RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
S1

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

RBINotificationSearchFilter

सर्च रिफाइन करें

टैग फेस्ट

टॅग

खोज परिणाम

मास्टर परिपत्र

  • Row View
  • Grid View
जुलाई 01, 2011
मास्टर परि‍पत्र - गैर-बैंकिंग वि‍त्तीय कंपनि‍यों (एनबीएफसी) को बैंक वि‍त्त
आरबीआइ/2011-12/71 बैंपवि‍वि‍. बीपी. बीसी. सं.20/21.04.172/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध नि‍देशक / मुख्य कार्यपालक सभी वाणि‍ज्य बैंक महोदय मास्टर परि‍पत्र - गैर-बैंकिंग वि‍त्तीय कंपनि‍यों (एनबीएफसी) को बैंक वि‍त्त कृपया आप उपर्युक्त वि‍षय पर 1 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परि‍पत्र सं. आरबीआइ/2010-11/51 बैंपवि‍वि‍. बीपी. बीसी. सं. 5/21.04.172/2010-11 देखें। इस मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2011 तक जारी अनुदेशों को शामि‍ल करते हुए यथोचि‍त रूप में अ
आरबीआइ/2011-12/71 बैंपवि‍वि‍. बीपी. बीसी. सं.20/21.04.172/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध नि‍देशक / मुख्य कार्यपालक सभी वाणि‍ज्य बैंक महोदय मास्टर परि‍पत्र - गैर-बैंकिंग वि‍त्तीय कंपनि‍यों (एनबीएफसी) को बैंक वि‍त्त कृपया आप उपर्युक्त वि‍षय पर 1 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परि‍पत्र सं. आरबीआइ/2010-11/51 बैंपवि‍वि‍. बीपी. बीसी. सं. 5/21.04.172/2010-11 देखें। इस मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2011 तक जारी अनुदेशों को शामि‍ल करते हुए यथोचि‍त रूप में अ
जुलाई 01, 2011
बैंकों के क्रेडि‍ट कार्ड परि‍चालन पर मास्टर परि‍पत्र
आरबीआइ/2011-12/63 बैंपवि‍वि‍. सं.एफएसडी. बीसी.14/24.01.011/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वि‍त्तीय कंपनि‍याँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के क्रेडि‍ट कार्ड परि‍चालन पर मास्टर परि‍पत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडि‍ट कार्ड परि‍चालन पर 1 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. एफएसडी. बीसी. 16/24.01.011/2010-11 देखें जि‍समें 30 जून 2010 तक बैंकों को जारी कि‍ए गए अनुदेशों/दि‍शानि‍र्देशों को समेकि
आरबीआइ/2011-12/63 बैंपवि‍वि‍. सं.एफएसडी. बीसी.14/24.01.011/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक / गैर-बैंकिंग वि‍त्तीय कंपनि‍याँ (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के क्रेडि‍ट कार्ड परि‍चालन पर मास्टर परि‍पत्र कृपया आप बैंकों के क्रेडि‍ट कार्ड परि‍चालन पर 1 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. एफएसडी. बीसी. 16/24.01.011/2010-11 देखें जि‍समें 30 जून 2010 तक बैंकों को जारी कि‍ए गए अनुदेशों/दि‍शानि‍र्देशों को समेकि
जुलाई 01, 2011
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
भारिबैं/2011-12/80 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीएल.बीसी.07/03.05.90-ए/2011-12 1 जुलाई  2011 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को शाखाएँ / विस्तार काउंटर / कार्यालय खोलने / स्थान बदलने / विलय करने आदि के बारे में समय-समय पर अनुदेश जारी करता रहा है । सभी वर्तमान अनुदेशों को समेकित करने तथा उनमें हाल ही में किए गए
भारिबैं/2011-12/80 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.सं.बीएल.बीसी.07/03.05.90-ए/2011-12 1 जुलाई  2011 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को शाखाएँ / विस्तार काउंटर / कार्यालय खोलने / स्थान बदलने / विलय करने आदि के बारे में समय-समय पर अनुदेश जारी करता रहा है । सभी वर्तमान अनुदेशों को समेकित करने तथा उनमें हाल ही में किए गए
जुलाई 01, 2011
इरादतन चूककर्ताओं से संबंधि‍त मास्टर परि‍पत्र
आरबीआइ / 2011-12/73 बैंपवि‍वि‍.सं.सीआइडी. बीसी.1/20.16.003/2011-12 1 जुलाई  2011 10 आषाढ़ 1933 (शक) i)  सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii)  अखि‍ल भारतीय अधि‍सूचि‍त वि‍त्तीय संस्थाएँ महोदय इरादतन चूककर्ताओं से संबंधि‍त मास्टर परि‍पत्र जैसा कि‍ आप जानते हैं, भारतीय रि‍ज़र्व बैंक ने बैंकों और वि‍त्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परि‍पत्र जारी कि‍ए हैं जि‍नमें इरादतन चूककर्ताओं से संबंधि‍त
आरबीआइ / 2011-12/73 बैंपवि‍वि‍.सं.सीआइडी. बीसी.1/20.16.003/2011-12 1 जुलाई  2011 10 आषाढ़ 1933 (शक) i)  सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii)  अखि‍ल भारतीय अधि‍सूचि‍त वि‍त्तीय संस्थाएँ महोदय इरादतन चूककर्ताओं से संबंधि‍त मास्टर परि‍पत्र जैसा कि‍ आप जानते हैं, भारतीय रि‍ज़र्व बैंक ने बैंकों और वि‍त्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परि‍पत्र जारी कि‍ए हैं जि‍नमें इरादतन चूककर्ताओं से संबंधि‍त
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र – प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किये जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश
भारिबैं / 2011-12/81 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 8 /05.04.02/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र – प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किये जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश कृपया दिनांक 01 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 1/ 05.04.02/2010-11 देखें,जिसमें प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों म
भारिबैं / 2011-12/81 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 8 /05.04.02/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र – प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किये जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश कृपया दिनांक 01 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 1/ 05.04.02/2010-11 देखें,जिसमें प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों म
जुलाई 01, 2011
मास्टर परि‍पत्र - गारंटि‍यां और सह-स्वीकृति‍यां
आरबीआइ/2011-12/57 बैंपवि‍वि. सं. डीआइआर. बीसी. 8/13.03.00/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया मास्टर परि‍पत्र - गारंटि‍यां और सह-स्वीकृति‍यां कृपया आप 1 जुलाई 2010 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. डीआइआर. बीसी. 12 /13.03.00/ 2010-11 देखें, जि‍समें बैंकों द्वारा गारंटि‍यां और सह-स्वीकृति‍यां जारी करने से संबंधि‍त मामलों पर 30 जून 2010 तक बैंकों को जारी कि‍ये गये अनुदेश / दि‍शानि‍र्देश स
आरबीआइ/2011-12/57 बैंपवि‍वि. सं. डीआइआर. बीसी. 8/13.03.00/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया मास्टर परि‍पत्र - गारंटि‍यां और सह-स्वीकृति‍यां कृपया आप 1 जुलाई 2010 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. डीआइआर. बीसी. 12 /13.03.00/ 2010-11 देखें, जि‍समें बैंकों द्वारा गारंटि‍यां और सह-स्वीकृति‍यां जारी करने से संबंधि‍त मामलों पर 30 जून 2010 तक बैंकों को जारी कि‍ये गये अनुदेश / दि‍शानि‍र्देश स
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र- कारपोरेट गवर्नेंस
