अधिसूचनाएं - विनियमन वाणिज्यिक बैंकिंग - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
मार्च 24, 2017
सभी एजेंसी बैंक 25 मार्च 2017 से 1 अप्रैल 2017 तक सभी दिवसों को जनता के लिए खुले रहेंगे
भा.रि.बैं./2016-17/256 बैंविवि.सं.एलईजी.बीसी.55/09.07.005/2016-17 24 मार्च, 2017 सभी एजेंसी बैंक महोदय/ महोदया, सभी एजेंसी बैंक 25 मार्च 2017 से 1 अप्रैल 2017 तक सभी दिवसों को जनता के लिए खुले रहेंगे भारत सरकार ने सूचित किया है कि सभी वेतन और लेखा कार्यालय 1 अप्रैल 2017 तक सभी दिवसों को खुले रहेंगे ताकि सरकारी प्राप्ति और भुगतान कार्य सुचारू रूप से चल सके। तदनुसार, सभी एजेंसी बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे वर्तमान वित्तीय वर्ष के सभी दिवसों को और 1 अप्रैल 2017 (शन
भा.रि.बैं./2016-17/256 बैंविवि.सं.एलईजी.बीसी.55/09.07.005/2016-17 24 मार्च, 2017 सभी एजेंसी बैंक महोदय/ महोदया, सभी एजेंसी बैंक 25 मार्च 2017 से 1 अप्रैल 2017 तक सभी दिवसों को जनता के लिए खुले रहेंगे भारत सरकार ने सूचित किया है कि सभी वेतन और लेखा कार्यालय 1 अप्रैल 2017 तक सभी दिवसों को खुले रहेंगे ताकि सरकारी प्राप्ति और भुगतान कार्य सुचारू रूप से चल सके। तदनुसार, सभी एजेंसी बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे वर्तमान वित्तीय वर्ष के सभी दिवसों को और 1 अप्रैल 2017 (शन
मार्च 09, 2017
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड पीएलसी” को शामिल करना
भा.रि.बैं/2016-17/244 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.54/12.07.150/2016-17 09 मार्च 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड पीएलसी” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड पीएलसी” को २१ जनवरी – २७ जनवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित २९ सितंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आइबीडी.सं. 3878/23.13.020/2016-17
भा.रि.बैं/2016-17/244 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.54/12.07.150/2016-17 09 मार्च 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड पीएलसी” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड पीएलसी” को २१ जनवरी – २७ जनवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित २९ सितंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.आइबीडी.सं. 3878/23.13.020/2016-17
फ़रवरी 16, 2017
स्वर्ण ऋण की चुकौती
भारिबै/2016-17/229 बैंविवि.आरआरबी.बीसी.सं 53/31.01.001/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया, स्वर्ण ऋण की चुकौती कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 सितंबर 2010 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.बीसी.सं.22/03.05.34/2010-11 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को एकमुश्त चुकौती के विकल्प सहित एक लाख रुपए तक के स्वर्ण ऋण प्रदान करने की अनुमति दी गई थी। 2. समीक्षा किए जाने पर, यह निर्णय लिया गया है कि निम्नलिखित शर्तों के अधीन योजना के अंतर्ग
भारिबै/2016-17/229 बैंविवि.आरआरबी.बीसी.सं 53/31.01.001/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया, स्वर्ण ऋण की चुकौती कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 22 सितंबर 2010 का परिपत्र ग्राआऋवि.केंका. आरआरबी.बीसी.सं.22/03.05.34/2010-11 देखें जिसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को एकमुश्त चुकौती के विकल्प सहित एक लाख रुपए तक के स्वर्ण ऋण प्रदान करने की अनुमति दी गई थी। 2. समीक्षा किए जाने पर, यह निर्णय लिया गया है कि निम्नलिखित शर्तों के अधीन योजना के अंतर्ग
फ़रवरी 16, 2017
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना
भा.रि.बैं/2016-17/230 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी. 52/12.07.143ए/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को 4 फरवरी – 10 फरवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 23 दिसंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.पीएसबीडी.सं. 7144/16.02.
