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सित॰ 19, 2011
धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां
भारिबैंक/2011-12/185 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.21 19 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान 20 मई 2011 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.63 की ओर आकृष्ट किया जाता है जो ईरान और डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) के एएमएल/सीएफटी व्यवस्था में कमियों के कारण उत्पन्न जोखिमों के संबंध में था। 2
भारिबैंक/2011-12/185 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.21 19 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यक्ति महोदया/महोदय, धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रतिरोध (सीएफटी) करने संबंधी मानक - मुद्रा परिवर्तन संबंधी गतिविधियां प्राधिकृत व्यक्तियों का ध्यान 20 मई 2011 के ए.पी. (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.63 की ओर आकृष्ट किया जाता है जो ईरान और डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) के एएमएल/सीएफटी व्यवस्था में कमियों के कारण उत्पन्न जोखिमों के संबंध में था। 2
सित॰ 16, 2011
निवासी व्यक्तियों द्वारा घनिष्ठ अनिवासी भारतीय संबंधियों/रिश्तेदारों को रुपए में ऋण देना
भारिबैंक/2011-12/180 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.18 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों द्वारा घनिष्ठ अनिवासी भारतीय संबंधियों/रिश्तेदारों को रुपए में ऋण देना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना स. फेमा 4/2000 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना तथा उधार देना) विनियमावली,2000, समय समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में प्राधिकृत व्यापारी अ
भारिबैंक/2011-12/180 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.18 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्तियों द्वारा घनिष्ठ अनिवासी भारतीय संबंधियों/रिश्तेदारों को रुपए में ऋण देना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना स. फेमा 4/2000 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना तथा उधार देना) विनियमावली,2000, समय समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार भारत में प्राधिकृत व्यापारी अ
सित॰ 16, 2011
निवासी व्यक्ति द्वारा अनिवासी घनिष्ठ/निकट संबंधी/रिश्तेदार को उपहार रुपये में देना
भारिबैंक/2011-12/179 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.17 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्ति द्वारा अनिवासी घनिष्ठ/निकट संबंधी/रिश्तेदार को उपहार रुपये में देना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 20 दिसंबर 2006 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 24 और 26 सितंबर 2007 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.9 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवासी व्यक्तियों द्वारा उपहार एवं दान संबंधी विप्रेषण उदारीकृत विप्
भारिबैंक/2011-12/179 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.17 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी व्यक्ति द्वारा अनिवासी घनिष्ठ/निकट संबंधी/रिश्तेदार को उपहार रुपये में देना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 20 दिसंबर 2006 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 24 और 26 सितंबर 2007 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.9 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवासी व्यक्तियों द्वारा उपहार एवं दान संबंधी विप्रेषण उदारीकृत विप्
सित॰ 16, 2011
निवासियों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ रिश्तेदारों के ऋणों की अदायगी
भारिबैंक/2011-12/183 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.19 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासियों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ रिश्तेदारों के ऋणों की अदायगी प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 4/2000-आरबी अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना तथा उधार देना) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार किसी प्राधिकृत व्यापारी या भारत में आवासीय
भारिबैंक/2011-12/183 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.19 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासियों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ रिश्तेदारों के ऋणों की अदायगी प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 4/2000-आरबी अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (रुपए में उधार लेना तथा उधार देना) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार किसी प्राधिकृत व्यापारी या भारत में आवासीय
सित॰ 16, 2011
निवासी भारतीयों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ संबंधियों/निकट रिश्तेदारों के चिकित्सा व्यय वहन करना
भारिबैंक/2011-12/184 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.20 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी भारतीयों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ संबंधियों/निकट रिश्तेदारों के चिकित्सा व्यय वहन करना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 16/आरबी-2000 के पैरा 2 अर्थात भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति से प्राप्तियाँ और ऐसे व्यक्ति को भुगतान, समय-समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवा
भारिबैंक/2011-12/184 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.20 16 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, निवासी भारतीयों द्वारा अनिवासी भारतीय घनिष्ठ संबंधियों/निकट रिश्तेदारों के चिकित्सा व्यय वहन करना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 16/आरबी-2000 के पैरा 2 अर्थात भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति से प्राप्तियाँ और ऐसे व्यक्ति को भुगतान, समय-समय पर यथा संशोधित की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार निवा
