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मई 21, 2014
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल करना – भारतीय महिला बैंक लिमिटेड
आरबीआई/2013-2014/599 संदर्भः बैंपविवि. सं.आरईटी. बीसी.112/12.07.138/2013-14 21 मई 2014 सभी अनूसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची मेंशामिल करना – भारतीय महिला बैंक लिमिटेड हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "भारतीय महिला बैंक लिमिटेड" का नाम दिनांक 12 अप्रैल 2014 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 25 मार्च 2014 की अधिसूचना बैंपविवि. बीपी. सं. 15936/21.07.002/2013-14 के द्वा
आरबीआई/2013-2014/599 संदर्भः बैंपविवि. सं.आरईटी. बीसी.112/12.07.138/2013-14 21 मई 2014 सभी अनूसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची मेंशामिल करना – भारतीय महिला बैंक लिमिटेड हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में "भारतीय महिला बैंक लिमिटेड" का नाम दिनांक 12 अप्रैल 2014 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 25 मार्च 2014 की अधिसूचना बैंपविवि. बीपी. सं. 15936/21.07.002/2013-14 के द्वा
मई 21, 2014
विकलांग व्‍यक्तियों की बैंक की शाखाओं/एटीएम तक पहुंच सुगम बनाने की आवश्‍यकता
आरबीआई/2013-14/598 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 113/09.07.005/2013-14 21 मई 2014 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया विकलांग व्‍यक्तियों की बैंक की शाखाओं/एटीएमतक पहुंच सुगम बनाने की आवश्‍यकता कृपया उपर्युक्‍त विषय पर 13 अप्रैल 2009 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी.123/09.07.005/2008-09 देखें, जिसमें बैंकों को अन्‍य बातों के साथ-साथ यह सूचित किया गया था कि वे सभी विद्यमान और भविष्य में खुलने वाले एटीएम में चल सीढ़ी (रैम
आरबीआई/2013-14/598 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 113/09.07.005/2013-14 21 मई 2014 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया विकलांग व्‍यक्तियों की बैंक की शाखाओं/एटीएमतक पहुंच सुगम बनाने की आवश्‍यकता कृपया उपर्युक्‍त विषय पर 13 अप्रैल 2009 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी.123/09.07.005/2008-09 देखें, जिसमें बैंकों को अन्‍य बातों के साथ-साथ यह सूचित किया गया था कि वे सभी विद्यमान और भविष्य में खुलने वाले एटीएम में चल सीढ़ी (रैम
मई 16, 2014
प्राधिकृत एजंसियों के साथ साझेदारी में अपने ग्राहकों को पैन सेवा प्रदान करने के लिए पैन सेवा एजेंट (पीएसए) के रूप में शहरी सहकारी बैंकों द्वारा कार्य किया जाना
भारिबैं/2013-14/593 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) परि. सं.63/13.05.000/2013-14 16 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/महोदय, प्राधिकृत एजंसियों के साथ साझेदारी में अपने ग्राहकों को पैन सेवा प्रदान करने के लिए पैन सेवा एजेंट (पीएसए) के रूप में शहरी सहकारी बैंकों द्वारा कार्य किया जाना कृपया 14 नवंबर 2013 का परिपत्र सं. शबैं‍वि‍.बीपीडी(पीसीबी)परि.सं.38/13.05.000/2013-14 देखें जिसमें 1 अक्तूबर 2013 के परिपत्र शबैं‍वि‍.केंका.एलएस.परि.सं.24/07.
भारिबैं/2013-14/593 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) परि. सं.63/13.05.000/2013-14 16 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/महोदय, प्राधिकृत एजंसियों के साथ साझेदारी में अपने ग्राहकों को पैन सेवा प्रदान करने के लिए पैन सेवा एजेंट (पीएसए) के रूप में शहरी सहकारी बैंकों द्वारा कार्य किया जाना कृपया 14 नवंबर 2013 का परिपत्र सं. शबैं‍वि‍.बीपीडी(पीसीबी)परि.सं.38/13.05.000/2013-14 देखें जिसमें 1 अक्तूबर 2013 के परिपत्र शबैं‍वि‍.केंका.एलएस.परि.सं.24/07.
