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जून 05, 2014
बैंककारी विधि (संशोधन) अधिनियम 2012 – बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 (सहकारी समितियों पर यथा लागू) की धारा 18 और 24 में संशोधन – गैर-अनुसूचित राज्य सहकारी बैंकों और केंद्रीय सहकारी बैंकों के लिए आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) तथा राज्य सहकारी बैंकों और केंद्रीय सहकारी बैंकों के लिए सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना
भारिबैं/2013-14/631 ग्राआऋवि.आरसीबी.बीसी.सं. 110/07.51.020/2013-14 जून 5, 2014 सभी राज्‍य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय/महोदया बैंककारी विधि (संशोधन) अधिनियम 2012 – बैं‍क‍कारी विनियमन अधिनियम, 1949 (सहकारी समितियों पर यथा लागू) की धारा 18 और 24 में संशोधन – गैर-अनुसूचितराज्‍य सहकारी बैंकों और केंद्रीय सहकारी बैंकों के लिए आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) तथा राज्‍य सहकारी बैंकों और केंद्रीय सहकारी बैंकों के लिए सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना भारतीय रिज़र्व
भारिबैं/2013-14/631 ग्राआऋवि.आरसीबी.बीसी.सं. 110/07.51.020/2013-14 जून 5, 2014 सभी राज्‍य और केंद्रीय सहकारी बैंक महोदय/महोदया बैंककारी विधि (संशोधन) अधिनियम 2012 – बैं‍क‍कारी विनियमन अधिनियम, 1949 (सहकारी समितियों पर यथा लागू) की धारा 18 और 24 में संशोधन – गैर-अनुसूचितराज्‍य सहकारी बैंकों और केंद्रीय सहकारी बैंकों के लिए आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) तथा राज्‍य सहकारी बैंकों और केंद्रीय सहकारी बैंकों के लिए सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना भारतीय रिज़र्व
जून 04, 2014
बैंककारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 24- सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना
आरबीआई/2013-14/626ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.106/03.05.33/2013-14 4 जून 2014 अध्‍यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय / महोदया, बैंककारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 24- सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 अगस्‍त 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.बीसी.सं.22/03.05.28(बी)/2012-13 देखें । 2. भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा दिनांक 3 जून 2014 को दूसरे द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्‍तव्‍य, 2014-15 में की गई घोषणा के अनुसार यह नि
आरबीआई/2013-14/626ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.106/03.05.33/2013-14 4 जून 2014 अध्‍यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय / महोदया, बैंककारी विनियमन अधिनियम,1949 की धारा 24- सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 अगस्‍त 2012 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि. केंका. आरआरबी.बीसी.सं.22/03.05.28(बी)/2012-13 देखें । 2. भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा दिनांक 3 जून 2014 को दूसरे द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्‍तव्‍य, 2014-15 में की गई घोषणा के अनुसार यह नि
जून 03, 2014
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना
आरबीआई/2013-14/622 बैंपविवि. आरईटी. बीसी.117/12.02.001/2013-14 03 जून 2014 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक तथा स्थानीय क्षेत्र के बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 -सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 31 जुलाई 2012 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 33/12.02.001/2012-13 तथा 28 सितंबर 2012 का परिपत्र बैंपविवि. आरईटी. बीसी. 48/ 12.02.001/2012-13 देखें । 2. जैसा कि 03 जून 201
आरबीआई/2013-14/622 बैंपविवि. आरईटी. बीसी.117/12.02.001/2013-14 03 जून 2014 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक तथा स्थानीय क्षेत्र के बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 -सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 31 जुलाई 2012 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 33/12.02.001/2012-13 तथा 28 सितंबर 2012 का परिपत्र बैंपविवि. आरईटी. बीसी. 48/ 12.02.001/2012-13 देखें । 2. जैसा कि 03 जून 201
जून 03, 2014
निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधाएं
आरबीआई/2013-14/62113 ज्येष्ठ 1936 (शक) संदर्भ सं.एमपीडी.बीसी.372/07.01.279/2013-14 03 जून 2014 प्रति सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] प्रिय महोदय/ महोदया, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधाएं कृपया 18 जून 2012 का हमारा परिपत्र सं.एमपीडी.355/07.01.279/2011-12 देखें जिसमें अनुसूचित बैंकों (आरआरबी को छोड़कर) के लिए निर्यात ऋण पुनर्वित्त (ईसीआर) सुविधा की पात्र सीमा को पुनर्वित्त के उद्देश्य से दूसरे पूर्ववर्ती पखवाड़े के अंत में पात्र बकाया रुपया
आरबीआई/2013-14/62113 ज्येष्ठ 1936 (शक) संदर्भ सं.एमपीडी.बीसी.372/07.01.279/2013-14 03 जून 2014 प्रति सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] प्रिय महोदय/ महोदया, निर्यात ऋण पुनर्वित्त सुविधाएं कृपया 18 जून 2012 का हमारा परिपत्र सं.एमपीडी.355/07.01.279/2011-12 देखें जिसमें अनुसूचित बैंकों (आरआरबी को छोड़कर) के लिए निर्यात ऋण पुनर्वित्त (ईसीआर) सुविधा की पात्र सीमा को पुनर्वित्त के उद्देश्य से दूसरे पूर्ववर्ती पखवाड़े के अंत में पात्र बकाया रुपया
जून 03, 2014
Capital and Provisioning Requirements for Exposures to entities with Unhedged Foreign Currency Exposure-Clarifications
RBI/2013-14/620 DBOD.No.BP.BC.116/21.06.200/2013-14 June 3, 2014 The Chairman and Managing Director/ Chief Executive Officer All Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs and LABs) Dear Sir, Capital and Provisioning Requirements for Exposures to entities with Unhedged Foreign Currency Exposure-Clarifications Please refer to our circular DBOD.No. BP.BC. 85/21.06.200/2013-14 dated January 15, 2014 detailing guidelines on capital and provisioning requirements for exposu
RBI/2013-14/620 DBOD.No.BP.BC.116/21.06.200/2013-14 June 3, 2014 The Chairman and Managing Director/ Chief Executive Officer All Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs and LABs) Dear Sir, Capital and Provisioning Requirements for Exposures to entities with Unhedged Foreign Currency Exposure-Clarifications Please refer to our circular DBOD.No. BP.BC. 85/21.06.200/2013-14 dated January 15, 2014 detailing guidelines on capital and provisioning requirements for exposu
मई 30, 2014
आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 36(1)(viii) के अधीन सृजित विशेष रिज़र्व पर आस्थगित कर देयता – शहरी सहकारी बैंक
भारिबैं/2013-14/619 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) परि. सं.67/09.50.001/2013-14 30 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/ महोदय आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 36(1)(viii) के अधीन सृजित विशेष रिज़र्व पर आस्थगित कर देयता – शहरी सहकारी बैंक यह ध्यान में आया है कि कुछ बैंक उनके द्वारा भविष्य में इस प्रकार के रिज़र्व से आहरण अभिप्रेत न होने के आधार बताते हुए लेखांकन मानक 22: 'आय पर कर के लिए लेखांकन' (एएस 22) के अनुसार विशेष रिज़र्व पर आस्थगित कर देयता क
भारिबैं/2013-14/619 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) परि. सं.67/09.50.001/2013-14 30 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/ महोदय आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 36(1)(viii) के अधीन सृजित विशेष रिज़र्व पर आस्थगित कर देयता – शहरी सहकारी बैंक यह ध्यान में आया है कि कुछ बैंक उनके द्वारा भविष्य में इस प्रकार के रिज़र्व से आहरण अभिप्रेत न होने के आधार बताते हुए लेखांकन मानक 22: 'आय पर कर के लिए लेखांकन' (एएस 22) के अनुसार विशेष रिज़र्व पर आस्थगित कर देयता क
मई 28, 2014
सार्वजनिक (सरकारी) क्षेत्र के उद्यमों के लिए उधार
भारिबैं/2013-14/615 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) परि. सं.66/13.05.000/2013-14 28 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/ महोदय सार्वजनिक (सरकारी) क्षेत्र के उद्यमों के लिए उधार यह ध्यान में आया है कि कुछ शहरी सहकारी बैंकों ने सार्वजनिक क्षेत्र (सरकारी) के उद्यमों को नाम मात्र सदस्य के रूप में या अन्यथा स्वीकार करते हुए उन्हें उच्च मूल्य के लोन मंजूर किए है। 2. जैसाकि आपको ज्ञात है, शहरी सहकारी बैंकों का उद्देश्य सहकारिता के सिद्धातों को आगे
