अधिसूचनाएं - विनियमन वाणिज्यिक बैंकिंग - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
जन॰ 25, 2011
मौद्रिक नीति 2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा
डॉ.डी.सुब्बाराव गवर्नर भूमिका 02 नवंबर, 2010 को जारी हुई दूसरी तिमाही समीक्षा के समय से समष्टि आर्थिक परिवेश में महत्त्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। विश्व स्तर पर विकसित अर्थव्यवस्थाओं में रिकवरी पुख्ता होती दिख रही है और 2011 के दौरान वृद्धि की प्रत्याशाएं, विशेष रूप से अमेरिका में, बढ़ी हैं। तथापि, मुद्रास्फ़ीतीय प्रवृत्तियां साफ़ दिखाई दे रही हैं। यद्यपि विकसित अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रा स्फ़ीतीय दबाव अभी भी नरम बने हुए हैं, परंतु उभरती बाज़ार अर्थव्यवस्थाओं (ईएमईज़) में, जह
डॉ.डी.सुब्बाराव गवर्नर भूमिका 02 नवंबर, 2010 को जारी हुई दूसरी तिमाही समीक्षा के समय से समष्टि आर्थिक परिवेश में महत्त्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। विश्व स्तर पर विकसित अर्थव्यवस्थाओं में रिकवरी पुख्ता होती दिख रही है और 2011 के दौरान वृद्धि की प्रत्याशाएं, विशेष रूप से अमेरिका में, बढ़ी हैं। तथापि, मुद्रास्फ़ीतीय प्रवृत्तियां साफ़ दिखाई दे रही हैं। यद्यपि विकसित अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रा स्फ़ीतीय दबाव अभी भी नरम बने हुए हैं, परंतु उभरती बाज़ार अर्थव्यवस्थाओं (ईएमईज़) में, जह
जन॰ 25, 2011
चलनिधि समायोजन सुविधा रिपो और रिवर्स दरें
आरबीआइ/2010-11/388संदर्भ: एफएमडी.एमओएजी.सं. 56/01.01.01/2010-11 25 जनवरी 2011 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) तथा प्राथमिक व्यापारी महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा रिपो और रिवर्स दरें जैसाकि आज मौद्रिक नीति 2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा में घोषित किया गया है, यह निर्णय लिया गया है कि तत्काल प्रभाव से चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी करके उसे 6.25 प्रतिशत से 6.50 प्रतिशत और रिवर्स रिपो में 25 आ
आरबीआइ/2010-11/388संदर्भ: एफएमडी.एमओएजी.सं. 56/01.01.01/2010-11 25 जनवरी 2011 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) तथा प्राथमिक व्यापारी महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा रिपो और रिवर्स दरें जैसाकि आज मौद्रिक नीति 2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा में घोषित किया गया है, यह निर्णय लिया गया है कि तत्काल प्रभाव से चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी करके उसे 6.25 प्रतिशत से 6.50 प्रतिशत और रिवर्स रिपो में 25 आ
जन॰ 25, 2011
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़)
आरबीआइ/2010-11/386 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 340/07.01.279/2010-11 25 जनवरी 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 25 जनवरी 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा देखें , जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर को तत्का
आरबीआइ/2010-11/386 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी. 340/07.01.279/2010-11 25 जनवरी 2011 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 25 जनवरी 2011 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2010-11 की तीसरी तिमाही समीक्षा देखें , जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिपो दर को तत्का
जन॰ 25, 2011
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) को बनाए रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायता
आरबीआइ /2010-11/387 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 76/12.02.001/2010-11 25 जनवरी 2011 5 माघ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) को बनाए रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायता कृपया 16 दिसंबर 2010 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 68/12.02.001/2010-11 देखें, जिसके अंतर्गत यह सूचित किया गया था
