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नव॰ 05, 2008
श्री लंका की डिमोक्रेटिक सोसियालिस्ट रिपब्लिक सरकार को भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक )की 100 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता
4आरबीआइ/2008-09/270 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.30 05 नवंबर, 2008सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकमहोदया/महोदय,श्री लंका की डिमोक्रेटिक सोसियालिस्ट रिपब्लिक सरकार को भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक )की 100 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायताभारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने 23 जुलाई ,2008 को उनके साथ किए गये करार के तहत श्री लंका की डिमोक्रेटिक सोसियालिस्ट रिपब्लिक सरकार को श्री लंका (कोलंबो-मात्रा) में रेलवे लाइनों के अप-ग्रेडेशन के वित्तपोष
4आरबीआइ/2008-09/270 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.30 05 नवंबर, 2008सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकमहोदया/महोदय,श्री लंका की डिमोक्रेटिक सोसियालिस्ट रिपब्लिक सरकार को भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक )की 100 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायताभारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने 23 जुलाई ,2008 को उनके साथ किए गये करार के तहत श्री लंका की डिमोक्रेटिक सोसियालिस्ट रिपब्लिक सरकार को श्री लंका (कोलंबो-मात्रा) में रेलवे लाइनों के अप-ग्रेडेशन के वित्तपोष
नव॰ 05, 2008
कोटे डु’वोर सरकार को एक्ज़िम बैंक की 25.5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआइ/2008-09/271 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.31 05 नवंबर, 2008 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, कोटे डु’वोर सरकार को एक्ज़िम बैंक की 25.5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने 18 जून,2008 को कोटे डु’वोर में (i)महात्मा गांधी सूचना प्रौद्योगिकी तथा बॉयटेक्नोलॉजी पार्क (ii) मत्य संसाधन संयंत्र (iii) कोकोनट फायबर संसाधन संयंत्र लगाने हेतु भारत से पात्र माल की खरीदने के लिए परामर्श सेवाओं सहित भारत से
आरबीआइ/2008-09/271 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.31 05 नवंबर, 2008 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय, कोटे डु’वोर सरकार को एक्ज़िम बैंक की 25.5 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने 18 जून,2008 को कोटे डु’वोर में (i)महात्मा गांधी सूचना प्रौद्योगिकी तथा बॉयटेक्नोलॉजी पार्क (ii) मत्य संसाधन संयंत्र (iii) कोकोनट फायबर संसाधन संयंत्र लगाने हेतु भारत से पात्र माल की खरीदने के लिए परामर्श सेवाओं सहित भारत से
अक्तू॰ 27, 2008
भारत में आयात के लिए व्यापार
ऋण- समग्र लागत सीमा की पुनरीक्षा
*ग़ख्र्ड्ढ आरबीआई/2008-09/251 एपी(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 27 27 अक्तूबर 2008सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -I बैंकमहोदय/महोदयाभारत में आयात के लिए व्यापार ऋण- समग्र लागत सीमा की पुनरीक्षासभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -I बैंकों का ध्यान, भारत में आयात के लिए व्यापार ऋण की समग्र लागत सीमा से संबंधित 28 मई 2008 के एपी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 42 की ओर आकर्षित करते हैं ।2. चूंकि घरेलू आयातक, अंतरराष्ट्रीय ऋण बाजारों में दुर्लभ नकदी स्थिति को देखते हुए मौजूदा समग्र लागत
*ग़ख्र्ड्ढ आरबीआई/2008-09/251 एपी(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 27 27 अक्तूबर 2008सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -I बैंकमहोदय/महोदयाभारत में आयात के लिए व्यापार ऋण- समग्र लागत सीमा की पुनरीक्षासभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी -I बैंकों का ध्यान, भारत में आयात के लिए व्यापार ऋण की समग्र लागत सीमा से संबंधित 28 मई 2008 के एपी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं. 42 की ओर आकर्षित करते हैं ।2. चूंकि घरेलू आयातक, अंतरराष्ट्रीय ऋण बाजारों में दुर्लभ नकदी स्थिति को देखते हुए मौजूदा समग्र लागत
अक्तू॰ 22, 2008
बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरण
आरबीआइ/2008-09/245 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.26 22 अक्तूबर 2008 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदय/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरण सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) श्रेणी-I बैंकों का ध्यान , बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति से संबंधित 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.5, 21 मई 2007 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.60 , 7 अगस्त 2007 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.4 , 29 मई 2008 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.43 , 22 सितंब
आरबीआइ/2008-09/245 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.26 22 अक्तूबर 2008 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदय/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरण सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) श्रेणी-I बैंकों का ध्यान , बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति से संबंधित 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.5, 21 मई 2007 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.60 , 7 अगस्त 2007 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.4 , 29 मई 2008 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.43 , 22 सितंब
