अधिसूचनाएं - विनियमन वाणिज्यिक बैंकिंग - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
सित॰ 16, 2010
चलनिधि समायोजन सुविधा रिपो और रिवर्स रिपो दरें
भारिबै/2010-2011/204 संदर्भ.एफएमडी.एमओएजी.सं.50/01.01.01/2010-11 16 सितंबर 2010 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) तथा प्राथमिक व्यापारी महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा रिपो और रिवर्स रिपो दरें मौद्रिक नीति की मध्य-तिमाही समीक्षा में आज की गई घोषणा के अनुसार, यह निर्णय लिया गया है कि चलनिधि समायोजन सुविधा (एल ए एफ) के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से रिपो दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी करके उसे 5.75 प्रतिशत से 6.00 प्रतिशत और रिवर्स रिपो दर में 50 आधा
भारिबै/2010-2011/204 संदर्भ.एफएमडी.एमओएजी.सं.50/01.01.01/2010-11 16 सितंबर 2010 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) तथा प्राथमिक व्यापारी महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा रिपो और रिवर्स रिपो दरें मौद्रिक नीति की मध्य-तिमाही समीक्षा में आज की गई घोषणा के अनुसार, यह निर्णय लिया गया है कि चलनिधि समायोजन सुविधा (एल ए एफ) के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से रिपो दर में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी करके उसे 5.75 प्रतिशत से 6.00 प्रतिशत और रिवर्स रिपो दर में 50 आधा
सित॰ 16, 2010
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़)
आरबीआइ/2010-11/202 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी.336/07.01.279/2010-11 16 सितंबर 2010 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 16 सितंबर 2010 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2010-11 की मध्य तिमाही मौद्रिक नीति समीक्षा – सितंबर 2010 देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा क
आरबीआइ/2010-11/202 संदर्भ सं. मौनीवि.बीसी.336/07.01.279/2010-11 16 सितंबर 2010 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] और प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों [(पीडीज़) प्राइमरी डीलर्स] के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटिज़) कृपया 16 सितंबर 2010 को जारी रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति 2010-11 की मध्य तिमाही मौद्रिक नीति समीक्षा – सितंबर 2010 देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा क
सित॰ 16, 2010
अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति - 2000 से अधिक जनसंख्या वाले प्रत्येक गांव में बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना
आरबीआइ /2010-11/203 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं. 21/02.19.10/2010-11 16 सितंबर 2010 एसएलबीसी आयोजक बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति - 2000 से अधिक जनसंख्या वाले प्रत्येक गांव में बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना माननीय वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत वर्ष 2010-2011 के यूनियन बजट (पैरा 76) में "यह निर्णय लिया गया है कि 2000 से अधिक जनसंख्या वाली बस्तियों में मार्च 2012 तक उचित बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध क
आरबीआइ /2010-11/203 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.एचएलसी.बीसी.सं. 21/02.19.10/2010-11 16 सितंबर 2010 एसएलबीसी आयोजक बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक महोदय, अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय समिति - 2000 से अधिक जनसंख्या वाले प्रत्येक गांव में बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना माननीय वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत वर्ष 2010-2011 के यूनियन बजट (पैरा 76) में "यह निर्णय लिया गया है कि 2000 से अधिक जनसंख्या वाली बस्तियों में मार्च 2012 तक उचित बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध क
सित॰ 15, 2010
UCBs - Prevention of Money-laundering Second Amendment Rules, 2010- Obligation of banks
