अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
अक्तूबर 10, 2002
31 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए जुलाई 3, 2002 का भारत श्रीलंका ऋण करार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.29 10 अक्तूबर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय 31 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए जुलाई 3, 2002 का भारत श्रीलंका ऋण करार भारत सरकार ने श्रीलंका जनतांत्रिक समाजवादी गणतंत्र के लिए 31 मिलियन अमरीकी डॉलर के ऋण हेजु 3 जुलाई 2002 को करार किया है। 31 मिलियन अमरीकी डॉलर का यह ऋण श्रीलंका सरकार को भारत से 3 लाख टन गेहूं कं आयात के लिए अ
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.29 10 अक्तूबर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय 31 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए जुलाई 3, 2002 का भारत श्रीलंका ऋण करार भारत सरकार ने श्रीलंका जनतांत्रिक समाजवादी गणतंत्र के लिए 31 मिलियन अमरीकी डॉलर के ऋण हेजु 3 जुलाई 2002 को करार किया है। 31 मिलियन अमरीकी डॉलर का यह ऋण श्रीलंका सरकार को भारत से 3 लाख टन गेहूं कं आयात के लिए अ
अक्तूबर 03, 2002
भारत में विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की इकाई द्वारा विदेशी मुद्रा खाता खोलना, धारण करना और बनाए रखना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई-400001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.28 03 अक्तूबर 2002 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की इकाई द्वारा विदेशी मुद्रा खाता खोलना, धारण करना और बनाए रखना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में रहने वाले किसी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) नियमावली, 2000 से संबंधित 27 फरवरी 2001 की अधिसूचना सं. फेमा.37/2
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई-400001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.28 03 अक्तूबर 2002 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की इकाई द्वारा विदेशी मुद्रा खाता खोलना, धारण करना और बनाए रखना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में रहने वाले किसी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) नियमावली, 2000 से संबंधित 27 फरवरी 2001 की अधिसूचना सं. फेमा.37/2
सितंबर 28, 2002
आय कर बेबाकी प्रमाणपत्र / अनापत्ति प्रमाणपत्र
ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 27 28 सितंबर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय आय कर बेबाकी प्रमाणपत्र / अनापत्ति प्रमाणपत्र सभी प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा जारी 18 नवंबर 1997 की अधिसूचना एफ.सं. 500/152/96-एफआईडी की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कोई व्यक्ति विदेशी मुद्रा का विप्रेषण कर रहा है तो वह कर- निर्धारण प्राधिकारी को सम्बोधित दो प्रतियों में वचनपत्र प्रस्तुत करेगा। यह वचनपत्र आवेदक
ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 27 28 सितंबर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय आय कर बेबाकी प्रमाणपत्र / अनापत्ति प्रमाणपत्र सभी प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा जारी 18 नवंबर 1997 की अधिसूचना एफ.सं. 500/152/96-एफआईडी की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कोई व्यक्ति विदेशी मुद्रा का विप्रेषण कर रहा है तो वह कर- निर्धारण प्राधिकारी को सम्बोधित दो प्रतियों में वचनपत्र प्रस्तुत करेगा। यह वचनपत्र आवेदक
सितंबर 28, 2002
ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 (सितंबर 28, 2002)
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 सितंबर 28, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय क) अनिवासी भारतीय / भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा चालू आय का प्रेषण - अनापत्ति प्रमाण पत्रख) एनआरएनआर जमा राशियों का प्रत्यावर्तन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 14 मई 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.45 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी,
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 सितंबर 28, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय क) अनिवासी भारतीय / भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा चालू आय का प्रेषण - अनापत्ति प्रमाण पत्रख) एनआरएनआर जमा राशियों का प्रत्यावर्तन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 14 मई 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.45 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी,
सितंबर 27, 2002
भारत में आयात - अल्पावधि ऋण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.25 सितंबर 27, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय भारत में आयात - अल्पावधि ऋण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 24, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 9 के पैरा अ. 12 और अ.13 में समाविष्ट निदेशों की ओर और 3 मई 2000 की रिज़र्व बैंक की अधिसूचना फेमा 3/2000-आरबी की अनुसूची के पैरा 4 (i ) की ओर आकृष्ट किया जाता ह
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.25 सितंबर 27, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय भारत में आयात - अल्पावधि ऋण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 24, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 9 के पैरा अ. 12 और अ.13 में समाविष्ट निदेशों की ओर और 3 मई 2000 की रिज़र्व बैंक की अधिसूचना फेमा 3/2000-आरबी की अनुसूची के पैरा 4 (i ) की ओर आकृष्ट किया जाता ह