भा.रि.बैं/2016-17/230 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी. 52/12.07.143ए/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को 4 फरवरी – 10 फरवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 23 दिसंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.पीएसबीडी.सं. 7144/16.02.
फ़रवरी 16, 2017
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना
भा.रि.बैं/2016-17/231 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी. 51/12.07.145ए/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को 4 फरवरी – 10 फरवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 8 नवंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.पीएसबीडी.सं. 5201/16.02.001/20
भा.रि.बैं/2016-17/231 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी. 51/12.07.145ए/2016-17 16 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में “कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड” को 4 फरवरी – 10 फरवरी, 2017 के भारत के राजपत्र (भाग III-खंड 4) में प्रकाशित 8 नवंबर, 2016 की अधिसूचना बैंविवि.पीएसबीडी.सं. 5201/16.02.001/20
फ़रवरी 02, 2017
बासल III पूंजी विनियमावली – अतिरिक्त टियर 1 पूंजी
भा.रि.बैं./2016-17/222 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.50/21.06.201/2016-17 02 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, बासल III पूंजी विनियमावली – अतिरिक्त टियर 1 पूंजी कृपया ‘बासल III पूंजी विनियमन’ पर 1 जुलाई 2015 के मास्टर परिपत्र बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.1/21.06.201/2015-16 के “अतिरिक्त टियर 1 पूंजी में बेमीयादी ऋण लिखत (पीडीआई) शामिल करने हेतु मानदंड” पर अनुबंध 4 के अंतर्गत ‘कूपन विवेकाधिकार’ पर पैरा 1.8 के साथ पठित ‘मास्टर परिप
भा.रि.बैं./2016-17/222 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.50/21.06.201/2016-17 02 फरवरी 2017 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, बासल III पूंजी विनियमावली – अतिरिक्त टियर 1 पूंजी कृपया ‘बासल III पूंजी विनियमन’ पर 1 जुलाई 2015 के मास्टर परिपत्र बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.1/21.06.201/2015-16 के “अतिरिक्त टियर 1 पूंजी में बेमीयादी ऋण लिखत (पीडीआई) शामिल करने हेतु मानदंड” पर अनुबंध 4 के अंतर्गत ‘कूपन विवेकाधिकार’ पर पैरा 1.8 के साथ पठित ‘मास्टर परिप
दिसंबर 28, 2016
अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड
भारिबैं/2016-17/198 बैविवि.सं.बीपी.बीसी.49/21.04.048/2016-17 28 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदया / महोदय, अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया 21 नवंबर, 2016 का परिपत्र बैविवि.सं.बीपी.बीसी.37/21.04.048/2016-17 देखें। 2. समीक्षा के बाद, यह निर्णय लिया गया है कि: (i) ऊपर उल्लिखित परिपत्र के माध्यम से प्रदान किए गए 60 दिनों के अतिरिक्त, निम्नलिखित श्रेणी के ऋणों के मामले में 30 दिन और प्रदान किए जा
भारिबैं/2016-17/198 बैविवि.सं.बीपी.बीसी.49/21.04.048/2016-17 28 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदया / महोदय, अग्रिमों के संबंध में आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड कृपया 21 नवंबर, 2016 का परिपत्र बैविवि.सं.बीपी.बीसी.37/21.04.048/2016-17 देखें। 2. समीक्षा के बाद, यह निर्णय लिया गया है कि: (i) ऊपर उल्लिखित परिपत्र के माध्यम से प्रदान किए गए 60 दिनों के अतिरिक्त, निम्नलिखित श्रेणी के ऋणों के मामले में 30 दिन और प्रदान किए जा
दिसंबर 15, 2016
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश के प्रावधानों का अनुपालन
भा.रि.बैं./2016-17/183 बैंविवि.एएमएल.बीसी.48/14.01.01/2016-17 15 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/ महोदया, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश के प्रावधानों का अनुपालन अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश के निम्नलिखित प्रावधानों का संदर्भ लें: (i) धारा 8(घ) और (ङ), जिनमें इसका उल्लेख है कि विनियमित संस्थाओं (आरई) की समवर्ती/आंतरिक लेखा-परीक्षा प्रणाली द्वारा केवाईसी/एएमएल नीतियों और क्रियाविधियों के अनुपालन का सत्यापन किया जाना है और