आरबीआइ /2010-11/387 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 76/12.02.001/2010-11 25 जनवरी 2011 5 माघ 1932 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) को बनाए रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायता कृपया 16 दिसंबर 2010 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 68/12.02.001/2010-11 देखें, जिसके अंतर्गत यह सूचित किया गया था
जन॰ 25, 2011
चुनिंदा अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं (एआइएफआइ) द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश :माइक्रो वित्त संस्थाओं (एमएफआइ) को ऋण सहायता
आरबीआइ/2010-11/385 बैंपविवि. एफआइडी. एफआइसी. सं. 10 /01.02.00/2010-11 25 जनवरी 2011 5 माघ 1932 (शक) मुख्य कार्यपालक अधिकारी चुनिंदा अखिल भारतीय मीयादी ऋण तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएं (एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी) महोदय चुनिंदा अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं (एआइएफआइ) द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश :माइक्रो वित्त संस्थाओं (एमएफआइ) को ऋण सहायता कृपया उपर्युक्त विषय पर 14 अक्तूबर 2010 के हमारे पत्र बैंपविवि
आरबीआइ/2010-11/385 बैंपविवि. एफआइडी. एफआइसी. सं. 10 /01.02.00/2010-11 25 जनवरी 2011 5 माघ 1932 (शक) मुख्य कार्यपालक अधिकारी चुनिंदा अखिल भारतीय मीयादी ऋण तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएं (एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी) महोदय चुनिंदा अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं (एआइएफआइ) द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना पर विवेकपूर्ण दिशानिर्देश :माइक्रो वित्त संस्थाओं (एमएफआइ) को ऋण सहायता कृपया उपर्युक्त विषय पर 14 अक्तूबर 2010 के हमारे पत्र बैंपविवि
जन॰ 20, 2011
आवास वित्त
आरबीआई सं. 2010-11/379 ग्राआऋवि.केंका.आरसीबीडी.बीसी.सं. 48 /03.03.01/2010-11 20 जनवरी 2011 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, आवास वित्त कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 13 अगस्त 2009 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरसीबीडी. बीसी. सं.15/03.03.01/2009-10 के पैरा 2 (ii) देखें। यह निर्णय लिया गया है कि राज्य सहकारी बैंकों तथा मध्यवर्ती सहकारी बैंकों की आवास वित्त में ऋण सीमा, उनके कुल ऋण और अग्रिम के 10 प्रतिशत के स्थान पर अब से उनकी
आरबीआई सं. 2010-11/379 ग्राआऋवि.केंका.आरसीबीडी.बीसी.सं. 48 /03.03.01/2010-11 20 जनवरी 2011 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, आवास वित्त कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 13 अगस्त 2009 के हमारे परिपत्र ग्राआऋवि. केका. आरसीबीडी. बीसी. सं.15/03.03.01/2009-10 के पैरा 2 (ii) देखें। यह निर्णय लिया गया है कि राज्य सहकारी बैंकों तथा मध्यवर्ती सहकारी बैंकों की आवास वित्त में ऋण सीमा, उनके कुल ऋण और अग्रिम के 10 प्रतिशत के स्थान पर अब से उनकी
जन॰ 20, 2011
निवेशक शिक्षण और सुरक्षा निधि समिति की बैठक – कंपनी मामले मंत्रालय – बैठक का कार्यवृत्त
भारिबैं / 2010-11 / 378ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 47 / 03.05.3322010-11 20 जनवरी 2011 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, निवेशक शिक्षण और सुरक्षा निधि समिति की बैठक – कंपनी मामले मंत्रालय – बैठक का कार्यवृत्त हम सूचित करते हैं कि भारत सरकार, कंपनी मामले मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा आयोजित "निवेशक शिक्षण और सुरक्षा निधि समिति'' की एक बैठक में अन्य बातों के साथ-साथ यह निर्णय लिया गया है कि बैंकों को अर्धशहरी / ग्रामीण शाखाओं में अपने ग्राहकों के साथ आवधिक बैठक
