मास्टर परिपत्र - आरबीआई - Reserve Bank of India
मास्टर परिपत्र
जुल॰ 01, 2008
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं
भारिबैं / 2008-09/42 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 6/09.10.01/2008-09 1 जुलाई 2008सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय,प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएंभारतीय रिज़र्व बैंक ने अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं प्रदान करने के बारे में समय-समय पर अनुदेश / दिशानिर्देश जारी किए हैं । इस उद्देश्य से कि बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो जाएं, मौजूदा मार्गदर्शी सिद्धांतों / अनुदेशों / दिशानिर्देशों को शामिल करते हुए एक मास्टर परिपत
भारिबैं / 2008-09/42 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 6/09.10.01/2008-09 1 जुलाई 2008सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय,प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएंभारतीय रिज़र्व बैंक ने अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं प्रदान करने के बारे में समय-समय पर अनुदेश / दिशानिर्देश जारी किए हैं । इस उद्देश्य से कि बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो जाएं, मौजूदा मार्गदर्शी सिद्धांतों / अनुदेशों / दिशानिर्देशों को शामिल करते हुए एक मास्टर परिपत
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र उधार - अनुसूचित जाति (अजा) और अनुसूचित जनजाति (अजजा) को ऋण सुविधाएँ
–ड़ख्र्ड्डठ्ठढ़िंिंख्र्ङ्कश्रख्र्iख्र्भारिबैं / 2008-09 /43 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 5/09.09.01/2008-09 1 जुलाई 2008सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय,मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र उधार - अनुसूचित जाति (अजा) और अनुसूचित जनजाति (अजजा) को ऋण सुविधाएँभारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को ऋण सुविधाएं देने के संबंध में समय-समय पर अनुदेश/निदेश जारी किये हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक जगह उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी वर्तमान द
–ड़ख्र्ड्डठ्ठढ़िंिंख्र्ङ्कश्रख्र्iख्र्भारिबैं / 2008-09 /43 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. 5/09.09.01/2008-09 1 जुलाई 2008सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय,मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र उधार - अनुसूचित जाति (अजा) और अनुसूचित जनजाति (अजजा) को ऋण सुविधाएँभारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को ऋण सुविधाएं देने के संबंध में समय-समय पर अनुदेश/निदेश जारी किये हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक जगह उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी वर्तमान द
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय)
ढ़ख्र्ख्र्“्र ग़ख्र्ङ्क्रग़ख्र्त्र्ख्र्आर.बी.आइ/2008-09/44 आरपीसीडी.सं.एसपी.बीसी. 4 /09.16.01 /2008-0901 जुलाई 2008 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय,मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय)भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोजगार योजना परिचालन के संबंध में अनुदेश/ दिशानिर्देश जारी किए हैं। बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स
ढ़ख्र्ख्र्“्र ग़ख्र्ङ्क्रग़ख्र्त्र्ख्र्आर.बी.आइ/2008-09/44 आरपीसीडी.सं.एसपी.बीसी. 4 /09.16.01 /2008-0901 जुलाई 2008 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय,मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय)भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोजगार योजना परिचालन के संबंध में अनुदेश/ दिशानिर्देश जारी किए हैं। बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए संसाधन जुटाने संबंधी मानदंड
आरबीआइ/2008-09/62 बैंपविवि. सं. एफआइडी.एफआइसी. 1/01.02.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी तथा सिडबी)महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए संसाधन जुटाने संबंधी मानदंड कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी.एफआइसी.1/01.02.00/ 2007-08 देखें । संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2008 तक उक्त विषय पर
आरबीआइ/2008-09/62 बैंपविवि. सं. एफआइडी.एफआइसी. 1/01.02.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी तथा सिडबी)महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए संसाधन जुटाने संबंधी मानदंड कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी.एफआइसी.1/01.02.00/ 2007-08 देखें । संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2008 तक उक्त विषय पर
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए प्रकटीकरण मानदंड
आरबीआइ संआरबीआइ सं. 2008-09/63 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 2/01.02.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी तथा सिडबी )महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए प्रकटीकरण मानदंडकृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी.एफआइसी. 2/01.02.00/2007-08 देखें जिसमें प्रकाशित वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण के मानदंडों से संबंधित वि
आरबीआइ संआरबीआइ सं. 2008-09/63 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 2/01.02.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी तथा सिडबी )महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए प्रकटीकरण मानदंडकृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी.एफआइसी. 2/01.02.00/2007-08 देखें जिसमें प्रकाशित वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण के मानदंडों से संबंधित वि
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआइ/2008-2009/64 संदर्भ : बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 3 /01.02.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएँ (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी एवं सिडबी) महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडकृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. सं. एफआइडी.
