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मास्टर परिपत्र

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जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में एसोसिएशनों/संगठनों द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों की बाध्यताएं
भारिबैं/2007-08/51 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 3 /14.08.001/2007-08 02 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में एसोसिएशनों/संगठनों द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों की बाध्यताएं कृपया 11 जुलाई 2006 का हमारा मास्टर परिपत्र संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 20/
भारिबैं/2007-08/51 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 3 /14.08.001/2007-08 02 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में एसोसिएशनों/संगठनों द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों की बाध्यताएं कृपया 11 जुलाई 2006 का हमारा मास्टर परिपत्र संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 20/
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - बैंकों में हिंदी का प्रयोग
आरबीआइ / 2007-08/35 बैंपविवि.सं.राजभाषा.बीसी. 5 /06.11.04/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक प्रिय महोदयमास्टर परिपत्र - बैंकों में हिंदी का प्रयोगकृपया आप 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. राजभाषा. बीसी. 12/ 06.11.04/2006-07 देखें जिसमें सरकारी क्षेत्र के बैंकों में हिंदी के प्रयोग के संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 30 जून 2006 तक जारी किये गये अनुदेश/ दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। इस मास्टर
आरबीआइ / 2007-08/35 बैंपविवि.सं.राजभाषा.बीसी. 5 /06.11.04/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक प्रिय महोदयमास्टर परिपत्र - बैंकों में हिंदी का प्रयोगकृपया आप 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र सं. बैंपविवि. राजभाषा. बीसी. 12/ 06.11.04/2006-07 देखें जिसमें सरकारी क्षेत्र के बैंकों में हिंदी के प्रयोग के संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 30 जून 2006 तक जारी किये गये अनुदेश/ दिशानिर्देश समेकित किये गये हैं। इस मास्टर
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार -स्वच्छकारों की मुक्ति और पुनर्वास के लिए विशेष कार्यक्रम (एसएलआरएस)
भारिबैं 2007-08 / 27 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी.2 /09.03.01/2007-08 जुलाई 2, 2007 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक महोदय,मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार -स्वच्छकारों की मुक्ति और पुनर्वास के लिए विशेष कार्यक्रम (एसएलआरएस) भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को अनुदेश / निर्देश जारी किए हैं कि वे स्वच्छकारों की मुक्ति और उनके पुनर्वास के लिए योजना आरंभ करें — बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकें इसलिए वर्तमान दिशान
भारिबैं 2007-08 / 27 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी.2 /09.03.01/2007-08 जुलाई 2, 2007 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक महोदय,मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार -स्वच्छकारों की मुक्ति और पुनर्वास के लिए विशेष कार्यक्रम (एसएलआरएस) भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को अनुदेश / निर्देश जारी किए हैं कि वे स्वच्छकारों की मुक्ति और उनके पुनर्वास के लिए योजना आरंभ करें — बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकें इसलिए वर्तमान दिशान
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - अवशिष्ट गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1987
भारिबैं.2007-08/08 गैबैंपवि.(नीप्र)कंपरि.सं. 103 /04.18.001/2006-07 02 जुलाई 2007अध्यक्ष/सभी अवशिष्ट गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारीप्रिय महोदय मास्टर परिपत्र - अवशिष्ट गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1987भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अवशिरष्ट गैर-बैंकिंग कंपनियों को 15 मई 1987 को अधिसूचना सं.डीएफसी. 55/डीजी (ओ)-87 द्वारा उक्त निदेश जारी किये गये। उक्त अधिसूचना 30 जून 2007 की स्थिति के अनुसार समय-समय पर यथासंशोधित, यदि कोई हुआ है,