भारिबैं /2011-12/28 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.234/03.10.001/2011-12     1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र- कारपोरेट गवर्नेंस सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2011 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अधिसूचनाओं में अंतर्विष्ट सभी अनुदेश, जहाँ तक वे इस विषय से संबंधित हैं, मास्टर परिपत्र में सम
भारिबैं /2011-12/28 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.234/03.10.001/2011-12     1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र- कारपोरेट गवर्नेंस सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2011 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अधिसूचनाओं में अंतर्विष्ट सभी अनुदेश, जहाँ तक वे इस विषय से संबंधित हैं, मास्टर परिपत्र में सम
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र-उचित व्यवहार संहिता
भारिबैं /2011-12/26 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.232/03.10.042/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनिया (आरएनबीसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र-उचित व्यवहार संहिता सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2011 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अधिसूचनाओं में अंतर्विष्ट सभी अनुदेश, जहाँ तक वे इस विषय से संबंधित हैं, म
भारिबैं /2011-12/26 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.232/03.10.042/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) और अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनिया (आरएनबीसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र-उचित व्यवहार संहिता सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2011 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अधिसूचनाओं में अंतर्विष्ट सभी अनुदेश, जहाँ तक वे इस विषय से संबंधित हैं, म
जुलाई 01, 2011
प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों में निरीक्षण और लेखापरीक्षा प्रणालियों पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2011-12/46 शबैंवि.केंका.बीपीडी (पीसीबी).एमसी.सं. 9/12.05.001/2011-12 01 जुलाई 2011 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों में निरीक्षण और लेखापरीक्षा प्रणालियों पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि . बीपीडी . (पीसीबी) .एमसी.सं.9/12.05.001/2010-11 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2011 तक
आरबीआई/2011-12/46 शबैंवि.केंका.बीपीडी (पीसीबी).एमसी.सं. 9/12.05.001/2011-12 01 जुलाई 2011 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों में निरीक्षण और लेखापरीक्षा प्रणालियों पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि . बीपीडी . (पीसीबी) .एमसी.सं.9/12.05.001/2010-11 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2011 तक
जुलाई 01, 2011
स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई / 2011-12 /82 ग्राआऋवि.सं.एफआईडी.बीसी.सं. 06 /12.01.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम के संबंध में अनेक दिशा-निर्देश / अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा- निर्देशों / अनुदेशों को
आरबीआई / 2011-12 /82 ग्राआऋवि.सं.एफआईडी.बीसी.सं. 06 /12.01.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर बैंकों को स्वयं सहायता समूह – बैंक सहलग्नता कार्यक्रम के संबंध में अनेक दिशा-निर्देश / अनुदेश जारी किए हैं। बैंकों को सभी अद्यतन अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के प्रयोजन से विद्यमान दिशा- निर्देशों / अनुदेशों को
जुलाई 01, 2011
Master Circular - KYC Guidelines - Anti Money Laundering Standards - PMLA, 2002 - Obligations of NBFCs
RBI/2011-12/25 DNBS (PD) CC No.231/03.10.42/2011-12 July 1, 2011 To All Non-Banking Financial Companies (NBFCs), Miscellaneous Non-Banking Companies (MNBCs), and Residuary Non-Banking Companies (RNBCs) Dear Sir, Master Circular – 'Know Your Customer' (KYC) Guidelines – Anti Money Laundering Standards (AML) -'Prevention of Money Laundering Act, 2002@@NBSP@@ - Obligations of NBFCs in terms of Rules notified thereunder’ As you are aware, in order to have all current inst
RBI/2011-12/25 DNBS (PD) CC No.231/03.10.42/2011-12 July 1, 2011 To All Non-Banking Financial Companies (NBFCs), Miscellaneous Non-Banking Companies (MNBCs), and Residuary Non-Banking Companies (RNBCs) Dear Sir, Master Circular – 'Know Your Customer' (KYC) Guidelines – Anti Money Laundering Standards (AML) -'Prevention of Money Laundering Act, 2002@@NBSP@@ - Obligations of NBFCs in terms of Rules notified thereunder’ As you are aware, in order to have all current inst
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक अद्यतित अधिसूचना प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्निर्माण कंपनियों द्वारा उधारकर्ता के कारोबार के प्रबंधन में परिवर्तन या के अधिग्रहण संबंधी (रिजर्व बैंक) मार्गदर्शी सिध्दांत,2010
भारिबैं /2011-2012/36 गैबैंपवि.(नीति प्रभा.) कंपरि./ 26 /SCRC /26.03.001/2011-12 1 जुलाई 2011 30 जून 2011 तक अद्यतित अधिसूचना प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्निर्माण कंपनियों द्वारा उधारकर्ता के कारोबार के प्रबंधन में परिवर्तन या के अधिग्रहण संबंधी (रिजर्व बैंक) मार्गदर्शी सिध्दांत, 2010 जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक मास्टर परिपत्र जारी करता है। इस संबंध में 21 अप्रैल 2010 की अधिसूचना सं. ग
भारिबैं /2011-2012/36 गैबैंपवि.(नीति प्रभा.) कंपरि./ 26 /SCRC /26.03.001/2011-12 1 जुलाई 2011 30 जून 2011 तक अद्यतित अधिसूचना प्रतिभूतिकरण कंपनियों तथा पुनर्निर्माण कंपनियों द्वारा उधारकर्ता के कारोबार के प्रबंधन में परिवर्तन या के अधिग्रहण संबंधी (रिजर्व बैंक) मार्गदर्शी सिध्दांत, 2010 जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक मास्टर परिपत्र जारी करता है। इस संबंध में 21 अप्रैल 2010 की अधिसूचना सं. ग
जुलाई 01, 2011
प्रतिभूतिकरण कंपनियाँ तथा पुनर्संरचना कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) मार्गदर्शी सिद्धांत तथा निदेश 2003 - 30 जून 2011 तक यथा संशोधित अधिसूचना
भारिबैं/2011-2012/35 गैबैंपवि.(नीप्रभा) कंपरि. सं.  25 /एससीआरसी/26.03.001/2011-12 1 जुलाई 2011 प्रतिभूतिकरण कंपनियाँ तथा पुनर्संरचना कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) मार्गदर्शीसिद्धांत तथा निदेश 2003 - 30 जून 2011 तक यथा संशोधित अधिसूचना जैसा कि आप विदित है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/ अधिसूचनायें जारी  करता  है। 23 अप्रैल 2003 की अधिसूचना सं. गैबैंपवि. 2/सीजीएम (सीएसएम)/2003 में
भारिबैं/2011-2012/35 गैबैंपवि.(नीप्रभा) कंपरि. सं.  25 /एससीआरसी/26.03.001/2011-12 1 जुलाई 2011 प्रतिभूतिकरण कंपनियाँ तथा पुनर्संरचना कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) मार्गदर्शीसिद्धांत तथा निदेश 2003 - 30 जून 2011 तक यथा संशोधित अधिसूचना जैसा कि आप विदित है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/ अधिसूचनायें जारी  करता  है। 23 अप्रैल 2003 की अधिसूचना सं. गैबैंपवि. 2/सीजीएम (सीएसएम)/2003 में
