अधिसूचनाएं - वित्तीय बाजार - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
फ़र॰ 16, 2017
वायदा दर करार (एफआरए) और ब्याज दर स्वैप (आइआरएस) – पाक्षिक विवरणी वापस लेना
भारिबैं/2016-17/232 एफएमआरडी.डीआइआरडी.13/14.01.019/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी बाजार प्रतिभागी महोदया/महोदय, वायदा दर करार (एफआरए) और ब्याज दर स्वैप (आइआरएस) – पाक्षिक विवरणी वापस लेना आरबीआई अधिसूचना सं.एमपीडी.बीसी.187/07.01.279/1999-2000 दिनांक 07 जुलाई 1999 की ओर ध्यान आकृष्ट किया जाता है । अधिसूचना के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे एफआरए/ आइआरएस के संबंध में एक पाक्षिक विवरणी मौद्रिक नीति विभाग को प्रस्तुत करें और उसकी प्रतिलिपि आरबीआई के विभिन्न विभागों क
भारिबैं/2016-17/232 एफएमआरडी.डीआइआरडी.13/14.01.019/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी बाजार प्रतिभागी महोदया/महोदय, वायदा दर करार (एफआरए) और ब्याज दर स्वैप (आइआरएस) – पाक्षिक विवरणी वापस लेना आरबीआई अधिसूचना सं.एमपीडी.बीसी.187/07.01.279/1999-2000 दिनांक 07 जुलाई 1999 की ओर ध्यान आकृष्ट किया जाता है । अधिसूचना के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे एफआरए/ आइआरएस के संबंध में एक पाक्षिक विवरणी मौद्रिक नीति विभाग को प्रस्तुत करें और उसकी प्रतिलिपि आरबीआई के विभिन्न विभागों क
फ़र॰ 02, 2017
जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को एक्सचेंज ट्रेडेड करेंसी डेरिवेटिव (इटीसीडी) बाजार में पहुँच प्राप्त करने की अनुमति देना
भारिबैं/2016-17/221 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.30 दिनांक 2 फरवरी 2017 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को एक्सचेंज ट्रेडेड करेंसी डेरिवेटिव (इटीसीडी) बाजार में पहुँच प्राप्त करने की अनुमति देना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय समय पर यथासंशोधित फेमा, 1999 (1999 का42 वाँ अधिनियम) की धारा 47 की उप धारा (2) के खंड (ज) के अंतर्गत जारी विदेशी मुद्रा प्रबंध (व
भारिबैं/2016-17/221 ए.पी.(डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.30 दिनांक 2 फरवरी 2017 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेन देन : अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को एक्सचेंज ट्रेडेड करेंसी डेरिवेटिव (इटीसीडी) बाजार में पहुँच प्राप्त करने की अनुमति देना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय समय पर यथासंशोधित फेमा, 1999 (1999 का42 वाँ अधिनियम) की धारा 47 की उप धारा (2) के खंड (ज) के अंतर्गत जारी विदेशी मुद्रा प्रबंध (व
दिस॰ 29, 2016
भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाना
भारिबैं/2016-17/199 एफएमआरडी.डीआइआरडी.12/14.01.011/2016-17 29 दिसंबर 2016 सभी पात्र बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाना जैसाकि चतुर्थ द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2016-17 में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाये । 2. तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक अधिसूचना सं.एफएमआरडी.डीआइआरडी 11/2016 दिनांक 28 दिसंबर 2016 जारी की है, जिसमें ब्याज दर ऑप्शन्स प्रारंभ करने से संबंधित निदेश के ब्य
भारिबैं/2016-17/199 एफएमआरडी.डीआइआरडी.12/14.01.011/2016-17 29 दिसंबर 2016 सभी पात्र बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाना जैसाकि चतुर्थ द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2016-17 में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि भारत में ब्याज दर ऑप्शन्स आरंभ किया जाये । 2. तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक अधिसूचना सं.एफएमआरडी.डीआइआरडी 11/2016 दिनांक 28 दिसंबर 2016 जारी की है, जिसमें ब्याज दर ऑप्शन्स प्रारंभ करने से संबंधित निदेश के ब्य
दिस॰ 27, 2016
भारत से बाहर के निवसियों द्वारा किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डिबेंचरों से भिन्न प्रतिभूतियों की खरीद एवं बिक्री
