मास्टर परिपत्र - आरबीआई - Reserve Bank of India
मास्टर परिपत्र
जुलाई 01, 2008
एजेंसी बैंकों द्वारा सरकारी कामकाज के संचालन पर मास्टर परिपत्र - एजेंसी कमीशन का भुगतान
आरबीआई/2008-2009/83 डीजीबीए 10/31.12.010/2008-09 1 जुलाई 2008 सभी एजेंसी बैंक महोदय एजेंसी बैंकों द्वारा सरकारी कामकाज के संचालन पर मास्टर परिपत्र - एजेंसी कमीशन का भुगतान भारतीय रिजर्व बैंक समय-समय पर बैंकों को देय एजेंसी कमीशन के संबंध में विभिन्न अनुदेश जारी करता रहा है। ये अनुदेश भारतीय रिजर्व बैंक के मास्टर परिपत्र आरबीआई/2007-08/74 (डीजीबीए.जीएडी.संख्या.20/31.12.010/2007-08) दिनांक 2 जुलाई 2007 में निहित थे। संशोधित परिपत्र की एक प्रति संलग्न है। आप बैंक की वेबस
आरबीआई/2008-2009/83 डीजीबीए 10/31.12.010/2008-09 1 जुलाई 2008 सभी एजेंसी बैंक महोदय एजेंसी बैंकों द्वारा सरकारी कामकाज के संचालन पर मास्टर परिपत्र - एजेंसी कमीशन का भुगतान भारतीय रिजर्व बैंक समय-समय पर बैंकों को देय एजेंसी कमीशन के संबंध में विभिन्न अनुदेश जारी करता रहा है। ये अनुदेश भारतीय रिजर्व बैंक के मास्टर परिपत्र आरबीआई/2007-08/74 (डीजीबीए.जीएडी.संख्या.20/31.12.010/2007-08) दिनांक 2 जुलाई 2007 में निहित थे। संशोधित परिपत्र की एक प्रति संलग्न है। आप बैंक की वेबस
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देश
भारिबैं /2008-2009 /35 भारिबैं /2008-2009 /35 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 1 /05.04.02/2008-09 1 जुलाई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी डसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय,मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देशकृपया दिनांक 02 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस. बीसी.1/ 05.04.02/2007-08 देखें जिसमें प्राकृतिक आपदाओं
भारिबैं /2008-2009 /35 भारिबैं /2008-2009 /35 ग्राआऋवि.सं.पीएलएफएस.बीसी. 1 /05.04.02/2008-09 1 जुलाई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी डसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय,मास्टर परिपत्र - प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों द्वारा किए जाने वाले राहत उपायों के लिए दिशानिर्देशकृपया दिनांक 02 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र ग्राआऋवि.सं. पीएलएफएस. बीसी.1/ 05.04.02/2007-08 देखें जिसमें प्राकृतिक आपदाओं
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखा परीक्षक की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iभारिबैं.2008-09/4 गैबैंपवि.(नीप्र)कंपरि.सं. 118/03.02.001 /2008-0901 जुलाई 2008अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ(भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45 आइ (एफ) में यथा परिभाषित)अध्यक्ष, भारतीय सनदी लेखाकार संस्थानप्रिय महोदयमास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखा परीक्षक की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के संबंध
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iभारिबैं.2008-09/4 गैबैंपवि.(नीप्र)कंपरि.सं. 118/03.02.001 /2008-0901 जुलाई 2008अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ(भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45 आइ (एफ) में यथा परिभाषित)अध्यक्ष, भारतीय सनदी लेखाकार संस्थानप्रिय महोदयमास्टर परिपत्र - गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी लेखा परीक्षक की रिपोर्ट (रिज़र्व बैंक) निदेश, 1998भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के संबंध
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - प्रत्यक्ष करों की वसूली - ओएलटीएएस
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×/2008-09/81आरबीआइ/2008-09/81 डीजीबीए.जीएडी.सं.एच. /42.01.034/2006-07 01 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930(शक) सभी एजेंसी बैंकमहोदयमास्टर परिपत्र - प्रत्यक्ष करों की वसूली - ओएलटीएएसकृपया दिनांक 2 जुलाई 2007 का उक्त विषयक हमारा मास्टर परिपत्र आरबीआइ/2007-66 देखें। वह इस दृष्टि से जारी किया गया था कि इस विषय पर जारी सभी वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर शीघ्र मिल सकें । अभी हमने इसमें जून के अत तक आवश्यक अनुदेश अद्यतन किये हैं । आपकी सूचना के लिए यहां संलग्न कर रहे
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×/2008-09/81आरबीआइ/2008-09/81 डीजीबीए.जीएडी.सं.एच. /42.01.034/2006-07 01 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930(शक) सभी एजेंसी बैंकमहोदयमास्टर परिपत्र - प्रत्यक्ष करों की वसूली - ओएलटीएएसकृपया दिनांक 2 जुलाई 2007 का उक्त विषयक हमारा मास्टर परिपत्र आरबीआइ/2007-66 देखें। वह इस दृष्टि से जारी किया गया था कि इस विषय पर जारी सभी वर्तमान अनुदेश एक ही स्थान पर शीघ्र मिल सकें । अभी हमने इसमें जून के अत तक आवश्यक अनुदेश अद्यतन किये हैं । आपकी सूचना के लिए यहां संलग्न कर रहे