सित॰ 15, 2011
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत बिक्रीगत आमदनी को एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करना - स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2011-12/177 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.16 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत बिक्रीगत आमदनी को एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करना - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 11 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण या निर्गम) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा
भारिबैंक/2011-12/177 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.16 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत बिक्रीगत आमदनी को एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करना - स्पष्टीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 11 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण या निर्गम) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा
सित॰ 15, 2011
विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाते (EEFC) तथा निवासी विदेशी मुद्रा खाते (RFC) - संयुक्त खाता धारक-उदारीकरण
भारिबैंक/2011-12/176 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.15 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाते (EEFC) तथा निवासी विदेशी मुद्रा खाते (RFC)- संयुक्त खाता धारक-उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी के विनियम 4 तथा 5 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवास करने वाले व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता), विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता
भारिबैंक/2011-12/176 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.15 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा अर्जक विदेशी मुद्रा खाते (EEFC) तथा निवासी विदेशी मुद्रा खाते (RFC)- संयुक्त खाता धारक-उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 10/2000-आरबी के विनियम 4 तथा 5 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत में निवास करने वाले व्यक्ति का विदेशी मुद्रा खाता), विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जाता
सित॰ 15, 2011
भारत में विदेशी निवेश- उपहार के रूप में प्रतिभूति का अंतरण - उदारीकरण
भारिबैंक/2011-12/175 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.14 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में विदेशी निवेश- उपहार के रूप में प्रतिभूति का अंतरण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 10 ए(ए) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गम)) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा संशोधित, के साथ पठित 25 अगस्त 2005
भारिबैंक/2011-12/175 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.14 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में विदेशी निवेश- उपहार के रूप में प्रतिभूति का अंतरण - उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 10 ए(ए) अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूति का अंतरण या निर्गम)) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा संशोधित, के साथ पठित 25 अगस्त 2005
सित॰ 15, 2011
अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा एनआरई/एफसीएनआर (बी) खाते भारतीय निवासी घनिष्ठ संबंधी के साथ संयुक्त रूप में रखना – उदारीकरण
भारिबैं/2011-12/174 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.13 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा एनआरई/एफसीएनआर (बी) खाते भारतीय निवासी घनिष्ठ संबंधी के साथ संयुक्त रूप में रखना – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 5/2000-आरबी की अनुसूची 1 तथा 2 अर्थात समय समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जात
भारिबैं/2011-12/174 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.13 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों द्वारा एनआरई/एफसीएनआर (बी) खाते भारतीय निवासी घनिष्ठ संबंधी के साथ संयुक्त रूप में रखना – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 5/2000-आरबी की अनुसूची 1 तथा 2 अर्थात समय समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (जमा) विनियमावली, 2000 की ओर आकृष्ट किया जात
सित॰ 15, 2011
भारत में निवास करने वाले व्यक्तियों द्वारा रखे गये बचत बैंक खाते – संयुक्त खाता धारक – उदारीकरण
भारिबैं/2011-12/173 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.12 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में निवास करने वाले व्यक्तियों द्वारा रखे गये बचत बैंक खाते – संयुक्त खाता धारक – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 5 के विनियम 2(vi) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार अनिवासी भारतीय (एनआरआइ) का अर्थ भारत से बाहर रहने वाले उस व्यक्ति से है जो भारत का नागरिक या भारतीय मूल का व्यक्ति
भारिबैं/2011-12/173 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.12 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में निवास करने वाले व्यक्तियों द्वारा रखे गये बचत बैंक खाते – संयुक्त खाता धारक – उदारीकरण प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की फेमा अधिसूचना सं. 5 के विनियम 2(vi) की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अनुसार अनिवासी भारतीय (एनआरआइ) का अर्थ भारत से बाहर रहने वाले उस व्यक्ति से है जो भारत का नागरिक या भारतीय मूल का व्यक्ति
सित॰ 07, 2011
बाह्य वाणिज्यिक उधार - क्रियाविधि सरल बनाना
