अधिसूचनाएं - विदेशी मुद्रा प्रबंध - आरबीआई - Reserve Bank of India
अधिसूचनाएं
जनवरी 29, 2014
सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश
भारिबैंक/2013-14/473 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 99 29 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की अनुसूची 5 की ओर
भारिबैंक/2013-14/473 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 99 29 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, सेबी के पास पंजीकृत दीर्घकालिक निवेशकों द्वारा भारत में सरकारी दिनांकित प्रतिभूतियों में विदेशी निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की अनुसूची 5 की ओर
जनवरी 27, 2014
सोसलिस्ट रिपब्लिक आफ वियतनाम की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 19.50 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2013-14/462ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 98 27 जनवरी 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय सोसलिस्ट रिपब्लिक आफ वियतनाम की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 19.50 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने सोसलिस्ट रिपब्लिक आफ वियतनाम की सरकार को वियतनाम में दो परियोजनाओं के वित्तपोषण के प्रयोजन हेतु भारत से परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 19.50 मिलियन अमरीकी ड
भारिबैंक/2013-14/462ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 98 27 जनवरी 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय सोसलिस्ट रिपब्लिक आफ वियतनाम की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 19.50 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने सोसलिस्ट रिपब्लिक आफ वियतनाम की सरकार को वियतनाम में दो परियोजनाओं के वित्तपोषण के प्रयोजन हेतु भारत से परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 19.50 मिलियन अमरीकी ड
जनवरी 20, 2014
भारत से बाहर के निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधाएं – स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2013-14/454ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 96 20 जनवरी 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत से बाहर के निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधाएं – स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली 2000 [अधिसूचना सं. फेमा. 25/आरबी-2000] और 22 अक्तूबर 2012 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.45 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों को भा
भारिबैंक/2013-14/454ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 96 20 जनवरी 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, भारत से बाहर के निवासी व्यक्तियों के लिए सुविधाएं – स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली 2000 [अधिसूचना सं. फेमा. 25/आरबी-2000] और 22 अक्तूबर 2012 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.45 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों को भा
जनवरी 20, 2014
धन शोधन निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2009 द्वारा यथा संशोधित धन शोधन निवारण अधिनियम, (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत अपने ग्राहक को जानने संबंधी मानकों/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानकों/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानकों के अंतर्गत प्राधिकृत व्यक्तियों के दायित्व - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां
भारिबैंक/2013-14/455 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 97 20 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2009 द्वारा यथा संशोधित धन शोधन निवारण अधिनियम, (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत अपने ग्राहक को जानने संबंधी मानकों/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानकों/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानकों के अंतर्गत प्राधिकृत व्यक्तियों के दायित्व - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित 2
भारिबैंक/2013-14/455 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 97 20 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2009 द्वारा यथा संशोधित धन शोधन निवारण अधिनियम, (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत अपने ग्राहक को जानने संबंधी मानकों/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानकों/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानकों के अंतर्गत प्राधिकृत व्यक्तियों के दायित्व - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान समय-समय पर यथासंशोधित 2
जनवरी 17, 2014
मर्चेंटिंग ट्रेड लेनदेन
भारिबैंक/2013-14/452ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 95 17 जनवरी 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, मर्चेंटिंग ट्रेड लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान मर्चेंटिंग अथवा मध्यवर्ती (intermediary) ट्रेड लेनदेनों से संबन्धित निर्देशों को समाहित करने वाले 19 जून 2003 और 19 जुलाई 2003 के क्रमश: ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.106 और 4 की ओर आकृष्ट किया जाता है। निर्यातकों के लिए सेवाओं/ सुविधाओं संबंधी प्रक्रिया को और उदार तथा सरल बनाने सं
