख्य कार्यपालक सभी अनुसूचित वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परि‍पत्र - गैर-बैंकिंग वि‍त्तीय कंपनि‍यों (एनबीएफसी) को बैंक वि‍त्त कृपया आप उपर्युक्त वि‍षय पर 1 जुलाई 2011 का हमारा मास्टर परि‍पत्र सं. आरबीआइ/2011-12/71 बैंपवि‍वि‍. बीपी. बीसी. सं. 20/21.04.172/2011-12 देखें। इस मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2012 तक जारी
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र-"अपने ग्राहक को जानने (केवाईसी)" संबंधी दिशानिर्देश- धन शोधन निवारणमानदंड-धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002- उनके अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के दायित्व
भारिबैं /2012-13/34 गैबैंपवि (नीति प्रभा.) कंपरि. सं. 285/03.10.42/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) विविध गैर बैंकिंग कंपनियां (एमएनबीसीज) और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनिया (आरएनबीसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र-"अपने ग्राहक को जानने (केवाईसी)" संबंधी दिशानिर्देश- धन शोधन निवारणमानदंड-धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002- उनके अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के दायित्व जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अन
भारिबैं /2012-13/34 गैबैंपवि (नीति प्रभा.) कंपरि. सं. 285/03.10.42/2012-13 2 जुलाई 2012 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) विविध गैर बैंकिंग कंपनियां (एमएनबीसीज) और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनिया (आरएनबीसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र-"अपने ग्राहक को जानने (केवाईसी)" संबंधी दिशानिर्देश- धन शोधन निवारणमानदंड-धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002- उनके अंतर्गत अधिसूचित नियमों के अनुसार गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के दायित्व जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अन
जुल॰ 02, 2012
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना-"विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1977"
भारिबैं /2012-13/35गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.284/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना-"विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1977" आपको ज्ञात होगा कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 20 जून 1977 की अधिसूचना सं. डीएनबीसी.39/डीजी(एच)-77 में अंतर्विष्ट अनुदेश, जो
भारिबैं /2012-13/35गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.284/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना-"विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1977" आपको ज्ञात होगा कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 20 जून 1977 की अधिसूचना सं. डीएनबीसी.39/डीजी(एच)-77 में अंतर्विष्ट अनुदेश, जो
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार
भारिबैं / 2012-13 / 108 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 12/04.09.01/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय , मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में बैंकों को समय-समय पर कई दिशा-निर्देश / अनुदेश / निदेश जारी किए हैं । बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से इस संबंध मे
भारिबैं / 2012-13 / 108 ग्राआऋवि.केंका.प्लान.बीसी. 12/04.09.01/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय , मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में बैंकों को समय-समय पर कई दिशा-निर्देश / अनुदेश / निदेश जारी किए हैं । बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से इस संबंध मे
जुल॰ 02, 2012
30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ नहीं स्वीकार या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007"
भारिबैं/2012-13/37गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.279/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ नहीं स्वीकार/धारण करने वाली) कंपनियाँमहोदय,30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ नहीं स्वीकार या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007"जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसू
भारिबैं/2012-13/37गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.279/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ नहीं स्वीकार/धारण करने वाली) कंपनियाँमहोदय,30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ नहीं स्वीकार या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007"जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसू
जुल॰ 02, 2012
30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007"
भारिबैं /2012-13/38 गैबैंपवि (नीति प्रभा.) कंपरि.सं.278/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने/धारण करने वाली) कंपनियाँ तथा अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय
भारिबैं /2012-13/38 गैबैंपवि (नीति प्रभा.) कंपरि.सं.278/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने/धारण करने वाली) कंपनियाँ तथा अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन
आरबीआई/2012-13/10मास्टर परिपत्र सं.10/2012-13 02 जुलाई 2012 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, मास्टर परिपत्र - मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन इस मास्टर परिपत्र में "मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों के  ज्ञापन" विषय पर वर्तमान अनुदेशों को एक ही स्थान पर समेकित किया गया है। इसमें निहित परिपत्र/अधिसूचनाएं परिशिष्ट में दी गई हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र को एक वर्ष की अवधि के लिए ("सनसेट खंड
आरबीआई/2012-13/10मास्टर परिपत्र सं.10/2012-13 02 जुलाई 2012 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, मास्टर परिपत्र - मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों का ज्ञापन इस मास्टर परिपत्र में "मुद्रा परिवर्तन कार्यकलाप को नियंत्रित करने वाले अनुदेशों के  ज्ञापन" विषय पर वर्तमान अनुदेशों को एक ही स्थान पर समेकित किया गया है। इसमें निहित परिपत्र/अधिसूचनाएं परिशिष्ट में दी गई हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र को एक वर्ष की अवधि के लिए ("सनसेट खंड
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV) पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं/कंपनियों (WOS) में प्रत्यक्ष निवेश