भा.रि.बैंक/2016-17/197 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 23 27 दिसम्बर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया / महोदय, भारत से बाहर के निवसियों द्वारा किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डिबेंचरों से भिन्न प्रतिभूतियों की खरीद एवं बिक्री सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या.श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान 03 मई 2000 की अधिसूचना सं॰फेमा 20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित और समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्
भा.रि.बैंक/2016-17/197 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 23 27 दिसम्बर 2016 सभी श्रेणी–I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया / महोदय, भारत से बाहर के निवसियों द्वारा किसी भारतीय कंपनी के शेयरों अथवा परिवर्तनीय डिबेंचरों से भिन्न प्रतिभूतियों की खरीद एवं बिक्री सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (प्रा.व्या.श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान 03 मई 2000 की अधिसूचना सं॰फेमा 20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित और समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्
नव॰ 25, 2016
चलनिधि समायोजन सुविधा - एलएएफ/एमएसएफ के अंतर्गत ऑयल मार्केटिंग कंपनी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया स्पेशल बॉण्ड (ऑयल बॉण्ड) कोलेटरल के रूप में पात्र होना और रिवर्स रिपो की मार्जिन आवश्यकता को हटाना
भारिबैं/2016-2017/156 एफएमओडी.एमएओजी सं.117/01.01.001/2016-17 25 नवंबर, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक और एकल प्राथमिक व्यापारी प्रिय महोदय/महोदया चलनिधि समायोजन सुविधा - एलएएफ/एमएसएफ के अंतर्गत ऑयल मार्केटिंग कंपनी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया स्पेशल बॉण्ड (ऑयल बॉण्ड) कोलेटरल के रूप में पात्र होना और रिवर्स रिपो की मार्जिन आवश्यकता को हटाना कृपया चलनिधि समायोजन सुविधा योजना संबंधी 25 मार्च 2004 का हमारा परिप
भारिबैं/2016-2017/156 एफएमओडी.एमएओजी सं.117/01.01.001/2016-17 25 नवंबर, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक और एकल प्राथमिक व्यापारी प्रिय महोदय/महोदया चलनिधि समायोजन सुविधा - एलएएफ/एमएसएफ के अंतर्गत ऑयल मार्केटिंग कंपनी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया स्पेशल बॉण्ड (ऑयल बॉण्ड) कोलेटरल के रूप में पात्र होना और रिवर्स रिपो की मार्जिन आवश्यकता को हटाना कृपया चलनिधि समायोजन सुविधा योजना संबंधी 25 मार्च 2004 का हमारा परिप
नव॰ 17, 2016
विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में निवेश
भारिबैं/2016-17/138 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.19 17 नवंबर 2016 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी दिनांक 3 मई 2000 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गमन) विनियम 2000 की अनुसूची 5 के पैराग्राफ
भारिबैं/2016-17/138 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.19 17 नवंबर 2016 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी संविभाग निवेशकों (एफपीआइ) द्वारा कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी श्रेणी-।) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी दिनांक 3 मई 2000 द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत के बाहर निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गमन) विनियम 2000 की अनुसूची 5 के पैराग्राफ
नव॰ 10, 2016
भारतीय रिज़र्व बैंक के साथ रेपो / रिवर्स रेपो का संव्यवहार
आरबीआई/2016-17/117 एफ़एमओडी.एमएओजी.सं.116/01.01.001/2016-17 10 नवंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक और एकल (Standalone) प्राथमिक व्यापारी प्रिय महोदय/महोदया भारतीय रिज़र्व बैंक के साथ रेपो / रिवर्स रेपो का संव्यवहार कृपया उपर्युक्त विषय पर 19 मई 2016 के परिपत्र संख्या एफ़एमआरडी.डीआईआरडी.10/14.03.002/2015-16 का संदर्भ लें। 2. इस संबंध में यह निर्णय लिया गया है कि 26 नवंबर 2016 से आरबीआई रेपो (एमएसएफ सहित) और