भारिबैं.2007-08/08 गैबैंपवि.(नीप्र)कंपरि.सं. 103 /04.18.001/2006-07 02 जुलाई 2007अध्यक्ष/सभी अवशिष्ट गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारीप्रिय महोदय मास्टर परिपत्र - अवशिष्ट गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1987भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अवशिरष्ट गैर-बैंकिंग कंपनियों को 15 मई 1987 को अधिसूचना सं.डीएफसी. 55/डीजी (ओ)-87 द्वारा उक्त निदेश जारी किये गये। उक्त अधिसूचना 30 जून 2007 की स्थिति के अनुसार समय-समय पर यथासंशोधित, यदि कोई हुआ है,
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
आरबीआइ /2007-08/22 मास्टर परिपत्र क्र.06 /2007-08 जुलाई 02, 2007सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I महोदया / महोदय, मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन अनिवासी बैंक, अंतर बैंक लेनदेन, विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार आदि मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 और बाद उसमें किए गए संशोधनों द्वारा नियंत्रित होते हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र में "जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन
आरबीआइ /2007-08/22 मास्टर परिपत्र क्र.06 /2007-08 जुलाई 02, 2007सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I महोदया / महोदय, मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन अनिवासी बैंक, अंतर बैंक लेनदेन, विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार आदि मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 और बाद उसमें किए गए संशोधनों द्वारा नियंत्रित होते हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र में "जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए संसाधन जुटाने संबंधी मानदंड
आरबीआइ. सं. 2007-08/47 बैंपविवि. सं. एफआइडी.एफआइसी. 1/01.02.00/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929(शक) अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एक्ज़िम बैंक, आइडीएफसी लि. आइएफसीआई लि., आइआइबीआइ लि., नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी तथा टीएफसीआइ लि.)महोदय,मास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए संसाधन जुटाने संबंधी मानदंड  कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी.एफआइसी.1/ 01.02.00/200
आरबीआइ. सं. 2007-08/47 बैंपविवि. सं. एफआइडी.एफआइसी. 1/01.02.00/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929(शक) अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री तथा पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एक्ज़िम बैंक, आइडीएफसी लि. आइएफसीआई लि., आइआइबीआइ लि., नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी तथा टीएफसीआइ लि.)महोदय,मास्टर परिपत्र - वित्तीय संस्थाओं के लिए संसाधन जुटाने संबंधी मानदंड  कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी.एफआइसी.1/ 01.02.00/200
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार
भारिबैं / 2007-08 /37 ग्राआऋवि.सं.पीएलएनएफएस.बीसी. 06 / 06.02.31/2007-2008 जुलाई 2, 2007 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित) महोदय ,मास्टर परिपत्र - लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार जैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार से संबंधित मामलों के बारे में दिशा-निर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किए हैं । बैंको
भारिबैं / 2007-08 /37 ग्राआऋवि.सं.पीएलएनएफएस.बीसी. 06 / 06.02.31/2007-2008 जुलाई 2, 2007 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र के बैंकों सहित) महोदय ,मास्टर परिपत्र - लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार जैसा कि आपको ज्ञात है, भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र को उधार से संबंधित मामलों के बारे में दिशा-निर्देश/अनुदेश/निदेश जारी किए हैं । बैंको
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र – मुद्रा तिजोरी लेनदेनों की विलंबित रिपोर्टिंग/गलत रिपोर्टिंग/सूचना नहीं देने के लिए दंडात्मक ब्याज लगाया जाना तथा तिजोरी शेष/तिजोरी विप्रेषण में कमी/जाली नोटों को शामिल करने के मामले।
आरबीआई/2007-2008/61 डीसीएम (सीसी) सं. जी-3/03.35.01/2007-08 02 जुलाई 2007 1. अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी(मुद्रा तिजोरी वाले सभी बैंक) 2. कोषागारों के निदेशक (संलग्न सूची के अनुसार राज्य सरकारें) प्रिय महोदय / महोदया, मास्टर परिपत्र – मुद्रा तिजोरी लेनदेनों की विलंबित रिपोर्टिंग/गलत रिपोर्टिंग/सूचना नहीं देने के लिए दंडात्मक ब्याज लगाया जाना तथा तिजोरी शेष/तिजोरी विप्रेषण में कमी/जाली नोटों को शामिल करने के मामले। मुद्रा तिजोरी लेन-देन की देरी से
