RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
S3

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

FEMA Notifications Banner

RBINotificationSearchFilter

सर्च रिफाइन करें

खोज परिणाम

अधिसूचनाएं

  • Row View
  • Grid View
नवंबर 12, 2002
विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति अंतरण अथवा निर्गम) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2002
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.76/2002-आरबी दिनांक: 12 नवंबर ,2002 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति अंतरण अथवा निर्गम) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2002 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक,
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.76/2002-आरबी दिनांक: 12 नवंबर ,2002 विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति अंतरण अथवा निर्गम) (दूसरा संशोधन) विनियमावली, 2002 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी) में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक,
नवंबर 08, 2002
बिड बाँड गारंटी के बदले कार्पोरेट गारंटी का निर्गम
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 41 नवंबर 8, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बिड बाँड गारंटी के बदले कार्पोरेट गारंटी का निर्गम प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा सं. 8/2000 आरबी के विमय 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्रधिकृत व्यापारियों से भिन्न कोई भी व्यक्ति कुछ किस्म के मामलों में गारंटी देने के लिए अनुम
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 41 नवंबर 8, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बिड बाँड गारंटी के बदले कार्पोरेट गारंटी का निर्गम प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा सं. 8/2000 आरबी के विमय 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्रधिकृत व्यापारियों से भिन्न कोई भी व्यक्ति कुछ किस्म के मामलों में गारंटी देने के लिए अनुम
नवंबर 05, 2002
अनिवासी भारतीय (एनआरआई) / भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड जारी करना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.40 05 नवम्बर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीय (एनआरआई) / भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड जारी करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के उपयोग से संबंधित 27 जून, 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.53 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. यह स्पष्ट किया जाता है
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं.40 05 नवम्बर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीय (एनआरआई) / भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड जारी करना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के उपयोग से संबंधित 27 जून, 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र.53 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. यह स्पष्ट किया जाता है
नवंबर 05, 2002
Investment by NRIs/OCBs in Non-Convertible
Debentures - Redemption thereof
A.P. (Dir Series) Circular No.39 (November 5 , 2002)
Reserve Bank of IndiaExchange Control DepartmentCentral OfficeMumbai-400 001 November 5 , 2002A.P. (Dir Series) Circular No.39 ToAll Authorised Dealers in Foreign ExchangeMadam/Sirs,Investment by NRIs/OCBs in Non-Convertible Debentures – Redemption thereof Authorised Dealers are aware that Indian companies were being permitted under FERA,1973 ( since repealed) to issue non-convertible debentures (NCDs) to NRIs/OCBs . While granting such permission to the Indian compan
Reserve Bank of IndiaExchange Control DepartmentCentral OfficeMumbai-400 001 November 5 , 2002A.P. (Dir Series) Circular No.39 ToAll Authorised Dealers in Foreign ExchangeMadam/Sirs,Investment by NRIs/OCBs in Non-Convertible Debentures – Redemption thereof Authorised Dealers are aware that Indian companies were being permitted under FERA,1973 ( since repealed) to issue non-convertible debentures (NCDs) to NRIs/OCBs . While granting such permission to the Indian compan
नवंबर 02, 2002
Investment in Overseas Markets
A.P.(DIR Series) Circular No.38 ( November 2, 2002)
Reserve Bank of IndiaExchange Control DepartmentCentral officeMumbai-400 001November 2, 2002A.P.(DIR Series) Circular No.38 ToAll Authorised Dealers in Foreign ExchangeMadam/Sirs,Investment in Overseas Markets Attention of authorised dealers is invited to item (i) of paragraph 3 of A.P. (DIR Series) Circular No.40 dated April 29, 2002 in terms of which authorised dealers have been permitted to invest the undeployed FCNR(B) funds in overseas markets in long-term fixed
Reserve Bank of IndiaExchange Control DepartmentCentral officeMumbai-400 001November 2, 2002A.P.(DIR Series) Circular No.38 ToAll Authorised Dealers in Foreign ExchangeMadam/Sirs,Investment in Overseas Markets Attention of authorised dealers is invited to item (i) of paragraph 3 of A.P. (DIR Series) Circular No.40 dated April 29, 2002 in terms of which authorised dealers have been permitted to invest the undeployed FCNR(B) funds in overseas markets in long-term fixed
