RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
S2

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

FEMA Notifications Banner

RBINotificationSearchFilter

सर्च रिफाइन करें

खोज परिणाम

अधिसूचनाएं

  • Row View
  • Grid View
नवंबर 23, 2002
एडीआर/जीडीआर/एफसीसीबी निर्गम
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 52 नवंबर 23, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, एडीआर/जीडीआर/एफसीसीबी निर्गम प्राधिकृत व्यापारीयों का ध्यान फरवरी 13, 2002 के एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 21 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके साथ मार्च 2, 2001 की अधिसूचना फ्टमा सं. 41/2001-आरबी की प्रतिलिपि संलग्न की गई थी । उसके विनियम 4 आ के अनुसार, भारतीय कंपनी अपने शे
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 52 नवंबर 23, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, एडीआर/जीडीआर/एफसीसीबी निर्गम प्राधिकृत व्यापारीयों का ध्यान फरवरी 13, 2002 के एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 21 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके साथ मार्च 2, 2001 की अधिसूचना फ्टमा सं. 41/2001-आरबी की प्रतिलिपि संलग्न की गई थी । उसके विनियम 4 आ के अनुसार, भारतीय कंपनी अपने शे
नवंबर 16, 2002
विदेशी संस्थागत निवेशकों के लिए वायदा रक्षा
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 50 नवंबर 16, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी संस्थागत निवेशकों के लिए वायदा रक्षा प्राधिकृत व्यापारीयों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फ्टमा सं. 25/-आरबी 2000 के विनियम 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है । अधिसूचना की अनुसूची II के पैरा 1(ख) के अनुसार पंजीकृत विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) को वायदा संविदा क
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 50 नवंबर 16, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, विदेशी संस्थागत निवेशकों के लिए वायदा रक्षा प्राधिकृत व्यापारीयों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फ्टमा सं. 25/-आरबी 2000 के विनियम 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है । अधिसूचना की अनुसूची II के पैरा 1(ख) के अनुसार पंजीकृत विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) को वायदा संविदा क
नवंबर 16, 2002
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - आयात के लिए अग्रिम प्रेषण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 49 नवंबर 16, 2002 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी प्रिय महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - आयात के लिए अग्रिम प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 24 अगस्त 2000 के ए पी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 9 की परिशिष्ट के पैरा अ.11 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारियों को मालों के आयात के लिए अग्रिम प्रेषण करने की अन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 49 नवंबर 16, 2002 प्रति विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी प्रिय महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 - आयात के लिए अग्रिम प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 24 अगस्त 2000 के ए पी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 9 की परिशिष्ट के पैरा अ.11 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारियों को मालों के आयात के लिए अग्रिम प्रेषण करने की अन
नवंबर 16, 2002
समुद्रपारीय बाज़ार में निवेश
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 48 नवंबर 16, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय समुद्रपारीय बाज़ार में निवेश प्राधिकृत व्यापारीयों का ध्यान अप्रैल 29, 2001 के एपी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार बैंकों को अनुमति है कि वे अपनी स्तर 1 सामान्य जोखिम पूंजी के 25 प्रतिशत अथवा 10 मिलियन अमरीकी डॉलर, जो भी अंधिक हो
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 48 नवंबर 16, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय समुद्रपारीय बाज़ार में निवेश प्राधिकृत व्यापारीयों का ध्यान अप्रैल 29, 2001 के एपी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 40 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार बैंकों को अनुमति है कि वे अपनी स्तर 1 सामान्य जोखिम पूंजी के 25 प्रतिशत अथवा 10 मिलियन अमरीकी डॉलर, जो भी अंधिक हो
नवंबर 12, 2002
एक्ज़िम बैंक द्वारा ईस्टर्न एंड सदर्न अफ्रीकन ट्रेड और डिवेलपमेंट बैंक (पीटीए) को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 47 नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्ज़िम बैंक द्वारा ईस्टर्न एंड सदर्न अफ्रीकन ट्रेड और डिवेलपमेंट बैंक (पीटीए) को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता एक्ज़िम बैंक ऑफ इंडिया (एक्ज़िम बैंक) ने अगस्त 2, 2002 को ईस्टर्न एंड सदर्न अफ्रीकन ट्रेड और डिवेलपमेंट बैंक (पीटीए) को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अ
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 47 नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय एक्ज़िम बैंक द्वारा ईस्टर्न एंड सदर्न अफ्रीकन ट्रेड और डिवेलपमेंट बैंक (पीटीए) को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता एक्ज़िम बैंक ऑफ इंडिया (एक्ज़िम बैंक) ने अगस्त 2, 2002 को ईस्टर्न एंड सदर्न अफ्रीकन ट्रेड और डिवेलपमेंट बैंक (पीटीए) को 10 मिलियन अमरीकी डॉलर (दस मिलियन अ