मई 15, 2014
अपरिचालित खातों में न्‍यूनतम शेष नहीं बनाए रखने पर दंडात्‍मक प्रभार लगाना
भारिबैं/2013-14/592 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) परि. सं. 62/13.03.000/2013-14 15 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारीसभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/ महोदय, अपरिचालित खातों में न्‍यूनतम शेष नहीं बनाए रखने पर दंडात्‍मक प्रभार लगाना कृपया 01 अप्रैल 2014 को घोषित प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्‍तव्‍य, 2014-15 का भाग 'ख' देखें जिसमें ग्राहक सुरक्षा के लिए कतिपय उपायों का प्रस्‍ताव किया गया है, जैसे किसी अपरिचालित खाते में न्‍यूनतम शेष नहीं बनाए रखने के लिए दंडात्‍मक प्रभार
भारिबैं/2013-14/592 शबैंवि.बीपीडी (पीसीबी) परि. सं. 62/13.03.000/2013-14 15 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारीसभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/ महोदय, अपरिचालित खातों में न्‍यूनतम शेष नहीं बनाए रखने पर दंडात्‍मक प्रभार लगाना कृपया 01 अप्रैल 2014 को घोषित प्रथम द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्‍तव्‍य, 2014-15 का भाग 'ख' देखें जिसमें ग्राहक सुरक्षा के लिए कतिपय उपायों का प्रस्‍ताव किया गया है, जैसे किसी अपरिचालित खाते में न्‍यूनतम शेष नहीं बनाए रखने के लिए दंडात्‍मक प्रभार
मई 15, 2014
प्राथमिकताप्राप्‍त क्षेत्र के अंतर्गत आरआइडीएफ एवं कतिपय अन्‍य निधियों की गणना
भारिबैं/2013-14/591ग्राआऋवि.केका.प्‍लान.बीसी.सं.101/04.09.01/2013-14 15 मई 2014 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी [ सभी अनुसूचित वाणिज्‍य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) ] महोदय, प्राथमिकताप्राप्‍त क्षेत्र के अंतर्गत आरआइडीएफ एवं कतिपय अन्‍य निधियों की गणना यह निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित वाणिज्‍य बैंकों द्वारा प्राथमिकताप्राप्‍त क्षेत्र को ऋण देने में कमी के कारण ग्रामीण बुनियादी विकास निधि (आरआइडीएफ) तथा नाबार्ड के पास सुस्थापित कतिपय अन्‍य न
भारिबैं/2013-14/591ग्राआऋवि.केका.प्‍लान.बीसी.सं.101/04.09.01/2013-14 15 मई 2014 अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी [ सभी अनुसूचित वाणिज्‍य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर) ] महोदय, प्राथमिकताप्राप्‍त क्षेत्र के अंतर्गत आरआइडीएफ एवं कतिपय अन्‍य निधियों की गणना यह निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित वाणिज्‍य बैंकों द्वारा प्राथमिकताप्राप्‍त क्षेत्र को ऋण देने में कमी के कारण ग्रामीण बुनियादी विकास निधि (आरआइडीएफ) तथा नाबार्ड के पास सुस्थापित कतिपय अन्‍य न
मई 12, 2014
भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं और सहायक कंपनियों के परिचालन - सांविधिक / विनियामक / प्रशासनिक निषेधों / प्रतिबंधों का अनुपालन
आरबीआई/2013-14/588 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 111/21.04.157/2013-14 12 मई 2014 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) अखि‍ल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त प्रदान करने वाली संस्थाएं महोदय/महोदया, भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं और सहायक कंपनियों के परिचालन -सांविधिक / विनियामक / प्रशासनिक निषेधों / प्रतिबंधों का अनुपालन कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 दिसंबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 89/21.04.141/2008
आरबीआई/2013-14/588 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 111/21.04.157/2013-14 12 मई 2014 सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) अखि‍ल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त प्रदान करने वाली संस्थाएं महोदय/महोदया, भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं और सहायक कंपनियों के परिचालन -सांविधिक / विनियामक / प्रशासनिक निषेधों / प्रतिबंधों का अनुपालन कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 1 दिसंबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 89/21.04.141/2008
मई 12, 2014
नाबालिगों के नाम पर बैंक खाते खोलना
भारिबैं/2013-14/587 शबैंवि.बीपीडी(पीसीबी).परि.सं.61/13.01.000/2013-14 12 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/ महोदय, नाबालिगों के नाम पर बैंक खाते खोलना कृपया 22 फरवरी 1985 का हमारा परिपत्र शबैंवि.(डीसी).1148/ वी.1-84/85 देखें जिसके अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे अभिभावक के रूप में माता के साथ नाबालिग खाते (सावधि और बचत जमा खाते) खोलने की अनुमति दें, बशर्ते ऐसे खातों के परिचालन में सुरक्षा के लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि अ