सितंबर 25, 2002
भारत में एफसीएनआर (B) जमा धारियों को विदेशी मुद्रा में ऋण देना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.24 सितंबर 25, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय भारत में एफसीएनआर (B) जमा धारियों को विदेशी मुद्रा में ऋण देना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की रिज़र्व बैंक की अधिसूचना फेमा 3/2000-आरबी के विनियम 4 के उप-विनियम 1(v) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार किसी प्राधिकृत व्यापारी की भारत से बाहर की शाखा की
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.24 सितंबर 25, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय भारत में एफसीएनआर (B) जमा धारियों को विदेशी मुद्रा में ऋण देना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की रिज़र्व बैंक की अधिसूचना फेमा 3/2000-आरबी के विनियम 4 के उप-विनियम 1(v) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार किसी प्राधिकृत व्यापारी की भारत से बाहर की शाखा की
सितंबर 17, 2002
बाहय वाणिज्यिक उधार (ईसीबी)
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.23 सितंबर 17, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाहय वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 5 सितंबर 2000 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 10 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके द्वारा 50 मिलियन अमरीकी डॉलर तक के बाहय वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) के लिए "स्वचलित मार्ग" लागू किया गया है । परिपत्र के पैरा 3 के अनुसार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.23 सितंबर 17, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय बाहय वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 5 सितंबर 2000 के ए.पी. (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 10 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके द्वारा 50 मिलियन अमरीकी डॉलर तक के बाहय वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) के लिए "स्वचलित मार्ग" लागू किया गया है । परिपत्र के पैरा 3 के अनुसार
सितंबर 16, 2002
निर्यात घोषणा फॉर्मों की अनुलिपियों का निपटान
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइ्आर.सिरीज) परिपत्र क्र. 21 सितम्बर 16, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय निर्यात घोषणा फॉर्मों की अनुलिपियों का निपटान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा 23/2000-आरबी के विनियम 6 के उप विनियम (ई) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निर्यात मूल्यों की वसूली पर प्राधिकृत व्यापारियों से अपेक्षित है कि वे जीआर / एसडीएफ/पीपी
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइ्आर.सिरीज) परिपत्र क्र. 21 सितम्बर 16, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय निर्यात घोषणा फॉर्मों की अनुलिपियों का निपटान प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना फेमा 23/2000-आरबी के विनियम 6 के उप विनियम (ई) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निर्यात मूल्यों की वसूली पर प्राधिकृत व्यापारियों से अपेक्षित है कि वे जीआर / एसडीएफ/पीपी
सितंबर 13, 2002
फेमा 1999 - चालू खाते लेनदेन - परामर्शी सेवाओं के लिए प्रेषण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइआर.सिरीज) परिपत्र क्र. 20 सितम्बर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय फेमा 1999 - चालू खाते लेनदेन - परामर्शी सेवाओं के लिए प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 31 मार्च 2001 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 29 के पैरा 3 (आ)(क) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार एक लाख अमरीकी डॉलर प्रति परियोजना से अधिक की किसी परामर्शी सेवा के लिए जो कि बाहर
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइआर.सिरीज) परिपत्र क्र. 20 सितम्बर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय फेमा 1999 - चालू खाते लेनदेन - परामर्शी सेवाओं के लिए प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 31 मार्च 2001 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 29 के पैरा 3 (आ)(क) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार एक लाख अमरीकी डॉलर प्रति परियोजना से अधिक की किसी परामर्शी सेवा के लिए जो कि बाहर
सितंबर 12, 2002
उत्तराधिकार / विरासत / विदेशी राष्ट्रिकों के माध्यम से भारत में अभिगृहित परिसंपत्तियों का प्रेषण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइआर.सिरीज) परिपत्र क्र. 19 सितम्बर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय उत्तराधिकार / विरासत / विदेशी राष्ट्रिकों के माध्यम से भारत में अभिगृहित परिसंपत्तियों का प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की रिज़र्व बैंक अधिसूचना सं. फेमा. 13/2000-आरबी के विनियम 4 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारियों को भारत में स्थित परिसं
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई ए.पी.(डीआइआर.सिरीज) परिपत्र क्र. 19 सितम्बर 12, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय उत्तराधिकार / विरासत / विदेशी राष्ट्रिकों के माध्यम से भारत में अभिगृहित परिसंपत्तियों का प्रेषण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की रिज़र्व बैंक अधिसूचना सं. फेमा. 13/2000-आरबी के विनियम 4 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारियों को भारत में स्थित परिसं
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