भारिबैंक/2013-14/452ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 95 17 जनवरी 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, मर्चेंटिंग ट्रेड लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान मर्चेंटिंग अथवा मध्यवर्ती (intermediary) ट्रेड लेनदेनों से संबन्धित निर्देशों को समाहित करने वाले 19 जून 2003 और 19 जुलाई 2003 के क्रमश: ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.106 और 4 की ओर आकृष्ट किया जाता है। निर्यातकों के लिए सेवाओं/ सुविधाओं संबंधी प्रक्रिया को और उदार तथा सरल बनाने सं
जनवरी 16, 2014
बाह्य वाणिज्यिक उधार और एकमुश्त शुल्क/रॉयल्टी का ईक्विटी में परिवर्तन
भारिबैंक/2013-14/449 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 94 16 जनवरी 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार और एकमुश्त शुल्क/रॉयल्टी का ईक्विटी में परिवर्तन प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान उल्लिखित विषय पर 1 अक्तूबर 2004 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.15 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उक्त परिपत्र के अनुसार उसमें निहित शर्तों के अंतर्गत और जारी किए जाने वाले ईक्विटी शेयरों के मूल्य से संबंधित, समय-समय पर, रिज़र्व बैंक द्वारा विनिर
भारिबैंक/2013-14/449 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 94 16 जनवरी 2014 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार और एकमुश्त शुल्क/रॉयल्टी का ईक्विटी में परिवर्तन प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान उल्लिखित विषय पर 1 अक्तूबर 2004 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.15 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. उक्त परिपत्र के अनुसार उसमें निहित शर्तों के अंतर्गत और जारी किए जाने वाले ईक्विटी शेयरों के मूल्य से संबंधित, समय-समय पर, रिज़र्व बैंक द्वारा विनिर
जनवरी 15, 2014
स्पष्टीकरण – विदेशी एंटिटीज़ द्वारा भारत में संपर्क कार्यालय/ शाखा कार्यालय/परियोजना कार्यालय की स्थापना – सामान्य अनुमति
भारिबैंक/2013-14/447 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 93 15 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, स्पष्टीकरण – विदेशी एंटिटीज़ द्वारा भारत में संपर्क कार्यालय/ शाखा कार्यालय/परियोजना कार्यालय की स्थापना – सामान्य अनुमति प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं॰फेमा.22/2000-आरबी, अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबारी अन्य स्थल की स्थापना) विनियमावली, 2000 की ओर
भारिबैंक/2013-14/447 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 93 15 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/ महोदय, स्पष्टीकरण – विदेशी एंटिटीज़ द्वारा भारत में संपर्क कार्यालय/ शाखा कार्यालय/परियोजना कार्यालय की स्थापना – सामान्य अनुमति प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं॰फेमा.22/2000-आरबी, अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में शाखा अथवा कार्यालय अथवा कारोबारी अन्य स्थल की स्थापना) विनियमावली, 2000 की ओर
जनवरी 13, 2014
रिपब्लिक आफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 125 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2013-14/445 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 91 13 जनवरी 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 125 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ सूडान की सरकार को सूडान में मश्कौर (पूर्ववर्ती एल्डयुएम) शुगर परियोजना के वित्तपोषण के प्रयोजन हेतु भारत से परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 125 मिलियन अमरीकी
भारिबैंक/2013-14/445 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 91 13 जनवरी 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ सूडान की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 125 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ सूडान की सरकार को सूडान में मश्कौर (पूर्ववर्ती एल्डयुएम) शुगर परियोजना के वित्तपोषण के प्रयोजन हेतु भारत से परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 125 मिलियन अमरीकी
जनवरी 13, 2014
जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन
भारिबैंक/2013-14/446ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 92 13 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाए) विनियमावली 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं॰ फेमा. 25/आरबी-2000) और 15 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 58, 31 जुलाई 2012 और ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 13 और 4 सितम्बर 2013 के ए.
भारिबैंक/2013-14/446ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 92 13 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथासंशोधित, विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाए) विनियमावली 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं॰ फेमा. 25/आरबी-2000) और 15 दिसंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 58, 31 जुलाई 2012 और ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 13 और 4 सितम्बर 2013 के ए.