भारिबैं / 2010-11 / 378ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.सं. 47 / 03.05.3322010-11 20 जनवरी 2011 अध्यक्षसभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, निवेशक शिक्षण और सुरक्षा निधि समिति की बैठक – कंपनी मामले मंत्रालय – बैठक का कार्यवृत्त हम सूचित करते हैं कि भारत सरकार, कंपनी मामले मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा आयोजित "निवेशक शिक्षण और सुरक्षा निधि समिति'' की एक बैठक में अन्य बातों के साथ-साथ यह निर्णय लिया गया है कि बैंकों को अर्धशहरी / ग्रामीण शाखाओं में अपने ग्राहकों के साथ आवधिक बैठक
जन॰ 20, 2011
विनियामक पूंजी लिखत - स्टेप अप ऑप्शन
आरबीआइ/2010-11/381 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 75/21.06.001/2010-11 20 जनवरी 2011 30 पौष 1932 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया विनियामक पूंजी लिखत - स्टेप अप ऑप्शन मौजूदा अनुदेशों के अनुसार बैंकों को `स्टेप अप' ऑप्शन वाले पूंजी लिखत जारी करने की अनुमति दी गई है, जैसे (i) नवोन्मेषी बेमीयादी ऋण लिखत (आइपीडीआइ) तथा उच्चतर टीयर 2 ऋण पूंजी लिखत (2
आरबीआइ/2010-11/381 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 75/21.06.001/2010-11 20 जनवरी 2011 30 पौष 1932 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया विनियामक पूंजी लिखत - स्टेप अप ऑप्शन मौजूदा अनुदेशों के अनुसार बैंकों को `स्टेप अप' ऑप्शन वाले पूंजी लिखत जारी करने की अनुमति दी गई है, जैसे (i) नवोन्मेषी बेमीयादी ऋण लिखत (आइपीडीआइ) तथा उच्चतर टीयर 2 ऋण पूंजी लिखत (2
जन॰ 19, 2011
माइक्रो वित्त संस्थाओं (एमएफआइ) को ऋण सहायता
आरबीआइ/2010-11/376 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 74/21.04.132/2010-11 19 जनवरी 2011 29 पौष 1932 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर महोदय माइक्रो वित्त संस्थाओं (एमएफआइ) को ऋण सहायता भारतीय रिज़र्व बैंक ने 22 दिसंबर 2010 को आंध्र प्रदेश तथा अन्य राज्यों में माइक्रो वित्त क्षेत्र की जमीनी स्थिति का जायजा लेने तथा इस संबंध में किसी प्रकार के अंतरिम उपाय की ज़रूरत का मू
आरबीआइ/2010-11/376 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 74/21.04.132/2010-11 19 जनवरी 2011 29 पौष 1932 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर महोदय माइक्रो वित्त संस्थाओं (एमएफआइ) को ऋण सहायता भारतीय रिज़र्व बैंक ने 22 दिसंबर 2010 को आंध्र प्रदेश तथा अन्य राज्यों में माइक्रो वित्त क्षेत्र की जमीनी स्थिति का जायजा लेने तथा इस संबंध में किसी प्रकार के अंतरिम उपाय की ज़रूरत का मू
जन॰ 19, 2011
चेक संग्रहण हेतु सेवा प्रभारों की समीक्षा – स्थानीय, बाहरी (Outstation) और स्पीड क्लियरिंग
भारिबैं/2010-11/377भुनिप्रवि. केंका. सीएचडी. सं. 1671 / 03.06.01 / 2010-11 19 जनवरी, 2011 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यकारी अधिकारीक्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक / जिला केंद्रीय सहकारी बैंक सहित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदया / महोदय, चेक संग्रहण हेतु सेवा प्रभारों की समीक्षा – स्थानीय, बाहरी (Outstation) और स्पीड क्लियरिंग इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों के प्रयोग से भुगतान करने के लाभ को देखते हुए, विशेष रूप से बड़ी राशि के लेनदेन
भारिबैं/2010-11/377भुनिप्रवि. केंका. सीएचडी. सं. 1671 / 03.06.01 / 2010-11 19 जनवरी, 2011 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यकारी अधिकारीक्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक / जिला केंद्रीय सहकारी बैंक सहित सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदया / महोदय, चेक संग्रहण हेतु सेवा प्रभारों की समीक्षा – स्थानीय, बाहरी (Outstation) और स्पीड क्लियरिंग इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों के प्रयोग से भुगतान करने के लाभ को देखते हुए, विशेष रूप से बड़ी राशि के लेनदेन
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: नवंबर 23, 2022