भारिबैं/2012-13/11 मास्टर परिपत्र सं. 11/2012-13 02 जुलाई 2012 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं/कंपनियों (WOS) में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित 7 जुलाई 2004 की फेमा अधिसूचना सं.120/आरबी-2004 (19 नवंबर 2004 का जीएसआर 757 (E) अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 के साथ पठित विदेशी मुद्र
भारिबैं/2012-13/11 मास्टर परिपत्र सं. 11/2012-13 02 जुलाई 2012 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं/कंपनियों (WOS) में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित 7 जुलाई 2004 की फेमा अधिसूचना सं.120/आरबी-2004 (19 नवंबर 2004 का जीएसआर 757 (E) अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 के साथ पठित विदेशी मुद्र
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार
भारिबैं / 2012-13 / 85ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 6 /03.05.33/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्षक्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय , मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी करता रहा है। सभी वर्तमान अनुदेशों को एक स्थान पर समेकित करने के उद्देश्य से एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है ताकि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) एक ही स्रोत से अपेक्षित ज
भारिबैं / 2012-13 / 85ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 6 /03.05.33/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्षक्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय , मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी करता रहा है। सभी वर्तमान अनुदेशों को एक स्थान पर समेकित करने के उद्देश्य से एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया है ताकि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) एक ही स्रोत से अपेक्षित ज
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण - निवासियों के लिए सुविधाएं
आरबीआई/2012-13/06 मास्टर परिपत्र सं.06/2012-13 02 जुलाई 2012 विदेशी मुद्रा में कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्ति महोदया/महोदय मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण - निवासियों के लिए सुविधाएं निवासियों के लिए भारत से विविध विप्रेषण सुविधाओं की अनुमति, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जी.एस.आर.381(ई) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में "भारत से विविध विप्रेषण - न
आरबीआई/2012-13/06 मास्टर परिपत्र सं.06/2012-13 02 जुलाई 2012 विदेशी मुद्रा में कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्ति महोदया/महोदय मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण - निवासियों के लिए सुविधाएं निवासियों के लिए भारत से विविध विप्रेषण सुविधाओं की अनुमति, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जी.एस.आर.381(ई) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में "भारत से विविध विप्रेषण - न
जुल॰ 02, 2012
भारत में विदेशी निवेश संबंधी मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2012-13/15 मास्टर परिपत्र सं. 15/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी- I बैंक महोदया /महोदय, भारत में विदेशी निवेश संबंधी मास्टर परिपत्र भारत में विदेशी निवेश, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/ 2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा (3) द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं। विनियामक ढांचे और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी अनुदेशों को इस मास्टर परिपत्र में समेकित किया गया है। निहित परिपत्र
आरबीआई/2012-13/15 मास्टर परिपत्र सं. 15/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी- I बैंक महोदया /महोदय, भारत में विदेशी निवेश संबंधी मास्टर परिपत्र भारत में विदेशी निवेश, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/ 2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा (3) द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं। विनियामक ढांचे और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी अनुदेशों को इस मास्टर परिपत्र में समेकित किया गया है। निहित परिपत्र
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र – धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस)
आरबीआई/2012-13/1मास्टर परिपत्र सं.1/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, मास्टर परिपत्र – धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) धन अंतरण सेवा योजना विदेश से भारत में लाभार्थियों को व्यक्तिगत विप्रेषणों के अंतरण का एक शीघ्र और आसान तरीका है। भारत में केवल आवक व्यक्तिगत विप्रेषण जैसे परिवार के भरण-पोषण के लिए विप्रेषण तथा भारत का दौरा करनेवाले विदेशी पर्यटकों के पक्ष में विप्रेषण की अनुमति है। धन अ
आरबीआई/2012-13/1मास्टर परिपत्र सं.1/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यक्ति, जो धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) के तहत भारतीय एजेंट हैं महोदया/महोदय, मास्टर परिपत्र – धन अंतरण सेवा योजना (एमटीएसएस) धन अंतरण सेवा योजना विदेश से भारत में लाभार्थियों को व्यक्तिगत विप्रेषणों के अंतरण का एक शीघ्र और आसान तरीका है। भारत में केवल आवक व्यक्तिगत विप्रेषण जैसे परिवार के भरण-पोषण के लिए विप्रेषण तथा भारत का दौरा करनेवाले विदेशी पर्यटकों के पक्ष में विप्रेषण की अनुमति है। धन अ
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र – विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में संपर्क/ शाखा/परियोजना कार्यालयों की स्थापना करना
आरबीआई /2012-13/07मास्टर परिपत्र सं.07/ 2012-13 02 जुलाई  2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I  बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में संपर्क/ शाखा/परियोजना कार्यालयों की स्थापना करना भारत में शाखा/संपर्क/परियोजना कार्यालयों की स्थापना, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.22/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999  की धारा 6 (6) के अनुसार विनियमित की जाती है। 2. यह मास्टर परिपत्र "विदेशी स
आरबीआई /2012-13/07मास्टर परिपत्र सं.07/ 2012-13 02 जुलाई  2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I  बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में संपर्क/ शाखा/परियोजना कार्यालयों की स्थापना करना भारत में शाखा/संपर्क/परियोजना कार्यालयों की स्थापना, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.22/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999  की धारा 6 (6) के अनुसार विनियमित की जाती है। 2. यह मास्टर परिपत्र "विदेशी स
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया (एनआरओ) खाता