RBI/ 2010-11/201 UBD.BPD. (PCB). Cir.No 12/12.05.001/2010-2011 September@@NBSP@@ 15,@@NBSP@@ 2010 The Chief Executive Officers All Primary (Urban) Co-operative Banks Dear Sir, Prevention of Money-laundering (Maintenance of Records of the Nature and Value of Transactions, the Procedure and Manner of Maintaining and Time for Furnishing Information and Verification and Maintenance of Records of the Identity of the Clients of the Banking Companies, Financial Institutions
RBI/ 2010-11/201 UBD.BPD. (PCB). Cir.No 12/12.05.001/2010-2011 September@@NBSP@@ 15,@@NBSP@@ 2010 The Chief Executive Officers All Primary (Urban) Co-operative Banks Dear Sir, Prevention of Money-laundering (Maintenance of Records of the Nature and Value of Transactions, the Procedure and Manner of Maintaining and Time for Furnishing Information and Verification and Maintenance of Records of the Identity of the Clients of the Banking Companies, Financial Institutions
सित॰ 13, 2010
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999)तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों/संस्थाओं की सूची
आरबीआइ/2010-11/196 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.3228/07.02.12/2010-11 13 सितंबर 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999)तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों/संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 18 अगस्त 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ. एएमएल.सं.2130 /07.02.12/2010-11 देखें । हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
आरबीआइ/2010-11/196 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.सं.3228/07.02.12/2010-11 13 सितंबर 2010 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999)तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों/संस्थाओं की सूची कृपया उपर्युक्त विषय पर दि. 18 अगस्त 2010 का हमारा पत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ. एएमएल.सं.2130 /07.02.12/2010-11 देखें । हमें उसके बाद भारत सरकार (विदेश मंत्रालय के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
सित॰ 13, 2010
अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) दिशानिर्देश - मालिकाना प्रतिष्ठान के खाते
आरबीआइ/2010-11/195 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी.सं.20/07.40.00/2010-11 13 सितंबर 2010 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) दिशानिर्देश - मालिकाना प्रतिष्ठान के खाते कृपया 12 मई 2010 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बी.सी.सं.83/ 07.40.00/2009-10 देखें जिसके माध्यम से बैकों को सूचित किया गया था कि वे मालिकाना प्रतिष्ठान के नाम से खाते खोलने के संबंध में अपनी ग्राहक पहचान प्रक्रिया के अंतर्गत मानदंड
आरबीआइ/2010-11/195 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बीसी.सं.20/07.40.00/2010-11 13 सितंबर 2010 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय, अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) दिशानिर्देश - मालिकाना प्रतिष्ठान के खाते कृपया 12 मई 2010 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.एएमएल.बी.सी.सं.83/ 07.40.00/2009-10 देखें जिसके माध्यम से बैकों को सूचित किया गया था कि वे मालिकाना प्रतिष्ठान के नाम से खाते खोलने के संबंध में अपनी ग्राहक पहचान प्रक्रिया के अंतर्गत मानदंड
सित॰ 09, 2010
अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) दिशा-निर्देश - मालिकाना प्रतिष्ठानों के खाते
आरबीआइ/2010-11/193 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.बीसी.सं.19/03.05.33(ई)/2010-11 09 सितंबर 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) दिशा-निर्देश - मालिकाना प्रतिष्ठानों के खाते कृपया 09 अप्रैल 2010 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.बी.सी.सं.67/ 03.05.33(ई)/2009-10 देखें, जिसके माध्यम से क्षेत्रीय ग्रामीण बैकों को सूचित किया गया था कि वे मालिकाना प्रतिष्ठानों के नाम से खाते खोलने के संबंध में अपनी ग्राहक पहचान प्रक्