भा.रि.बैं./2016-17/183 बैंविवि.एएमएल.बीसी.48/14.01.01/2016-17 15 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/ महोदया, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश के प्रावधानों का अनुपालन अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश के निम्नलिखित प्रावधानों का संदर्भ लें: (i) धारा 8(घ) और (ङ), जिनमें इसका उल्लेख है कि विनियमित संस्थाओं (आरई) की समवर्ती/आंतरिक लेखा-परीक्षा प्रणाली द्वारा केवाईसी/एएमएल नीतियों और क्रियाविधियों के अनुपालन का सत्यापन किया जाना है और
दिसंबर 13, 2016
सीसीटीवी रिकॉर्डिंग का संरक्षण
आरबीआई/2016-17/181 डीसीएम (आयो) सं 1712/10.27.00/2016-17 13 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुख्य कार्यपालक अधिकारी समस्त बैंक महोदय, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग का संरक्षण कृपया हमारे दिनांक 27 अक्तूबर, 2016 के परिपत्र डीसीएम(एफएनवीडी)सं 1134/16.01.05/2016-17 का संदर्भ लें जिसमें यह दर्शाया गया था कि जाली नोटों के परिचालन को बढ़ावा देने वाले लोगों की पहचान को आसान तथा सुगम करने के लिए, बैंकों को सूचित किया जाता है कि बैंकिंग हॉल / क्षेत्र तथा काउंटर को सीसीटीवी की निगर
आरबीआई/2016-17/181 डीसीएम (आयो) सं 1712/10.27.00/2016-17 13 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुख्य कार्यपालक अधिकारी समस्त बैंक महोदय, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग का संरक्षण कृपया हमारे दिनांक 27 अक्तूबर, 2016 के परिपत्र डीसीएम(एफएनवीडी)सं 1134/16.01.05/2016-17 का संदर्भ लें जिसमें यह दर्शाया गया था कि जाली नोटों के परिचालन को बढ़ावा देने वाले लोगों की पहचान को आसान तथा सुगम करने के लिए, बैंकों को सूचित किया जाता है कि बैंकिंग हॉल / क्षेत्र तथा काउंटर को सीसीटीवी की निगर
दिसंबर 12, 2016
महात्मा गांधी (नई) श्रंखला के बैंक नोटों का वितरण – रिकॉर्ड
आरबीआई/2016-17/180 डीसीएम (आयो) सं 1683/10.27.00/2016-17 12 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी मुद्रा तिजोरी रखने वाले समस्त बैंक महोदय, महात्मा गांधी (नई) श्रंखला के बैंक नोटों का वितरण – रिकॉर्ड खजाने की प्राप्ति तथा विप्रेषण विषय पर कृपया हमारे दिनांक 15 जुलाई, 2016 के परिपत्र डीसीएम(आरएमएमटी)सं जी-5/11.01.01/2016-17 का संदर्भ लें । 2. आयकर विभाग तथा अन्य कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों के द्वारा बड़ी मात्रा में उच्च मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को
आरबीआई/2016-17/180 डीसीएम (आयो) सं 1683/10.27.00/2016-17 12 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी मुद्रा तिजोरी रखने वाले समस्त बैंक महोदय, महात्मा गांधी (नई) श्रंखला के बैंक नोटों का वितरण – रिकॉर्ड खजाने की प्राप्ति तथा विप्रेषण विषय पर कृपया हमारे दिनांक 15 जुलाई, 2016 के परिपत्र डीसीएम(आरएमएमटी)सं जी-5/11.01.01/2016-17 का संदर्भ लें । 2. आयकर विभाग तथा अन्य कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों के द्वारा बड़ी मात्रा में उच्च मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को
दिसंबर 12, 2016
विनिर्दिष्ट बैंक नोटों (SBN) में जाली नोटों की पहचान – रिपोर्टिंग
आरबीआई/2016-17/179 डीसीएम(आयो)सं.1679/10.27.00/2016-17 12 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक / निजी क्षेत्र के बैंक / विदेशी बैंक / क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक महोदय, विनिर्दिष्ट बैंक नोटों (SBN) में जाली नोटों की पहचान – रिपोर्टिंग कृपया हमारे दिनांक 11 नवंबर, 2016 तथा 16 नवंबर, 2016 के परिपत्र क्रमश: डीसीएम (आयो) सं.1264/10.27.00/2016-17 तथा डीसीएम (आयो) सं.1291/10.27.00/2016-17