आरबीआई/2016-17/117 एफ़एमओडी.एमएओजी.सं.116/01.01.001/2016-17 10 नवंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक और एकल (Standalone) प्राथमिक व्यापारी प्रिय महोदय/महोदया भारतीय रिज़र्व बैंक के साथ रेपो / रिवर्स रेपो का संव्यवहार कृपया उपर्युक्त विषय पर 19 मई 2016 के परिपत्र संख्या एफ़एमआरडी.डीआईआरडी.10/14.03.002/2015-16 का संदर्भ लें। 2. इस संबंध में यह निर्णय लिया गया है कि 26 नवंबर 2016 से आरबीआई रेपो (एमएसएफ सहित) और
अक्तू॰ 28, 2016
मुद्रा बाजार फ्यूचर्स
भारिबैं/2016-17/104 एफएमआरडी.डीआइआरडी.10/14.03.01/2016-17 28 अक्तूबर 2016 सभी बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, मुद्रा बाजार फ्यूचर्स जैसाकि प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2016-17, में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि ब्याज दर फ्यूचर्स को आरंभ किया जाये, जो रुपया में मूल्यवर्गित किसी मुद्रा बाजार ब्याज दर या सेबी द्वारा प्राधिकृत स्टॉक एक्सचेंजों में मुद्रा बाजार लिखत पर आधारित हो ।2. इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 28 अक्तूबर 2016 को एक अ
भारिबैं/2016-17/104 एफएमआरडी.डीआइआरडी.10/14.03.01/2016-17 28 अक्तूबर 2016 सभी बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, मुद्रा बाजार फ्यूचर्स जैसाकि प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2016-17, में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि ब्याज दर फ्यूचर्स को आरंभ किया जाये, जो रुपया में मूल्यवर्गित किसी मुद्रा बाजार ब्याज दर या सेबी द्वारा प्राधिकृत स्टॉक एक्सचेंजों में मुद्रा बाजार लिखत पर आधारित हो ।2. इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 28 अक्तूबर 2016 को एक अ
अक्तू॰ 20, 2016
एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म पर सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों की सहभागिता
भारिबैं/2016-17/86 एफएमआरडी.डीआइआरडी.08/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया, एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म पर सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों की सहभागिता भारतीय रिज़र्व बैंक के परिपत्र एफएमआरडी.डीआइआरडी. 06/14.03.007/2014-15 दिनांक 20 मार्च 2015 के अनुसार एफपीआइ को इस समय सरकारी प्रतिभूतियों में ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार में T+2 निपटान के साथ लेन देन करने की अनुमति है । 2. जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के ल
भारिबैं/2016-17/86 एफएमआरडी.डीआइआरडी.08/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया, एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म पर सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संविभाग निवेशकों की सहभागिता भारतीय रिज़र्व बैंक के परिपत्र एफएमआरडी.डीआइआरडी. 06/14.03.007/2014-15 दिनांक 20 मार्च 2015 के अनुसार एफपीआइ को इस समय सरकारी प्रतिभूतियों में ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार में T+2 निपटान के साथ लेन देन करने की अनुमति है । 2. जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के ल
अक्तू॰ 20, 2016
एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल – गिल्ट खाताधारकों (जीएएच) तक पहुँच
भारिबैं/2016-17/87 एफएमआरडी.डीआइआरडी.07/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल – गिल्ट खाताधारकों (जीएएच) तक पहुँच जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के लिए प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य (पैराग्राफ 36) में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि प्राथमिक सदस्यों (पीएम) के लिए यह बाध्यकर बना दिया जाये कि वे अपने घटक गिल्ट खाताधारकों (व्यक्तियों को छोड़ कर) को समर्थक बाजार में सरकारी प्रतिभूतिय
भारिबैं/2016-17/87 एफएमआरडी.डीआइआरडी.07/14.03.007/2016-17 20 अक्तूबर 2016 सभी एसजीएल/सीएसजीएल खाताधारक प्रिय महोदय/महोदया एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल – गिल्ट खाताधारकों (जीएएच) तक पहुँच जैसाकि 5 अप्रैल 2016 को वर्ष 2016-17 के लिए प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य (पैराग्राफ 36) में घोषणा की गयी थी, यह निर्णय लिया गया है कि प्राथमिक सदस्यों (पीएम) के लिए यह बाध्यकर बना दिया जाये कि वे अपने घटक गिल्ट खाताधारकों (व्यक्तियों को छोड़ कर) को समर्थक बाजार में सरकारी प्रतिभूतिय