आरबीआई/2012-13/02मास्टर परिपत्र सं.02/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया (एनआरओ) खाता प्राधिकृत व्यापारियों/प्राधिकृत बैंकों द्वारा भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों से जमाराशियों की स्वीकृति, समय-समय पर यथासंशोधित, 03 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं.5/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा (1) और (2) के प्रावधानों द्वारा नियंत्रित की जाती ह
आरबीआई/2012-13/02मास्टर परिपत्र सं.02/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया (एनआरओ) खाता प्राधिकृत व्यापारियों/प्राधिकृत बैंकों द्वारा भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों से जमाराशियों की स्वीकृति, समय-समय पर यथासंशोधित, 03 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं.5/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा (1) और (2) के प्रावधानों द्वारा नियंत्रित की जाती ह
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन
आरबीआई/2012-13/ 03 मास्टर परिपत्र सं.03/ 2012-13 02 जुलाई  2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -।  बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन यह मास्टर परिपत्र "अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/ विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन" विषय पर मौजू्दा अनुदेशों को समेकित करता है। इस मास्टर परिपत्र में निहित परिपत्रों /अधिसूचनाओं
आरबीआई/2012-13/ 03 मास्टर परिपत्र सं.03/ 2012-13 02 जुलाई  2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -।  बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन यह मास्टर परिपत्र "अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/ विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन" विषय पर मौजू्दा अनुदेशों को समेकित करता है। इस मास्टर परिपत्र में निहित परिपत्रों /अधिसूचनाओं
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र – अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ गैर- भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) द्वारा भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण
आरबीआई /2012-13/04 मास्टर परिपत्र सं. 04/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ गैर- भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) द्वारा भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ गैर- भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) द्वारा भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी के साथ पठ
आरबीआई /2012-13/04 मास्टर परिपत्र सं. 04/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ गैर- भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) द्वारा भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ गैर- भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) द्वारा भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी के साथ पठ
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों के लिए विप्रेषण सुविधाए
आरबीआई/2012-13/08मास्टर परिपत्र सं.08/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों के लिए विप्रेषण सुविधाएं अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों के लिए विप्रेषण सुविधाएं समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 13/2000-आरबी और फेमा अधिसूचना सं.21/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा
आरबीआई/2012-13/08मास्टर परिपत्र सं.08/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों के लिए विप्रेषण सुविधाएं अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों के लिए विप्रेषण सुविधाएं समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 13/2000-आरबी और फेमा अधिसूचना सं.21/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा
जुल॰ 02, 2012
मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग
आरबीआई/2012-13/09 मास्टर परिपत्र सं. 09/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I  बैंक तथा प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउडिंग एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जिसके जरिये आवेदक फेमा, 1999 की धारा 13 (1) के तहत फेमा, 1999 के किसी प्रावधान के स्वीकृत उल्लंघन की कंपांउडिंग के लिए आवेदन कर सकता है। 2. यह मास्टर परिपत्र "फेमा, 1999 के
आरबीआई/2012-13/09 मास्टर परिपत्र सं. 09/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I  बैंक तथा प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउडिंग एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जिसके जरिये आवेदक फेमा, 1999 की धारा 13 (1) के तहत फेमा, 1999 के किसी प्रावधान के स्वीकृत उल्लंघन की कंपांउडिंग के लिए आवेदन कर सकता है। 2. यह मास्टर परिपत्र "फेमा, 1999 के
जुल॰ 02, 2012
माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2012-13/13मास्टर परिपत्र सं. 13/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया / महोदय, माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में ' माल और सेवाओं के आयात '
आरबीआई/2012-13/13मास्टर परिपत्र सं. 13/2012-13 02 जुलाई 2012 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया / महोदय, माल और सेवाओं के आयात के संबंध में मास्टर परिपत्र भारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जी.एस.आर. 381(E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में ' माल और सेवाओं के आयात '
जुल॰ 02, 2012
30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना - "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखापरीक्षकों की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008"
भारिबैं/2012-13/22 गैबैंपवि(नीप्रभा.)कंपरि.सं.280/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, 30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना - "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखापरीक्षकों की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008" आपको ज्ञात ही है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता
भारिबैं/2012-13/22 गैबैंपवि(नीप्रभा.)कंपरि.सं.280/03.02.001/2012-13 2 जुलाई 2012 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, 30 जून 2012 तक संशोधित अधिसूचना - "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखापरीक्षकों की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008" आपको ज्ञात ही है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 28, 2025

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