आरबीआई/2016-17/179 डीसीएम(आयो)सं.1679/10.27.00/2016-17 12 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक / निजी क्षेत्र के बैंक / विदेशी बैंक / क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक महोदय, विनिर्दिष्ट बैंक नोटों (SBN) में जाली नोटों की पहचान – रिपोर्टिंग कृपया हमारे दिनांक 11 नवंबर, 2016 तथा 16 नवंबर, 2016 के परिपत्र क्रमश: डीसीएम (आयो) सं.1264/10.27.00/2016-17 तथा डीसीएम (आयो) सं.1291/10.27.00/2016-17
दिसंबर 08, 2016
‘अपने ग्राहक को जानिए’ पर मास्टर निदेश में संशोधन
भा.रि.बैं./2016-17/177 बैंविवि.एएमएल.बीसी.47/14.01.01/2016-17 8 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/महोदया, ‘अपने ग्राहक को जानिए’ पर मास्टर निदेश में संशोधन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाईसी) पर मास्टर निदेश में कतिपय संशोधन किए जाएं। अधिसूचित किए जा रहे दो मुख्य परिवर्तन निम्नानुसार हैं: यह निर्णय लिया गया है कि कतिपय प्रतिबंधों के अधीन वन टाइम पिन
भा.रि.बैं./2016-17/177 बैंविवि.एएमएल.बीसी.47/14.01.01/2016-17 8 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/महोदया, ‘अपने ग्राहक को जानिए’ पर मास्टर निदेश में संशोधन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाईसी) पर मास्टर निदेश में कतिपय संशोधन किए जाएं। अधिसूचित किए जा रहे दो मुख्य परिवर्तन निम्नानुसार हैं: यह निर्णय लिया गया है कि कतिपय प्रतिबंधों के अधीन वन टाइम पिन
दिसंबर 08, 2016
अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश में संशोधन
भा.रि.बैं./2016-17/176बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.18/14.01.001/2016-17 08 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/ महोदया, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश में संशोधन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए और इसके साथ पठित धारा 56, धनशोधन निवारण (अभिलेखों का रखरखाव) नियमावली, 2005 के नियम 9(14) और इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक को सक्षम बनाने वाले अन्य सभी कानूनों के अधीन प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, रिज़र्व बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक (अपने ग्र
भा.रि.बैं./2016-17/176बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.18/14.01.001/2016-17 08 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं महोदय/ महोदया, अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) पर मास्टर निदेश में संशोधन बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए और इसके साथ पठित धारा 56, धनशोधन निवारण (अभिलेखों का रखरखाव) नियमावली, 2005 के नियम 9(14) और इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक को सक्षम बनाने वाले अन्य सभी कानूनों के अधीन प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, रिज़र्व बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक (अपने ग्र
दिसंबर 07, 2016
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) वृद्धिशील सीआरआर को वापस लेना
भा.रि.बैं./2016-17/174 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.46/12.01.001/2016-17 7 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ सभी अनुसूचित प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक/ सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) वृद्धिशील सीआरआर को वापस लेना कृपया 26 नवंबर, 2016 का हमारा परिपत्र बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.41/12.01.001/2016-17 देखें जिसके द्वारा सभी अनुसूचित बैंकों से अपेक्षित था कि वे धारा
भा.रि.बैं./2016-17/174 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.46/12.01.001/2016-17 7 दिसंबर, 2016 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ सभी अनुसूचित प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक/ सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) वृद्धिशील सीआरआर को वापस लेना कृपया 26 नवंबर, 2016 का हमारा परिपत्र बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.41/12.01.001/2016-17 देखें जिसके द्वारा सभी अनुसूचित बैंकों से अपेक्षित था कि वे धारा