अक्तू॰ 16, 2008
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान प्रोटोकॉल्स
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न्/2007-08/337आरबीआइ 2008-09/236 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 24 16 अक्तूबर 2008सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदयभारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान प्रोटोकॉल्सप्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 26 सितंबर 2008 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 18 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसमें 17 सितंबर 2008 से विशेष करेंसी बास्केट का रुपया मूल्य 60.0186 रुपये दर्शाया गया था।2. प्राधिकृत
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न्/2007-08/337आरबीआइ 2008-09/236 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 24 16 अक्तूबर 2008सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदयभारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान प्रोटोकॉल्सप्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 26 सितंबर 2008 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 18 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसमें 17 सितंबर 2008 से विशेष करेंसी बास्केट का रुपया मूल्य 60.0186 रुपये दर्शाया गया था।2. प्राधिकृत
अक्तू॰ 14, 2008
एक्जिम बैंक की 64.07 मिलियन अमरीकी डॉलर की म्यांमा विदेशी व्यापार बैंक,म्यांमार को ऋण सहायता
आरबीआई/2008-09/221 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.21 14 अक्तूबर 2008 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदय/महोदया एक्जिम बैंक की 64.07 मिलियन अमरीकी डॉलर की म्यांमा विदेशी व्यापार बैंक,म्यांमार को ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने म्यांमा विदेशी व्यापार बैंक , म्यांमार को 24 जून 2008 को हुए ऋण करार के तहत तीन ट्रांसमिशन लाइनों अर्थात् पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा म्यांमार में स्थापित की जाने वाली थाटे चौंग -ओक्षिपिटिन 230 किलोवाट, थाट
आरबीआई/2008-09/221 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.21 14 अक्तूबर 2008 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदय/महोदया एक्जिम बैंक की 64.07 मिलियन अमरीकी डॉलर की म्यांमा विदेशी व्यापार बैंक,म्यांमार को ऋण सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने म्यांमा विदेशी व्यापार बैंक , म्यांमार को 24 जून 2008 को हुए ऋण करार के तहत तीन ट्रांसमिशन लाइनों अर्थात् पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा म्यांमार में स्थापित की जाने वाली थाटे चौंग -ओक्षिपिटिन 230 किलोवाट, थाट
अक्तू॰ 14, 2008
म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता
आरबीआई/2008-09/222 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.22 14 अक्तूबर 2008 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदय/महोदया म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक के साथ म्यांमार स्थित एक एल्युमिनियम कंडक्टर स्टील रिइनफोर्सड(एसीएसआर) वायर विनिर्माण फैक्टरी, जिसकी एसीएसआर की कुल वार्षिक उत्पादन क्षमता 10,000 टन और गैलवनाइज्ड आयरन वायर 4000 टन होगी, के लिए भारत
आरबीआई/2008-09/222 ए.पी.(डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.22 14 अक्तूबर 2008 सभी श्रेणी -। प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदय/महोदया म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक को एक्ज़िम बैंक की 20 मिलियन अमरीकी डॉलर की वित्तीय सहायता भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने म्यांमार फॉरेन ट्रेड बैंक के साथ म्यांमार स्थित एक एल्युमिनियम कंडक्टर स्टील रिइनफोर्सड(एसीएसआर) वायर विनिर्माण फैक्टरी, जिसकी एसीएसआर की कुल वार्षिक उत्पादन क्षमता 10,000 टन और गैलवनाइज्ड आयरन वायर 4000 टन होगी, के लिए भारत
अक्तू॰ 08, 2008
बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरण
आरबीआइ/2008-09/210 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.20 22 अक्तूबर 2008 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदय/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरण सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) श्रेणी-I बैंकों का ध्यान , बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति से संबंधित 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.5, 7 अगस्त 2007 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.4 , 29 मई 2008 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.43 और 22 सितंबर 2008 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.16 की ओर आकर्षित
