अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
अक्तू॰ 31, 2002
विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (ईईएफसी) खाता योजना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 34 अक्तूबर 31, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (ईईएफसी) खाता योजना उक्त तारीख के आईईसीडी परिपत्र क्र. 9/04.02.02/2002-2003 के अनुसार रिज़र्व बैंक ने निर्यातकों द्वारा रुपया पैकिंग ऋण और पोत लदान पूर्व ऋण को विदेशी मुद्रा में चुकाने की सुविधा को उदारीकृत कर दिया है । निर्यातक ऐसे अग्रिमो
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 34 अक्तूबर 31, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा (ईईएफसी) खाता योजना उक्त तारीख के आईईसीडी परिपत्र क्र. 9/04.02.02/2002-2003 के अनुसार रिज़र्व बैंक ने निर्यातकों द्वारा रुपया पैकिंग ऋण और पोत लदान पूर्व ऋण को विदेशी मुद्रा में चुकाने की सुविधा को उदारीकृत कर दिया है । निर्यातक ऐसे अग्रिमो
अक्तू॰ 23, 2002
माल और सेवाओं का निर्यात
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 33 अक्तूबर 23, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारी का ध्यान सितंबर 24, 2001 के एपी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 6 और जुलाई 04, 2002 के एपी (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र. 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है । उसके अनुसार निर्यातक /सौदागर निर्यातक/कतिपय उत्पादों के व्यापारी जिनका संविदागत निर्य
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 33 अक्तूबर 23, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय माल और सेवाओं का निर्यात प्राधिकृत व्यापारी का ध्यान सितंबर 24, 2001 के एपी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 6 और जुलाई 04, 2002 के एपी (डीआईआर सिरीज़) परिपत्र क्र. 2 की ओर आकृष्ट किया जाता है । उसके अनुसार निर्यातक /सौदागर निर्यातक/कतिपय उत्पादों के व्यापारी जिनका संविदागत निर्य
अक्तू॰ 21, 2002
क्रॉस करेंसी व्युत्पन्न उत्पाद - रिपोर्ट का प्रस्तुतीकरण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 32 अक्तूबर 21, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय क्रॉस करेंसी व्युत्पन्न उत्पाद - रिपोर्ट का प्रस्तुतीकरण प्राधिकृत व्यापारी का ध्यान जनवरी 24, 2002 के एपी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 19 की धारा 1 भाग अ के पैरा ए 4 (iii) की ओर आकर्षित करते हैं, जिसके अनुसार निवासियों द्वारा क्रॉस करेंसी (अर्थात भारतीय रूपये शामिल नहीं है )
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 32 अक्तूबर 21, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय क्रॉस करेंसी व्युत्पन्न उत्पाद - रिपोर्ट का प्रस्तुतीकरण प्राधिकृत व्यापारी का ध्यान जनवरी 24, 2002 के एपी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 19 की धारा 1 भाग अ के पैरा ए 4 (iii) की ओर आकर्षित करते हैं, जिसके अनुसार निवासियों द्वारा क्रॉस करेंसी (अर्थात भारतीय रूपये शामिल नहीं है )
अक्तू॰ 18, 2002
निजी यात्रा के लिए विदेशी मुद्रा देना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 31 अक्तूबर 18, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय निजी यात्रा के लिए विदेशी मुद्रा देना भारत सरकार की 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (E) की अनुसूची 3 की मद सं. 2 के अनुसार प्राधिकृत वयापारियों से अपेक्षित है कि वे नेपाल और भूटान के सिवाय एक या एक से अधिक निजी यात्रा के लिए एक कैलेंडर वर्ष में 5 हजार अमरीकी डॉलर से अध
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केंद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 31 अक्तूबर 18, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय निजी यात्रा के लिए विदेशी मुद्रा देना भारत सरकार की 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381 (E) की अनुसूची 3 की मद सं. 2 के अनुसार प्राधिकृत वयापारियों से अपेक्षित है कि वे नेपाल और भूटान के सिवाय एक या एक से अधिक निजी यात्रा के लिए एक कैलेंडर वर्ष में 5 हजार अमरीकी डॉलर से अध
अक्तू॰ 10, 2002
31 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए जुलाई 3, 2002 का भारत श्रीलंका ऋण करार
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.29 10 अक्तूबर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय 31 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए जुलाई 3, 2002 का भारत श्रीलंका ऋण करार भारत सरकार ने श्रीलंका जनतांत्रिक समाजवादी गणतंत्र के लिए 31 मिलियन अमरीकी डॉलर के ऋण हेजु 3 जुलाई 2002 को करार किया है। 31 मिलियन अमरीकी डॉलर का यह ऋण श्रीलंका सरकार को भारत से 3 लाख टन गेहूं कं आयात के लिए अ
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.29 10 अक्तूबर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय 31 मिलियन अमरीकी डॉलर के लिए जुलाई 3, 2002 का भारत श्रीलंका ऋण करार भारत सरकार ने श्रीलंका जनतांत्रिक समाजवादी गणतंत्र के लिए 31 मिलियन अमरीकी डॉलर के ऋण हेजु 3 जुलाई 2002 को करार किया है। 31 मिलियन अमरीकी डॉलर का यह ऋण श्रीलंका सरकार को भारत से 3 लाख टन गेहूं कं आयात के लिए अ
अक्तू॰ 03, 2002
भारत में विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की इकाई द्वारा विदेशी मुद्रा खाता खोलना, धारण करना और बनाए रखना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई-400001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.28 03 अक्तूबर 2002 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की इकाई द्वारा विदेशी मुद्रा खाता खोलना, धारण करना और बनाए रखना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में रहने वाले किसी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) नियमावली, 2000 से संबंधित 27 फरवरी 2001 की अधिसूचना सं. फेमा.37/2