भारिबैं/2013-14/615 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) परि. सं.66/13.05.000/2013-14 28 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/ महोदय सार्वजनिक (सरकारी) क्षेत्र के उद्यमों के लिए उधार यह ध्यान में आया है कि कुछ शहरी सहकारी बैंकों ने सार्वजनिक क्षेत्र (सरकारी) के उद्यमों को नाम मात्र सदस्य के रूप में या अन्यथा स्वीकार करते हुए उन्हें उच्च मूल्य के लोन मंजूर किए है। 2. जैसाकि आपको ज्ञात है, शहरी सहकारी बैंकों का उद्देश्य सहकारिता के सिद्धातों को आगे
मई 28, 2014
नये राज्‍य तेलंगाना का बनाया जाना – एसएलबीसी संयोजक के दायित्‍व का आबंटन
आरबीआई/2013-14/617 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.सं.13027/02.01.001/2013-14 28 मई 2014 अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सभी एसएलबीसी संयोजक बैंक महोदय/महोदया, नये राज्‍य तेलंगाना का बनाया जाना – एसएलबीसी संयोजक के दायित्‍व का आबंटन 1 मार्च 2014 के भारत के राजपत्र 2014 की अधिसूचना सं. 6 के अनुसार देश के 29वें राज्‍य अर्थात तेलंगाना को बनाया गया है और नियत तारीख 2 जून 2014 निश्चित की गयी है। 2. यह निर्णय किया गया है कि स्‍टेट बैंक ऑफ हैदराबाद को तेलंगाना राज्‍य के एसएलबीसी संयोजक का
आरबीआई/2013-14/617 ग्राआऋवि.केंका.एलबीएस.सं.13027/02.01.001/2013-14 28 मई 2014 अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सभी एसएलबीसी संयोजक बैंक महोदय/महोदया, नये राज्‍य तेलंगाना का बनाया जाना – एसएलबीसी संयोजक के दायित्‍व का आबंटन 1 मार्च 2014 के भारत के राजपत्र 2014 की अधिसूचना सं. 6 के अनुसार देश के 29वें राज्‍य अर्थात तेलंगाना को बनाया गया है और नियत तारीख 2 जून 2014 निश्चित की गयी है। 2. यह निर्णय किया गया है कि स्‍टेट बैंक ऑफ हैदराबाद को तेलंगाना राज्‍य के एसएलबीसी संयोजक का
मई 27, 2014
विकलांग व्यक्तियों की बैंक की शाखाओं/एटीएम तक पहुंच सुगम बनाने की आवश्यकता
आरबीआई/2013-14/608 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 103/03.05.33/2013-14 27 मई 2014 अध्यक्ष क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया विकलांग व्यक्तियों की बैंक की शाखाओं/एटीएमतक पहुंच सुगम बनाने की आवश्यकता कृपया उपर्युक्त विषय पर 21 अप्रैल 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 97/03.05.90-ए/2008-09 देखें, जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को अन्य बातों के साथ-साथ यह सूचित किया गया था कि वे सभी विद्यमान और भविष्य में खुलने वाले एटीएम में चल सीढ़ी (रैम्प) उप
आरबीआई/2013-14/608 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी. 103/03.05.33/2013-14 27 मई 2014 अध्यक्ष क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया विकलांग व्यक्तियों की बैंक की शाखाओं/एटीएमतक पहुंच सुगम बनाने की आवश्यकता कृपया उपर्युक्त विषय पर 21 अप्रैल 2009 का हमारा परिपत्र ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं. 97/03.05.90-ए/2008-09 देखें, जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को अन्य बातों के साथ-साथ यह सूचित किया गया था कि वे सभी विद्यमान और भविष्य में खुलने वाले एटीएम में चल सीढ़ी (रैम्प) उप
मई 27, 2014
अपरिचालित खातों में न्‍यूनतम शेष नहीं बनाए रखने पर दंडात्‍मक प्रभार लगाना
आरबीआई/2013-14/611 ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी.सं.105/03.05.33/2013-14 27 मई 2014 अध्‍यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदया / महोदय, अपरिचालित खातों में न्‍यूनतम शेष नहीं बनाए रखने पर दंडात्‍मक प्रभार लगाना कृपया 01 अप्रैल 2014 को घोषित प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्‍तव्‍य, 2014-15 का भाग 'ख' देखें जिसमें ग्राहक सुरक्षा के लिए कतिपय उपायों का प्रस्‍ताव किया गया है, जैसे किसी अपरिचालित खाते में न्‍यूनतम शेष नहीं बनाए रखने के लिए दंडात्‍मक प्रभार नहीं लगाया जाना चाहिए। 2. इ
आरबीआई/2013-14/611 ग्राआऋवि.आरआरबी.बीसी.सं.105/03.05.33/2013-14 27 मई 2014 अध्‍यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदया / महोदय, अपरिचालित खातों में न्‍यूनतम शेष नहीं बनाए रखने पर दंडात्‍मक प्रभार लगाना कृपया 01 अप्रैल 2014 को घोषित प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्‍तव्‍य, 2014-15 का भाग 'ख' देखें जिसमें ग्राहक सुरक्षा के लिए कतिपय उपायों का प्रस्‍ताव किया गया है, जैसे किसी अपरिचालित खाते में न्‍यूनतम शेष नहीं बनाए रखने के लिए दंडात्‍मक प्रभार नहीं लगाया जाना चाहिए। 2. इ

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: नवंबर 06, 2024

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