अक्तू॰ 04, 2016
चलनिधि समायोजन सुविधा – रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें
भारिबैं/2016-17/76 एफ़एमओडी.एमएओजी. सं. 114/01.01.001/2016-17 4 अक्तूबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर),अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक तथाएकल प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा – रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें चौथी द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपों दर को तत्काल प्रभाव से 6.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.25 प्रतिशत तक करने का नि
भारिबैं/2016-17/76 एफ़एमओडी.एमएओजी. सं. 114/01.01.001/2016-17 4 अक्तूबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर),अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक तथाएकल प्राथमिक व्यापारी महोदया/महोदय चलनिधि समायोजन सुविधा – रेपो तथा रिवर्स रेपो दरें चौथी द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपों दर को तत्काल प्रभाव से 6.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.25 प्रतिशत तक करने का नि
अक्तू॰ 04, 2016
सीमांत स्थायी सुविधा
भारिबैं/2016-17/77 एफ़एमओडी.एमएओजी. सं. 115/01.01.001/2016-17 4 अक्तूबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय सीमांत स्थायी सुविधा चौथी द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 6.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.25 प्रतिशत तक करने का निर्णय लिया है। रेपो दर में हुए परिवर्तन के परिणामस्वरूप, सीमांत स्थायी सुविधा (एमए
भारिबैं/2016-17/77 एफ़एमओडी.एमएओजी. सं. 115/01.01.001/2016-17 4 अक्तूबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय सीमांत स्थायी सुविधा चौथी द्वैमासिक मौद्रिक नीति के आज के वक्तव्य के अनुसार मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ़) के अंतर्गत रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 6.50 प्रतिशत से 25 आधार अंक कम करके 6.25 प्रतिशत तक करने का निर्णय लिया है। रेपो दर में हुए परिवर्तन के परिणामस्वरूप, सीमांत स्थायी सुविधा (एमए
सित॰ 30, 2016
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI’s) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश
भा.रि.बैंक/2016-17/72 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.04 30 सितंबर 2016 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी–I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI’s) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं॰ फेमा 20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 अनुसूची-5 की ओर आकृष्ट किया जाता है। विदे
भा.रि.बैंक/2016-17/72 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.04 30 सितंबर 2016 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी–I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI’s) द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित अधिसूचना सं॰ फेमा 20/2000-आरबी के मार्फत अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 अनुसूची-5 की ओर आकृष्ट किया जाता है। विदे
अग॰ 25, 2016
नीलामी परिणाम का प्रसारण और निश्चित समय पर आवंटन
भारिबैंक/2016-17/51 आंऋप्रवि/435/08.01.001/2016-17 25 अगस्त 2016 बाज़ार के सभी प्रतिभागी महोदया/ महोदय, नीलामी परिणाम का प्रसारण और निश्चित समय पर आवंटन भारत सरकार और राज्य सरकारों के बाज़ार उधार कार्यक्रम के भाग के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा भारत सरकार के दिनांकित प्रतिभूतियों, ट्रेजरी बिलों तथा राज्य विकास ऋणों के लिए नीलामी आयोजित की जाती है। इसके उपरांत नीलामी के परिणाम को पब्लिक डोमेन में डाला जाता है। 2. इस संदर्भ में यह निर्णय लिया गया है कि नीलामी परिणाम