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केन्द्रीय कार्यालय मुंबई-400001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.28 03 अक्तूबर 2002 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदय/महोदया भारत में विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की इकाई द्वारा विदेशी मुद्रा खाता खोलना, धारण करना और बनाए रखना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में रहने वाले किसी व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता) नियमावली, 2000 से संबंधित 27 फरवरी 2001 की अधिसूचना सं. फेमा.37/2
सित॰ 28, 2002
ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 (सितंबर 28, 2002)
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 सितंबर 28, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय क) अनिवासी भारतीय / भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा चालू आय का प्रेषण - अनापत्ति प्रमाण पत्रख) एनआरएनआर जमा राशियों का प्रत्यावर्तन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 14 मई 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.45 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी,
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.26 सितंबर 28, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय क) अनिवासी भारतीय / भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा चालू आय का प्रेषण - अनापत्ति प्रमाण पत्रख) एनआरएनआर जमा राशियों का प्रत्यावर्तन प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 14 मई 2002 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.45 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी,
सित॰ 28, 2002
आय कर बेबाकी प्रमाणपत्र / अनापत्ति प्रमाणपत्र
ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 27 28 सितंबर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय आय कर बेबाकी प्रमाणपत्र / अनापत्ति प्रमाणपत्र सभी प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा जारी 18 नवंबर 1997 की अधिसूचना एफ.सं. 500/152/96-एफआईडी की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कोई व्यक्ति विदेशी मुद्रा का विप्रेषण कर रहा है तो वह कर- निर्धारण प्राधिकारी को सम्बोधित दो प्रतियों में वचनपत्र प्रस्तुत करेगा। यह वचनपत्र आवेदक
ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं. 27 28 सितंबर 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया/महोदय आय कर बेबाकी प्रमाणपत्र / अनापत्ति प्रमाणपत्र सभी प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा जारी 18 नवंबर 1997 की अधिसूचना एफ.सं. 500/152/96-एफआईडी की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार कोई व्यक्ति विदेशी मुद्रा का विप्रेषण कर रहा है तो वह कर- निर्धारण प्राधिकारी को सम्बोधित दो प्रतियों में वचनपत्र प्रस्तुत करेगा। यह वचनपत्र आवेदक
सित॰ 27, 2002
भारत में आयात - अल्पावधि ऋण
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.25 सितंबर 27, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय भारत में आयात - अल्पावधि ऋण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 24, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 9 के पैरा अ. 12 और अ.13 में समाविष्ट निदेशों की ओर और 3 मई 2000 की रिज़र्व बैंक की अधिसूचना फेमा 3/2000-आरबी की अनुसूची के पैरा 4 (i ) की ओर आकृष्ट किया जाता ह
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.25 सितंबर 27, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय भारत में आयात - अल्पावधि ऋण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 24, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 9 के पैरा अ. 12 और अ.13 में समाविष्ट निदेशों की ओर और 3 मई 2000 की रिज़र्व बैंक की अधिसूचना फेमा 3/2000-आरबी की अनुसूची के पैरा 4 (i ) की ओर आकृष्ट किया जाता ह
सित॰ 25, 2002
भारत में एफसीएनआर (B) जमा धारियों को विदेशी मुद्रा में ऋण देना
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.24 सितंबर 25, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय भारत में एफसीएनआर (B) जमा धारियों को विदेशी मुद्रा में ऋण देना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की रिज़र्व बैंक की अधिसूचना फेमा 3/2000-आरबी के विनियम 4 के उप-विनियम 1(v) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार किसी प्राधिकृत व्यापारी की भारत से बाहर की शाखा की
भारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा नियंत्रण विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई 400 001 ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.24 सितंबर 25, 2002 सेवा में विदेशी मुद्रा के समस्त प्राधिकृत व्यापारी महोदया / महोदय भारत में एफसीएनआर (B) जमा धारियों को विदेशी मुद्रा में ऋण देना प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 3 मई 2000 की रिज़र्व बैंक की अधिसूचना फेमा 3/2000-आरबी के विनियम 4 के उप-विनियम 1(v) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार किसी प्राधिकृत व्यापारी की भारत से बाहर की शाखा की
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 16, 2025