दिसंबर 06, 2016
ग्राहक के संबंध में समुचित सावधानी की अपेक्षा और अभिलेखों के रखरखाव की आवश्यकता
भा.रि.बैं./2016-17/173 बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.44/14.01.001/2016-17 06 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं (आरई) महोदय/महोदया, ग्राहक के संबंध में समुचित सावधानी की अपेक्षा और अभिलेखों के रखरखाव की आवश्यकतायह रिपोर्ट किया गया है कि हाल ही में बहुत से ग्राहक निष्क्रिय खातों को फिर से सक्रिय करवाने के लिए बैंकों से संपर्क कर रहे हैं। 2. इस संबंध में, ‘बैंकों में ग्राहक सेवा’ पर 1 जुलाई 2015 के मास्टर परिपत्र के पैरा 24.2 (ix) की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जिसमें यह अपे
भा.रि.बैं./2016-17/173 बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.44/14.01.001/2016-17 06 दिसंबर, 2016 सभी विनियमित संस्थाएं (आरई) महोदय/महोदया, ग्राहक के संबंध में समुचित सावधानी की अपेक्षा और अभिलेखों के रखरखाव की आवश्यकतायह रिपोर्ट किया गया है कि हाल ही में बहुत से ग्राहक निष्क्रिय खातों को फिर से सक्रिय करवाने के लिए बैंकों से संपर्क कर रहे हैं। 2. इस संबंध में, ‘बैंकों में ग्राहक सेवा’ पर 1 जुलाई 2015 के मास्टर परिपत्र के पैरा 24.2 (ix) की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जिसमें यह अपे
दिसंबर 01, 2016
इन्फ्रास्ट्रक्चर को वित्त प्रदान करना – ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण’ की परिभाषा
आर.बी.आई./2016-17/168 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.42/08.12.014/2016-17 1 दिसंबर, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)अखिल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त प्रदान करने वाली संस्थाएं(एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी) महोदया/महोदय, इन्फ्रास्ट्रक्चर को वित्त प्रदान करना – ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण’ की परिभाषा कृपया ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण’ की परिभाषा पर 25 नवंबर 2013 के हमारे परिपत्र बैंपविवि.बीपी.बीसी.सं.66/08.12.014/2013-14 का संदर्भ लें, जिसके द्वा
आर.बी.आई./2016-17/168 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.42/08.12.014/2016-17 1 दिसंबर, 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)अखिल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त प्रदान करने वाली संस्थाएं(एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी और सिडबी) महोदया/महोदय, इन्फ्रास्ट्रक्चर को वित्त प्रदान करना – ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण’ की परिभाषा कृपया ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर ऋण’ की परिभाषा पर 25 नवंबर 2013 के हमारे परिपत्र बैंपविवि.बीपी.बीसी.सं.66/08.12.014/2013-14 का संदर्भ लें, जिसके द्वा
दिसंबर 01, 2016
वृहत् एक्सपोजर ढांचा
भा.रि.बै./2016-17/167 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.43/21.01.003/2016-17 01 दिसंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, वृहत् एक्सपोजर ढांचा कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 04 अक्तूबर 2016 को जारी विकासात्मक एवं नियामक नीतियों के संबंध में वक्तव्य का पैरा 3 देखें (उद्धरण संलग्न)। उसमें यह कहा गया था कि भारतीय रिज़र्व बैंक अक्तूबर 2016 के अंत तक वृहत एक्सपोजर ढांचे (एलईएफ) पर अंतिम दिशानिर्देश जारी करेगा। तदनुसार, अंतिम दिशानिर्द
भा.रि.बै./2016-17/167 बैंविवि.बीपी.बीसी.सं.43/21.01.003/2016-17 01 दिसंबर 2016 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदया/महोदय, वृहत् एक्सपोजर ढांचा कृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 04 अक्तूबर 2016 को जारी विकासात्मक एवं नियामक नीतियों के संबंध में वक्तव्य का पैरा 3 देखें (उद्धरण संलग्न)। उसमें यह कहा गया था कि भारतीय रिज़र्व बैंक अक्तूबर 2016 के अंत तक वृहत एक्सपोजर ढांचे (एलईएफ) पर अंतिम दिशानिर्देश जारी करेगा। तदनुसार, अंतिम दिशानिर्द