आरबीआइ/2008-09/210 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.20 22 अक्तूबर 2008 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदय/महोदय बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरण सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) श्रेणी-I बैंकों का ध्यान , बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति से संबंधित 1 अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.5, 7 अगस्त 2007 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.4 , 29 मई 2008 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.43 और 22 सितंबर 2008 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.16 की ओर आकर्षित
अक्तू॰ 01, 2008
विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रति?ाझति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2008
अधिसूचना सं.फेमा 181/आरबी - 2008 अक्तूबर 1, 2008   विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रति?ाझति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2008   विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद् द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रति?ाझति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली 2004 (जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं. फेमा.120/आरबी-2004)
अधिसूचना सं.फेमा 181/आरबी - 2008 अक्तूबर 1, 2008   विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रति?ाझति का अंतरण अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2008   विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उपधारा (3) के खंड (क) और धारा 47 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद् द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (किसी विदेशी प्रति?ाझति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली 2004 (जुलाई 7, 2004 की अधिसूचना सं. फेमा.120/आरबी-2004)
सित॰ 26, 2008
भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय)व्यापार समझौते
आरबीआइ 2008-09/195 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 18 26 सितंबर, 2008 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय)व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 21 अगस्त 2008 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 10 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसमें जिसमें 12 अगस्त 2008 से विशेष करेंसी बास्केट का रुपया मूल्य 60.4392 रुपये नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत व्यापारी श
आरबीआइ 2008-09/195 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं. 18 26 सितंबर, 2008 सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदय भारत सरकार और पूर्ववर्ती यूएसएसआर के बीच 30 अप्रैल 1981 तथा 23 दिसंबर 1985 के आस्थगित भुगतान (राजकीय)व्यापार समझौते प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 21 अगस्त 2008 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज) परिपत्र सं. 10 की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसमें जिसमें 12 अगस्त 2008 से विशेष करेंसी बास्केट का रुपया मूल्य 60.4392 रुपये नियत किया गया था। 2. प्राधिकृत व्यापारी श
सित॰ 23, 2008
विदेशी मुदा विनिमेय बॉण्ड निर्गम योजना 2008
आरबीआइ/2008-09/192 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.17 23 सितंबर , 2008 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदय/महोदय विदेशी मुदा विनिमेय बॉण्ड निर्गम योजना 2008 सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) श्रेणी-I बैंकों का ध्यान , भारत सरकार , वित्त मंत्रालय, आर्थिक कार्य विभाग की 15 फरवरी 2008 की अधिसूचना जी.एस.आर. 89(ङ) ,जिसकी एक प्रति संलग्न है, द्वारा अधिसूचित विदेशी मुदा विनिमेय बॉण्ड निर्गम योजना 2008 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2. तद्नुसार , भारतीय कंपनिय
आरबीआइ/2008-09/192 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.17 23 सितंबर , 2008 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी I बैंक महोदय/महोदय विदेशी मुदा विनिमेय बॉण्ड निर्गम योजना 2008 सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) श्रेणी-I बैंकों का ध्यान , भारत सरकार , वित्त मंत्रालय, आर्थिक कार्य विभाग की 15 फरवरी 2008 की अधिसूचना जी.एस.आर. 89(ङ) ,जिसकी एक प्रति संलग्न है, द्वारा अधिसूचित विदेशी मुदा विनिमेय बॉण्ड निर्गम योजना 2008 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2. तद्नुसार , भारतीय कंपनिय
सित॰ 08, 2008
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 - सेवाओं के आयात के लिए अग्रिम विप्रेषण
आरबीआई/2008-09/158 एपी (डी आईआर सिरीज़)परिपत्र सं.15 08 सितंबर, 2008 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदय / महोदया विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 - सेवाओं के आयात के लिए अग्रिम विप्रेषण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 06 जनवरी 2003एपी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं.65 के पैराग्राफ 3 की ओर आकर्षित किया जाता है , जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों के लिए अपेक्षित था कि वे भारत को आयात सेवाओं के लिए 100,000 अमरीकी डॉलर अथवा उसके समतुल
आरबीआई/2008-09/158 एपी (डी आईआर सिरीज़)परिपत्र सं.15 08 सितंबर, 2008 सेवा में सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदय / महोदया विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 - सेवाओं के आयात के लिए अग्रिम विप्रेषण प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों का ध्यान 06 जनवरी 2003एपी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं.65 के पैराग्राफ 3 की ओर आकर्षित किया जाता है , जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंकों के लिए अपेक्षित था कि वे भारत को आयात सेवाओं के लिए 100,000 अमरीकी डॉलर अथवा उसके समतुल