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआइ/2008-2009/64 संदर्भ : बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 3 /01.02.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएँ (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी एवं सिडबी) महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडकृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. सं. एफआइडी.
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए एक्सपोज़र संबंधी मानदंड
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआइ/2008-2009/65 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 4 /01.02.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएँ (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी एवं सिडबी )महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए एक्सपोज़र संबंधी मानदंडकृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 4/01.02.00/ 2007-08 देखें जिसमें एक्सपोज़र मानदंड संबंधी विषयों पर वित
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआइ/2008-2009/65 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 4 /01.02.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएँ (एक्ज़िम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी एवं सिडबी )महोदयमास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए एक्सपोज़र संबंधी मानदंडकृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 4/01.02.00/ 2007-08 देखें जिसमें एक्सपोज़र मानदंड संबंधी विषयों पर वित
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार
भारिबैं / 2008-09 / 69भारिबैं / 2008-09 / 69 ग्राआऋवि.सं.प्लान.बीसी. 9 / 04.09.01/2008-2009 1 जुलाई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय ,मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में समय-समय पर कई दिशा-निर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किए हैं — बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन
भारिबैं / 2008-09 / 69भारिबैं / 2008-09 / 69 ग्राआऋवि.सं.प्लान.बीसी. 9 / 04.09.01/2008-2009 1 जुलाई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय ,मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार के बारे में समय-समय पर कई दिशा-निर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किए हैं — बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन
जुल॰ 01, 2008
माइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआई/2008-09/45 ग्राआऋवि.सं. एमएफएफआई.बीसी.सं. 08/12.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयमाइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.एमएफएफआइ.बीसी.सं.08/ 12.01.001/2007-08 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में रिज़र्व बैंक द्वारा उक्त विषय पर 30 जून 2008 तक जारी अनुदेश समेकित किए गए हैं। परिपत्रों की स
़्र•ख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआई/2008-09/45 ग्राआऋवि.सं. एमएफएफआई.बीसी.सं. 08/12.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयमाइक्रो ऋण पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.एमएफएफआइ.बीसी.सं.08/ 12.01.001/2007-08 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में रिज़र्व बैंक द्वारा उक्त विषय पर 30 जून 2008 तक जारी अनुदेश समेकित किए गए हैं। परिपत्रों की स
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग (बैंकिंग से इतर) कार्यकलाप
आरबीआइ/2008-09/40आरबीआइ/2008-09/40 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. सं. 7/24.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग (बैंकिंग से इतर) कार्यकलापकृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र सं बैंपविवि. एफएसडी.बीसी. सं. 18/ 24.01.001/2007-08 देखें जिसमें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2007 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2
आरबीआइ/2008-09/40आरबीआइ/2008-09/40 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. सं. 7/24.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय मास्टर परिपत्र - परा-बैंकिंग (बैंकिंग से इतर) कार्यकलापकृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र सं बैंपविवि. एफएसडी.बीसी. सं. 18/ 24.01.001/2007-08 देखें जिसमें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2007 तक बैंकों को जारी किए गए अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किए गए हैं। इस मास्टर परिपत्र को 30 जून 2
जुल॰ 01, 2008
बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2008-09/39आरबीआइ/2008-09/39 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 6 /24.01.011/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 17 /24.01.011/2007-08 देखें जिसमें 30 जून 2007 तक बैंको को जारी किए गए अनुदेशों / दिशानिर्देशों को समेकित क