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र जमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंक
आरबीआई/2011-12/44 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं.13/13.01.000/2011-12 01 जुलाई 2011 कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/महोदय मास्टर परिपत्र जमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 13 /13.01.000/2010-11 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2011 तक जारी सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित एवं अद्यतन कि
आरबीआई/2011-12/44 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं.13/13.01.000/2011-12 01 जुलाई 2011 कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/महोदय मास्टर परिपत्र जमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 13 /13.01.000/2010-11 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2011 तक जारी सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित एवं अद्यतन कि
जुलाई 01, 2011
मास्टर परि‍पत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप
आरबीआइ/2011-12/64बैंपवि‍वि.सं.एफएसडी. बीसी. 15/24.01.001/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परि‍पत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परि‍पत्र सं बैंपवि‍वि. एफएसडी.बीसी. सं. 17/ 24.01.001 /2010-11 देखें जि‍समें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2010 तक  बैंकों को जारी कि‍ए गए अनुदेश/दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ए गए हैं। इस मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2011 तक जारी कि‍
आरबीआइ/2011-12/64बैंपवि‍वि.सं.एफएसडी. बीसी. 15/24.01.001/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1932 (शक) सभी अनुसूचि‍त वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय मास्टर परि‍पत्र - परा-बैंकिंग कार्यकलाप कृपया 1 जुलाई 2009 का मास्टर परि‍पत्र सं बैंपवि‍वि. एफएसडी.बीसी. सं. 17/ 24.01.001 /2010-11 देखें जि‍समें परा बैंकिंग कार्यकलापों पर 30 जून 2010 तक  बैंकों को जारी कि‍ए गए अनुदेश/दि‍शानि‍र्देश समेकि‍त कि‍ए गए हैं। इस मास्टर परि‍पत्र को 30 जून 2011 तक जारी कि‍
जुलाई 01, 2011
प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं
भारिबैं / 2011-12/ 87 ग्राआऋवि.जीएसएसडी.बीसी. सं. 1 /09.10.01/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय,प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं भारतीय रिज़र्व बैंक ने अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं प्रदान करने के बारे में समय-समय पर अनुदेश / दिशानिर्देश जारी किए हैं । इस उद्देश्य से कि बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो जाएं, मौजूदा मार्गदर्शी सिद्धांतों / अनुदेशों / दिशानिर्देशों
भारिबैं / 2011-12/ 87 ग्राआऋवि.जीएसएसडी.बीसी. सं. 1 /09.10.01/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक सभी भारतीय अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय,प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार - अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं भारतीय रिज़र्व बैंक ने अल्प संख्यक समुदायों को ऋण सुविधाएं प्रदान करने के बारे में समय-समय पर अनुदेश / दिशानिर्देश जारी किए हैं । इस उद्देश्य से कि बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही जगह उपलब्ध हो जाएं, मौजूदा मार्गदर्शी सिद्धांतों / अनुदेशों / दिशानिर्देशों
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र-भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों से छूट
भारिबैं / 2011-12/ 22 गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि.सं.228 / 03.02.004/ 2011-12 1 जुलाई 2011 (i) सचिव, वित्त मंत्रालय (ii) अध्यक्ष, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (iii) अध्यक्ष, भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (iv) अध्यक्ष, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (v) गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के संघ (असोसिएशन) महोदय, मास्टर परिपत्र-भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों से छूट जैसा कि आप विदित है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारत
भारिबैं / 2011-12/ 22 गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि.सं.228 / 03.02.004/ 2011-12 1 जुलाई 2011 (i) सचिव, वित्त मंत्रालय (ii) अध्यक्ष, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (iii) अध्यक्ष, भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (iv) अध्यक्ष, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (v) गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के संघ (असोसिएशन) महोदय, मास्टर परिपत्र-भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों से छूट जैसा कि आप विदित है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारत
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना - गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकरण (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998
भारिबैं/2011-12/17गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.223/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना - गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकरण (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998 आपको ज्ञात ही है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जार
भारिबैं/2011-12/17गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.223/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना - गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी जनता की जमाराशि स्वीकरण (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998 आपको ज्ञात ही है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जार
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना - "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखापरीक्षकों की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008"
भारिबैं /2011-12/20 गैबैंपवि(नीप्रभा.)कंपरि.सं.226/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ  (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों से इतर) महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना - "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखापरीक्षकों की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008" आपको ज्ञात ही है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाए
भारिबैं /2011-12/20 गैबैंपवि(नीप्रभा.)कंपरि.सं.226/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ  (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों और विविध गैर बैंकिंग कंपनियों से इतर) महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना - "गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखापरीक्षकों की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008" आपको ज्ञात ही है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाए
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -बंधक गारंटी कंपनी (मार्गेज गारंटी कंपनी) निवेश संबंधी (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008
भारिबैं/2011-12/34गैबैंपवि(नीति प्रभा.एमजीसी)कंपरि.सं.10/23.11.01/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी बंधक गारंटी कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -बंधक गारंटी कंपनी (मार्गेज गारंटी कंपनी) निवेश संबंधी (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008 जैसा कि आपको ज्ञात है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है । 15 फरवरी 2008 की अधिसूचना सं.गैबैंपवि.(एमजीसी).5/मुमप्र
भारिबैं/2011-12/34गैबैंपवि(नीति प्रभा.एमजीसी)कंपरि.सं.10/23.11.01/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी बंधक गारंटी कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -बंधक गारंटी कंपनी (मार्गेज गारंटी कंपनी) निवेश संबंधी (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008 जैसा कि आपको ज्ञात है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है । 15 फरवरी 2008 की अधिसूचना सं.गैबैंपवि.(एमजीसी).5/मुमप्र
जुलाई 01, 2011
बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण पर मास्टर परि‍पत्र
आरबीआइ/2011-12/100 बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल.बीसी. 33/22.01.001/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933(शक) सभी वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण पर मास्टर परि‍पत्र कृपया 1 जुलाई 2010 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल. बीसी. 8/22.01.001/ 2010-11 का संदर्भ लें जि‍समें 30 जून 2010 तक बैंकों को शाखा प्राधि‍करण पर जारी अनुदेशों/ दि‍शानि‍र्देशों को समेकि‍त कि‍या गया है। उपर्युक्त मास्टर परि‍
आरबीआइ/2011-12/100 बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल.बीसी. 33/22.01.001/2011-12 1 जुलाई 2011 10 आषाढ़ 1933(शक) सभी वाणि‍ज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी वि‍नि‍यमन अधि‍नि‍यम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधि‍करण पर मास्टर परि‍पत्र कृपया 1 जुलाई 2010 का मास्टर परि‍पत्र बैंपवि‍वि‍. सं. बीएल. बीसी. 8/22.01.001/ 2010-11 का संदर्भ लें जि‍समें 30 जून 2010 तक बैंकों को शाखा प्राधि‍करण पर जारी अनुदेशों/ दि‍शानि‍र्देशों को समेकि‍त कि‍या गया है। उपर्युक्त मास्टर परि‍
जुलाई 01, 2011
सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस) पर मास्टर परिपत्र
आरबीआइ /2011 -12 / 85 ग्राआऋवि.जीएसएसडी.बीसी.सं. 5 /09.03.01/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक सार्वजनिक  क्षेत्र के  सभी भारतीय बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस) पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने पहले नई मेला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार य
आरबीआइ /2011 -12 / 85 ग्राआऋवि.जीएसएसडी.बीसी.सं. 5 /09.03.01/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक सार्वजनिक  क्षेत्र के  सभी भारतीय बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, सभी शेष स्वच्छकारों और उनके आश्रितों के पुनर्वास हेतु सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय की "मैला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना" (एसआरएमएस) पर मास्टर परिपत्र भारतीय रिज़र्व बैंक ने पहले नई मेला ढोने वाले स्वच्छकारों के पुनर्वास के लिए स्वरोजगार य
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश में स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं  (WOS)में प्रत्यक्ष निवेश
आरबीआई/2011-12/11 मास्टर परिपत्र सं. 11/2011-12 01 जुलाई 2011 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश में स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं  (WOS) में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित 7 जुलाई 2004 की फेमा अधिसूचना 120/आरबी-2004 ( 19 नवंबर 2004 का जीएसआर 757 (E)  अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी भी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 के साथ पठित विदेश
आरबीआई/2011-12/11 मास्टर परिपत्र सं. 11/2011-12 01 जुलाई 2011 विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश में स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं  (WOS) में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित 7 जुलाई 2004 की फेमा अधिसूचना 120/आरबी-2004 ( 19 नवंबर 2004 का जीएसआर 757 (E)  अर्थात् विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी भी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2004 के साथ पठित विदेश
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना
भारिबैं / 2011-12 / 84 ग्राआऋवि.सं.जीएसएसडी.बीसी. 4 /09.16.01/2011-12 01 जुलाई , 2011 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय) परिचालन के संबंध में अनुदेश/दिशानिर्देश जारी किए हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्द
भारिबैं / 2011-12 / 84 ग्राआऋवि.सं.जीएसएसडी.बीसी. 4 /09.16.01/2011-12 01 जुलाई , 2011 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र को उधार-विशेष कार्यक्रम स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना भारतीय रिज़र्व बैंक ने समय-समय पर स्वर्ण जयन्ती शहरी रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाय) परिचालन के संबंध में अनुदेश/दिशानिर्देश जारी किए हैं । बैंकों को वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के उद्द
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश
भा.रि.बैं/2011-12/89संदर्भ : आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.4/14.01.02/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी अनुसूचित बैंकों/प्राथमिक व्‍यापारियों और अखिल भारतीय वित्‍तीय संस्‍थाओं के अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक महोदय/महोदय मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश वाणिज्यिक पत्र, वचन पत्र के रूप में जारी की जानेवाली एक गैर-जमानती मुद्रा बाज़ार लिखत है जिसे भारत में 1990 में पहली बार जारी किया गया ।  इसे जारी करने का उद्देश्‍य यह कि उच्‍च दर्जे के कार्पोरेट उधारकर्ता अप
भा.रि.बैं/2011-12/89संदर्भ : आंऋप्रवि.पीसीडी.सं.4/14.01.02/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी अनुसूचित बैंकों/प्राथमिक व्‍यापारियों और अखिल भारतीय वित्‍तीय संस्‍थाओं के अध्‍यक्ष/मुख्‍य कार्यपालक महोदय/महोदय मास्टर परिपत्र - वाणिज्यिक पत्र जारी करने के लिये दिशानिर्देश वाणिज्यिक पत्र, वचन पत्र के रूप में जारी की जानेवाली एक गैर-जमानती मुद्रा बाज़ार लिखत है जिसे भारत में 1990 में पहली बार जारी किया गया ।  इसे जारी करने का उद्देश्‍य यह कि उच्‍च दर्जे के कार्पोरेट उधारकर्ता अप