जनवरी 09, 2014
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 (4)के अंतर्गत उपबंध – स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2013-14/440 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.90 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 कीधारा 6 (4)के अंतर्गत उपबंध – स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 की धारा 6(4) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी कोई व्यक्ति विदेशी मुद्रा, विदेशी प्रतिभूति अथवा भारत से बाहर स्थित किसी अचल संपत्ति को धारित (होल्ड), स्वाधिकृत, अंत
भारिबैंक/2013-14/440 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.90 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक और प्राधिकृत बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 कीधारा 6 (4)के अंतर्गत उपबंध – स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 की धारा 6(4) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी कोई व्यक्ति विदेशी मुद्रा, विदेशी प्रतिभूति अथवा भारत से बाहर स्थित किसी अचल संपत्ति को धारित (होल्ड), स्वाधिकृत, अंत
जनवरी 09, 2014
रिपब्लिक आफ बेनिन की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 42.61 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
भारिबैंक/2013-14/439 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 89 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ बेनिन की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 42.61 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ बेनिन की सरकार को बेनिन में 69 गांवों में जल आपूर्ति योजना के उन्नयन के वित्तपोषण के प्रयोजन हेतु भारत से परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 42.61 मिलियन अमरीक
भारिबैंक/2013-14/439 ए.पी. (डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 89 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय रिपब्लिक आफ बेनिन की सरकार को एक्ज़िम बैंक की 42.61 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक आफ बेनिन की सरकार को बेनिन में 69 गांवों में जल आपूर्ति योजना के उन्नयन के वित्तपोषण के प्रयोजन हेतु भारत से परामर्शदात्री सेवाओं सहित पात्र वस्तुओं, सेवाओं, मशीनरी और उपकरणों के वित्तपोषण के लिए 42.61 मिलियन अमरीक
जनवरी 09, 2014
अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाते खोलने और उन्हें बनाये रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन
भारिबैंक/2013-14/438 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.88 9 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खातेखोलने और उन्हें बनाये रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, उल्लिखित विषय पर, समय-समय पर यथा संशोधित, 6 फरवरी 2008 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.28[ए.पी.(एफएल/आरएल सीरीज़) परिपत्र सं.02] के संलग्नक-। के भाग (बी) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. रुपया आहरण व्
भारिबैंक/2013-14/438 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.88 9 जनवरी 2014 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंक महोदया/महोदय अनिवासी विनिमय गृहों के रुपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खातेखोलने और उन्हें बनाये रखने के लिए अनुदेशों का ज्ञापन प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, उल्लिखित विषय पर, समय-समय पर यथा संशोधित, 6 फरवरी 2008 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.28[ए.पी.(एफएल/आरएल सीरीज़) परिपत्र सं.02] के संलग्नक-। के भाग (बी) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. रुपया आहरण व्
जनवरी 09, 2014
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - आप्शनैलिटी उपबंधों वाले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लिखतों के लिए कीमत निर्धारण संबंधी दिशानिर्देश
भारिबैंक/2013-14/436ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.86 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - आप्शनैलिटी उपबंधों वाले प्रत्यक्ष विदेशीनिवेश लिखतों के लिए कीमत निर्धारण संबंधी दिशानिर्देश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की
भारिबैंक/2013-14/436ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.86 9 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/ महोदय, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश - आप्शनैलिटी उपबंधों वाले प्रत्यक्ष विदेशीनिवेश लिखतों के लिए कीमत निर्धारण संबंधी दिशानिर्देश प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.20/2000-आरबी के जरिये अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 की
जनवरी 09, 2014
भारत में निवासियों द्वारा रखे गए निवासी बैंक खाते-संयुक्त खाता धारक–उदारीकरण
भारिबैंक/2013-14/437ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.87 9 जनवरी 2014 विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय भारत में निवासियों द्वारा रखे गए निवासीबैंक खाते-संयुक्त खाता धारक–उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 15 सितंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्तियों को अपने निवासी बचत बैंक खातों में ‘प्रथम अथवा उत्तरजीवी’ के आधार पर अनिवासी घनिष्ठ रिशतेदारों (कंपनी अधिनिय
भारिबैंक/2013-14/437ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.87 9 जनवरी 2014 विदेशी मुद्रा का कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय भारत में निवासियों द्वारा रखे गए निवासीबैंक खाते-संयुक्त खाता धारक–उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 15 सितंबर 2011 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.12 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में निवासी व्यक्तियों को अपने निवासी बचत बैंक खातों में ‘प्रथम अथवा उत्तरजीवी’ के आधार पर अनिवासी घनिष्ठ रिशतेदारों (कंपनी अधिनिय
जनवरी 06, 2014
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परिभाषा का उदारीकरण
भारिबैंक/2013-14/429 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.85 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महेदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परिभाषा का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, 12 सितंबर 2013 के जी.एस.आर. सं. 627(ई) के जरिए भारत के राजपत्र में प्रकाशित 19 जुलाई 2013 की अधिसूचना सं. फेमा. 281/2013-आरबी और 18 सितंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.48 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार 27 मार्च