आरबीआई/2007-2008/61 डीसीएम (सीसी) सं. जी-3/03.35.01/2007-08 02 जुलाई 2007 1. अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी(मुद्रा तिजोरी वाले सभी बैंक) 2. कोषागारों के निदेशक (संलग्न सूची के अनुसार राज्य सरकारें) प्रिय महोदय / महोदया, मास्टर परिपत्र – मुद्रा तिजोरी लेनदेनों की विलंबित रिपोर्टिंग/गलत रिपोर्टिंग/सूचना नहीं देने के लिए दंडात्मक ब्याज लगाया जाना तथा तिजोरी शेष/तिजोरी विप्रेषण में कमी/जाली नोटों को शामिल करने के मामले। मुद्रा तिजोरी लेन-देन की देरी से
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों में निरीक्षण और लेखा परीक्षा प्रणालियां
भारिबैं/2007-08/73 संदर्भ.सं.शबैंवि.बीपीडी.(पीसीबी).एमसी.सं.7/12.05.001/2007-0802 जुलाई 2007 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकमहोदय/महोदयामास्टर परिपत्र प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों में निरीक्षण और लेखा परीक्षा प्रणालियां कृपया उपर्युक्त विषय पर 03 जुलाई 2006 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि . बीपीडी . (पीसीबी) .एमसी.सं.4/09.06.000/2006-07 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2007 तक के
भारिबैं/2007-08/73 संदर्भ.सं.शबैंवि.बीपीडी.(पीसीबी).एमसी.सं.7/12.05.001/2007-0802 जुलाई 2007 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकमहोदय/महोदयामास्टर परिपत्र प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों में निरीक्षण और लेखा परीक्षा प्रणालियां कृपया उपर्युक्त विषय पर 03 जुलाई 2006 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि . बीपीडी . (पीसीबी) .एमसी.सं.4/09.06.000/2006-07 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2007 तक के
जुल॰ 02, 2007
प्रधान मंत्री रोजगार योजना (प्रमंरोयो) पर मास्टर परिपत्र
भारिबैं / 2007-08 / 36 ग्राआऋवि.सं.पीएलएनएफएस.बीसी. 07 /09.04.01/2007-082 जुलाई 2007सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अतिरिक्त)महोदय, प्रधान मंत्री रोजगार योजना (प्रमंरोयो) पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्रधान मंत्री रोजगार योजना के परिचालन के संबंध में बैंकों को समय-समय पर अनुदेश/निदेश जारी किए हैं — योजना के वर्तमान दिशानिर्देशों/ अनुदेशों/ निदेशों को संकलित करते हुए एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया था और इसे 01 जुलाई 2006 के ह
भारिबैं / 2007-08 / 36 ग्राआऋवि.सं.पीएलएनएफएस.बीसी. 07 /09.04.01/2007-082 जुलाई 2007सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अतिरिक्त)महोदय, प्रधान मंत्री रोजगार योजना (प्रमंरोयो) पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्रधान मंत्री रोजगार योजना के परिचालन के संबंध में बैंकों को समय-समय पर अनुदेश/निदेश जारी किए हैं — योजना के वर्तमान दिशानिर्देशों/ अनुदेशों/ निदेशों को संकलित करते हुए एक मास्टर परिपत्र तैयार किया गया था और इसे 01 जुलाई 2006 के ह
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना
भारिबैं/2007-08/46 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. /09.16.01/2007-08 जुलाई 2, 2007 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अतिरिक्त) महोदय,मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजनाभारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना परिचालन के संबंध में अनुदेश/दिशानिर्देश जारी किए हैं — बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से योजना पर वर्तमान
भारिबैं/2007-08/46 ग्राआऋवि.सं.एसपी.बीसी. /09.16.01/2007-08 जुलाई 2, 2007 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अतिरिक्त) महोदय,मास्टर परिपत्र - प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजनाभारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना परिचालन के संबंध में अनुदेश/दिशानिर्देश जारी किए हैं — बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से योजना पर वर्तमान
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - जाली नोटों का पता लगाना और जब्त करना