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र – जाली नोटों की पहचान और जब्ती
आरबीआई/2008-2009/87डीसीएम(एफएनवीडी) सं.जी-1/16.01.05/2008-09 1 जुलाई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक,सभी वाणिज्यिक/सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/निजी बैंक / विदेशी बैंक / सभी राज्यों के कोषागार निदेशक महोदया/महोदय, मास्टर परिपत्र – जाली नोटों की पहचान और जब्ती कृपया 2 जुलाई 2007 के मास्टर परिपत्र डीसीएम (एफएनवीडी) सं.जी-1/16.01.05/2007-08 देखें, जिसमें जाली नोटों की पहचान और उन्हें जब्त करने के संबंध में 30 जून, 2007 तक जारी निर्देशों को समेकित किया गया है। मास्टर प
आरबीआई/2008-2009/87डीसीएम(एफएनवीडी) सं.जी-1/16.01.05/2008-09 1 जुलाई 2008 अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक,सभी वाणिज्यिक/सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/निजी बैंक / विदेशी बैंक / सभी राज्यों के कोषागार निदेशक महोदया/महोदय, मास्टर परिपत्र – जाली नोटों की पहचान और जब्ती कृपया 2 जुलाई 2007 के मास्टर परिपत्र डीसीएम (एफएनवीडी) सं.जी-1/16.01.05/2007-08 देखें, जिसमें जाली नोटों की पहचान और उन्हें जब्त करने के संबंध में 30 जून, 2007 तक जारी निर्देशों को समेकित किया गया है। मास्टर प
जुलाई 01, 2008
देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्र
ड्ड्र : "ज़्द्दiर्िंिंिंख्र्ख्र्ंख्र्ड़ख्र् " ढ़श्व्ह्य्ज़्ख्र्×न्न् BANKCHALAN, MUMBAIआरबीआइ/2008-09/76 बैंपविवि. सं. डीआइआर.बीसी. 15 /13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयदेशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्रकृपया आप देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य) खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 3
ड्ड्र : "ज़्द्दiर्िंिंिंख्र्ख्र्ंख्र्ड़ख्र् " ढ़श्व्ह्य्ज़्ख्र्×न्न् BANKCHALAN, MUMBAIआरबीआइ/2008-09/76 बैंपविवि. सं. डीआइआर.बीसी. 15 /13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयदेशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य)खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें से संबंधित मास्टर परिपत्रकृपया आप देशी, सामान्य अनिवासी और अनिवासी (बाह्य) खातों में रखी रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 3
जुलाई 01, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
भारिबैं /2008-09/36 ग्राआऋवि.केका.क्षेग्राबैं.सं.बीएल.बीसी. 07/03.05.90ए/2008-09 01 जुलाई 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों / प्रायोजक बैंकों के अध्यक्षमहोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को शाखाएँ / विस्तार काउंटर / कार्यालय खोलने / स्थान बदलने / विलय करने आदि के बारे में समय-समय पर अनुदेश जारी करता रहा है। सभी वर्तमान अनुदेशों को समेकित करने तथा उन
भारिबैं /2008-09/36 ग्राआऋवि.केका.क्षेग्राबैं.सं.बीएल.बीसी. 07/03.05.90ए/2008-09 01 जुलाई 2008 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों / प्रायोजक बैंकों के अध्यक्षमहोदय, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा लाइसेंसीकरण पर मास्टर परिपत्र - क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को शाखाएँ / विस्तार काउंटर / कार्यालय खोलने / स्थान बदलने / विलय करने आदि के बारे में समय-समय पर अनुदेश जारी करता रहा है। सभी वर्तमान अनुदेशों को समेकित करने तथा उन
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - अग्रिमों पर ब्याज दरें
आरबीआइ/2008-09/75 बैपविवि. सं. डीआइआर. बीसी.14/13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - अग्रिमों पर ब्याज दरेंकृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 6 /13.03.00/ 2007-08 देखें जिसमें अग्रिमों पर ब्याज दरों के संबंध में बैंकों को 30 जून 2007 तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किये गये थे । 30 जून 2008 तक जारी किये गये अनुदेशों को शामिल करते
आरबीआइ/2008-09/75 बैपविवि. सं. डीआइआर. बीसी.14/13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमास्टर परिपत्र - अग्रिमों पर ब्याज दरेंकृपया आप 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 6 /13.03.00/ 2007-08 देखें जिसमें अग्रिमों पर ब्याज दरों के संबंध में बैंकों को 30 जून 2007 तक जारी किये गये अनुदेश / दिशानिर्देश समेकित किये गये थे । 30 जून 2008 तक जारी किये गये अनुदेशों को शामिल करते
जुलाई 01, 2008
विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों से संबंधित अनुदेशों का मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2008-09/77 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी. 16/13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयविदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों से संबंधित अनुदेशों का मास्टर परिपत्र कृपया 2 जुलाई 2007 के मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 8/13.03.00/2006-07 का अवलोकन करें, जिसमें विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2007 तक जारी अनु
आरबीआइ/2008-09/77 बैंपविवि.सं.डीआइआर.बीसी. 16/13.03.00/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयविदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों से संबंधित अनुदेशों का मास्टर परिपत्र कृपया 2 जुलाई 2007 के मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 8/13.03.00/2006-07 का अवलोकन करें, जिसमें विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खातों में रखी गयी जमाराशियों पर ब्याज दरों के संबंध में 30 जून 2007 तक जारी अनु
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया (एनआरओ) खाता
आरबीआइ/2008-09/16 मास्टर परिपत्र सं. 03 /2008-09 जुलाई 1, 2008सेवा में, विदेशी मुद्रा का करोबार करने के लिएध प्राधिकृत सभी व्यक्तिमहोदया /महोदयमास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया (एनआरओ) खाता प्राधिकृत व्यापारियों/ प्राधिकृत बैंकों द्वारा भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों से जमाराशियों की स्वीकृति समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की फे मा अधिसूचना सं. 5/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप धारा (1) और (2)के प्रावधानों द्वारा नियंत्र
आरबीआइ/2008-09/16 मास्टर परिपत्र सं. 03 /2008-09 जुलाई 1, 2008सेवा में, विदेशी मुद्रा का करोबार करने के लिएध प्राधिकृत सभी व्यक्तिमहोदया /महोदयमास्टर परिपत्र - अनिवासी सामान्य रुपया (एनआरओ) खाता प्राधिकृत व्यापारियों/ प्राधिकृत बैंकों द्वारा भारत से बाहर निवासी व्यक्तियों से जमाराशियों की स्वीकृति समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की फे मा अधिसूचना सं. 5/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 6 की उप धारा (1) और (2)के प्रावधानों द्वारा नियंत्र
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/विदेशी राष्ट्रिकों के लिए प्रेषण सुविधाएं
आरबीआइ/2008-09/17 मास्टर परिपत्र सं.04 /2008-09 जुलाई 1, 2008सेवा में, विदेशी मुद्रा में कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्ति महोदया /महोदयमास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/विदेशी राष्ट्रिकों के लिए प्रेषण सुविधाएं अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी राष्ट्रिकों के लिए प्रेषण सुविधाएं समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की फे मा अधिसूचना सं. 13/2000-आरबी और फेमा अधिसूचना सं.21/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम
आरबीआइ/2008-09/17 मास्टर परिपत्र सं.04 /2008-09 जुलाई 1, 2008सेवा में, विदेशी मुद्रा में कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्ति महोदया /महोदयमास्टर परिपत्र - अनिवासी भारतीयों/भारतीय मूल के व्यक्तियों/विदेशी राष्ट्रिकों के लिए प्रेषण सुविधाएं अनिवासी भारतीयों/ भारतीय मूल के व्यक्तियों/ विदेशी राष्ट्रिकों के लिए प्रेषण सुविधाएं समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 की फे मा अधिसूचना सं. 13/2000-आरबी और फेमा अधिसूचना सं.21/2000-आरबी के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण - निवासियों के लिए सुविधाएं
आरबीआइ/2008-09/18 मास्टर परिपत्र सं.05 /2008-09 जुलाई 1,2008सेवा में, विदेशी मुद्रा में कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्तिमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण - निवासियों के लिए सुविधाएंनिवासियों के लिए भारत से विविध प्रेषण सुविधाओं की अनुमति, समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जी.एस.आर.381(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है।2. इस मास्टर परिपत्र में "भारत से विविध प
आरबीआइ/2008-09/18 मास्टर परिपत्र सं.05 /2008-09 जुलाई 1,2008सेवा में, विदेशी मुद्रा में कारोबार करने के लिए प्राधिकृत सभी व्यक्तिमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - भारत से विविध प्रेषण - निवासियों के लिए सुविधाएंनिवासियों के लिए भारत से विविध प्रेषण सुविधाओं की अनुमति, समय-समय पर यथासंशोधित मई 3, 2000 के भारत सरकार की अधिसूचना सं. जी.एस.आर.381(E) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 की धारा 5 के अनुसार दी जा रही है।2. इस मास्टर परिपत्र में "भारत से विविध प