भारिबैं/2011-12/169 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 11  07 सितंबर 2011 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार - क्रियाविधि सरल बनाना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 3 / 2000 - आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा उधार देना) विनियमावली, 2000, और बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित, समय-समय पर यथा संशोधित, 1 अगस्त 20
भारिबैं/2011-12/169 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 11  07 सितंबर 2011 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, बाह्य वाणिज्यिक उधार - क्रियाविधि सरल बनाना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 3 / 2000 - आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा में उधार लेना अथवा उधार देना) विनियमावली, 2000, और बाह्य वाणिज्यिक उधार से संबंधित, समय-समय पर यथा संशोधित, 1 अगस्त 20
सित॰ 07, 2011
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय)व्यापार समझौते
आरबीआइ/2011-12/168 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.10 07 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय)व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-।(ए.डी. श्रेणी-।)बैंकों का ध्यान 11 फरवरी 2011 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.41 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 31 जनवरी 2011 से रुपए का मूल्य 64.7004 नियत किया गया था। 2. प्राधि
आरबीआइ/2011-12/168 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.10 07 सितंबर 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय)व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-।(ए.डी. श्रेणी-।)बैंकों का ध्यान 11 फरवरी 2011 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.41 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसमें विशेष करेंसी बास्केट के तहत 31 जनवरी 2011 से रुपए का मूल्य 64.7004 नियत किया गया था। 2. प्राधि
अग॰ 29, 2011
अनिवासी विनिमय गृहों के रूपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाते खोलना और उन्हें रखना
भारिबैं/2011-12/160 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 09 ए.पी.(एफएल/आरएल) परिपत्र सं. 01 29 अगस्त 2011 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, अनिवासी विनिमय गृहों के रूपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाते खोलना और उन्हें रखना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान अनिवासी विनिमय गृहों के रूपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाते खोलने और उसे बनाये रखने से संबंधित अनुदेशों के ज्ञापन को अंतर्विष्ट करने वाले 06 फरवरी 2008 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) सं. 28 (ए
भारिबैं/2011-12/160 ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 09 ए.पी.(एफएल/आरएल) परिपत्र सं. 01 29 अगस्त 2011 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, अनिवासी विनिमय गृहों के रूपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाते खोलना और उन्हें रखना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान अनिवासी विनिमय गृहों के रूपया/विदेशी मुद्रा वास्ट्रो खाते खोलने और उसे बनाये रखने से संबंधित अनुदेशों के ज्ञापन को अंतर्विष्ट करने वाले 06 फरवरी 2008 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज) सं. 28 (ए
अग॰ 09, 2011
घरेलू (डोमेस्टिक) मुचुअल फंडों की यूनिटों में निवेश
भारिबैं/2011-12/148 एपी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 08 9 अगस्त 2011 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, घरेलू (डोमेस्टिक) मुचुअल फंडों की यूनिटों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000, समय-समय पर यथासंशोधित, की अनुसूची 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अ
भारिबैं/2011-12/148 एपी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 08 9 अगस्त 2011 सभी श्रेणी I प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, घरेलू (डोमेस्टिक) मुचुअल फंडों की यूनिटों में निवेश प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I (एडी श्रेणी I) बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 20/2000-आरबी द्वारा अधिसूचित विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000, समय-समय पर यथासंशोधित, की अनुसूची 5 की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसके अ
अग॰ 02, 2011
को-ऑपरेटिव रिपब्लिक ऑफ गयाना की सरकार को एक्जिम बैंक की 4 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
आरबीआइ/2011-12/138 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.07 02 अगस्त 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक महोदया/महोदय, को-ऑपरेटिव रिपब्लिक ऑफ गयाना की सरकार को एक्जिम बैंक की 4 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने को-आपरेटिव रिपब्लिक ऑफ गयाना की सरकार को गयाना में फिक्स्ड तथा मोबाइल सिंचाई पंप अर्जित करने, लगवाने तथा चालू करने के प्रयोजन के लिए भारत से निर्यात की जाने वाली सुयोग्य वस्तुओं और परामर्शदात्री सेवाओं सहित सेवाओं, मशीनर
आरबीआइ/2011-12/138 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.07 02 अगस्त 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी - । बैंक महोदया/महोदय, को-ऑपरेटिव रिपब्लिक ऑफ गयाना की सरकार को एक्जिम बैंक की 4 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने को-आपरेटिव रिपब्लिक ऑफ गयाना की सरकार को गयाना में फिक्स्ड तथा मोबाइल सिंचाई पंप अर्जित करने, लगवाने तथा चालू करने के प्रयोजन के लिए भारत से निर्यात की जाने वाली सुयोग्य वस्तुओं और परामर्शदात्री सेवाओं सहित सेवाओं, मशीनर
जुल॰ 26, 2011
इंडो-ज़ाम्बिया बैंक लिमिटेड को एक्जिम बैंक की 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