आरबीआइ/2008-09/39आरबीआइ/2008-09/39 बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 6 /24.01.011/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर मास्टर परिपत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 17 /24.01.011/2007-08 देखें जिसमें 30 जून 2007 तक बैंको को जारी किए गए अनुदेशों / दिशानिर्देशों को समेकित क
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र परिचालन क्षेत्र,शाखा प्राधिकरण नीति, विस्तार पटलों का खोला जाना /स्तरोन्नयन, एटीएम तथा कार्यालयों का स्थानांतरण / विभाजन / बंद किया जाना
ढ़ख्र्ख्र्“्र ग़ख्र्दृ्रग़ख्र्त्र्ख्र् आरबीआई/2008-09/59 शबैंवि.एलएस (पीसीबी).एमसी.सं.14/07.01.00/2008-09 01 जुलाई 2008 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदयामास्टर परिपत्र परिचालन क्षेत्र,शाखा प्राधिकरण नीति, विस्तार पटलों का खोला जाना /स्तरोन्नयन, एटीएम तथा कार्यालयों का स्थानांतरण / विभाजन / बंद किया जानाकृपया उपर्युक्त विषय पर 01 सितंबर 2004 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि.बीएल (पीसीबी) एमसी.सं.9/07.01.00/2004-05 (भारतीय रिज़र्व बैंक क
ढ़ख्र्ख्र्“्र ग़ख्र्दृ्रग़ख्र्त्र्ख्र् आरबीआई/2008-09/59 शबैंवि.एलएस (पीसीबी).एमसी.सं.14/07.01.00/2008-09 01 जुलाई 2008 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदयामास्टर परिपत्र परिचालन क्षेत्र,शाखा प्राधिकरण नीति, विस्तार पटलों का खोला जाना /स्तरोन्नयन, एटीएम तथा कार्यालयों का स्थानांतरण / विभाजन / बंद किया जानाकृपया उपर्युक्त विषय पर 01 सितंबर 2004 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि.बीएल (पीसीबी) एमसी.सं.9/07.01.00/2004-05 (भारतीय रिज़र्व बैंक क
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमइ ) क्षेत्र को उधार
ढ़ख्र्ख्र्“्र ग़ख्र्ङ्क्रग़ख्र्त्र्ख्र् भारिबैं / 2007-08 /41 ग्राआऋवि.सं.एसएमइ ऍण्ड एनएफएस.बीसी. 02 / 06.02.31/2008-2009 01 जुलाई 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय ,मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमइ ) क्षेत्र को उधार जैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार से संबंधित मामलों
ढ़ख्र्ख्र्“्र ग़ख्र्ङ्क्रग़ख्र्त्र्ख्र् भारिबैं / 2007-08 /41 ग्राआऋवि.सं.एसएमइ ऍण्ड एनएफएस.बीसी. 02 / 06.02.31/2008-2009 01 जुलाई 2008अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित)महोदय ,मास्टर परिपत्र माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमइ ) क्षेत्र को उधार जैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार से संबंधित मामलों
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइध संआरबीआइ सं. 2008-09/84 बैंपविवि. सं. बीपी.बीसी. 20 /21.04.048/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय,मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 12 /21.04.048/2007-2008 देखें, जिसमें अग्रिमों के संबंध में आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकप
आरबीआइध संआरबीआइ सं. 2008-09/84 बैंपविवि. सं. बीपी.बीसी. 20 /21.04.048/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय,मास्टर परिपत्र - अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण तथा प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 12 /21.04.048/2007-2008 देखें, जिसमें अग्रिमों के संबंध में आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकप
जुल॰ 01, 2008
निर्यातकों को रुपए में/विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्र
ङड्ढआरबीआइ /2008-09/66 बैंपविवि.सं.डीआइआर.(ईएक्सपी).बीसी. 09 /04.02.02/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930(शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदयनिर्यातकों को रुपए में/विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 को एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं. डीआइआर.(ईएक्सपी) सं. 01/04.02.02/2007-08 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक ही
ङड्ढआरबीआइ /2008-09/66 बैंपविवि.सं.डीआइआर.(ईएक्सपी).बीसी. 09 /04.02.02/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930(शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदयनिर्यातकों को रुपए में/विदेशी मुद्रा में निर्यात ऋण तथा ग्राहक सेवा पर मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर 2 जुलाई 2007 को एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं. डीआइआर.(ईएक्सपी) सं. 01/04.02.02/2007-08 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक ही
जुल॰ 01, 2008
आवास वित्त पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2008-2009/67 बैंपविवि.सं. डीआइआर.(एचएसजी) बीसी. 10/08.12.01/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदयआवास वित्त पर मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर (एचएसजी) सं. 02/08.12.01/2007-08 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो सकें। उक्त मास्टर परिपत्र में निहित अनुदेश