भारिबैं/2013-14/587 शबैंवि.बीपीडी(पीसीबी).परि.सं.61/13.01.000/2013-14 12 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदया/ महोदय, नाबालिगों के नाम पर बैंक खाते खोलना कृपया 22 फरवरी 1985 का हमारा परिपत्र शबैंवि.(डीसी).1148/ वी.1-84/85 देखें जिसके अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे अभिभावक के रूप में माता के साथ नाबालिग खाते (सावधि और बचत जमा खाते) खोलने की अनुमति दें, बशर्ते ऐसे खातों के परिचालन में सुरक्षा के लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि अ
मई 12, 2014
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में ग्राहक सेवा
भारिबैं/2013-14/589 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.100/03.05.33/2013-14 12 मई 2014 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीणबैंक महोदय/महोदया, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में ग्राहक सेवा बैंकिंग उद्योग में ग्राहक सेवा का अत्‍यधिक महत्‍व है। आज भारत में वित्‍तीय सेवाओं के वितरण के लिए बैकिंग प्रणाली की पहुंच संभवत: अधिकतम है और वह वित्‍तीय सेवाओं के वितरण के लिए मुख्य वाहक का भी कार्य कर रही है। जहां इसकी व्‍याप्ति दिनोंदिन बढ़ती जा रही है वहीं ग्राहक सेवा की गुणवत्‍ता और वितरण से मिल
भारिबैं/2013-14/589 ग्राआऋवि.केंका.आरआरबी.बीसी.सं.100/03.05.33/2013-14 12 मई 2014 अध्यक्ष सभी क्षेत्रीय ग्रामीणबैंक महोदय/महोदया, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में ग्राहक सेवा बैंकिंग उद्योग में ग्राहक सेवा का अत्‍यधिक महत्‍व है। आज भारत में वित्‍तीय सेवाओं के वितरण के लिए बैकिंग प्रणाली की पहुंच संभवत: अधिकतम है और वह वित्‍तीय सेवाओं के वितरण के लिए मुख्य वाहक का भी कार्य कर रही है। जहां इसकी व्‍याप्ति दिनोंदिन बढ़ती जा रही है वहीं ग्राहक सेवा की गुणवत्‍ता और वितरण से मिल
मई 09, 2014
स्वर्ण/चांदी आभूषणों की जमानत पर ऋण
आरबीआई/2013-14/586शबैंवि.केंका.बीपीडी. पीसीबी.परि. सं.60/13.05.001/2013-14 9 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/ महोदया, स्वर्ण/चांदी आभूषणों की जमानत पर ऋण कृपया 10 नवंबर 2008 का परिपत्र सं.शबैंवि.पीसीबी.परि.सं.24/13.05.001/08-09 देखें जिसमें शहरी सहकारी बैंकों को यह सूचित किया गया था कि वे स्वर्ण / चांदी आभूषणों के जमानत पर मंज़ूर किए गए ऋणों से संबद्ध अंतर्निहित जोखिमों को कम करने की दृष्टि से सुरक्षा उपायों को अपनाएं। 2. एक विवे
आरबीआई/2013-14/586शबैंवि.केंका.बीपीडी. पीसीबी.परि. सं.60/13.05.001/2013-14 9 मई 2014 मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/ महोदया, स्वर्ण/चांदी आभूषणों की जमानत पर ऋण कृपया 10 नवंबर 2008 का परिपत्र सं.शबैंवि.पीसीबी.परि.सं.24/13.05.001/08-09 देखें जिसमें शहरी सहकारी बैंकों को यह सूचित किया गया था कि वे स्वर्ण / चांदी आभूषणों के जमानत पर मंज़ूर किए गए ऋणों से संबद्ध अंतर्निहित जोखिमों को कम करने की दृष्टि से सुरक्षा उपायों को अपनाएं। 2. एक विवे
मई 07, 2014
अस्थिर दर वाले मीयादी ऋणों पर फोरक्‍लोजर प्रभार की वसूली/अवधिपूर्व भुगतान अर्थदंड का लगाया जाना
आरबीआई/2013-14/582 बैंपविवि. डीआईआर. बीसी. सं. 110/13.03.00/2013-14 7 मई 2014 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय /महोदया अस्थिर दर वाले मीयादी ऋणों पर फोरक्‍लोजर प्रभार की वसूली/अवधिपूर्व भुगतान अर्थदंड का लगाया जाना कृपया 'आवास ऋण – फोरक्‍लोजर प्रभार/अवधिपूर्व भुगतान अर्थदंड का लगाया जाना' विषय पर 05 जून 2012 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआईआर. बीसी. 107/13.03.00/2011-12 देखें। 2. दिनांक 01 अप्रैल 2014 को घोषित पहले द्विमासिक मौ
आरबीआई/2013-14/582 बैंपविवि. डीआईआर. बीसी. सं. 110/13.03.00/2013-14 7 मई 2014 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय /महोदया अस्थिर दर वाले मीयादी ऋणों पर फोरक्‍लोजर प्रभार की वसूली/अवधिपूर्व भुगतान अर्थदंड का लगाया जाना कृपया 'आवास ऋण – फोरक्‍लोजर प्रभार/अवधिपूर्व भुगतान अर्थदंड का लगाया जाना' विषय पर 05 जून 2012 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआईआर. बीसी. 107/13.03.00/2011-12 देखें। 2. दिनांक 01 अप्रैल 2014 को घोषित पहले द्विमासिक मौ

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 26, 2024

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