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में एसोसिएशनों/संगठनों द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों की बाध्यताएं
़ख्र्ख्र्दृ्र॰ख्र्ज्ञ्/2007-08/51भारिबैं/2008-09/61 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 8 /14.08.001/2008-0901 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) और सभी वित्तीय संस्थाओंमहोदयमास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में एसोसिएशनों/संगठनों द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों की बाध्यताएं कृपया 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्
़ख्र्ख्र्दृ्र॰ख्र्ज्ञ्/2007-08/51भारिबैं/2008-09/61 संदर्भ सं. बैंपविवि. एएमएल. बीसी. सं. 8 /14.08.001/2008-0901 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक)अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) और सभी वित्तीय संस्थाओंमहोदयमास्टर परिपत्र - विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 1976 - भारत में एसोसिएशनों/संगठनों द्वारा विदेशी अंशदानों की प्राप्ति को विनियमित करने में बैंकों की बाध्यताएं कृपया 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं (WOS)में प्रत्यक्ष निवेश
आरबीआइ/2008-09/14आरबीआइ/2008-09/14 मास्टर परिपत्र सं. 1 /2008-09 जुलाई 1, 2008सेवा में, विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारीमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं (WOS)में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित नवंबर 19, 2004 की अधिसूचना सं. जीएसआर 757(E) अ और जुलाई 7, 2004 की फेमा अधिसूचना सं.जीएसआर 120/आरबी-2004 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप धा
आरबीआइ/2008-09/14आरबीआइ/2008-09/14 मास्टर परिपत्र सं. 1 /2008-09 जुलाई 1, 2008सेवा में, विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारीमहोदया /महोदय मास्टर परिपत्र - निवासियों द्वारा विदेश स्थित संयुक्त उद्यम (JV)/ पूर्ण स्वामित्ववाली सहायक संस्थाओं (WOS)में प्रत्यक्ष निवेश समय-समय पर यथा संशोधित नवंबर 19, 2004 की अधिसूचना सं. जीएसआर 757(E) अ और जुलाई 7, 2004 की फेमा अधिसूचना सं.जीएसआर 120/आरबी-2004 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप धा
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र-रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरें
आरबीआई/2008-2009/56 शबैंवि.सं.बीपीडी.एमसी.सं. 11/13.01.000/2008-09 01 जुलाई 2008 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदयामास्टर परिपत्र-रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया उपर्युक्त विषय पर 02 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. (पीसीबी).एमसी.सं.1/13.01.00/2007-08 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2008 तक के सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित तथा अद्यतन किया गय
आरबीआई/2008-2009/56 शबैंवि.सं.बीपीडी.एमसी.सं. 11/13.01.000/2008-09 01 जुलाई 2008 मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक महोदय/महोदयामास्टर परिपत्र-रुपया जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया उपर्युक्त विषय पर 02 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैंवि. बीपीडी. (पीसीबी).एमसी.सं.1/13.01.00/2007-08 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें। संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2008 तक के सभी अनुदेशों/दिशानिर्देशों को समेकित तथा अद्यतन किया गय
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र- जमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंक
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न् /2006-07/114आरबीआई /2008-09/58 यूबीडी.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 13/13.01.000/2008-09 1 जुलाई 2008कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकमहोदय/महोदयामास्टर परिपत्र- जमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 4 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 12/13.01.000/2007-08 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें । संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2008 तक इस विभाग द्वारा इस विषय
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न् /2006-07/114आरबीआई /2008-09/58 यूबीडी.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 13/13.01.000/2008-09 1 जुलाई 2008कार्यपालक अधिकारी सभी प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकमहोदय/महोदयामास्टर परिपत्र- जमा खाता रखना - शहरी सहकारी बैंककृपया उपर्युक्त विषय पर 4 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र शबैवि.बीपीडी (पीसीबी) एमसी.सं. 12/13.01.000/2007-08 (भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट www.rbi.org.in पर उपलब्ध) देखें । संलग्न मास्टर परिपत्र में 30 जून 2008 तक इस विभाग द्वारा इस विषय