आरबीआइ/2011-12/125 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.06 26 जुलाई 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, इंडो-ज़ाम्बिया बैंक लिमिटेड को एक्जिम बैंक की 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने इंडो-ज़ाम्बिया बैंक लिमिटेड के साथ 29 सितंबर 2010 को एक करार किया है जिसके तहत उसे 5 मिलियन अमरीकी डॉलर (पाँच मिलियन अमरीकी डॉलर) की ऋण सहायता सुयोग्य वस्तुओं और सेवाओं का वित्तपोषण करने के लिए उपलब्ध करायी जाएगी। इस करार के तहत भ
आरबीआइ/2011-12/125 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.06 26 जुलाई 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, इंडो-ज़ाम्बिया बैंक लिमिटेड को एक्जिम बैंक की 5 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने इंडो-ज़ाम्बिया बैंक लिमिटेड के साथ 29 सितंबर 2010 को एक करार किया है जिसके तहत उसे 5 मिलियन अमरीकी डॉलर (पाँच मिलियन अमरीकी डॉलर) की ऋण सहायता सुयोग्य वस्तुओं और सेवाओं का वित्तपोषण करने के लिए उपलब्ध करायी जाएगी। इस करार के तहत भ
जुल॰ 26, 2011
किंगडम ऑफ स्वाज़िलैंड की सरकार को एक्जिम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
आरबीआइ/2011-12/124 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.05  26 जुलाई 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, किंगडम ऑफ स्वाज़िलैंड की सरकार को एक्जिम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने किंगडम ऑफ स्वाज़िलैंड की सरकार को स्वाज़िलैंड में सूचना तकनीक पार्क स्थापित करने के लिए सुयोग्य वस्तुओं और परामर्शदात्री सेवाओं सहित सेवाओं के वित्तपोषण के लिए दस-दस  मिलियन अमरीकी डॉलर की दो ऋण सहायता अर्थात् कुल म
आरबीआइ/2011-12/124 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.05  26 जुलाई 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय, किंगडम ऑफ स्वाज़िलैंड की सरकार को एक्जिम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने किंगडम ऑफ स्वाज़िलैंड की सरकार को स्वाज़िलैंड में सूचना तकनीक पार्क स्थापित करने के लिए सुयोग्य वस्तुओं और परामर्शदात्री सेवाओं सहित सेवाओं के वित्तपोषण के लिए दस-दस  मिलियन अमरीकी डॉलर की दो ऋण सहायता अर्थात् कुल म
जुल॰ 25, 2011
 रिपब्लिक ऑफ मोजेम्बिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
आरबीआइ/2011-12/119 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.04 25 जुलाई 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय,  रिपब्लिक ऑफ मोजेम्बिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ मोजेम्बिक की सरकार को मोजेम्बिक में धान-गेंहू-मक्के(maize) की उत्पादकता बढ़ाने के प्रयोजन के लिए भारत से निर्यात की जाने वाली सुयोग्य वस्तुओं और परामर्शदात्री सेवाओं सहित सेवाओं, मशीनरी और उपकरण के वित्तपोषण
आरबीआइ/2011-12/119 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.04 25 जुलाई 2011 सभी श्रेणी - । प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदय,  रिपब्लिक ऑफ मोजेम्बिक की सरकार को एक्जिम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने रिपब्लिक ऑफ मोजेम्बिक की सरकार को मोजेम्बिक में धान-गेंहू-मक्के(maize) की उत्पादकता बढ़ाने के प्रयोजन के लिए भारत से निर्यात की जाने वाली सुयोग्य वस्तुओं और परामर्शदात्री सेवाओं सहित सेवाओं, मशीनरी और उपकरण के वित्तपोषण
जुल॰ 21, 2011
रुपए में मूल्यवर्गीकृत व्यापार (Rupee Trade) को सुविधाजनक बनाना-अनिवासी कंपनियों (इंटिटीज़) को इसके लिए हेज करनेकी सुविधा देना
भारिबैं/2011-12/115 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.3 21 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, रुपए में मूल्यवर्गीकृत व्यापार (Rupee Trade) को सुविधाजनक बनाना- अनिवासी कंपनियों (इंटिटीज़) को इसके लिए हेज करने की सुविधा देना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली, 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा/25/आरबी-2000), की ओर आकृष्ट किया जाता है।
भारिबैं/2011-12/115 एपी(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं.3 21 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, रुपए में मूल्यवर्गीकृत व्यापार (Rupee Trade) को सुविधाजनक बनाना- अनिवासी कंपनियों (इंटिटीज़) को इसके लिए हेज करने की सुविधा देना प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित 3 मई 2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा डेरिवेटिव संविदाएं) विनियमावली, 2000 (3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा/25/आरबी-2000), की ओर आकृष्ट किया जाता है।
जुल॰ 15, 2011
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम के लागू होने से पूर्व की अवधि में स्थापित विदेशी कंपनियों (इंटिटीज़) के संपर्क/शाखा कार्यालयों का नियमितीकरण
भारिबैं/2011-12/112 एपी (डी आई आर सिरीज) परिपत्र सं. 02 15 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम के लागू होने से पूर्व की अवधि में स्थापित विदेशी कंपनियों (इंटिटीज़) के संपर्क/शाखा कार्यालयों का नियमितीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान 30 दिसंबर 2009 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 23 और 24 के साथ पठित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 22/2000-आरबी अर्थात समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (
भारिबैं/2011-12/112 एपी (डी आई आर सिरीज) परिपत्र सं. 02 15 जुलाई 2011 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम के लागू होने से पूर्व की अवधि में स्थापित विदेशी कंपनियों (इंटिटीज़) के संपर्क/शाखा कार्यालयों का नियमितीकरण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंकों का ध्यान 30 दिसंबर 2009 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 23 और 24 के साथ पठित 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा. 22/2000-आरबी अर्थात समय-समय पर यथा संशोधित विदेशी मुद्रा प्रबंध (

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 16, 2025

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