भारिबैंक/2016-17/51 आंऋप्रवि/435/08.01.001/2016-17 25 अगस्त 2016 बाज़ार के सभी प्रतिभागी महोदया/ महोदय, नीलामी परिणाम का प्रसारण और निश्चित समय पर आवंटन भारत सरकार और राज्य सरकारों के बाज़ार उधार कार्यक्रम के भाग के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा भारत सरकार के दिनांकित प्रतिभूतियों, ट्रेजरी बिलों तथा राज्य विकास ऋणों के लिए नीलामी आयोजित की जाती है। इसके उपरांत नीलामी के परिणाम को पब्लिक डोमेन में डाला जाता है। 2. इस संदर्भ में यह निर्णय लिया गया है कि नीलामी परिणाम
अग॰ 25, 2016
सरकारी प्रतिभूति बाजार में बाजार रेपो लेन देन
भारिबैं/2016-17/49 एफएमआरडी.डीआइआरडी.6/14.03.002/2016-17 25 अगस्त 2016 सभी बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, सरकारी प्रतिभूति बाजार में बाजार रेपो लेन देन कृपया आप चतुर्थ द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2015-16 दिनांक 29 सितंबर 2015 का पैराग्राफ 34 देखे, जिसमें कहा गया था कि रिज़र्व बैंक रेपो लेन देनों पर लगाये गये प्रतिबंधो की समीक्षा करेगा, विशेष रूप से रेपो बाजार में गिल्ट खाता धारकों की सहभागिता के संबंध में । 2. तदनुसार, इस संबंध में1 भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा
भारिबैं/2016-17/49 एफएमआरडी.डीआइआरडी.6/14.03.002/2016-17 25 अगस्त 2016 सभी बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, सरकारी प्रतिभूति बाजार में बाजार रेपो लेन देन कृपया आप चतुर्थ द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2015-16 दिनांक 29 सितंबर 2015 का पैराग्राफ 34 देखे, जिसमें कहा गया था कि रिज़र्व बैंक रेपो लेन देनों पर लगाये गये प्रतिबंधो की समीक्षा करेगा, विशेष रूप से रेपो बाजार में गिल्ट खाता धारकों की सहभागिता के संबंध में । 2. तदनुसार, इस संबंध में1 भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा
अग॰ 25, 2016
कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में रेपो/रिवर्स रेपो
भारिबैं/2016-17/48 एफएमआरडी.डीआइआरडी.5/14.01.009/2016-17 25 अगस्त 2016 सभी बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में रेपो/रिवर्स रेपो हमारे परिपत्र एफएमआरडी.डीआइआरडी.04/14.03.002/2014-15 दिनांक 3 फरवरी 2015 की ओर ध्यान आकृष्ट किया जाता है, जिसके साथ कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में रेपो (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2015 संलग्न किया गया था । 2. अब यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) में पंजीकृत और कारपोरेट बांड बाजार में मार्केट
भारिबैं/2016-17/48 एफएमआरडी.डीआइआरडी.5/14.01.009/2016-17 25 अगस्त 2016 सभी बाजार प्रतिभागी प्रिय महोदय/महोदया, कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में रेपो/रिवर्स रेपो हमारे परिपत्र एफएमआरडी.डीआइआरडी.04/14.03.002/2014-15 दिनांक 3 फरवरी 2015 की ओर ध्यान आकृष्ट किया जाता है, जिसके साथ कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में रेपो (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2015 संलग्न किया गया था । 2. अब यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) में पंजीकृत और कारपोरेट बांड बाजार में मार्केट
जुल॰ 28, 2016
डिमैट खाता धारकों द्वारा सरकारी प्रतिभूति बाजार में सहभागिता : एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म तक पहुँच
भारिबैं/2016-17/30 एफएमआरडी.डीआइआरडी.3/14.03.07/2016-17 28 जुलाई 2016 सभी पात्र बाजार प्रतिभागी डिमैट खाता धारकों द्वारा सरकारी प्रतिभूति बाजार में सहभागिता : एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म तक पहुँच जैसाकि प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2015-16 में घोषणा की गयी थी, सभी पणधारियों के प्रतिनिधित्व वाला एक कार्यान्वयन ग्रुप प्रतिभूतियों को सब्सिडियरी जनरल लेजर (एसजीएल) रूप से डिमैट रूप में और डिमैट रूप से एसजीएल रूप में निर्बाध संचलन को समर्थ बनाने के लिए विनिर्दिष्ट उपायों
भारिबैं/2016-17/30 एफएमआरडी.डीआइआरडी.3/14.03.07/2016-17 28 जुलाई 2016 सभी पात्र बाजार प्रतिभागी डिमैट खाता धारकों द्वारा सरकारी प्रतिभूति बाजार में सहभागिता : एनडीएस-ओएम प्लैटफार्म तक पहुँच जैसाकि प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2015-16 में घोषणा की गयी थी, सभी पणधारियों के प्रतिनिधित्व वाला एक कार्यान्वयन ग्रुप प्रतिभूतियों को सब्सिडियरी जनरल लेजर (एसजीएल) रूप से डिमैट रूप में और डिमैट रूप से एसजीएल रूप में निर्बाध संचलन को समर्थ बनाने के लिए विनिर्दिष्ट उपायों