आरबीआइ/2008-2009/67 बैंपविवि.सं. डीआइआर.(एचएसजी) बीसी. 10/08.12.01/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको को छोड़कर) महोदयआवास वित्त पर मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उपर्युक्त विषय पर दिनांक 2 जुलाई 2007 का एक मास्टर परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर (एचएसजी) सं. 02/08.12.01/2007-08 जारी किया था ताकि इस विषय से संबंधित सभी वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो सकें। उक्त मास्टर परिपत्र में निहित अनुदेश
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का भारत में आयात
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्ख्र्ज्ञ्iआरबीआई/2008-09/21 मास्टर परिपत्र सं. 08/2008-09 1 जुलाई, 2008सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी-Iमहोदया/महोदयमास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का भारत में आयातभारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. यह मास्टर परिपत्र निम्नवत् पांच भागों में सुव्यवस्
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्ख्र्ज्ञ्iआरबीआई/2008-09/21 मास्टर परिपत्र सं. 08/2008-09 1 जुलाई, 2008सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक श्रेणी-Iमहोदया/महोदयमास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का भारत में आयातभारत में माल और सेवाओं के आयात की अनुमति समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. जीएसआर 381(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. यह मास्टर परिपत्र निम्नवत् पांच भागों में सुव्यवस्
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं (WOS)में प्रत्यक्ष निवेश
आरबीआइ/2008-09/14आरबीआइ/2008-09/14 मास्टर परिपत्र सं. 1 /2008-09 जुलाई 1, 2008सेवा में, विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारीमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं (WOS)में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित नवंबर 19, 2004 की अधिसूचना सं. जीएसआर 757(E) अ और जुलाई 7, 2004 की फेमा अधिसूचना सं.जीएसआर 120/आरबी-2004 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप धा
आरबीआइ/2008-09/14आरबीआइ/2008-09/14 मास्टर परिपत्र सं. 1 /2008-09 जुलाई 1, 2008सेवा में, विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारीमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं (WOS)में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित नवंबर 19, 2004 की अधिसूचना सं. जीएसआर 757(E) अ और जुलाई 7, 2004 की फेमा अधिसूचना सं.जीएसआर 120/आरबी-2004 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप धा
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र-रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें
आरबीआई/2008-2009/56 शबैंवि.सं.बीपीडी.एमसी.सं. 11/13.01.000/2008-09 01 जुलाई 2008 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदयामास्टर परिपत्र-रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया उपर्युक्त विषय पर 02 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. (पीसीबी).एमसी.सं.1/13.01.00/2007-08 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2008 तक के सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित तथा अद्यतन किया गय
आरबीआई/2008-2009/56 शबैंवि.सं.बीपीडी.एमसी.सं. 11/13.01.000/2008-09 01 जुलाई 2008 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदयामास्टर परिपत्र-रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया उपर्युक्त विषय पर 02 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. (पीसीबी).एमसी.सं.1/13.01.00/2007-08 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2008 तक के सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित तथा अद्यतन किया गय
जुल॰ 01, 2008
मास्टर परिपत्र- जमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंक
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न् /2006-07/114आरबीआई /2008-09/58 यूबीडी.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 13/13.01.000/2008-09 1 जुलाई 2008कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकमहोदय/महोदयामास्टर परिपत्र- जमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 4 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 12/13.01.000/2007-08 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें । संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2008 तक इस विभाग द्वारा इस विषय
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न् /2006-07/114आरबीआई /2008-09/58 यूबीडी.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 13/13.01.000/2008-09 1 जुलाई 2008कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकमहोदय/महोदयामास्टर परिपत्र- जमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 4 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 12/13.01.000/2007-08 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें । संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2008 तक इस विभाग द्वारा इस विषय
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 28, 2025