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र – विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में संपर्क/ शाखा/ परियोजना कार्यालयों की स्थापना करना
आरबीआइ /2011-12/03 मास्टर परिपत्र सं.03/ 2011-12 01 जुलाई  2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I  बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में संपर्क/ शाखा/ परियोजना कार्यालयों की स्थापना करना भारत में शाखा/ संपर्क/ परियोजना कार्यालयों की स्थापना समय-समय पर यथा संशोधित , 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 22/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999  की धारा 6(6)  के अनुसार विनियमित की जाती है। 2.  यह
आरबीआइ /2011-12/03 मास्टर परिपत्र सं.03/ 2011-12 01 जुलाई  2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I  बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में संपर्क/ शाखा/ परियोजना कार्यालयों की स्थापना करना भारत में शाखा/ संपर्क/ परियोजना कार्यालयों की स्थापना समय-समय पर यथा संशोधित , 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 22/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999  की धारा 6(6)  के अनुसार विनियमित की जाती है। 2.  यह
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007"
भारिबैं /2011-12/18 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.224/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने/धारण करने वाली)कंपनियाँ तथा अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" जैसा कि आप विदित है कि   उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के ल
भारिबैं /2011-12/18 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.224/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने/धारण करने वाली)कंपनियाँ तथा अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना-"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ स्वीकारने या धारण करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" जैसा कि आप विदित है कि   उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के ल
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र-संबद्ध कार्यकलाप (allied activities)-बीमा कारोबार में प्रवेश, क्रेडिट कार्ड जारी करना तथा कतिपय उत्पादों की मार्केटिंग एवं वितरण
भारिबैं /2011-12/27 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.233/03.10.001/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र-संबद्ध कार्यकलाप (allied activities)-बीमा कारोबार में प्रवेश, क्रेडिट कार्ड जारी करना तथा कतिपय उत्पादों की मार्केटिंग एवं वितरण सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2011 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अध
भारिबैं /2011-12/27 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.233/03.10.001/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) प्रिय महोदय, मास्टर परिपत्र-संबद्ध कार्यकलाप (allied activities)-बीमा कारोबार में प्रवेश, क्रेडिट कार्ड जारी करना तथा कतिपय उत्पादों की मार्केटिंग एवं वितरण सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने उल्लिखित विषय पर 30 जून 2011 तक जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। यह नोट किया जाए कि परिशिष्ट में सूचीबद्ध अध
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियाँ
भारिबैं /2011-12/21गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि.सं.227/03.10.042/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियाँ सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को विविध विषयों पर मास्टर परिपत्र जारी किए हैं। यह सूचित किया जाता है कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की ज
भारिबैं /2011-12/21गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि.सं.227/03.10.042/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों को छोड़कर) महोदय, मास्टर परिपत्र-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली विवरणियाँ सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को विविध विषयों पर मास्टर परिपत्र जारी किए हैं। यह सूचित किया जाता है कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की ज
जुलाई 01, 2011
मास्टर परि‍पत्र - प्रत्यक्ष करों की वसूली - (ओल्टास)
आरबीआई/2011-12/99 डीजीबीए.जीएडी.सं.एच.2/42.01.034/2011-12 01 जुलाई 2011 सभी एजेंसी बैंक महोदय/महोदया, मास्टर परि‍पत्र - प्रत्यक्ष करों की वसूली - (ओल्टास) कृपया दि‍नांक 1 जुलाई 2010 का उक्त वि‍षयक हमारा मास्टर परि‍पत्र आरबीआई/2010-11/87 देखें। वह इस दृष्टि‍ से जारी कि‍या गया था कि‍ इस वि‍षय पर जारी सभी वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर शीघ्र मि‍ल सकें । अभी हमने इसमें जून 2011 के अंत तक आवश्यक अनुदेश अद्यतन कि‍ये हैं और आपकी सूचना के लि‍ए यहां संलग्न कर रहे हैं। यह परि‍पत
आरबीआई/2011-12/99 डीजीबीए.जीएडी.सं.एच.2/42.01.034/2011-12 01 जुलाई 2011 सभी एजेंसी बैंक महोदय/महोदया, मास्टर परि‍पत्र - प्रत्यक्ष करों की वसूली - (ओल्टास) कृपया दि‍नांक 1 जुलाई 2010 का उक्त वि‍षयक हमारा मास्टर परि‍पत्र आरबीआई/2010-11/87 देखें। वह इस दृष्टि‍ से जारी कि‍या गया था कि‍ इस वि‍षय पर जारी सभी वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर शीघ्र मि‍ल सकें । अभी हमने इसमें जून 2011 के अंत तक आवश्यक अनुदेश अद्यतन कि‍ये हैं और आपकी सूचना के लि‍ए यहां संलग्न कर रहे हैं। यह परि‍पत
जुलाई 01, 2011
एजेंसी बैंकों द्वारा सरकारी कारोबार संचालित करने के लिए मास्टर परिपत्र – एजेंसी कमीशन का भुगतान
भारिबैं/2011-12/97 सबैंलेवि. सलेप्र.सं.एच. 3 /31.12.010/2011-12    1 जुलाई 2011 सभी एजेंसी बैंक महोदय/ महोदया एजेंसी बैंकों द्वारा सरकारी कारोबार संचालित करने के लिए मास्टर परिपत्र – एजेंसी कमीशन का भुगतान भारतीय रिज़र्व बैंक समय समय पर बैंकों को देय एजेंसी कमीशन पर विभिन्न अनुदेश जारी करता रहा है। इन अनुदेशों को दिनांक 1 जुलाई 2010 के हमारे मास्टर परिपत्र भारिबैं/2010-11/89 (सबैंलेवि.सलेप्र.सं.एच. 04/31.12.010/2010-11) में सूचित किया गया था। संशोधित परि
भारिबैं/2011-12/97 सबैंलेवि. सलेप्र.सं.एच. 3 /31.12.010/2011-12    1 जुलाई 2011 सभी एजेंसी बैंक महोदय/ महोदया एजेंसी बैंकों द्वारा सरकारी कारोबार संचालित करने के लिए मास्टर परिपत्र – एजेंसी कमीशन का भुगतान भारतीय रिज़र्व बैंक समय समय पर बैंकों को देय एजेंसी कमीशन पर विभिन्न अनुदेश जारी करता रहा है। इन अनुदेशों को दिनांक 1 जुलाई 2010 के हमारे मास्टर परिपत्र भारिबैं/2010-11/89 (सबैंलेवि.सलेप्र.सं.एच. 04/31.12.010/2010-11) में सूचित किया गया था। संशोधित परि
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना-"विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1977"
भारिबैं /2011-12/24 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.230/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना-"विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1977" आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 20 जून 1977 की अधिसूचना सं. डीएनबीसी.39/डीजी(एच)-77 में अंतर्विष्ट अनुदेश, जो 30 जू