सित॰ 05, 2008
विदेशी मुद्रा प्रबंधन (किसी विदेशी प्रतिभूति का अंतरम अथवा निर्गम) (संशोधन) विनियमावली, 2008

Notification@@NBSP@@ No. FEMA.180/RB-2008 dated September 5, 2008 @@NBSP@@ Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Any Foreign Security) (Amendment) Regulations, 2008 @@NBSP@@ In exercise of the powers conferred by clause (a) of sub-section (3) of Section 6 and sub-section (2) of Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999), the Reserve Bank of India hereby makes the following amendments in the Foreign Exchange Management (Transfer or

Notification@@NBSP@@ No. FEMA.180/RB-2008 dated September 5, 2008 @@NBSP@@ Foreign Exchange Management (Transfer or Issue of Any Foreign Security) (Amendment) Regulations, 2008 @@NBSP@@ In exercise of the powers conferred by clause (a) of sub-section (3) of Section 6 and sub-section (2) of Section 47 of the Foreign Exchange Management Act, 1999 (42 of 1999), the Reserve Bank of India hereby makes the following amendments in the Foreign Exchange Management (Transfer or

अग॰ 22, 2008
विदेशी मुद्रा प्रबंध-(भारत से बार के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रति?ाझति का अंतरण अथवा निर्गम) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2008
अधिसूचना सं.फेमा 179/2008-आरबी दिनांक: अगस्त 22, 2008 विदेशी मुद्रा प्रबंध-(भारत से बार के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रति?ाझति का अंतरण अथवा निर्गम) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2008 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों ं का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रति?ाझति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 (दिनांक 3 मई 200
अधिसूचना सं.फेमा 179/2008-आरबी दिनांक: अगस्त 22, 2008 विदेशी मुद्रा प्रबंध-(भारत से बार के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रति?ाझति का अंतरण अथवा निर्गम) (द्वितीय संशोधन) विनियमावली, 2008 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 6 की उप-धारा (3) के खंड (ख) और धारा 47 द्वारा प्रदत्त शक्तियों ं का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर निवासी व्यक्ति द्वारा प्रति?ाझति का अंतरण अथवा निर्गम) विनियमावली, 2000 (दिनांक 3 मई 200
अग॰ 06, 2008
मान्यता-प्राप्त/नए शेयर बाज़ारों में मुद्रा-वायदा कारोबार पर दिशा-निर्देश
संदर्भ संआरबीआइ/2008-09/122 ए पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं.05 /2008-09   06 अगस्त, 2008 सेवा में       सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक     महोदया/महोदय,           मान्यता-प्राप्त/नए शेयर बाज़ारों में मुद्रा-वायदा कारोबार पर दिशा-निर्देश श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंकों (एडीश्रेणी-I) का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई ,2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी व्युत्पन्न संविदा)विनियमावली,2000 (3मई 2000 की अधिस
संदर्भ संआरबीआइ/2008-09/122 ए पी(डीआईआर सिरीज़)परिपत्र सं.05 /2008-09   06 अगस्त, 2008 सेवा में       सभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक     महोदया/महोदय,           मान्यता-प्राप्त/नए शेयर बाज़ारों में मुद्रा-वायदा कारोबार पर दिशा-निर्देश श्रेणी-I प्राधिकृत व्यापारी बैंकों (एडीश्रेणी-I) का ध्यान समय-समय पर यथा संशोधित, 3 मई ,2000 की विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी व्युत्पन्न संविदा)विनियमावली,2000 (3मई 2000 की अधिस
अग॰ 01, 2008
विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी व्युत्पन्न संविदा )(संशोधन) विनियमावली, 2008
अधिसूचना सं. फेमा 177/आरबी-2008   1 अगस्त 2008 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी व्युत्पन्न संविदा )(संशोधन) विनियमावली, 2008 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 की उप-धारा (2) के खण्ड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एत्तद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी व्युत्पन्न संविदा) विनियमावली, 2000 (3,मई ,2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/आरबी-2000) में निम्नलिखित संशोधन करता है :- 1. संक्षिप्त नाम और प्रारंभ (i) इन विनियमो
अधिसूचना सं. फेमा 177/आरबी-2008   1 अगस्त 2008 विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी व्युत्पन्न संविदा )(संशोधन) विनियमावली, 2008 विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 47 की उप-धारा (2) के खण्ड (ज) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एत्तद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी व्युत्पन्न संविदा) विनियमावली, 2000 (3,मई ,2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/आरबी-2000) में निम्नलिखित संशोधन करता है :- 1. संक्षिप्त नाम और प्रारंभ (i) इन विनियमो
जुल॰ 23, 2008
विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (संशोधन) विनियमावली, 2008