जून 23, 2016
भारतीय निवासियों द्वारा संविदागत एक्सपोजरों पर ऑपशन्स लेखन की अनुमति देना
भारिबैं/2015-16/431 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.78 23 जून 2016 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारतीय निवासियों द्वारा संविदागत एक्सपोजरों पर ऑपशन्स लेखन की अनुमति देना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी कैट-।) बैंकों का ध्यान समय समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएँ) विनियम, 2000 दिनांक 3 मई 2000 (अधिसूचना सं. फेमा/25/आरबी-2000 दिनांक 3 मई 2000) और समय समय पर यथा संशोधित ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 32 दिन
भारिबैं/2015-16/431 ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं.78 23 जून 2016 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारतीय निवासियों द्वारा संविदागत एक्सपोजरों पर ऑपशन्स लेखन की अनुमति देना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। (एडी कैट-।) बैंकों का ध्यान समय समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएँ) विनियम, 2000 दिनांक 3 मई 2000 (अधिसूचना सं. फेमा/25/आरबी-2000 दिनांक 3 मई 2000) और समय समय पर यथा संशोधित ए.पी. (डीआइआर सीरीज) परिपत्र सं. 32 दिन
मई 19, 2016
आरबीआई के साथ रेपो/रिवर्स रेपो लेन देन
भारिबैं/2015-2016/403 एफएमआरडी.डीआइआरडी.10/14.03.002/2015-16 19 मई 2016 आरबीआई द्वारा विनियमित सभी पात्र प्रतिष्ठान प्रिय महोदय, आरबीआई के साथ रेपो/रिवर्स रेपो लेन देन कृपया आप बाजार रेपो के अंतर्गत रेपो/रिवर्स रेपो लेन देनों के लेखांकन के संबंध में हमारा परिपत्र सं. आइडीएमडी/435/11.08.43/2009-10 दिनांक 23 मार्च 2010 देखें । जैसाकि उसमें उल्लेख किया गया था, ये लेखांकन मानदंड चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत आरबीआई के साथ किये गये रेपो/रिवर्स रेपो लेन देनों पर
भारिबैं/2015-2016/403 एफएमआरडी.डीआइआरडी.10/14.03.002/2015-16 19 मई 2016 आरबीआई द्वारा विनियमित सभी पात्र प्रतिष्ठान प्रिय महोदय, आरबीआई के साथ रेपो/रिवर्स रेपो लेन देन कृपया आप बाजार रेपो के अंतर्गत रेपो/रिवर्स रेपो लेन देनों के लेखांकन के संबंध में हमारा परिपत्र सं. आइडीएमडी/435/11.08.43/2009-10 दिनांक 23 मार्च 2010 देखें । जैसाकि उसमें उल्लेख किया गया था, ये लेखांकन मानदंड चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत आरबीआई के साथ किये गये रेपो/रिवर्स रेपो लेन देनों पर
मई 05, 2016
विनियमित संस्थागत प्रतिष्ठानों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक प्लैटफार्म पर डेरिवेटिवों का लेन देन
भारिबैं/2015-16/392 एफएमआरडी.डीआइआरडी.9/14.03.01/2015-16 5 मई 2016 सभी बाजार प्रतिभागी महोदया/महोदय, विनियमित संस्थागत प्रतिष्ठानों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक प्लैटफार्म पर डेरिवेटिवों का लेन देन दिनांक 5 अप्रैल 2016 को घोषित प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य के पैरा 37 की ओर ध्यान आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार यह प्रस्ताव किया गया था कि ओटीसी डेरिवेटिवों के संबंध में वर्तमान दिशा-निर्देशों की समीक्षा की जाये, ताकि इलेक्ट्रॉनिक प्लैटफार्मों के माध्यम से ओटीसी डेरिवेटि
भारिबैं/2015-16/392 एफएमआरडी.डीआइआरडी.9/14.03.01/2015-16 5 मई 2016 सभी बाजार प्रतिभागी महोदया/महोदय, विनियमित संस्थागत प्रतिष्ठानों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक प्लैटफार्म पर डेरिवेटिवों का लेन देन दिनांक 5 अप्रैल 2016 को घोषित प्रथम द्वैमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य के पैरा 37 की ओर ध्यान आकृष्ट किया जाता है, जिसके अनुसार यह प्रस्ताव किया गया था कि ओटीसी डेरिवेटिवों के संबंध में वर्तमान दिशा-निर्देशों की समीक्षा की जाये, ताकि इलेक्ट्रॉनिक प्लैटफार्मों के माध्यम से ओटीसी डेरिवेटि
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 09, 2025