भारिबैं /2011-12/24 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.230/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना-"विविध गैर बैंकिंग कंपनियाँ (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1977" आपको ज्ञात होगा कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 20 जून 1977 की अधिसूचना सं. डीएनबीसी.39/डीजी(एच)-77 में अंतर्विष्ट अनुदेश, जो 30 जू
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशि स्वीकार  या धारण न करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007"
भारिबैं /2011-12/19गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.225/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली)कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशि स्वीकार  या धारण न करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" जैसा कि आप विदित है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अ
भारिबैं /2011-12/19गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.225/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशियाँ न स्वीकारने व धारण करने वाली)कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -"गैर बैंकिंग वित्तीय (जमाराशि स्वीकार  या धारण न करने वाली) कंपनी विवेकपूर्ण मानदंड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2007" जैसा कि आप विदित है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अ
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण
भारिबैं /2011-12/23 गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि. सं.229 /03.10.042/2011-12 1 जुलाई 2011 जमाराशियाँ स्वीकारने वाली सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों सहित) महोदय, मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण जैसा कि आप विदित है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र सं.149 जारी किया था, उसे अब 30 जून 2011 तक अद्य
भारिबैं /2011-12/23 गैबैंपवि.नीति प्रभा.कंपरि. सं.229 /03.10.042/2011-12 1 जुलाई 2011 जमाराशियाँ स्वीकारने वाली सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (अवशिष्ट गैर बैंकिंग कंपनियों सहित) महोदय, मास्टर परिपत्र-धोखाधड़ी-गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में धोखाधड़ी निरोधक निगरानी के लिए भावी दृष्टिकोण जैसा कि आप विदित है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने मास्टर परिपत्र सं.149 जारी किया था, उसे अब 30 जून 2011 तक अद्य
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र-सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को जारी विविध अनुदेश
भारिबैं /2011-12/30 गैबैंपवि (नीति प्रभा.) कंपरि.सं.236/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र-सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को जारी विविध अनुदेश सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने विविध विषयों पर गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को मास्टर परिपत्र जारी किए हैं। यह सूचित किया जाता है कि ऐसे मास्टर परिपत्रों में स्थान न पाने वाले 30 जून 2011 तक जारी निदेशों/अनुदेशों को यहाँ स
भारिबैं /2011-12/30 गैबैंपवि (नीति प्रभा.) कंपरि.सं.236/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र-सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को जारी विविध अनुदेश सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने विविध विषयों पर गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को मास्टर परिपत्र जारी किए हैं। यह सूचित किया जाता है कि ऐसे मास्टर परिपत्रों में स्थान न पाने वाले 30 जून 2011 तक जारी निदेशों/अनुदेशों को यहाँ स
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यात
आरबीआइ/2011-12/ 10 मास्टर परिपत्र सं.10/ 2011-12 01 जुलाई  2011 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यात समय-समय पर यथा संशोधित , 3 मई  2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381 (E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित और विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (1) के खंड (ए) और उप-धारा (3) के अनुसार भारत से माल और सेवाओं के निर्यात  की अनुमति है । 2.&n
आरबीआइ/2011-12/ 10 मास्टर परिपत्र सं.10/ 2011-12 01 जुलाई  2011 सभी श्रेणी - I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यात समय-समय पर यथा संशोधित , 3 मई  2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381 (E) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता) नियमावली, 2000 के साथ पठित और विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (1) के खंड (ए) और उप-धारा (3) के अनुसार भारत से माल और सेवाओं के निर्यात  की अनुमति है । 2.&n
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण -निवासियों के लिए सुविधाएं
आरबीआइ/2011-12/1मास्टर परिपत्र सं.01/2011-12 01 जुलाई, 2011 विदेशी मुद्रा में कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्ति महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण -निवासियों के लिए सुविधाएं निवासियों के लिए भारत से विविध विप्रेषण सुविधाओं की अनुमति, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जी.एस.आर.381(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में "भारत से विविध विप्रेषण - नि
आरबीआइ/2011-12/1मास्टर परिपत्र सं.01/2011-12 01 जुलाई, 2011 विदेशी मुद्रा में कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्ति महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण -निवासियों के लिए सुविधाएं निवासियों के लिए भारत से विविध विप्रेषण सुविधाओं की अनुमति, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जी.एस.आर.381(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है। 2. इस मास्टर परिपत्र में "भारत से विविध विप्रेषण - नि
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों के लिए विप्रेषण सुविधाएं
आरबीआइ/2011-12/02 मास्टर परिपत्र सं.02/2011-12  01 जुलाई 2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों के लिए विप्रेषण सुविधाएं अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों के लिए विप्रेषण सुविधाएं समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 13/2000-आरबी और फेमा अधिसूचना सं.21/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधि
आरबीआइ/2011-12/02 मास्टर परिपत्र सं.02/2011-12  01 जुलाई 2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों के लिए विप्रेषण सुविधाएं अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी नागरिकों के लिए विप्रेषण सुविधाएं समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 13/2000-आरबी और फेमा अधिसूचना सं.21/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधि
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र – अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ गैर- भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों)द्वारा भारत में अचल संपत्तिका अधिग्रहण तथा अंतरण