नवंबर 01, 2002
निवासी विदेशी मुद्रा (घरेलू) खाते - निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधाएं
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 37 नवंबर 1, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी विदेशी मुद्रा (घरेलू) खाते - निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधाएं प्राधिकृत व्यापारी जानते हैं कि मई 03, 2000 की आरबीआई अधिसूचना सं. फेमा 11/2000-आरबी के विनियम 3(III) के अनुसार निवासियों को नकद और अथवा यात्री चेकों के रूप में कुल 2000 अमरीकी डॉलर अथवा उसके समतुल्य रकम रख
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 37 नवंबर 1, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय, निवासी विदेशी मुद्रा (घरेलू) खाते - निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधाएं प्राधिकृत व्यापारी जानते हैं कि मई 03, 2000 की आरबीआई अधिसूचना सं. फेमा 11/2000-आरबी के विनियम 3(III) के अनुसार निवासियों को नकद और अथवा यात्री चेकों के रूप में कुल 2000 अमरीकी डॉलर अथवा उसके समतुल्य रकम रख
नवंबर 01, 2002
भारत में स्थित अचल संपत्ति की बिक्री-आय के प्रत्यावर्तन के लिए समयबंदी अवधि हटाना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 35  नवंबर 1, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय भारत में स्थित अचल संपत्ति की बिक्री-आय के प्रत्यावर्तन के लिए समयबंदी अवधि हटाना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000 आरबी के विमय 6 (ख)(ii) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्रधिकृत व्यापारियों को अनुमति दी गई है कि वे अनिव
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 35  नवंबर 1, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय भारत में स्थित अचल संपत्ति की बिक्री-आय के प्रत्यावर्तन के लिए समयबंदी अवधि हटाना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000 आरबी के विमय 6 (ख)(ii) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्रधिकृत व्यापारियों को अनुमति दी गई है कि वे अनिव
नवंबर 01, 2002
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2002
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.75/2002-आरबी दिनांक : 01 नवंबर ,2002 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना)  (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2002 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उपधारा (3) का खंड (डी) और धारा 47 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 3/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001. अधिसूचना सं.फेमा.75/2002-आरबी दिनांक : 01 नवंबर ,2002 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा देना)  (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2002 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का अधिनियम 42) की धारा 6 की उपधारा (3) का खंड (डी) और धारा 47 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.पेमा 3/2000-आरबी में आंशिक संशोधन करते हुए भारतीय रिज़र
अक्‍तूबर 31, 2002
विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (ईईएफसी) खाता योजना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 34 अक्तूबर 31, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (ईईएफसी) खाता योजना उक्त तारीख के आईईसीडी परिपत्र क्र. 9/04.02.02/2002-2003 के अनुसार रिज़र्व बैंक ने निर्यातकों द्वारा रुपया पैकिंग ऋण और पोत लदान पूर्व ऋण को विदेशी मुद्रा में चुकाने की सुविधा को उदारीकृत कर दिया है । निर्यातक ऐसे अग्रिमो
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 34 अक्तूबर 31, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (ईईएफसी) खाता योजना उक्त तारीख के आईईसीडी परिपत्र क्र. 9/04.02.02/2002-2003 के अनुसार रिज़र्व बैंक ने निर्यातकों द्वारा रुपया पैकिंग ऋण और पोत लदान पूर्व ऋण को विदेशी मुद्रा में चुकाने की सुविधा को उदारीकृत कर दिया है । निर्यातक ऐसे अग्रिमो
अक्‍तूबर 23, 2002
माल और सेवाओं का निर्यात
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 33 अक्तूबर 23, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारी का ध्यान सितंबर 24, 2001 के एपी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 6 और जुलाई 04, 2002 के एपी (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र. 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है । उसके अनुसार निर्यातक /सौदागर निर्यातक/कतिपय उत्पादों के व्यापारी जिनका संविदागत निर्य
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 33 अक्तूबर 23, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारी का ध्यान सितंबर 24, 2001 के एपी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 6 और जुलाई 04, 2002 के एपी (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र. 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है । उसके अनुसार निर्यातक /सौदागर निर्यातक/कतिपय उत्पादों के व्यापारी जिनका संविदागत निर्य

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

Scan Your QR code to Install our app

RBIPageLastUpdatedOn

पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: अगस्त 02, 2024

श्रेणी पहलू

केटेगरी

Custom Date Facet