RESERVE BANK OF INDIAभारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001अधिसूचना सं. फेमा 176 /2008-आरबीजुलाई 23 , 2008विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (संशोधन) विनियमावली, 2008विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा(1) और (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 (3 मई, 2000 की अध
RESERVE BANK OF INDIAभारतीय रिज़र्व बैंक विदेशी मुद्रा विभाग केद्रीय कार्यालय मुंबई - 400 001अधिसूचना सं. फेमा 176 /2008-आरबीजुलाई 23 , 2008विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) (संशोधन) विनियमावली, 2008विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम 1999 (1999 का 42) की धारा 7 की उप-धारा(1) और (3) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतदद्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंध (माल और सेवाओं का निर्यात) विनियमावली, 2000 (3 मई, 2000 की अध
जून 03, 2008
माल और सेवाओं का निर्यात - बीमा कंपनियों द्वारा प्रस्तुत दावों का भुगतान बट्टे खाता डालना
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न्/2007-08/337आरबीआइ/2007-08/353 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.49 03 जून 2008सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदयमाल और सेवाओं का निर्यात - बीमा कंपनियों द्वारा प्रस्तुत दावों का भुगतान बट्टे खाता डालना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 24 सितंबर 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.22 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को ईसीजीसी द्वारा निपटाये गये बकाया निर्यात बिलों के संबंध में उन्हें बट्टे
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न्/2007-08/337आरबीआइ/2007-08/353 ए पी(डीआइआर सिरीज़)परिपत्र सं.49 03 जून 2008सेवा मेंसभी प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक महोदया/महोदयमाल और सेवाओं का निर्यात - बीमा कंपनियों द्वारा प्रस्तुत दावों का भुगतान बट्टे खाता डालना प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 24 सितंबर 2003 के ए.पी.(डीआइआर सिरीज़) परिपत्र सं.22 की ओर आकर्षित किया जाता है जिसके अनुसार प्राधिकृत व्यापारी बैंकों को ईसीजीसी द्वारा निपटाये गये बकाया निर्यात बिलों के संबंध में उन्हें बट्टे
मई 29, 2008
बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरण
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न्/2007-08/337आरबीआई/2007-08/339 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.43 29 मई 2008श्रेणी-I के सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक नहोदया/महोदयबाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरणश्रेणी-I के सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान , बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति से संबंधित 1अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.5, 21 मई 2007 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.60और 7अगस्त 2007 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.4 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2 समीक्षा
–्र॰ख्र्ड्ढ–ख्र्×न्न्/2007-08/337आरबीआई/2007-08/339 ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.43 29 मई 2008श्रेणी-I के सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक नहोदया/महोदयबाह्य वाणिज्यिक उधार नीति में उदारीकरणश्रेणी-I के सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान , बाह्य वाणिज्यिक उधार नीति से संबंधित 1अगस्त 2005 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.5, 21 मई 2007 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.60और 7अगस्त 2007 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.4 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2 समीक्षा
मई 28, 2008
भारत में आनेवाले आयातों के लिए व्यापार ऋण-समग्र-लागत सीमा की समीक्षा
आरबीआइ /2007-08/337आरबीआइ /2007-08/337 ए.पी.(डीआइआर सिरीज)परिपत्र सं.42 28 मई 2008श्रेणी-I के सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदयभारत में आनेवाले आयातों के लिए व्यापार ऋण-समग्र-लागत सीमा की समीक्षाश्रेणी-I के सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान , भारत में आनेवाले आयातों के लिए व्यापार ऋण-समग्र-लागत सीमा की समीक्षा से संबंधित 17 अप्रैल 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.87 के पैरा 6 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2 मौजूदा समय में, एक वर्ष तक के
आरबीआइ /2007-08/337आरबीआइ /2007-08/337 ए.पी.(डीआइआर सिरीज)परिपत्र सं.42 28 मई 2008श्रेणी-I के सभी प्राधिकृत व्यापारी बैंक महोदया/महोदयभारत में आनेवाले आयातों के लिए व्यापार ऋण-समग्र-लागत सीमा की समीक्षाश्रेणी-I के सभी प्राधिकृत व्यापारी (एडी श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान , भारत में आनेवाले आयातों के लिए व्यापार ऋण-समग्र-लागत सीमा की समीक्षा से संबंधित 17 अप्रैल 2004 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज)परिपत्र सं.87 के पैरा 6 की ओर आकर्षित किया जाता है । 2 मौजूदा समय में, एक वर्ष तक के

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पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 16, 2025

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