नवंबर 12, 2002
प्राधिकृत मुद्रा परिवर्तकों (एएमसी) के लिए अनुदेश ज्ञापन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 43 ए.पी.(एफएल/आरएल सिरीज़) परिपत्र क्र. 1 नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय प्राधिकृत मुद्रा परिवर्तकों (एएमसी) के लिए अनुदेश ज्ञापन स्वयंपूर्ण मुद्रा परिवर्तक (एफएफएमसी) और सीमित मुद्रा परिवर्तक (आरएमसी) का ध्यान एफएलएम ज्ञापन और आरएलएम ज्ञापनों की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें क्रमश: स्वयंपूर्ण मुद्रा परिवर्तक
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 43 ए.पी.(एफएल/आरएल सिरीज़) परिपत्र क्र. 1 नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय प्राधिकृत मुद्रा परिवर्तकों (एएमसी) के लिए अनुदेश ज्ञापन स्वयंपूर्ण मुद्रा परिवर्तक (एफएफएमसी) और सीमित मुद्रा परिवर्तक (आरएमसी) का ध्यान एफएलएम ज्ञापन और आरएलएम ज्ञापनों की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमें क्रमश: स्वयंपूर्ण मुद्रा परिवर्तक
नवंबर 12, 2002
अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा भारत में अचल संपत्ति की खरीद से संबंधित फ्लैट/प्लॉट का अनाबंटन/बुकिंग निरसन/सौदे के मूल्य की वापसी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 46 नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा भारत में अचल संपत्ति की खरीद से संबंधित फ्लैट/प्लॉट का अनाबंटन/बुकिंग निरसन/सौदे के मूल्य की वापसी प्राधिकृत व्यापारीयों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा सं. 5/2000-आरबी की अनुसूची 1 के पैरा 3(i) की ओर आकृष्ट किया
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 46 नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा भारत में अचल संपत्ति की खरीद से संबंधित फ्लैट/प्लॉट का अनाबंटन/बुकिंग निरसन/सौदे के मूल्य की वापसी प्राधिकृत व्यापारीयों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा सं. 5/2000-आरबी की अनुसूची 1 के पैरा 3(i) की ओर आकृष्ट किया
नवंबर 12, 2002
विशेष आर्थिक अंचल की किसी सत्ता द्वारा पण्य की हेजिंग
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 44 नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विशेष आर्थिक अंचल की किसी सत्ता द्वारा पण्य की हेजिंग प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/आरबी 2000 के पैरा 6 और जनवरी 24, 2002 के एपी (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र क्र. 19 के पैरा अ.6 (i) भाग अ की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. चूंकि 27 जुलाई 2002
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 44 नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विशेष आर्थिक अंचल की किसी सत्ता द्वारा पण्य की हेजिंग प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/आरबी 2000 के पैरा 6 और जनवरी 24, 2002 के एपी (डीआइआर सिरीज़) परिपत्र क्र. 19 के पैरा अ.6 (i) भाग अ की ओर आकृष्ट किया जाता है । 2. चूंकि 27 जुलाई 2002
नवंबर 12, 2002
शेयरों के खरीद के लिए प्राप्त निधियों की वापसी का प्रत्यावर्तन
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 45  नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय शेयरों के खरीद के लिए प्राप्त निधियों की वापसी का प्रत्यावर्तन वर्तमान विदेशी मुद्रा विनियमावली के अंतर्गत प्राधिकृत व्यापारियों को शेयरों की खरीद के लिए प्राप्त निधियों के प्रत्यावर्तन के लिए अनुमति देने से पहले रिज़र्व बैंक का पूर्व अनुमोदन वांछित है । 2.अब निम्नलिखित
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 45  नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय शेयरों के खरीद के लिए प्राप्त निधियों की वापसी का प्रत्यावर्तन वर्तमान विदेशी मुद्रा विनियमावली के अंतर्गत प्राधिकृत व्यापारियों को शेयरों की खरीद के लिए प्राप्त निधियों के प्रत्यावर्तन के लिए अनुमति देने से पहले रिज़र्व बैंक का पूर्व अनुमोदन वांछित है । 2.अब निम्नलिखित
नवंबर 12, 2002
समुद्रपारीय बाज़ार में निवेश
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 42  नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय समुद्रपारीय बाज़ार में निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान नवंबर 2, 2002 के उक्त विषयक एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 38 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है । सूचित किया जाता है कि एफसीएनआर (आ) की न अभिनियोजित निधियों को समुद्रपारीय बाजार में निवेश करने के लिए साख श्रे
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 42  नवंबर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय समुद्रपारीय बाज़ार में निवेश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान नवंबर 2, 2002 के उक्त विषयक एपी(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 38 के पैरा 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है । सूचित किया जाता है कि एफसीएनआर (आ) की न अभिनियोजित निधियों को समुद्रपारीय बाजार में निवेश करने के लिए साख श्रे

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

Scan Your QR code to Install our app

RBIPageLastUpdatedOn

पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: अगस्त 02, 2024

श्रेणी पहलू

केटेगरी

Custom Date Facet