आरबीआइ/2010-11/193 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.बीसी.सं.19/03.05.33(ई)/2010-11 09 सितंबर 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) दिशा-निर्देश - मालिकाना प्रतिष्ठानों के खाते कृपया 09 अप्रैल 2010 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.एएमएल.बी.सी.सं.67/ 03.05.33(ई)/2009-10 देखें, जिसके माध्यम से क्षेत्रीय ग्रामीण बैकों को सूचित किया गया था कि वे मालिकाना प्रतिष्ठानों के नाम से खाते खोलने के संबंध में अपनी ग्राहक पहचान प्रक्
सित॰ 09, 2010
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड/ धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी)
आरबीआई /2010-11/194 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी. 3186/03.05.28(ए)/2010-11 9 सितंबर 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड/ धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) एएमएल/सीएफटी मानकों के साथ अनुपालन की निरन्तर समीक्षा के अंतर्गत वित्तीय कार्रवाई कार्य दल (एफएटीएफ) ने कुछ ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है जहाँ एएमएल/ सीएफटी की महत्वपूर्ण कमियाँ हैं। 2. एफएटीएफ ने 25 जून 2010 के अपने वक्तव्य में
आरबीआई /2010-11/194 ग्राआऋवि.केका.आरआरबी. 3186/03.05.28(ए)/2010-11 9 सितंबर 2010 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) मानदंड/ धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) एएमएल/सीएफटी मानकों के साथ अनुपालन की निरन्तर समीक्षा के अंतर्गत वित्तीय कार्रवाई कार्य दल (एफएटीएफ) ने कुछ ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है जहाँ एएमएल/ सीएफटी की महत्वपूर्ण कमियाँ हैं। 2. एफएटीएफ ने 25 जून 2010 के अपने वक्तव्य में
सित॰ 06, 2010
केन्द्रीय बजट 2010-11 -ब्याज में छूट की योजना - वर्ष 2010-11 में अल्पकालीन फसली ऋण पर ब्याज में 1.5 प्रतिशत की और 2 प्रतिशत अतिरिक्त छूट
आरबीआई/2010-11/192 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.सं.18/05.04.02/2010-11 06 सितम्बर 2010 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक महोदय, केन्द्रीय बजट 2010-11 -ब्याज में छूट की योजना - वर्ष 2010-11 में अल्पकालीन फसली ऋण पर ब्याज में 1.5 प्रतिशत की और 2 प्रतिशत अतिरिक्त छूट आपको विदित है कि माननीय वित्त मंत्री ने वर्ष 2010-11के अपने बजट भाषण (पैरा 52) मे निम्नलिखित घोषणा की थी: "मैंने पिछले बज़ट में उन किसानों की, जो अपने अल्पकालीन फसली ऋणों की नि
आरबीआई/2010-11/192 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी.सं.18/05.04.02/2010-11 06 सितम्बर 2010 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक महोदय, केन्द्रीय बजट 2010-11 -ब्याज में छूट की योजना - वर्ष 2010-11 में अल्पकालीन फसली ऋण पर ब्याज में 1.5 प्रतिशत की और 2 प्रतिशत अतिरिक्त छूट आपको विदित है कि माननीय वित्त मंत्री ने वर्ष 2010-11के अपने बजट भाषण (पैरा 52) मे निम्नलिखित घोषणा की थी: "मैंने पिछले बज़ट में उन किसानों की, जो अपने अल्पकालीन फसली ऋणों की नि
सित॰ 06, 2010
ऋण सूचना कंपनियों को आंकडे प्रस्तुत करना
आरबीआई/2010-11/191 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.17/07.40.06/2010-11 06 सितम्बर 2010 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय ऋण सूचना कंपनियों को आंकडे प्रस्तुत करना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 दिसम्बर 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.बीसी.44/07.40.06/2009-10 देखें । 2. हम सूचित करते हैं कि ऋण सूचना ब्यूरो (भारत)लि. (वर्तमान ऋण सूचना कंपनी जो जनवरी 2001 से परिचालन में है ) के अलावा भारतीय रिज़र्व बैंक ने ऋण सूचना के व्यवसाय का प्रारंभ करने के लिए&
आरबीआई/2010-11/191 ग्राआऋवि.केंका.आरएफ.बीसी.सं.17/07.40.06/2010-11 06 सितम्बर 2010 सभी राज्य और मध्यवर्ती सहकारी बैंक महोदय ऋण सूचना कंपनियों को आंकडे प्रस्तुत करना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 दिसम्बर 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका.बीसी.44/07.40.06/2009-10 देखें । 2. हम सूचित करते हैं कि ऋण सूचना ब्यूरो (भारत)लि. (वर्तमान ऋण सूचना कंपनी जो जनवरी 2001 से परिचालन में है ) के अलावा भारतीय रिज़र्व बैंक ने ऋण सूचना के व्यवसाय का प्रारंभ करने के लिए&
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: अगस्त 15, 2025