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यात
आरबीआइ/2008-09/22 मास्टर परिपत्र सं.09/2008-09 01 जुलाई 2008सेवा में, विदेशी मुद्रा का कारोबार करने कि लिए प्राधिकृत सभी बैंकमहोदया /महोदयमास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यातभारत से माल और सेवाओं का निर्यात मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381 (E) और समय-समय पर यथा संशोधित मई 3, 2000 की फेमा अधिसूचना 23/आरबी-2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (1) के खंड (क) और उप-धारा (3) के अनुसार करने की अनुमति है ।2. यह मास्टर
आरबीआइ/2008-09/22 मास्टर परिपत्र सं.09/2008-09 01 जुलाई 2008सेवा में, विदेशी मुद्रा का कारोबार करने कि लिए प्राधिकृत सभी बैंकमहोदया /महोदयमास्टर परिपत्र - माल और सेवाओं का निर्यातभारत से माल और सेवाओं का निर्यात मई 3, 2000 की अधिसूचना सं.जीएसआर 381 (E) और समय-समय पर यथा संशोधित मई 3, 2000 की फेमा अधिसूचना 23/आरबी-2000 के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा (1) के खंड (क) और उप-धारा (3) के अनुसार करने की अनुमति है ।2. यह मास्टर
जुलाई 01, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में
मास्टर परिपत्र
मास्टर परिपत्र
आरबीआइ/2008-09/85 1 जुलाई 2008आरबीआइ/2008-09/85 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 21 /22.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र कृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 16/22.01.001/ 2007-08 देखें जिसमें 30 जून 2007 तक बैंकों को शाखा प्राधिकरण पर जारी अनुदेशों /दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। उपर्युक
आरबीआइ/2008-09/85 1 जुलाई 2008आरबीआइ/2008-09/85 बैंपविवि. सं. बीएल.बीसी. 21 /22.01.001/2008-09 1 जुलाई 2008 10 आषाढ़ 1930 (शक) सभी वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 - शाखा प्राधिकरण के संबंध में मास्टर परिपत्र कृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 16/22.01.001/ 2007-08 देखें जिसमें 30 जून 2007 तक बैंकों को शाखा प्राधिकरण पर जारी अनुदेशों /दिशानिर्देशों को समेकित किया गया है। उपर्युक
जुलाई 01, 2008
इरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्र
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दi आरबीआइ/2008-09/26 बैंपविवि.सं.डीएल बीसी. 1/20.16.003/2008-091 जुलाई 2008 11 आषाढ़ 1930 (शक)i) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बेंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii) अखिल भारतीय अधिसूचित वित्तीय संस्थाएँमहोदयइरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परिपत्र जारी किए हैं जिनमें इरादतन चूककर्ताओं से
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दi आरबीआइ/2008-09/26 बैंपविवि.सं.डीएल बीसी. 1/20.16.003/2008-091 जुलाई 2008 11 आषाढ़ 1930 (शक)i) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बेंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा ii) अखिल भारतीय अधिसूचित वित्तीय संस्थाएँमहोदयइरादतन चूककर्ताओं से संबंधित मास्टर परिपत्रजैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को समय समय पर ऐसे अनेक परिपत्र जारी किए हैं जिनमें इरादतन चूककर्ताओं से
जुलाई 01, 2008
मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iआरबीआइ /2008-09/19 मास्टर परिपत्र क्र.06 /2008-09 01 जुलाई,2008सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I महोदया/महोदय,मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेनअनिवासी बैंक, अंतर बैंक लेनदेन, विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार आदि मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 और बाद उसमें किए गए संशोधनों द्वारा नियंत्रित होते हैं। 2. इस मा
ऱ््रेख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् दृ्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ॰ख्र्ज्ञ्iआरबीआइ /2008-09/19 मास्टर परिपत्र क्र.06 /2008-09 01 जुलाई,2008सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I महोदया/महोदय,मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेनअनिवासी बैंक, अंतर बैंक लेनदेन, विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार आदि मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 और बाद उसमें किए गए संशोधनों द्वारा नियंत्रित होते हैं। 2. इस मा
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