आरबीआई/2007-2008/29 डीसीएम(एफएनवी) सं.जी-1/16.01.05/2007-08 2 जुलाई 2007 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक, सभी वाणिज्यिक/सहकारी बैंक/आरआरबी/निजी बैंक/ विदेशी बैंक और सभी राज्यों के कोषागार निदेशक। प्रिय महोदय / महोदया, मास्टर परिपत्र - जाली नोटों का पता लगाना और जब्त करना कृपया 31 अगस्त 2006 के मास्टर परिपत्र डीसीएम(एफएनवीडी) सं. जी-48/16.01.01/2006-07 का संदर्भ लें । इसमें जाली नोटों की पहचान और जब्ती के संबंध में 30 जून 2006 तक जारी किए गए निर्देशों को समेकित किया गया है। मास्
आरबीआई/2007-2008/29 डीसीएम(एफएनवी) सं.जी-1/16.01.05/2007-08 2 जुलाई 2007 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक, सभी वाणिज्यिक/सहकारी बैंक/आरआरबी/निजी बैंक/ विदेशी बैंक और सभी राज्यों के कोषागार निदेशक। प्रिय महोदय / महोदया, मास्टर परिपत्र - जाली नोटों का पता लगाना और जब्त करना कृपया 31 अगस्त 2006 के मास्टर परिपत्र डीसीएम(एफएनवीडी) सं. जी-48/16.01.01/2006-07 का संदर्भ लें । इसमें जाली नोटों की पहचान और जब्ती के संबंध में 30 जून 2006 तक जारी किए गए निर्देशों को समेकित किया गया है। मास्
जुल॰ 02, 2007
Master Circular- Prudential Norms on Capital Adequacy
RBI/2007-2008/26 DBOD No. BP.BC. 4/21.01.002 / 2007-08 July 2, 2007 All Commercial Banks (excluding@@NBSP@@ RRBs) Dear Sir, Master Circular- Prudential Norms on Capital Adequacy Please refer to the Master Circular No. DBOD. BP. BC. 13/ 21.01.002/ 2006-2007 dated July 1, 2006 consolidating instructions/ guidelines issued to banks till June 30, 2006 on matters relating to prudential norms on capital adequacy. The Master Circular has been suitably updated by incorporatin
RBI/2007-2008/26 DBOD No. BP.BC. 4/21.01.002 / 2007-08 July 2, 2007 All Commercial Banks (excluding@@NBSP@@ RRBs) Dear Sir, Master Circular- Prudential Norms on Capital Adequacy Please refer to the Master Circular No. DBOD. BP. BC. 13/ 21.01.002/ 2006-2007 dated July 1, 2006 consolidating instructions/ guidelines issued to banks till June 30, 2006 on matters relating to prudential norms on capital adequacy. The Master Circular has been suitably updated by incorporatin
जुल॰ 02, 2007
Master Circular - Bank Finance to Non-Banking Financial Companies (NBFCs)
RBI/2007-08/52 DBOD.BP.BC.No.13 /08.12.01/2007-08 July 2, 2007 Chairman and Managing Director / Chief Executives of all Commercial Banks Dear Sir, Master Circular - Bank Finance to Non-Banking Financial Companies (NBFCs) Please refer to our Master Circular No. RBI/2006-07/34.DBOD. BP.No.18/ 08.12.01/ 2006-2007 dated July 1, 2006 on the captioned subject. As there are no changes in our instructions on the subject the enclosed Master Circular is only a reproduction of o
RBI/2007-08/52 DBOD.BP.BC.No.13 /08.12.01/2007-08 July 2, 2007 Chairman and Managing Director / Chief Executives of all Commercial Banks Dear Sir, Master Circular - Bank Finance to Non-Banking Financial Companies (NBFCs) Please refer to our Master Circular No. RBI/2006-07/34.DBOD. BP.No.18/ 08.12.01/ 2006-2007 dated July 1, 2006 on the captioned subject. As there are no changes in our instructions on the subject the enclosed Master Circular is only a reproduction of o
जुल॰ 02, 2007
Master Circular on Export Credit Refinance Facility
RBI/2007-08/62 Ref. MPD. No. /07.01.279/2006-07 July 2, 2007 Aashadha 11, 1929 (S) The Chairmen/Chief Executives of all Scheduled Banks (excluding RRBs) Dear Sir, Master Circular on Export Credit Refinance Facility We enclose the revised Master Circular on Export Credit Refinance Facility which consolidates and updates all instructions/guidelines issued on the subject upto June 30, 2007. This Master Circular has also been placed on the RBI's website (www.rbi.org.in).
RBI/2007-08/62 Ref. MPD. No. /07.01.279/2006-07 July 2, 2007 Aashadha 11, 1929 (S) The Chairmen/Chief Executives of all Scheduled Banks (excluding RRBs) Dear Sir, Master Circular on Export Credit Refinance Facility We enclose the revised Master Circular on Export Credit Refinance Facility which consolidates and updates all instructions/guidelines issued on the subject upto June 30, 2007. This Master Circular has also been placed on the RBI's website (www.rbi.org.in).