भारिबैंक/2013-14/429 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.85 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महेदया/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार (ECB) नीति – इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परिभाषा का उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, 12 सितंबर 2013 के जी.एस.आर. सं. 627(ई) के जरिए भारत के राजपत्र में प्रकाशित 19 जुलाई 2013 की अधिसूचना सं. फेमा. 281/2013-आरबी और 18 सितंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.48 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार 27 मार्च
जनवरी 06, 2014
अपरिवर्तनीय/प्रतिदेय बोनस अधिमानी शेयर अथवा डिबेंचर जारी करना - स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2013-14/428ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 84 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय अपरिवर्तनीय/प्रतिदेय बोनस अधिमानी शेयर अथवा डिबेंचर जारी करना - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 के विनियम (2ii) और विनियम 5 की ओर आक
भारिबैंक/2013-14/428ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 84 6 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय अपरिवर्तनीय/प्रतिदेय बोनस अधिमानी शेयर अथवा डिबेंचर जारी करना - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 के विनियम (2ii) और विनियम 5 की ओर आक
जनवरी 03, 2014
समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश – गारंटियों का रोलओवर
भारिबैंक/2013-14/427 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 83 3 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश – गारंटियों का रोलओवर प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं फेमा.120/आरबी-2004 [विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2004] (अधिसूचना) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2॰ यह निर्णय लिया गया है कि वर्तमान/मूल गारंटी के नवीकर
भारिबैंक/2013-14/427 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 83 3 जनवरी 2014 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय समुद्रपारीय प्रत्यक्ष निवेश – गारंटियों का रोलओवर प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान, समय-समय पर यथा संशोधित, 7 जुलाई 2004 की अधिसूचना सं फेमा.120/आरबी-2004 [विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2004] (अधिसूचना) की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2॰ यह निर्णय लिया गया है कि वर्तमान/मूल गारंटी के नवीकर
दिसंबर 31, 2013
नामित बैंकों/एजेंसियों/एंटिटीज़ द्वारा स्वर्ण का आयात
भारिबैंक/2013-14/423 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 82 31 दिसंबर 2013 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक जो विदेशी मुद्रा के प्राधिकृत व्यापारी हैं/ स्वर्ण के आयात के लिए नामित सभी एजेंसियाँ महोदया/महोदय, नामित बैंकों/एजेंसियों/एंटिटीज़ द्वारा स्वर्ण का आयात प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान उल्लिखित विषय पर रिज़र्व बैंक के 14 अगस्त 2013 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 25 और 11 नवंबर 2013 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 73 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. भारत सरकार और भ
भारिबैंक/2013-14/423 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 82 31 दिसंबर 2013 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक जो विदेशी मुद्रा के प्राधिकृत व्यापारी हैं/ स्वर्ण के आयात के लिए नामित सभी एजेंसियाँ महोदया/महोदय, नामित बैंकों/एजेंसियों/एंटिटीज़ द्वारा स्वर्ण का आयात प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान उल्लिखित विषय पर रिज़र्व बैंक के 14 अगस्त 2013 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 25 और 11 नवंबर 2013 के ए.पी. (डीआईआर सीरीज़) परिपत्र सं. 73 की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. भारत सरकार और भ
दिसंबर 24, 2013
रुपए में उधार लेना और उधार देना - भारत से बाहर के निवासी व्यक्तियों द्वारा कर-मुक्त, सिक्योर्ड, मोचनीय, अपरिवर्तनीय बांडों में निवेश
भारिबैंक/2013-14/416 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 81 24 दिसंबर 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय रुपए में उधार लेना और उधार देना - भारत से बाहर के निवासी व्यक्तियों द्वारा कर-मुक्त, सिक्योर्ड, मोचनीय, अपरिवर्तनीय बांडों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना और उधार देना) विनियमावली, 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.4/2000-आरबी) के विनियम 6(2) की ओर आकृष्ट किया जाता है, जो भारत से बाहर
भारिबैंक/2013-14/416 ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 81 24 दिसंबर 2013 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय रुपए में उधार लेना और उधार देना - भारत से बाहर के निवासी व्यक्तियों द्वारा कर-मुक्त, सिक्योर्ड, मोचनीय, अपरिवर्तनीय बांडों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना और उधार देना) विनियमावली, 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा.4/2000-आरबी) के विनियम 6(2) की ओर आकृष्ट किया जाता है, जो भारत से बाहर
दिसंबर 16, 2013
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते
भारिबैंक/2013-14/409ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 80 16 दिसंबर 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 19 नवंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.76 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 18 नवंबर 2013 से रुपया का मूल्य 86.513657 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत
भारिबैंक/2013-14/409ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं. 80 16 दिसंबर 2013 सभी श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय) व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-। बैंकों का ध्यान 19 नवंबर 2013 के ए.पी.(डीआईआर सीरीज) परिपत्र सं.76 की ओर आकृष्ट किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 18 नवंबर 2013 से रुपया का मूल्य 86.513657 रुपए नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जून 05, 2025