आरबीआइ /2011-12/4मास्टर परिपत्र सं.04/2011-12 01 जुलाई 2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ गैर- भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) द्वारा भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ गैर- भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) द्वारा भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी के
आरबीआइ /2011-12/4मास्टर परिपत्र सं.04/2011-12 01 जुलाई 2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ गैर- भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) द्वारा भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ गैर- भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों (राष्ट्रिकों) द्वारा भारत में अचल संपत्ति का अधिग्रहण तथा अंतरण 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 21/2000-आरबी के
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - कोर निवेश कंपनियों (CICs)के लिए विनियामक संरचना
भारिबैं /2011-12/31 गैबैंपवि (नीति प्रभा.) कंपरि.सं.237/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी कोर निवेश कंपनियां महोदय, मास्टर परिपत्र - कोर निवेश कंपनियों (CICs) के लिए विनियामक संरचना जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 12 अगस्त 2010  के परिपत्र सं: डीएनबीएस (पीडी)सीसी 197/03.10.001/2010-11 तथा 5 जनवरी 2011 की  अधिसूचना सं: डीएनबीस (पीडी) 219 /सीज
भारिबैं /2011-12/31 गैबैंपवि (नीति प्रभा.) कंपरि.सं.237/03.02.001/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी कोर निवेश कंपनियां महोदय, मास्टर परिपत्र - कोर निवेश कंपनियों (CICs) के लिए विनियामक संरचना जैसा कि आप विदित है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक अद्यतन परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 12 अगस्त 2010  के परिपत्र सं: डीएनबीएस (पीडी)सीसी 197/03.10.001/2010-11 तथा 5 जनवरी 2011 की  अधिसूचना सं: डीएनबीस (पीडी) 219 /सीज
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -बंधक गारंटी कंपनी (मार्गेजगारंटी कंपनी) विवेकपूर्ण मानदण्ड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008
भारिबैं/2011-12/33 गैबैंपवि(नीतिप्रभा.एमजीसी)कंपरि.सं.9/23.11.01/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभीबंधकगारंटीकंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -बंधक गारंटी कंपनी (मार्गेजगारंटी कंपनी) विवेकपूर्ण मानदण्ड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008 जैसा कि आप विदित  है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 15 फरवरी 2008 की अधिसूचना सं.गैबैंपवि.(एमजीसी).4/मु
भारिबैं/2011-12/33 गैबैंपवि(नीतिप्रभा.एमजीसी)कंपरि.सं.9/23.11.01/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभीबंधकगारंटीकंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -बंधक गारंटी कंपनी (मार्गेजगारंटी कंपनी) विवेकपूर्ण मानदण्ड (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008 जैसा कि आप विदित  है कि  उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 15 फरवरी 2008 की अधिसूचना सं.गैबैंपवि.(एमजीसी).4/मु
जुलाई 01, 2011
30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -बंधक गारंटी कंपनी (मार्गेज गारंटी कंपनी) (रिज़र्व बैंक) मार्गदर्शी सिद्धांत, 2008
भारिबैं/2011-12/32 गैबैंपवि(नीति प्रभा.एमजीसी)कंपरि.सं. 8 /23.11.01/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी बंधक गारंटी कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -बंधक गारंटी कंपनी (मार्गेज गारंटी कंपनी) (रिज़र्व बैंक) मार्गदर्शी सिद्धांत, 2008 आपको ज्ञात है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 15 फरवरी 2008 की अधिसूचना सं.गैबैंपवि.(एमजीसी).3/मुमप्र(पीके)-2008
भारिबैं/2011-12/32 गैबैंपवि(नीति प्रभा.एमजीसी)कंपरि.सं. 8 /23.11.01/2011-12 1 जुलाई 2011 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी बंधक गारंटी कंपनियाँ महोदय, 30 जून 2011 तक संशोधित अधिसूचना -बंधक गारंटी कंपनी (मार्गेज गारंटी कंपनी) (रिज़र्व बैंक) मार्गदर्शी सिद्धांत, 2008 आपको ज्ञात है कि उल्लिखित विषय पर सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक परिपत्र/अधिसूचनाएं जारी करता है। 15 फरवरी 2008 की अधिसूचना सं.गैबैंपवि.(एमजीसी).3/मुमप्र(पीके)-2008
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र – संपूर्ण प्रणाली की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण जमाराशियाँ न स्वीकारने/ धारण करने वाली गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC-ND-SI) के लिए विविध अनुदेश
भारिबैं /2011-12/29 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.235/03.10.001/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र – संपूर्ण प्रणाली की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण जमाराशियाँ न स्वीकारने/ धारण करने वाली गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC-ND-SI) के लिए विविध अनुदेश सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने 30 जून 2011 को समाप्त वर्ष में जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। इस परिपत्र में एनबीएफसी-एनडी-एसआई
भारिबैं /2011-12/29 गैबैंपवि(नीति प्रभा.)कंपरि.सं.235/03.10.001/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (एनबीएफसीज) महोदय, मास्टर परिपत्र – संपूर्ण प्रणाली की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण जमाराशियाँ न स्वीकारने/ धारण करने वाली गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC-ND-SI) के लिए विविध अनुदेश सभी मौजूदा अनुदेश एक स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने 30 जून 2011 को समाप्त वर्ष में जारी सभी अनुदेशों को समेकित किया है। इस परिपत्र में एनबीएफसी-एनडी-एसआई
जुलाई 01, 2011
परिचालन क्षेत्र, शाखा प्राधिकरण नीति, विस्तार पटलों का खोला जाना /स्तरोन्नयन, एटीएम तथा कार्यालयों का स्थानांतरण / विभाजन / बंद किया जाना पर मास्टर परिपत्र
आरबीआई/2011-12/102 शबैंवि.एलएस (पीसीबी).एमसी.सं.14/07.01.00/2011-12 01 जुलाई 2011 सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय परिचालन क्षेत्र, शाखा प्राधिकरण नीति, विस्तार पटलों का खोला जाना /स्तरोन्नयन, एटीएम तथा कार्यालयों का स्थानांतरण / विभाजन / बंद किया जाना पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. एलएस (पीसीबी) एमसी.सं. 14/07.01.00/2010-11 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2011 तक विषय पर जारी सभी अनुदेशों/
आरबीआई/2011-12/102 शबैंवि.एलएस (पीसीबी).एमसी.सं.14/07.01.00/2011-12 01 जुलाई 2011 सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय परिचालन क्षेत्र, शाखा प्राधिकरण नीति, विस्तार पटलों का खोला जाना /स्तरोन्नयन, एटीएम तथा कार्यालयों का स्थानांतरण / विभाजन / बंद किया जाना पर मास्टर परिपत्र कृपया उपर्युक्त विषय पर 01 जुलाई 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. एलएस (पीसीबी) एमसी.सं. 14/07.01.00/2010-11 देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2011 तक विषय पर जारी सभी अनुदेशों/