जुल॰ 02, 2007
Master Circular - Lending To Priority Sector
RBI/2007-08/34RPCD. No. Plan. BC. 5 /04.09.01/ 2007-08 July 2, 2007The Chairman/ Managing Director/Chief Executive Officer [All scheduled commercial banks(excluding Regional Rural Banks)]Dear Sir,MASTER CIRCULAR - LENDING TO PRIORITY SECTORThe Reserve Bank of India has, from time to time, issued a number of guidelines/instructions/directives to banks on lending to Priority Sector. In order to enable the banks to have current instructions at one place, a Master Circula
RBI/2007-08/34RPCD. No. Plan. BC. 5 /04.09.01/ 2007-08 July 2, 2007The Chairman/ Managing Director/Chief Executive Officer [All scheduled commercial banks(excluding Regional Rural Banks)]Dear Sir,MASTER CIRCULAR - LENDING TO PRIORITY SECTORThe Reserve Bank of India has, from time to time, issued a number of guidelines/instructions/directives to banks on lending to Priority Sector. In order to enable the banks to have current instructions at one place, a Master Circula
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ/2007-08/54 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 15 /21.04.141/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक)  सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 14/21.04.141/ 2006-2007 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित व
आरबीआइ/2007-08/54 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 15 /21.04.141/2007-08 2 जुलाई 2007 11 आषाढ़ 1929 (शक)  सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया आप 1 जुलाई 2006 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 14/21.04.141/ 2006-2007 देखें, जिसमें बैंकों द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंडों से संबंधित व
जुल॰ 02, 2007
मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकार्यता(रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998

भारिबैं.2007-08 /1 गैबैंपवि.(नीप्र)कंपरि.सं. 96 /03.02.01/2007-08 1 जुलाई 2007 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियॉं(अवशिष्ट गैर-बैंकिंग कंपनियों तथा विविध गैर बैंकिंग कंपनियों से इतर)प्रिय महोदय मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकार्यता(रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998 गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा जनता से जमाराशि स्वीकार करने के संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक ने निदेश 31 जनवरी 1998 को अधिसूचना सं.डीएफसी. 118/डीज

भारिबैं.2007-08 /1 गैबैंपवि.(नीप्र)कंपरि.सं. 96 /03.02.01/2007-08 1 जुलाई 2007 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियॉं(अवशिष्ट गैर-बैंकिंग कंपनियों तथा विविध गैर बैंकिंग कंपनियों से इतर)प्रिय महोदय मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकार्यता(रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998 गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा जनता से जमाराशि स्वीकार करने के संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक ने निदेश 31 जनवरी 1998 को अधिसूचना सं.डीएफसी. 118/डीज

जुल॰ 02, 2007
राहत / बचत बांडों के दलालों की नियुक्ति / दलालों का नाम हटाने के संबंध में मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2007-08/77 डीजीबीए.सीडीडी. सं एच- .........../ 13.01.299 /2007-082 जुलाई 2007 11 –आषाढ़, 1929 (शक) अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक भारतीय स्टेट बैंक और इसके सहायक बैंक 17 राष्ट्रीकृत बैंक/आइसीआइसीआइ बैंक लि. /आइडीबीआइ लि./एचडीएफसी बैँक लि./ यूटीआइ बैंक लि.और स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लि. महोदयराहत / बचत बांडों के दलालों की नियुक्ति / दलालों का नाम हटाने के संबंध में मास्टर परिपत्र सरकारी और बैंक लेखा विभाग, केद्रीय कार्यालय, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समय-समय
भारिबैं/2007-08/77 डीजीबीए.सीडीडी. सं एच- .........../ 13.01.299 /2007-082 जुलाई 2007 11 –आषाढ़, 1929 (शक) अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक भारतीय स्टेट बैंक और इसके सहायक बैंक 17 राष्ट्रीकृत बैंक/आइसीआइसीआइ बैंक लि. /आइडीबीआइ लि./एचडीएफसी बैँक लि./ यूटीआइ बैंक लि.और स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लि. महोदयराहत / बचत बांडों के दलालों की नियुक्ति / दलालों का नाम हटाने के संबंध में मास्टर परिपत्र सरकारी और बैंक लेखा विभाग, केद्रीय कार्यालय, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समय-समय
जुल॰ 02, 2007
राहत /बचत बांडों के नामांकन सुविधा पर मास्टर परिपत्र
भारिबैं/2007-08/ 75 सबैंलेवि.सीडीडी. सं एच- ........ / 13.01.299 / 2007-082 जुलाई 2007 11 –आषाढ़ , 1929 (शक) अध्यक्ष /प्रबंध निदेशकभारतीय स्टेट बैंक और इसके सहायक बैंक 17 राष्ट्रीकृत बैंक / आइसीआइसीआइ बैंक लि. / आइडीबीआइ लि./ एचडीएफसी बैँक लि./ यूटीआइ बैंक लि. और स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लि. महोदयराहत /बचत बांडों के नामांकन सुविधा पर मास्टर परिपत्र सरकारी और बैंक लेखा विभाग, केद्रीय कार्यालय, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समय-समय पर राहत/बचत बांड धारकों के लिए
भारिबैं/2007-08/ 75 सबैंलेवि.सीडीडी. सं एच- ........ / 13.01.299 / 2007-082 जुलाई 2007 11 –आषाढ़ , 1929 (शक) अध्यक्ष /प्रबंध निदेशकभारतीय स्टेट बैंक और इसके सहायक बैंक 17 राष्ट्रीकृत बैंक / आइसीआइसीआइ बैंक लि. / आइडीबीआइ लि./ एचडीएफसी बैँक लि./ यूटीआइ बैंक लि. और स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लि. महोदयराहत /बचत बांडों के नामांकन सुविधा पर मास्टर परिपत्र सरकारी और बैंक लेखा विभाग, केद्रीय कार्यालय, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समय-समय पर राहत/बचत बांड धारकों के लिए

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 28, 2025

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