नवंबर 26, 2016
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) अतिरिक्त सीआरआर बनाए रखने की अपेक्षा
भा.रि.बैं./2016-17/159 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.41/12.01.001/2016-17 26 नवंबर, 2016 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/सभी अनुसूचित प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक/ सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) अतिरिक्त सीआरआर बनाए रखने की अपेक्षा भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) के अधीन, सभी अनुसूचित बैंकों से अपेक्षित है कि वे निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) का
भा.रि.बैं./2016-17/159 बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.41/12.01.001/2016-17 26 नवंबर, 2016 अध्यक्ष/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/सभी अनुसूचित प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक/ सभी अनुसूचित राज्य सहकारी बैंक महोदय, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 – धारा 42(1ए) अतिरिक्त सीआरआर बनाए रखने की अपेक्षा भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) के अधीन, सभी अनुसूचित बैंकों से अपेक्षित है कि वे निवल मांग और मीयादी देयताओं (एनडीटीएल) का
नवंबर 24, 2016
बैंकिंग कंपनियों के लिए उपयोगी विशेष ज्ञान अथवा व्यावहारिक अनुभव
भा.रि.बैं./2016-17/152 बैंविवि.नियुक्ति.बीसी.सं.39/29.39.001/2016-17 24 नवंबर, 2016 सभी वाणिज्यिक बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर महोदय / महोदया, बैंकिंग कंपनियों के लिए उपयोगी विशेष ज्ञान अथवा व्यावहारिक अनुभव बैंकिंग और प्रौद्योगिकी में नवोन्मेष की पृष्ठभूमि में, यह महसूस किया गया है कि वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) के बोर्ड में निदेशकों के लिए विभिन्न सांविधिक प्रावधानों के अधीन बताए गए संबंधित क्षेत्र के ज्ञान और अनुभव को अन्य विनिर
भा.रि.बैं./2016-17/152 बैंविवि.नियुक्ति.बीसी.सं.39/29.39.001/2016-17 24 नवंबर, 2016 सभी वाणिज्यिक बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर महोदय / महोदया, बैंकिंग कंपनियों के लिए उपयोगी विशेष ज्ञान अथवा व्यावहारिक अनुभव बैंकिंग और प्रौद्योगिकी में नवोन्मेष की पृष्ठभूमि में, यह महसूस किया गया है कि वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) के बोर्ड में निदेशकों के लिए विभिन्न सांविधिक प्रावधानों के अधीन बताए गए संबंधित क्षेत्र के ज्ञान और अनुभव को अन्य विनिर
नवंबर 22, 2016
रू. 500 तथा रू. 1000 के बैंक नोटों की मौजूदा वैध मुद्रा विशेषताओं को वापस लेना: धोखाधड़ी की आदतें
आरबीआई/2016-17/147 डीसीएम (आयो) सं 1341/10.27.00/2016-17 22 नवम्बर 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक / निजी क्षेत्र के बैंक / विदेशी बैंक / क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक महोदय, रू. 500 तथा रू. 1000 के बैंक नोटों की मौजूदा वैध मुद्रा विशेषताओं को वापस लेना: धोखाधड़ी की आदतें हमारे संज्ञान में यह आया है कि कुछ स्थानों पर, बैंकों के कुछ अधिकारी विनिर्दिष्ट बैंक नोटों को नकद में विनिमय / विनिर्द
आरबीआई/2016-17/147 डीसीएम (आयो) सं 1341/10.27.00/2016-17 22 नवम्बर 2016 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक / निजी क्षेत्र के बैंक / विदेशी बैंक / क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक / शहरी सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक महोदय, रू. 500 तथा रू. 1000 के बैंक नोटों की मौजूदा वैध मुद्रा विशेषताओं को वापस लेना: धोखाधड़ी की आदतें हमारे संज्ञान में यह आया है कि कुछ स्थानों पर, बैंकों के कुछ अधिकारी विनिर्दिष्ट बैंक नोटों को नकद में विनिमय / विनिर्द
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: नवंबर 23, 2022