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन
आरबीआइ/2011-12/ 5 मास्टर परिपत्र सं.05/ 2011-12  01 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -।  बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन यह मास्टर परिपत्र अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/ विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन विषय पर मौजू्दा अनुदेशों को समेकित करता है। इस मास्टर परिपत्र में निहित परिपत्रों / अधिसूचनाओं क
आरबीआइ/2011-12/ 5 मास्टर परिपत्र सं.05/ 2011-12  01 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -।  बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र – अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन यह मास्टर परिपत्र अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/ विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाता खोलने और उसे बनाए रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन विषय पर मौजू्दा अनुदेशों को समेकित करता है। इस मास्टर परिपत्र में निहित परिपत्रों / अधिसूचनाओं क
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया ( एनआरओ ) खाता
आरबीआइ/2011-12/06 मास्टर परिपत्र सं.06/2011-12 01 जुलाई , 2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया ( एनआरओ ) खाता प्राधिकृत व्यापारियों/ प्राधिकृत बैंकों द्वारा भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों से जमाराशियों की स्वीकृति समय-समय पर यथासंशोधित 03 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं.5/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप धारा (1) और (2) के प्रावधानों द्वारा नियंत्
आरबीआइ/2011-12/06 मास्टर परिपत्र सं.06/2011-12 01 जुलाई , 2011 सेवा में, सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -। बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया ( एनआरओ ) खाता प्राधिकृत व्यापारियों/ प्राधिकृत बैंकों द्वारा भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों से जमाराशियों की स्वीकृति समय-समय पर यथासंशोधित 03 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं.5/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप धारा (1) और (2) के प्रावधानों द्वारा नियंत्
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999  के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग
आरबीआई/2011-12/08 मास्टर परिपत्र सं. 08/2011-12 01 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I  बैंक तथा प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999  के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउडिंग एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जिसके जरिये आवेदक फेमा, 1999 की धारा 13 (1) के तहत फेमा, 1999 के किसी प्रावधान के स्वीकृत उल्लंघन की कंपांउडिंग के लिए आवेदन कर सकता है। 2. यह मास्टर परिपत्र " फेमा, 1
आरबीआई/2011-12/08 मास्टर परिपत्र सं. 08/2011-12 01 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I  बैंक तथा प्राधिकृत बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र – फेमा, 1999  के तहत उल्लंघनों की कंपांउंडिंग विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के तहत उल्लंघनों की कंपांउडिंग एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है, जिसके जरिये आवेदक फेमा, 1999 की धारा 13 (1) के तहत फेमा, 1999 के किसी प्रावधान के स्वीकृत उल्लंघन की कंपांउडिंग के लिए आवेदन कर सकता है। 2. यह मास्टर परिपत्र " फेमा, 1
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार
आरबीआइ / 2011-12/09 मास्टर परिपत्र सं. 09/ 2011-12 01 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार निवासियों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.3/2000-आरबी, अर्थात् 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और देना) विनियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा 3 क
आरबीआइ / 2011-12/09 मास्टर परिपत्र सं. 09/ 2011-12 01 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार निवासियों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार और व्यापारिक उधार, समय-समय पर यथासंशोधित 3 मई , 2000 की अधिसूचना सं.फेमा.3/2000-आरबी, अर्थात् 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना और देना) विनियमावली, 2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप-धारा 3 क
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
आर‌बीआइ /2011-12/12मास्टर परिपत्र सं.12/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न (डेरिवेटिव) संविदाएं, समुद्रपारीय (विदेशी) पण्य और भाड़ा संबंधी हेजिंग, अनिवासी बैंकों के रुपये खाते, अंतर ‌बैंक विदेशी मुद्रा लेनदेन, आदि 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के विनियम 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/ आरबी-2000 के प्रावधानों और बाद
आर‌बीआइ /2011-12/12मास्टर परिपत्र सं.12/2011-12 1 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया /महोदय, मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न (डेरिवेटिव) संविदाएं, समुद्रपारीय (विदेशी) पण्य और भाड़ा संबंधी हेजिंग, अनिवासी बैंकों के रुपये खाते, अंतर ‌बैंक विदेशी मुद्रा लेनदेन, आदि 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के विनियम 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/ आरबी-2000 के प्रावधानों और बाद
जुलाई 01, 2011
मास्टर परिपत्र अग्रिमों का प्रबंधन - शहरी सहकारी बैंक
आरबीआई/2011-12/103 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी).एमसी.सं.5/13.05.000/2011-12 1 जुलाई 2011 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र अग्रिमों का प्रबंधन - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई, 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 5/13.05.000/2010-11 देखें (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध)। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2011 तक जारी सभी अनुदेशों / दिशानिर्देशों को समेकित ए
आरबीआई/2011-12/103 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी).एमसी.सं.5/13.05.000/2011-12 1 जुलाई 2011 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया / महोदय मास्टर परिपत्र अग्रिमों का प्रबंधन - शहरी सहकारी बैंक कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई, 2010 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 5/13.05.000/2010-11 देखें (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध)। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2011 तक जारी सभी अनुदेशों / दिशानिर्देशों को समेकित ए

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

Scan Your QR code to Install our app

RBIPageLastUpdatedOn

पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: सितंबर 07, 2024

श्रेणी पहलू

केटेगरी

Custom Date Facet